बीते जमाने के angry young man अमिताभ बच्चन और रेखा की प्रेम कहानी अधूरी रह गई कभी बॉलीवुड के गलियारों में उनके affair के खूब चर्चे होते थे हालांकि आज अमिताभ बच्चन अपनी पत्नी जयाबच्चन और अपने बच्चों और नाती नातीन के वो पोता पोती के साथ एक खुशहाल पारिवारिक जिंदगी गुजार रहे हैं वहीं दूसरी ओर रेखा आज भी तनहा है रेखा और अमिताभ के चाहने वालों को इनके एक ना हो पाने की हमेशा ही एक मलाल रहेगा हालांकि इनके के कुछ अनसुने किस्से ऐसे हैं जिन्हें जानकर आप भी दंग रह जाएंगे।
रेखा और अमिताभ के affair की खबरें तो खूबसूरतियों में रहती थी लेकिन बहुत कम लोग ये जानते होंगे कि लावारिस फिल्म के सेट पर अमिताभ ने अपनी कथित प्रेमिका रेखा को सरेआम एक नहीं बल्कि कई थप्पड़ जड़ दिए थे। जी हाँ ये किस्सा बहुत ही हैरान करने वाला है लेकिन यही सच है। तो क्या था पूरा माजरा? आइए जानते हैं। नमस्कार मैं प्रज्ञा और आप देख रहे हैं live ये अस्सी का वो दौर था जब रेखा और अमिताभ की मोहब्बत के किस्सों से अखबार और मैगजीन भरी रहती थी इसी दौरान अमिताभ फिल्म लावारिस की शूटिंग कर रहे थे।
इस फिल्म में एक ईरानी डांसर भी काम कर रही थी इसी बीच अफवाह फैल गई थी कि बिग बी को ईरानी डांसर से इश्क हो गया है। ये रूमर्स रेखा के कानों तक भी पहुंचे। और फिर एक्ट्रेस को धोखा महज हुआ और वे foreign फिल्म के सेट पर पहुंचकर अमिताभ बच्चन से सवाल-जवाब करने लगी थी बताया ये जाता है कि अमिताभ रेखा के सवालों को सुनकर गुस्से से आग बबूला हुए थे और उन्होंने फिर एक्ट्रेस के मुँह पर सरेआम एक नहीं बल्कि कई थप्पड़ जड़ दिए थे।
अमिताभ बच्चन के इस बर्ताव ने रेखा को हैरान कर दिया था। उन्हें काफी दुःख भी पहुंचा था और फिर रेखा ने एक बड़ा फैसला भी लिया था। दरअसल अमिताभ द्वारा यूँ सरेआम थप्पड़ रसीद की घटना के कारण के बाद रेखा ने बिग बी सन सिलसिला में भी काम करने से इंकार कर दिया था वही रेखा के इस फैसले ने यश चोपड़ा को भी परेशान कर दिया था हालांकि बाद में निर्देशक ने रेखा को किसी तरह अमिताभ जय बच्चन के साथ काम करने के लिए राजी कर लिया था सिलसिला भले ही उस समय बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी लेकिन ये आजकल फिल्म मानी जाती.
इंडियन सिनेमा का एक ऐसा एक्टर जो हर बार थिएटर में आपको डिफरेंट सब्जेक्ट पे फिल्म दिखाता है. अमित सर, अमिताभ बच्चन इनका फिल्म सिलेक्शन आउट ऑफ दिस वर्ल्ड. और सोचो जब डिफरेंट सब्जेक्ट के साथ एक ऐसा फेस जुड़ जाए जो खुद बॉक्स ऑफिस के पीछे नहीं बॉक्स ऑफिस उसके पीछे भागता है द बाहुबली प्रभास.
प्लस जो डायरेक्टर है वो नेशनल अवार्ड जीतकर इंडियन सिनेमा की वन ऑफ द बेस्ट फिल्म बनाकर नॉर्थ से लेकर साउथ हिस्ट्री बना चुके हैं. जब ये तीन लोग एक फिल्म में एक साथ आएंगे तो एक्सपेक्टेशंस का लेवल सबसे ऊँचा होगा. इसीलिए फिल्म बनानी पड़ेगी ऐसी जैसा सिनेमा किसी ने नहीं देखा. कल की two, eight, nine, eight, eight, finally काफी महीनों का लंबा इंतजार खत्म और फिल्म से एक official अपडेट बाहर आ चूका है जिसको देखकर पूरा सोशल मीडिया पगला चुका है।
इंडिया की सबसे महंगी फिल्म का लगता है तो लोग फिल्म को जज करने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते इसलिए हर एक अपडेट तूफान जैसी होनी चाहिए। लेकिन अभी तक फिल्म के मेकर्स हाइप के नाम पे सीरियस बिल्कुल नहीं थे बट आज वो किया इन्होंने जिसने डायरेक्ट फिल्म को सीधा करोड़ों लोगों तक पहुंचा दिया।
अमिताभ सर का character as अश्वथामा रिवील हो चूका है direct टीवी screens पे जिसने नहीं देखा tension ना लो यूट्यूब पे जल्दी आ जाएगा बिना किसी शक टीम कल्कि ने आज जो रिवील किया है वो इंडियन सिनेमा में सुनामी लेकर आने वाला है. चेस्ट के गेम में चेक एंड मेड जैसा है ये. एक तो अमिताभ सर का पॉपुलर फेस प्लस फिल्म का डिफरेंट लेकिन रिलेटेबल सब्जेक्ट और कंटेंट क्वालिटी ऐसा जिसको देखकर लोगों के शब्द खत्म हो जाए. सबसे बेस्ट पार्ट इस गिलिम्स का ये अमिताभ सर का यंग वाला वर्जन लगा मुझे.
इसीलिए बोला जा रहा है कल की फिल्म की टेक्नोलॉजी इंडियन सिनेमा में रेवोलुशन होगी. यहाँ से कल्कि टू एट, नाइन, एट एडी सच में इंडिया की सबसे बड़ी फिल्म बन सकती है. क्योंकि इस कंटेंट के साथ बहुत सारी पब्लिक सच में सकती है. अमिताभ सर के चेहरे से मास्क हट चुका है और जो अभी तक लोग कंफ्यूज थे कल्कि वाकई महाभारत से कनेक्टेड है या नहीं उसका जवाब मिल गया है.
इसको बोलते हैं एलिवेशन एक नॉर्मल से डायलॉग को ऐसे इस्तेमाल करना जिससे फिल्म का हाइप सीधा हंड्रेड टाइम्स मल्टीप्लाई कर जाए. तीर निशाने पे लगा है. महाभारत के साथ फिल्म को ऑफिशियली कनेक्ट करके टीम कल्कि ने फैन थ्योरी की आग में घी डाल दिया है. अब ये मास्क नहीं क्लास सिनेमा हो गया है. जो काम ब्रह्मास्त्र ने किया था इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में एक स्पिरिचुअल माइथोलॉजिकल हिस्ट्री फिल्म को सुपर हीरो वर्जन देकर पब्लिक के होश उड़ा दिए. है.
अब उसी प्रोसेस का नेक्स्ट स्टेप कल की टू ऐट, नाइन, एट, एटी लेकर आई है. महाभारत की कहानी को एक मॉडर्न वर्जन देकर लोगों को रिलिजन के साथ जोड़ना मान गए सर. हाँ तो आज का जो कंटेंट रिलीज हुआ है फिल्म से उसके विसुअल जबरदस्त लग रहे हैं. कल की एक मेगा बजट प्रोजेक्ट है और ये वीडियो उसका सबसे बड़ा प्रूफ होगा.
और जितने कमाल के विजुअल्स डालें हैं, उसके टक्कर का ही ऑडियो भी क्रिएट किया है. स्पेशली फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बहुत डिफरेंट हिट करता है. अमिताभ सर का ट्रांसफॉर्मेशन फिल्म में कमाल का लग रहा है. कल की प्रभास की फिल्म जरूर है. लेकिन अमित सर इसका एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं पता ये चला है कि फिल्म में अश्वथामा वाला character actually में अपने हीरो के गुरु होने वाले हैं।
गुरु द्रोणाचार्य का बेटा इस बार खुद रोना बनेगा और फिल्म में प्रभास के character की सुपर powers को unlock करके देगा, इंसान से भगवान बनने का रास्ता और आज में भी साफ बोला वो इंतजार कर रहे हैं दशा अवतार का माने कल्की जो कलयुग में असुर कली से लोगों को आजादी दिलाएंगे। बीस सेकंड का छोटा सा clip शायद काफी लोगों को impress नहीं कर पाए, ठीक जैसा पुष्पा के साथ हुआ, लोगों ने सोचा कुछ और था और मिला कुछ और।
कल्की को भी पक्का criticism मिलने वाला है, content के छोटे की वजह से लेकिन जो समझ ना आए उसकी तारीफ या बुराई करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। सिर्फ बीस सेकंड ही काफी हैं कल्ची के डायरेक्टर नाग अश्विन के विजन को समझने के लिए उनके दिमाग में महाभारत की पूरी दुनिया क्रिएट हो चुकी है।
सोचो एक-एक करैक्टर को इस तरह रिवील कर रहे हैं पूरी दुनिया के सामने तो फिल्म एस टोटल जब एक साथ कनेक्ट होगी तो बॉक्स ऑफिस में ब्लास्ट हो जाएगा भाई। मेरे हिसाब से आपको थोड़ा वेट एंड वॉच करना चाहिए फिल्म के खिलाफ कोई भी नेगेटिव जजमेंट बनाने से पहले।
कल की सबसे बड़ा अचीवमेंट या ग्रेटेस्ट फेलियर हो सकती है लेकिन जिस लेवल का एक्सपेरिमेंटल सिनेमा बन रहा है India को वाकई Hollywood के पास ले जाएगा वैसे बोल रहे है इस हफ्ते promotion continue रहेगा मतलब film की team और भी glimps डाल सकती है final Prabhas का जिसमें शायद release date भी reveal हो जाए frankly जवाब देना एकदम कल की for Prabhat सबसे बड़ा come back साबित होगी या फिर ऐसा disaster जिसके बाद शायद comeback का option ही नहीं बचेगा.
बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक बड़ा नामचीन खानदान है खान खानदान इसी खानदान के चश्मोचिराग अरहान खान ने अपनी माँ मलाइका अरोड़ा का एक इंटरव्यू किया है और उस इंटरव्यू में एक बेटा अपनी माँ से पूछता है कि माँ आप दोबारा कब, किससे, कहाँ शादी करने वाली हैं। और माँ अपने बेटे से सवाल करती है कि तुम मुझे ये बताओ कि तुम्हारी virginity कब टूटी? ये बॉलीवुड की असली असलियत? अक्सर सवाल उठते हैं कि किस तरह की बातें माँ-बाप और बच्चों के बीच होनी चाहिए?
क्या शर्म का पर्दा होना चाहिए? क्या कोई लिहाज होना चाहिए? एक adult बच्चा अपने बाप के जितनी ही जानकारी रखता है? एक adult बच्चा अपनी माँ की जितनी ही जानकारी रखता है, तो क्या इसका मतलब ये है कि बच्चे अपनी sex लाइफ, अपने माँ और पिता के साथ discuss करने लगे? या फिर अपने माँ और पिता की सेक्स लाइफ वो कैमरे के सामने बैठकर सवाल पूछने लगे उससे जुड़े हुए और discuss करने लगे। दोस्तों, इस तरह का interview dumb बिरयानी नाम का एक चैनल है।
नाम सही रखा है, dumb तो है ही और बिरयानी साथ में है। क्योंकि मसाला है, लेकिन क्या ये मसाला हमारे लिए किसी बदहजमी का कारण बनेगा? क्या ये बिरयानी हमारे हाजमे के लिए हानिकारक है? क्योंकि अगर इस तरह का content हमें परोसा जाएगा, तो मन में कई तरह के सवाल उठेंगे।
क्या हमारे घरों में, भारतीय घरों की मैं बात कर रहा हूँ, वहां कोई लड़का, बेटा अपनी माँ से ये सवाल कर सकता है? या माँ अपने बेटे से पूछ सकती है? जो अभी-अभी teenage से निकला है कि तुम्हारी virginity कब टूटी? वो भी उस स्थिति में जबकि माँ और पिता दोनों अलग हो चुके हैं, पिता की दूसरी शादी हो चुकी है? और ये सब कुछ कैमरे के सामने हो रहा है और जानते हैं इसका मकसद क्या है?
इसका मकसद है एंटरटेनमेंट, इसका मकसद है शोहरत, इसका मकसद है eyeballs को कैच करना? सोचिए अगर उस डम बिरयानी वाले इंटरव्यू में मलाइका अरोड़ा से उनके बेटे ने ये सवाल ना पूछा होता या मलाइका ने अपने ये सवाल ना पूछे होते तो क्या हम उसके बारे में बात कर रहे होते?
बिल्कुल नहीं हम बात ही इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इस तरह के बोल्ड अब मैं उनको बोल्ड कहूं या बदतमीज कहूँ ऐसे सवाल पूछे गए हैं मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि जब इस तरह की खबरें आपके सामने आती हैं हमारे देश में बहुत सारे लोग फॉलो करते हैं मलाइका अरोड़ा को उनके जैसा बनना चाहते हैं जब आप किसी को फॉलो करते हैं इसका मतलब है आप उनसे प्रभावित हैं आप उनके जैसा बनना चाहते हैं तो क्या उनके इस thought को भी आप follow करते हैं मैं उनके सारे millions जो followers हैं
उनसे पूछना चाहता हूँ कि अगर आप उन्हें follow कर रहे हैं तो क्या आप उनकी इस विचार भी फॉलो कर रहे हैं? जल्दी से इस वीडियो के नीचे कमेंट करके बताइए कि इस वीडियो को सुनने के बाद आपका अपना रिएक्शन क्या है? क्या एक माँ को इस तरह का सवाल बेटे से पूछना चाहिए?
क्या एक बेटे को अपनी माँ से इस तरह का सवाल पूछना चाहिए? क्या आपको नहीं लगता कि ये उस दहलीज को लांघने जैसा है, जिसे लांघने की कोई जरूरत नहीं होती? और वैसे भी कहा जाता है, कि मजाक और बदतमीजी में प्याज के छिलके के बराबर फर्क होता है? कब मजाक, बदतमीजी बन जाए, ये थोड़ी सी ही उसकी होती है जिसको वो क्रॉस करके वो बदतमीजी बन जाता है।
बॉलीवुड की ड्रामा queen राखी सावंत एक बार फिर से विवादों में है। एक्स हसबैंड आदिल खान दुरानी ने उनके खिलाफ अपना अश्लील वीडियो लीक करने को लेकर एक केस कर दिया था। अब राखी ये मामला लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। उन्होंने अग्रिम जमानत की मांग की है।
राखी ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। बाईस अप्रैल सोमवार के दिन राखी सावंत की याचिका पर सुनवाई होनी है। आदिल दूररानी का आरोप है कि राखी सावंत ने उनके कुछ निजी वीडियो leak किए इसे लेकर उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई थी इस केस के सिलसिले में अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए राखी ने अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने राखी की इस याचिका को ख़ारिज कर दिया था।
अब सुप्रीम कोर्ट उनके हक़ में फैसला सुनाता है या नहीं ये बाईस अप्रैल को पता चलेगा। राखी पर भारतीय दंड संहिता की धारा पांच सौ के तहत मानहानि करने और धारा चौंतीस के तहत अपराध के इरादे में साझीदार होने के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा सिक्सटी सेवन ए जिसमें है इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्पष्ट यौन सामग्री प्रकाशित करना। इसके तहत मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि राखी ने एक टीवी टॉक शो में आदिल दुरानी का वीडियो चलाया था।
इतना ही नहीं राखी ने उस शो का वीडियो व्हाट्सएप्प पर भी शेयर किया। इसके साथ ही शो का लिंक साझा करके भी इस वीडियो को प्रसारित किया गया। पुलिस के इन आरोपों पर राखी सावंत के वकील ने दलील दी कि वो कई बिमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें ऑपरेशन कराना पड़ सकता है। वैसे वो इस मामले की जाँच पड़ताल में लिए तैयार थी लेकिन हिरासत में लेकर पूछताछ करने की कोई जरूरत नहीं थी। राखी ने निचली अदालत और हाईकोर्ट में ये भी तर्क दिया कि वो वीडियो पांच साल पुराना था और बेहद धुंधला वीडियो था।
उन्होंने कहा कि वो खराब क्वालिटी का था और वीडियो में कुछ भी देखा नहीं जा सकता था। अभियोजक ने राखी के इन तर्कों के विरोध में कहा कि उनसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है। क्योंकि राखी सावंत ने ये दावा करते हुए अपना फोन सरेंडर करने से इनकार कर दिया कि वो एक celebrity है। बात करें राखी के relationship की तो दोनों ने गुपचुप शादी की थी लेकिन उनका ये रिश्ता लंबा टिक नहीं पाया।
अब आदिल ने दूसरी शादी कर ली है, उनकी पत्नी सोमी खान है, आदिल और सोमी happy married लाइफ जी रहे हैं, दोनों अक्सर इंस्टाग्राम पर अपने lovey-dovey photos भी डालते हैं, और वहीं राखी इन दिनों विदेश में हैं, वो मुंबई में नहीं हैं। आदिल और राखी की राहें चाहे जुदा हो रही हैं, लेकिन एक दूसरे पर वो आज भी comment करने से बाज नहीं आते।
एक वक्त था जब कपिल शर्मा का शो entertainment का पर्याय माना जाता था यानी entertainment मतलब कपिल शर्मा लेकिन कपिल शर्मा जब से नेटफ्लिक्स पर आए हैं तब से यकीन मानिए उनके एपिसोड को झेल पाना मुश्किल होता जा रहा है। कल रात मैंने कोशिश की विक्की कौशल और सनी कौशल वाला एपिसोड देखने की लेकिन कसम से मैं वो एपिसोड नहीं देख पाया सोचिए इस शो में किसी वक्त मेरे favourite रहे कृष्णा भी वो जादू नहीं ला पाए कि उस पूरे एपिसोड को रुककर देखा जाए,
हालत ये हो गई कि एपिसोड देखते-देखते फोन में एक मैसेज आया, मैंने reply किया और उसके बाद मैं खो गया और मुझे ध्यान ही नहीं था कि कपिल शर्मा का शो चल रहा है दोस्तों ये बहुत बड़ी खतरनाक बात है कपिल शर्मा जैसे entertainer के लिए जो एक जमाने में हिंदुस्तान के नंबर one entertainer कहलाते थे
आज उनके शो में इतनी ताकत भी नहीं है कि वो सामने बैठे दर्शक के निगाहों को स्क्रीन तक रख सकें यानी आज स्थिति कपिल शर्मा की बहुत खराब हो चुकी है और इसके लिए सबसे बड़ी जो जिम्मेदारी है वो स्क्रिप्ट पर आती और दूसरा ये है कि सिर्फ एपिसोड बनाने के लिए किसी को भी बुला लेना और यहाँ-वहाँ से कुछ भी जोड़-तोड़ के बना देना ये काफी नहीं होता है,
जिन लोगों ने कपिल शर्मा के पुराने episodes देखे हैं वो इस बात को समझ रहे होंगे कि अब कपिल के शो में वो पकड़ नहीं रह गई है, वो धीरे-धीरे अब ढीला होता जा रहा है और इस हद तक ढीला हो चुका है कि उसकी पकड़ छूटने लगी है। क्या आपने भी ये महसूस किया है? अगर हाँ तो आप इस video के नीचे comment करके बता सकते हैं और अगर आप कई कपिल शर्मा के शो को enjoy कर रहे हैं
तो मुझे बताइए शायद कुछ ऐसी बात आप बता सकें जिस पर मेरी नजर ना गई हो लेकिन मुझे ऐसा लग रहा है कि इस अह शो की जब से ये नेटफ्लिक्स पर शुरू हुआ है इसके लेखन क्षमता में बहुत प्रॉब्लम है इसकी जो लेखन हो रहा है वो बहुत ढीला है दूसरा guest के साथ जो interaction है उसमें उतनी पकड़ नहीं है और audience के साथ जो पहले एक interaction हुआ करता था वो भी उतना मजेदार नहीं है
तो कुल मिलाकर कपिल शर्मा अपनी पकड़ ढीली कर चुके जल्द ही ध्यान नहीं दिया गया तो मुझे उम्मीद नहीं है कि नेटफ्लिक्स कपिल के साथ अपने शो को रिन्यू करेगा। हाँ ये बात अलग है कि नेटफ्लिक्स के पास अब एक प्लेटफार्म है जहाँ वो अपने ही प्लेटफार्म पर रिलीज होने वाली फिल्मों का प्रमोशन करता रहे लेकिन इसके अलावा कपिल शो की कोई उपयोगिता मुझे फिलहाल समझ में नहीं आती है।
जीनत अमान ने इंस्टाग्राम पर cool आंटी बनने की कोशिश में एक सलाह दे डाली जिसमें उन्होंने ये कहा कि अगर शादी करनी है तो शादी करने से बेहतर ये है कि पहले आप उस शख्स के साथ live in में रहकर देखें अगर सब कुछ सही चलता है तो फिर उस रिश्ते को आप शादी में तब्दील कर सकते हैं। जब से जीनत अमान ने ये सलाह दी है वो इंस्टाग्राम की cool आंटी बनी है तब से बहुत सारे लोगों के reaction आ चुके हैं
और अब टीवी के भीष्म पितामह हैं या यूँ कहें कि यानी मुकेश खन्ना का reaction भी आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि जीनतअमान को सोच समझकर अपनी सलाह देनी चाहिए थी उन्होंने अपनी जिंदगी पश्चिमी संस्कृति के अनुसार जी है और ये liven का जो concept है ये पश्चिम से आता है वेस्ट से आता है इसलिए उन्हें ऐसी बात यहाँ पर नहीं कहनी चाहिए थी
दोस्तों जिस मकसद से जीनत मान ने ये बात कही थी उनका मकसद ये था कि टूटते रिश्तों को बचाना और टूटती शादी को बचाने के लिए उन्होंने ये कहा कि जरूरी है आप liven में रहकर अगर सब कुछ सही जमता है तो फिर उसे शादी में आगे कंटिन्यू कर सकते हैं लेकिन बहुत सारे लोगों ने जैसे मुमताज ने सायरा बानो ने और बहुत सारे लोगों ने ये कहा कि जीना धमान ने जो कहा वो सही नहीं है।
और अक्सर जीना धमान पर आरोप ये भी लगे कि क्योंकि वो खुद एक बहुत शादी अह खराब शादी से होकर गुजरी है इसलिए she should be the last person to advice ऑन रिलेशनशिप की यानी वो आखरी person होनी चाहिए जो रिश्ते या शादी पर सलाह दें। लेकिन कुछ लोगों का ये भी मानना है कि जो लोग टूटी शादी से होकर गुजरते हैं या जिनके रिश्ते ठीक नहीं होते हैं वो सबसे सही लोग होते हैं सलाह देने के लिए और तमाम लोगों का ये कहना है कि जीनत अमान एक ऐसे टूटे हुए रिश्ते से होकर निकली पहले संजय खान से शादी हुई फिर मजहर खान से शादी हुई वो शादी भी अच्छी नहीं थी
और ऐसे में अगर अपने बुढ़ापे में अपने ओल्ड एज में वो इस तरह की सलाह दे रही है तो इसके पीछे एक गहरा अनुभव है आप लोग क्या सोचते हैं? क्या जीनत अमान ने इस तरह की सलाह देकर गलत किया है या आपको लगता है कि जीनत अमान की सलाह बिल्कुल सही है
2024 में बॉलीवुड की गाड़ी काफी धीमी चल रही है. एक ही हफ्ते में दो बड़ी मूवीज का फेस्टिवल वीक पर बुरी तरह पिट जाना खाली थिएटर्स किसी पाप से कम नहीं है. लेकिन दो हजार पच्चीस की बात अलग है क्योंकि अभी से बॉलीवुड के हाथों में एक एटॉमिक बॉम्ब लग गया है. वो जो आज तक बॉक्स ऑफिस की हिस्ट्री में लिखे जाने वाले सारे रिकॉर्ड्स को आग लगा सकता है. शायद दो हजार करोड़ वाली पहली फिल्म मिल जाएगी हमको. एनी गेसस वॉर टू की बात कर रही हूँ मैं. जिसके रिलीज में पूरा एक साल रखा हुआ है. लेकिन सोशल मीडिया पे फिल्म का नाम अभी से ट्रेंडिंग में वायरल हो रखा है.
इंडिया को वीएफएक्स का असली मतलब समझाने वाली फिल्म का डायरेक्टर अपना खुद का देसी सुपर हीरो बनाने वाला एक्टर और इंडियन सिनेमा को ऑस्कर की ट्रॉफी दिलाने वाला स्टार ये तीनों जब एक साथ आएंगे किसी फिल्म में तो धमाका तो होना ही था लेकिन जिस तरीके से फोटोज लीक हो रहे हैं ये धमाका कम और बॉम्ब की फैक्ट्री ज्यादा लग रहा है ऋतिक रोशन वर्सेज जूनियर इंडिया ये क्लैश जितना आप सोच रहे हो उससे कई ज्यादा बड़ा है पहली बार ऐसा होगा जब नॉर्थ से लेकर साउथ तक पूरा इंडिया सिर्फ एक फिल्म देखेगा और कमाल की बात जानते हैं कहानी में सबसे बड़ा ट्विस्ट ये है कि लड़ाई वर्सेज विलेन की नहीं है बल्कि विलन वर्सेज विलन के बीच में होने वाली है।
जूनियर जिनको हम लोग स्पाई यूनिवर्स का थैनो समझ रहे थे सबसे खतरनाक विलेन वो actually में इंडियन एजेंट है। तो फिर विलेन कैसे? यही सोच रहे हो। आरआरआर में याद है अंग्रेजों के against इनका secret mission जिसने रामचरण को इनके खिलाफ खड़ा कर दिया था कुछ वैसा ही खतरनाक secret war two में भी होने वाला है। तो इसका मतलब समझ आया आपको जैसे war में टाइगर श्रॉफ ऋतिक का पीछा कर रहे थे इस बार ह्रितिक जूनियर एनटीआर के पीछे पड़ जाएंगे।
फिल्म का level बढ़ गया है। टाइगर थ्री का पोस्ट credit सिर्फ एक छोटा सा scene लेकिन ऋतिक के तीन सेकंड ने तीन घंटे की टाइगर थ्री का पूरा हाइप चुरा लिया था उस सीन से एक बात तो पक्की है जूनियर एनटीआर अगर शेयर है तो ऋतिक रोशन उनका शिकार नहीं बल्कि शिकारी बन के फिल्म में एंट्री मारेंगे बुराई वरसे ज्यादा बुराई और अब जिस तरीके के फोटोज लीक हो रहे हैं फिल्म के सेट से एक बात तो पक्की है वॉर टू ऐसा सिनेमा बनने वाला है जिसके लिए इंडियन फैंस नॉट रेडी है सर ऋतिक रोशन फाइनली अपने ओरिजिनल मास अवतार में कमबैक कर रहे हैं तो जूनियर एनटीआर उनको बराबर की टक्कर देकर पब्लिक को शॉक कर रहे हैं सबसे बेस्ट चीज बताती हूँ जिस वजह से मुझे पूरा भरोसा है कि वार 2 अभी तक इंडिया में बनने वाली बाकी सारी मूवीज के रिकॉर्ड तोड़ सकती है.
वार 2 वो गलती बिल्कुल नहीं करेगी जो सलमान खान की लास्ट फिल्म टाइगर थ्री ने की थी जिस वजह से हजार करोड़ वाली फिल्म उसका आधा भी नहीं कर पाएगी. ब्रेकिंग न्यूज़ ये है कि वार 2 का कनेक्शन पिछली स्पाई मूवीज की तरह इंडिया पाकिस्तान से नहीं बल्कि चाइना से होगा. मतलब वाईआरएफ, स्पाई रिनिवर्स पूरी तरह बदलने वाला है. फ्रेश कहानियां बनाई जाएंगी अब से जिनको हम प्रेडिक्ट नहीं कर पाएंगे. कुछ डिफरेंट हट के ट्राई किया जाएगा. जैसे तक फिल्मों में देश की लड़ाइयाँ दिखाई जाती थी अब वॉर two में ये बदल के personal rivalry हो जाएगी agents की personal जिंदगी को highlight करेंगे।
और इसी वजह से न्यूज़ ये है कि वार two में जॉन इब्राहिम as जिम की भी एंट्री होने वाली है। कर्नल साहब के दो सबसे बेस्ट एजेंट जिम और कबीर आमने-सामने होंगे। मतलब ऋतिक वर्सेज जॉन बॉलीवुड के फैंस जो सपने धूम के टाइम से देख रहे थे अब वो finally वाईआरएफ के स्पाई यूनिवर्स में जा के पूरे हो जाएंगे। और इन दोनों के बीच में जूनियर एंटीआर कैसे फिट होते हैं अभी से दिमाग लगाना पड़ रहा है मतलब already वाईआरएफ यूनिवर्स पिछली मूवी से एक कदम आगे है। सोचो जब अयान मुखर्जी, रणबीर कपूर के साथ ब्रह्मास्त्र जैसा सिनेमा बना के चार सौ करोड़ पार कर सकते हैं।
तो इनके दोनों हाथों में एक तरफ जब कृष ऋतिक रोशन और दूसरे में RRR, जूनियर एनटीआर जैसे न्यूक्लियर weapon आएंगे और वीएफएक्स से अयान का प्यार तो आप जानते ही हो। finally हमें ऐसा सिनेमा देखने को मिल सकता है, जिस पे हॉलीवुड का स्पीकर ना सही लेकिन hype और quality दोनों में हम अंग्रेजों से complete कर लेंगे। ऋतिक रोशन fans मुस्कुराइए, बॉलीवुड का सबसे बड़ा comeback loading है, सर। लेकिन ज्यादा हंसना मत, क्यों एनटीआर मेनिया को मैच करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो सकता है बॉस। टीम ऋतिक वर्सेज टीम एनटीआर। कौन होगा वॉर टू का असली स्टार? आप किस साइड हो जल्दी से बता दो।
Bollywood stars को देखने के बाद आम public इन stars के fans आहें भरते हैं काश उनकी physic भी इन stars जैसी होती अक्सर बॉलीवुड सितारों के fitness को देखकर हैरान रह जाते हैं perfect body और figure की चाह में लोग भी फिल्मी stars को follow करने लगते हैं लेकिन सच तो ये है कि कोई भी perfect नहीं है चाहे वो आम इंसान हो या फिर Bollywood का कोई बड़ा star कमी हर किसी के भीतर होती है और वो star जो screens पर आते हैं वहाँ ही सिर्फ एकदम अलग कमाल के दिखते हैं लेकिन ये stars भी रियल लाइफ में कई बिमारियों के चपेटे में रहते हैं, जी रहे हैं।
और अपना ट्रीटमेंट करवा रहे हैं और इस लिस्ट में बड़े-बड़े stars जैसे सलमान, शाहरुख, अमिताभ जैसे celebs भी शामिल हैं। ऐसे में आज की इस package में हम आपको बॉलीवुड stars के अजीबो-गरीब बिमारियों के बारे में बताएंगे। लिस्ट में पहले नंबर पर हैं सामंथा, रूद्र, प्रभु।
देखिए, साउथ की सुपरस्टार एक्ट्रेस सामंथा, प्रभु ने कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर खुलासा था कि वो एक गंभीर बीमारी से जूझ रही है ये बीमारी पोलीमोर्स ये एक स्किन डिजीज है जिसके लिए उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से ब्रेक भी ले लिया था वरुण धवन वरुण धवन ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा करते हुए बताया था कि वो वेस्टीबोल हाइपो फंक्शन नाम की समस्या का शिकार हो चुके थे ऐसे समय में व्यक्ति अपने शरीर का बैलेंस खो देता है वरुण धवन ने बताया था कि उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ क्या हुआ है वो सिर्फ खुद को shutdown की तरह feel करते थे
ऋतिक रोशन बहुत ही कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि ऋतिक रोशन भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं जी हाँ जो ऋतिक रोशन स्क्रीन पर चमकते रहते हैं लाखों करोड़ों को inspire करते हैं अपनी तरह बनने पर लोगों को मजबूर कर देते हैं उन्हें ऋतिक को इस poliosis नाम की बीमारी है जिसकी वजह से कई बार उन्हें बोलने में दिक्कत होती है अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के शहंशाह यानी कि बिग बी कई बार hospital में अपनी इस गंभीर बीमारी की वजह से भर्ती भी हो चुके हैं दरअसल बिग बी को liver, है जिसकी वजह से उनका seventy five परसेंट liver damage हो चुका है। इस वजह से अमिताभ बच्चन strict diet follow करते हैं।
सलमान खान सलमान खान गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। media reports के मुताबिक दबंग खान neurology नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं। ये एक neurological बीमारी है जिसकी वजह से कई बार इंसान suicide करने तक का सोचने लगता है। शाहरुख खान इस लिस्ट में शाहरुख का नाम भी शामिल है जो शाहरुख हजार करोड़ी फिल्में दे जाते हैं। जिनके पैसे की कोई कमी नहीं है उनकी health को लेकर यही कयास लगाए जाते है कि Shah Rukh super healthy होंगे लेकिन ऐसा नहीं है Shah Rukh Khan भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे है King Khan पाँच बार कंधे की surgery करवा चुके है इसके अलावा पीठ और हाथ दर्द से भी वो परेशान रहते है पीठ दर्द की समस्या Shahrukh Khan को दिल से film के गाने छैया छैय्या की shooting के दौरान शुरू हुई थी.
अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, गोविंदा, उर्मिला मांतोटकर, नगमा, जया प्रताप और रजनीकांत बॉलीवुड की ये ऐसे चेहरे हैं जो फिल्मी दुनिया में तो हमेशा चमकते रहे लेकिन जब भी इन्होंने राजनीति में आने की कोशिश की इन्हें हार का मुँह देखना पड़ा बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने भी करीब चालीस साल पहले राजनीति में हाथ आजमाया मगर सियासत उन्हें रास नहीं आई nineteen eighty four के लोकसभा चुनाव में अमिताभ बच्चन ने इलाहाबाद से जीत हासिल की थी दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम। हेमवति नंदन बहुगुणा को हराया था। अमिताभ बच्चन अपने बचपन के मित्र राजीव गांधी के अनुरोध पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने खड़े हो गए थे।
बाद में बोफोर्स विवाद में नाम उछलने के बाद अमिताभ बच्चन का राजनीति से मोहभंग हो गया और nineteen eighty four में शुरू हुई अमिताभ बच्चन की राजनीति की पारी nineteen eighty seven में यानी सिर्फ तीन साल बाद ही जाकर खत्म हो गई। nineteen eighty seven ही वो साल था जब बच्चन ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद वो चुनावी कार्यक्रमों से भी दूर होते चले गए और फिर एक बार फिर से अपनी फिल्मों की तरफ focus किया बॉलीवुड में number one hero कहलाने वाले गोविंदा भी two thousand four में सियासत में उतरे और दो हजार आठ में उन्हें राजनीति को अलविदा कहना पड़ा।
दो हजार चार में उन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता राम नायक को मुंबई north लोकसभा seat से हराया था। रामनाइक मुंबई north seat से पांच बार चुनाव जीत चुके थे। गोविंदा पर भी अपने लोकसभा क्षेत्र ना जाने और संसद से गायब रहने के आरोप लगे। राजनीति छोड़ने के सवाल पर गोविंदा ने एक interview में बताया था कि वो politics के लिए fit नहीं है। उनका कहना था कि राजनीति के कारण ही उनका फ़िल्मी career चौपट हो गया। हालांकि अब गोविंदा ने एक बार फिर से शुरुआत की है और राजनीति के गलियारों में वो फिर से दिख रहे हैं लेकिन आज वक्त दूसरा है।
आज उनका फ़िल्मी career पहले से ही चौपट है। ऐसे में राजनीति में उन्हें कितनी सफलता मिलेगी ये देखने वाली बात होगी। सुनील दत्त की बात ये उन अभिनेताओं में शुमार रहे जिन्होंने राजनीति में भी अपना कद ऊंचा किया लेकिन समय-समय पर अपना पाला बदलते रहे। वो कांग्रेस के टिकट पर पहले मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से पाँच बार चुनाव जीते nineteen eighty four में उन्होंने राम जेठ मलानी को हराया था उनकी खासियत ये रही कि अपनी राजनीतिक जीवन में वो संसद के बहस में भाग लेते रहे चाहे पंजाब में उग्रवाद के दौर में उन्होंने nineteen eighty seven में महाशांति पदयात्रा निकाली हो या फिर समाज सेवा के और कई काम रहे हो।
सुनील दत्त समय-समय पर राजनीति में active रहे लेकिन बेटे संजय दत्त के जेल जाने के बाद उनका राजनीतिक career पूरी तरह से हाशिए पर आ गया। बाद में उनकी बेटी प्रिया दत्त उनकी राजनीतिक उत्तराधिकारी बनी। handsome अभिनेता विनोद खन्ना राजनीति में जब आए तो full time राजनेता बने nineteen ninety seven में बीजेपी join करने वाले विनोद खन्ना nineteen ninety eight में पहली बार पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेता सुखबंस को हराया था। इसके बाद वो लगातार दो हजार चार तक Gurdaspur से जीतते रहे।
Atal Bihari Vajpayee की सरकार के दौरान केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्यमंत्री और फिर विदेश राज्यमंत्री भी रहे। Gurdaspur का जिक्र हो तो Sunny Deol का नाम भी याद आ जाता है क्योंकि Sunny Deol के ऊपर आरोप ये है कि उन्होंने यहाँ से लोकसभा की seat तो जीत ली लेकिन लोगों का दिल नहीं जीत पाए और अंत में उन्हें भी राजनीति से तौबा करनी पड़ी क्योंकि उन पर आरोप ये लगते रहे कि उन्हें Gurdaspur के बारे में नहीं पता है यहाँ तक कि गुरदासपुर में गुमशुदा की तलाश वाले posters भी चिपकाए गए जिसमें पूछा गया कि कहाँ है सनी देओल?
इसी शहर से विनोद खन्ना भी दो हजार नौ में एक चुनाव हार गए थे मगर अपने काम की वजह से वो दो हजार चौदह में फिर से गुरदासपुर के सांसद चुने गए थे तो गुरदासपुर की जनता ने विनोद खन्ना और सनी देओल के रूप में दो अलग-अलग तरह के अभिनेताओं को देखा है जिन्होंने वक्त पड़ने पर काम भी किया और कुछ ऐसे भी रहे सनी जैसे जो मौके से नदारद रहे। शत्रुन सिन्हा की बात करें तो उनकी राजनीति का career थोड़ा लंबा चला।
करीब तीन दशक तक वो राजनीति में सक्रिय रहे। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इनकी शुरुआत हुई थी nineteen ninety two के और इसी उपचुनाव से राजनीति में entry मारने वाले दूसरे बड़े सितारे थे बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना। जिन्होंने उस वक्त लालकृष्ण आडवाणी को हराया था। लेकिन राजेश खन्ना का career भी कुछ खास नहीं चला।
जिस तरह से वो बॉलीवुड में पहले सुपरस्टार उसी तरह से राजनीति में वो फ्लॉप स्टार बनकर रह गए। राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा का जिक्र एक साथ करना इसलिए जरूरी है क्योंकि nineteen ninety two में राजेश खन्ना से चुनाव हार गए थे शत्रुघ्न सिन्हा और उसके बाद राज्यसभा के जरिए ये संसद में दाखिल हुए।
बाद में पटना और पटना साहिब से लगातार लोकसभा सांसद चुने जाते रहे और अठाईस सालों तक बीजेपी में रहने के बाद दो हजार उन्नीस में पहले तो उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और फिर बाद में टीएमसी के साथ जाकर खड़े हो गए और फिलहाल आसनसोल से ये लोकसभा सदस्य है और आप जानते है कि बाबुल सुप्रियों के इस्तीफे के बाद आसनसोल सीट खाली हो गई थी हेमा मालिनी भी अपने दोस्त विनोद खन्ना के सपोर्ट में राजनीति में उतरी थी उनका पहला term राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के तौर पर था इस दौरान हेमा मालिनी सांसद के तौर पर कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं कर पाई मगर बीजेपी की राजनीति में ये एक्टिव हो गई दो हजार दस में ये बीजेपी की महासचिव बनी दो हजार चौदह के चुनाव में मथुरा से लोकसभा के लिए चुनी गई उन्नीस में भी इन्होंने दूसरी बार जीत हासिल की।
लेकिन इन पर भी वही आरोप लगा। जो आरोप रेखा पर लगा था जो आरोप सचिन तेंदुलकर पर लगा था कि ये संसद से नदारद रहते हैं। हेमा मालिनी सिर्फ पचास फ़ीसदी दिनों के लिए ही संसद में दिखाई दी। वैसे मैं आपको बता दूँ कि हेमा मालिनी का ग्राफ काफी अच्छा है। रेखा और सचिन तेंदुलकर के नाम तो रिकॉर्ड हैं कि ये संसद के आस-पास भी दिखाई नहीं दिए। हालाँकि हेमा मालिनी अक्सर दिख जाती है. किरण खेर की बात करें तो ये चंडीगढ़ से दो बार सांसद चुनी जा चुकी है. दो हज़ार चौदह के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेता पवन बंसल और दो हज़ार उन्नीस में गुलपनाक को हराया था.
चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव के दौरान भी काफी एक्टिव रही थी मगर संसद में उनकी उपस्थिति सिर्फ forty seven percent है. तो ये फ़िल्मी सितारों पर एक बहुत ही बड़ा आरोप अक्सर लगता रहा है कि ये अगर सीट जीत भी लें तो संसद से गायब रहते हैं और इस बात को लेकर इनके जो constituency के लोग हैं वो काफी शिकायतें करते हैं और ये आरोप सभी पर लगता रहा है फ़िल्मी दुनिया के वीरू यानी धर्मेंद्र भी नेतागिरी में अपने बेटे सनी के पिता रहे जी हाँ जिस तरह से सनी गायब रहे गुरदासपुर से तो ये भी बीकानेर से गायब रहे दो हजार चार में बीकानेर से चुने जाने के बाद भी इन्होंने संसद से दूरी बनाई रखी चुनाव के दौरान उन्होंने फिल्मी style में corruption खत्म करने का वादा तो किया मगर सांसद बनने के बाद बीकानेर में उनकी मौजूदगी कम ही नजर आई एक interview में ने बताया था कि उन्हें राजनीति की philosophy समझ नहीं आई।
जब उनसे पूछा गया कि क्या आप दोबारा चुनाव लड़ेंगे? तो उन्होंने जवाब दिया कि कौन उल्लू का **** दोबारा चुनाव लड़ेगा? दो हजार नौ के बाद से धर्मेंद्र अपनी पत्नी हेमा मालिनी के लिए प्रचार करते नजर आते हैं, मगर खुद चुनाव नहीं लड़ते हैं और धर्मेंद्र की बात हो तो जिक्र सनी देओल का करना जरूरी हो जाता है। दो हजार उन्नीस में गुरदासपुर के सांसद चुने गए सनी असल में अपनी क्षेत्र की जनता से इतने दूर हैं कि उनके जनता इन्हें ढूंढती रहती है। फिल्मों में व्यस्त रहने वाले सनी देओल की उस वक्त भी खूब आलोचना हुई जब वो गदर टू के प्रमोशन के लिए अमृतसर गए।
वाघा बॉर्डर गए मगर अपनी constituency यानी गुरदासपुर नहीं पहुंचे। सनी देओल का संसद में अटेंडेंस भी चर्चा का विषय रहा, संसद में उनकी उपस्थिति महज अठारह परसेंट रही, जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। अपने संसदीय कार्यकाल में सनी देओल ने किसी बहस में कोई हिस्सा नहीं लिया। चर्चा है कि पार्टी के लोग भी इस वजह से देओल से काफी नाराज रहे। रेखा की बात करें तो वो साल दो हजार बारह से राज्यसभा सांसद रही लेकिन संसद में कभी दिखाई नहीं दी।
कुछ ऐसे ही इल्जाम सचिन तेंदुलकर पर भी लगते रहे। उर्मिला मांतुनकर की बात करें तो बाकी stars की तरह उर्मिला भी politics में अपनी किस्मत आजमा चुकी है दो हजार उन्नीस के लोकसभा चुनाव में उर्मिला को कांग्रेस पार्टी से टिकट मिला था और उनकी सीधी टक्कर भाजपा के गोपाल शेट्टी से हुई। इस चुनाव में उर्मिला को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि उर्मिला एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं क्योंकि अब वो शिवसेना के साथ हैं। संजय दत्त की बात करें तो वो दो हजार नौ में लखनऊ से समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव लड़ना चाह रहे थे लेकिन फिर बात नहीं बनी हालांकि इन सबके बीच राज बब्बर काफी एक्टिव रहे हैं यूपी के एक नामी राजनेता हैं और ये दो बार राज्यसभा सांसद और तीन बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।
जया प्रदा की बात करें तो अब ये समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुकी है, इन्होंने साउथ की एंटी रामा राव की पार्टी तेलुगू देशम से अपने career की शुरुआत की थी। साल उन्नीस सौ छियानवे में ये पहली बार राज्यसभा सांसद के रूप में चुनी गई। कुछ सालों बाद ही इन्होंने दक्षिण भारत छोड़कर उत्तर भारत की राजनीति में समाजवादी पार्टी के जरिए कदम रखा और इस पार्टी के जरिए ये दो बार सांसद भी चुनी गई।
लेकिन राजनीति की बिसात पर इन्हें एक failure ही माना जाएगा। उधर Jaya Bachchan जो कई blockbuster फिल्में दे चुकी थी एक वक्त में ये भी अब भारतीय राजनीति का जाना माना चेहरा है। साल दो हजार चार से लगातार राज्यसभा सांसद बनी हुई हैं और समाजवादी पार्टी की एक प्रखर नेता भी हैं। इन सब सितारों के अलावा प्रकाश राज एक independent candidate के तौर पर बेंगलुरु central से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं साथ ही परेश रावल मिथुन चक्रवर्ती और शबाना आजमी भी राजनीति में अच्छी पकड़ रखते हैं लेकिन इनमें से किसी का भी राजनीतिक career कभी सफल नहीं हो पाया असल में जनता के बीच ये एक तमाशे के तौर पर देखे जाते हैं जहाँ राजनीतिक पार्टियां इनका इस्तेमाल करती हैं
भीड़ जुटाने के लिए या बड़े कद्दावर नेता को हराने के लिए जैसा की किसी वक्त में Amitabh Bachchan ने किया था जब उन्होंने UP के पूर्व CM को Allahabad seat में हराया था लेकिन उसके बाद उनका खुद का career नहीं चला तो कुल मिलाकर कहने का मतलब ये है कि चाहे Govinda हो Amitabh Bachchan हो Rajinikanth हो या कोई भी बड़ा नाम ये समय समय पर किसी बड़ी party के लिए बड़ा मोहरा तो साबित हुए है लेकिन अपने खुद के राजनैतिक career के लिए कभी कुछ कर नहीं पाए आप लोग राजनीति में fail होने वाले इन Bollywood सितारों के बारे में अपनी क्या राय रखते हैं।
गुरुवार ग्यारह अप्रैल को ईद के खास मौके पर सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की फिल्म बड़े मियां, छोटे मिया। जिसने सिनेमा घरों में छह दिन पूरे कंप्लीट कर लिए हैं और फिल्म को रिलीज हुआ, सिनेमा घरों में सातवां दिन चल रहा है। तो फिलहाल इस article में हम बात करेंगे बड़े मियाँ, छोटे मिया, अपने पहले छह दिनों में इंडिया के अंदर टोटल कितनी कमाई करने में कामयाब रही।
वहीं फिल्म का पूरे वर्ल्ड में टोटल कितना कलेक्शन हो चुका है और आज अपने सातवें दिन ये फिल्म कितने करने वाली है और फिल्म का सात दिनों का टोटल वर्ल्ड व्हाइट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कितना हो जाएगा? अगर बात करें फिल्म बड़े मियां छोटे मिया के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तो सबसे पहले तो मैं आपको बताता चलूँ कि अली अब्बास जफर के direction में ये फिल्म बनी थी
जो कि एक एक्शन थ्रीलर फिल्म थी जिसको produce था जैकी और दीक्षिका देशमुख ने और फिल्म में हमें अक्षय कुमार मानुषी चिल्ला और सोनाक्षी सिन्हा और रोणित रॉय अहम किरदारों में नजर आए थे और फिल्म का बजट लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए का था लेकिन जितने बड़े बजट की फिल्म थी उतना ही ज्यादा हालांकि अक्षय कुमार की इस फिल्म से उम्मीदें तो बहुत ज्यादा थी लेकिन दर्शक इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमा घरों में गए ही नहीं
आपकी जानकारी के लिए मैं आपको बताता कि बड़े मिया छोटे मियाँ के सामने अजय देवगन की फिल्म मैदान में थी लेकिन ऐसा नहीं है कि बड़े मिया, छोटे मिया के सामने मैदान ने बाजी मार ली हो, मैदान तगड़ी कमाई कर रही हो, मैदान का भी वही हाल चल रहा है, जो फिलहाल बड़े मिया, छोटे मिया का हाल चल रहा है।
आपको बताता चलूँ मैं कि बड़े मियाँ, छोटे मियाँ, अपने पहले दिन यानी कि opening डे पर पंद्रह करोड़, पैंसठ लाख रुपए करने में कामयाब रही थी और फिल्म ने पूरे वर्ल्ड में अपने पहले दिन यानी कि opening डे पर छत्तीस करोड़ तैंतीस लाख रुपए कमाए थे। उसके बाद ने दो दिनों में पूरे world से पचपन करोड़ चौदह लाख रूपए कमा लिए थे
तीन दिनों में फिल्म का collection था छिहत्तर करोड़ रूपए एक लाख रूपए छिहत्तर करोड़ एक लाख रूपए पूरे world में उसके बाद चार दिनों में यानी कि अपना चार दिनों का जो weekend था Thursday, Friday, Saturday और Sunday तो चार दिनों में फिल्म ने चालीस करोड़ अस्सी लाख रूपए इंडिया से नेट कमा लिए थे वहीं फिल्म का जो worldwide collection था वो छियानवे करोड़ अठारह लाख रूपए हो गया था
फिल्म ने कमाई दो करोड़ पचास लाख रुपए छठवें दिन फिल्म का कलेक्शन रहा दो करोड़ पच्चीस लाख रुपए और आज फिल्म का सातवां दिन है आज ये फिल्म दो करोड़ बीस लाख रुपए कमा रही है और फिल्म की जो सात दिनों की टोटल कमाई है वो सैंतालीस करोड़ पचहत्तर लाख रुपए इंडिया से नेट हो रही है तो वहीं फिल्म पूरे वर्ल्ड में लगभग एक सौ अठारह करोड़ रुपए तक पहुंची है अभी और अभी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट और सुपर हिट होने के लिए बड़ी कमाई करनी है लेकिन फिलहाल तो ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर चल रही है।
क्या नेटफ्लिक्स पर कपिल के शो को लाने का मकसद देश की बेइज्जती करवाना है? ये सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि जिस तरह से नेटफ्लिक्स में बार-बार ये प्रचारित किया जाता है कि कपिल का शो एक सौ बयान्वे देशों में प्रसारित किया जा रहा है कपिल की audience हमेशा से इंटरनेशनल रही है क्योंकि ये बात हम जानते हैं कि भारत के लोग दुनिया के लगभग सभी देशों में बसे हुए हैं जाहिर है कपिल का शो विदेशी audience नहीं देखती कपिल का शो देसी audience ही देखती है जो कि विदेशों में बसी हुई है अब जब कपिल के शो को नेटफ्लिक्स पर लाया गया तो लगा कि एक next level होगा लेकिन next level जो है वो नीचे गिरता जा रहा है,
अब तक तीन episodes आ चुके हैं और तीनों episodes में सबसे ज्यादा तरस अगर किसी पर आ रहा है तो सुनील ग्रोवर पर कि उन्होंने छह साल बाद अपनी वापसी की तो भी इसके लिए हाल ही में जब वो cheer leader बने दिखाई दिए, जो chair करती है girls क्रिकेट में छक्का-चौका लगने पर। जिस तरह की फूहड़ ड्रेस पहनकर उन्होंने डांस किया, यकीन मानिए, उसके बाद शर्म से नजरें झुक गई और जिस तरह से डोनाल्ड ट्रम्प की mimicry थी और तमाम चीजें दिखाई गई हैं अब तक के तीन एपिसोड की अगर मैं बात करूँ चाहे वो रणबीर कपूर वाला एपिसोड हो या चमकीला के प्रमोशन का अह एपिसोड हो या वो रोहित शर्मा वाला एपिसोड हो हर बार ये लगा कि इस शो का स्तर नीचे जा रहा है और बार-बार ये कहना कि एक सौ बानबे देशों में लोग हमें देख रहे हैं। एक सौ बानवे देशों में लोग देख रहे हैं या देश की बेइज्जती हो रही है।
क्योंकि कपिल हमेशा से अपनी ऑडियंस के बीच कुछ नया करने के लिए रहे हैं। ये बात अलग है कि पिछले काफी समय के दौरान उनके शो का स्तर गिरा है, इसीलिए नए लोगों को कभी लाया गया, कभी पुराने लोगों को हटाया गया, लेकिन जो लेखनी है, अब उसका स्तर भी गिर रहा है। सुनील ग्रोवर को देखकर तो बहुत ही disappointment वाली फीलिंग आती है कि वो क्या कर रहे हैं? नेटफ्लिक्स हो सकता है, ये सोचकर कपिल को लाया हो कि अब जितनी भी फिल्में आएंगी, उनका हम प्रमोशन भी करेंगे, और फिल्म तो दिखाते ही हैं, शुरुआत उन्होंने एनिमल से की, एनिमल का प्रमोशन था, रणवीर कपूर का शो फिर चमकीला का प्रमोशन हमने एपिसोड थर्ड में देखा।
दिलजीत के साथ में लेकिन एक बात जो बहुत हैरान करती है कि क्या कपिल को नेटफ्लिक्स की जरूरत थी या नेटफ्लिक्स को कपिल की जरूरत थी मुझे ऐसा लगता है कि नेटफ्लिक्स को कपिल की जरूरत थी लेकिन अगर लाना था कपिल को तो कुछ अच्छे स्तर का कार्यक्रम लेकर आते लेकिन जिस तरीके से बार-बार दिखाई दे रही है बार-बार disappoint करता है ये शो इतना परेशान करता है कि एक इतना अच्छा शो हुआ करता था जिस पर शायद बहुत से लोगों को नाज था कि हाँ पंजाब का एक कॉमेडियन निकल कर आया और इंटरनेशनल लेवल का एक शो लेकर आया लेकिन मुझे लग रहा है जब पर आया तब से तो स्तर और गिर गया हालाँकि पिछले काफी समय से शिकायतें होती रही हैं और इसीलिए बार-बार कपिल ने break भी लिया अपने शो में कई बार break लिए।
कभी इस नाम पर कि वो बाहर शो करने जा रहे हैं, कभी इस पर कि कुछ नया करेंगे, कभी इस पर कि, कुछ नए लोगों को जोड़ रहे हैं, लेकिन जिस तरीके से इस शो का स्तर नेटफ्लिक्स पर आकर गिरा है। उसको मैं एक इंटरनेशनल बेइज्जती के तौर पर लेना चाहूंगा और मुझे ऐसा लग रहा है कि अह जब से कपिल का शो आया है नेटफ्लिक्स पर लगा तार नीचे की तरफ जा रहा है। ग्राफ तेजी से नीचे बढ़ रहा है और उसमें सबसे ज्यादा दुख अगर किसी के लिए हो रहा है कपिल से भी ज्यादा तो सुनील ग्रोवर के लिए। सुनील ग्रोवर के अंदर बहुत सारी संभावनाएं हैं। बहुत सारी बहुत सारा potential है उनके अंदर लेकिन वो वहीं घूम फिर कर रह जाते हैं। और फूहरता की हदें सारी पार हो रही हैं।
आप अगर उनके अह dialogue को देख लें, आप उनके अंदाज को देख लें, मुझे तो रणवीर कपूर के साथ जो romance वाला seen था, वो बहुत अजीब लग रहा था। फिर अभी cheerly बन के, चेयर गर्ल बन के वो जिस तरह की ड्रेस पहन के उन्होंने डांस किया वो काफी डिसअपॉइंट करने वाला था, आप लोगों को क्या लगता है? क्या आपको नहीं लगता कि एक तरह से कपिल का शो जो है वो हमारे देश की बेइज्जती करा रहा है, इतने सारे देशों में आ रहा है, ये दावा किया जाता है, लेकिन दिख क्या रहा है?
आप सभी जानते होंगे बीते गुरुवार ईद के खास मौके पर 11 अप्रैल को सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की फिल्म बड़े मियां, छोटे मियाँ। जिसने सिनेमा घरों में पांच दिन पूरे कंप्लीट कर लिए हैं और फिल्म को रिलीज हुई आज सिनेमा घरों में 6 वां दिन चल रहा है। तो इस article में हम बात करने वाले हैं, बड़े मियां, छोटे मिया अपने पहले पांच दिनों में इंडिया के अंदर और पूरे वर्ल्ड के अंदर टोटल कितनी कमाई करने में कामयाब रही और आज अपने छटवें दिन ये फिल्म क्या कर कौन से शहर में फिल्म का क्या हाल चल रहा है, कितने परसेंट की occupancy है।
और आज अपने 6 वें दिन ये फिल्म कितनी कमाई करने वाली है और फिल्म का छह दिनों का टोटल वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कितना हो जाएगा। अगर बात करें फिल्म बड़े मियां, छोटे मियां की तो फ्रेंड्स को इस फिल्म का इंतजार तो था लेकिन सिनेमा घरों में बहुत ज्यादा लोग इस फिल्म को देखने के लिए नहीं जा रहे। फिल्म का कल पांचवा दिन था लेकिन अगर मैं कल पांचवे दिन की रिपोर्ट आपको दूँ तो कल मुंबई के अंदर जो मॉर्निंग की occupancy थी वो सिर्फ आठ percent की थी उसके बाद आफ्टरनून में तेरह percent की occupancy और evening में भी तेरह percent की occupancy यानी कि मोर्निंग और आफ्टरनून के मुकाबले में भी हमें कोई ज्यादा खासा उछाल देखने को नहीं मिला।
उसके बाद अगर मैं नाईट की बात करूँ तो नाईट में भी फिल्म ने बढ़ोतरी हासिल नहीं की और फिल्म की occupancy सिर्फ सत्रह percent की थी फिल्म के पास अच्छे खासे shows थे मुंबई के अंदर चार सौ एक shows थे। इसके अलावा अगर दिल्ली एनसीआर की बात करूँ तो यहाँ पे भी जो मॉर्निंग की occupancy थी वो सिर्फ आठ परसेंट की थी उसके बाद afternoon में ग्यारह परसेंट और उसके अलावा इवनिंग में भी ग्यारह परसेंट और नाईट में भी ग्यारह परसेंट फिल्म के पास चार सौ सतासी shows थे यानी कि आप ये समझिए पांचवे दिन का भी फिलहाल जो हाल रहा फिल्म का मंडे का अपने weekend निकली थी फिल्म और मंडे में आ गई थी और पता चल गया था कि भैया मंडे में फिल्म का कैसा हाल चलने वाला है.
तो मैं आपको बताता चलूँ कि कल मंडे का दिन फिल्म बड़े मिया, छोटे मिया के लिए बहुत ही ज्यादा खराब रहा. उतना ज्यादा उछाल फिल्म के कलेक्शन में या उतनी ज्यादा बढ़ोतरी हमें देखने को नहीं मिली जितना कि बहुत सारी फिल्में कर जाती है. हालांकि इतना ज्यादा गिरावट हमें देखने को कभी collection में किसी भी फिल्म की मिलती नहीं है लेकिन बड़े मियां, छोटे मिया के collection में हमें मंडे को बहुत ज्यादा गिरावट देखने को मिली. लेकिन चलिए पहले बात कर लेते हैं कि छठवे दिन का क्या हाल चल रहा है? तो सबसे पहले तो मैं आपको बताता चलूँ कि बड़े मियाँ, छोटे मियाँ एक हिंदी language की action thriller फिल्म थी जो कि काफी बड़े बजट की फिल्म थी लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए बजट था
फिल्म का फिल्म को edit किया था अली अब्बास जफर ने और फिल्म को produce किया था जैकी भगनानी, बगनानी और दीक्षिका देशमुख ने और फिल्म में हमें अक्षय कुमार, पृथ्वीराज सुखमरण, टाइगर श्रॉफ मानुषी चिल्ला, सोनाक्षी सिन्हा और रोमित रॉय अहम किरदारों में नजर आए थे और अगर मैं बात करूँ आज छठवें दिन तो मुंबई के अंदर आज लगभग छह परसेंट की occupancy है। दिल्ली एनसीआर की अगर बात करें तो यहाँ पे भी लगभग छह परसेंट की occupancy है।
पुणे में फिल्म ने सात परसेंट की occupancy दर्ज कर रखी है, वहीं बेंगलुरु में लगभग दस परसेंट की ecupancy है, हैदराबाद में चार परसेंट की और कोलकाता में पांच परसेंट की अहमदाबाद की अगर बात करें तो यहाँ पे भी लगभग नौ परसेंट से ज्यादा की ecupancy है, चेन्नई में लगभग सत्रह परसेंट की occupancy है, सूरत में तीन परसेंट की occupancy है, जयपुर में 12 परसेंट की, और ये छटवें दिन की आज की बात कर रहा हूँ मैं आज 6 दिन चंडीगढ़ की अगर बात करें तो यहाँ पे भी छह परसेंट की occupancy है
भोपाल में जीरो परसेंट की occupancy और लखनऊ में लगभग 5 परसेंट की occupancy है और अभी सभी जगहों पर फिल्म के पास अच्छे खासे शोज है हालांकि शोज तो कम नहीं हुए लेकिन occupancy में ज्यादा बढ़ोतरी हमें देखने को नहीं मिल रही है लेकिन अगर मैं बात करूँ फिल्म की अभी तक के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तो आज छठवें दिन की तो पूरी रिपोर्ट मैंने आपको दे ही दी है लेकिन चलिए बात करते हैं फिल्म की अभी तक के बॉक्स collection की कि पांच दिनों में फिल्म बड़े मियां, छोटे मियां कितनी कमाई करने में कामयाब रही।
तो फिल्म का जो पहले दिन का worldwide collection था वो 36 करोड़ 33 लाख रूपए था। फिल्म ने फिर दो दिनों में 55 करोड़ 15 लाख रूपए कमा लिए थे। उसके बाद फिल्म का जो तीन दिनों का total collection था worldwide वो 76 करोड़ 1 लाख रूपए था। उसके बाद चौथे दिन फिल्म ने संडे को 9 करोड़ पांच लाख रूपए का इंडिया से net collection किया था और फिल्म की जो चार दिनों total कमाई थी वो 40 करोड़ 80 लाख रुपए इंडिया से नेट हो गई थी वहीं फिल्म ने इंडिया में जो ग्रॉस कलेक्शन था वो 48 करोड़ 50 लाख रुपए का कर लिया था फिल्म ने कमा लिए थे 47 करोड़ 68 लाख रुपए और कुल मिलाकर फिल्म की जो पूरे वर्ल्ड में टोटल कमाई थी वो 96 करोड़ 18 लाख रुपए हो गई थी
पांचवे दिन फिल्म का कलेक्शन रहा सिर्फ 2 करोड़ पचास लाख रुपए का क्योंकि कल की रिपोर्ट भी occupancy मैंने आपको दी है क्योंकि ये बताना जरूरी है क्योंकि भाई कौन से फिल्म का क्या हाल चल रहा है फिल्म को देखने के लिए पब्लिक सिनेमा घरों में जा रही है या नहीं जा रही है. ओक्यूपें से यही पता चलता है occupancy अगर ज्यादा कमाल की होती है तो हाउसफुल होते हैं. अगर occupancy में उतना ज्यादा उछाल हमें देखने को नहीं मिल रहा है दस से बारह परसेंट की occupancy है. तो फिर आप समझो कि कुछ गिने-चुने लोग ही फिल्म देखने के लिए जा रहे हैं. तो पाँचवे दिन फिल्म का 2 करोड़ पचास लाख रुपए का कलेक्शन रहा और फिल्म ने पाँच दिनों में 47 करोड़ 30 लाख रुपए की कमाई इंडिया से नेट कर ली है.
और वहीं जो वर्ल्ड वाइड कलेक्शन है वो 104 करोड़ रूपये हो चुका है और अगर मैं बात करूँ छटवे दिन यानी कि आज की तो आज भी ये फिल्म लगभग 2 करोड़ चालीस लाख से लेकर 2.5 करोड़ रुपए तक का कलेक्शन करेगी और फिल्म का 6 दिनों का टोटल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पैंतालीस करोड़ अस्सी लाख रुपए इंडिया से नेट हो जाएगा तो वहीं फिल्म पूरे वर्ल्ड में 110 करोड़ रुपए के आंकड़े को आज पार कर लेगी और वैसे अगर देखा जाए तो फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म फ्लॉप चल रही है.
जब से कपिल शर्मा का शो नेटफ्लिक्स पर शुरू हुआ है और इसका आगाज हुआ है, रणबीर कपूर वाले एपिसोड के साथ तो तमाम तरह के सवाल इसमें पूछे जा रहे हैं, एक सवाल ये है कि जब रिद्धिमा आई नीतू आई, रणबीर कपूर आए तो फिर रणबीर कपूर की जो better half है आलिया भट्ट वो क्यों दिखाई नहीं दी, जब पूरे परिवार की बात हो रही थी तो पूरे परिवार में तो वो भी आती हैं। फिर ये कहा गया कि ये असल में animal का प्रचार था और फिल्म animal में तो आलिया भट्ट का कोई लेना-देना नहीं है।
इसलिए आलिया भट्ट को दूर रखा गया कुछ लोगों ने ये भी कहा कि भट्ट ने इस शो के नाम पर बहुत मोटी फीस मांग ली क्योंकि ये एक बहुत बड़ा event बन जाता कि एक साथ कपूर परिवार उनकी नई नवेली बहू के साथ हालांकि अब नई नवेली नहीं रही है वो तो इसके लिए बहुत पैसा माँगा आलिया भट्ट ने और वो पैसा क्योंकि नेटफ्लिक्स afford नहीं कर पाया इसलिए आलिया भट्ट वहां नहीं आई कहा ये भी गया कि आलिया भट्ट के पास dates नहीं थी फिर कुछ लोगों ने ये भी कहा कि रणवीर अपनी माँ का birthday मनाने अकेले लंदन जाते हैं तब आलिया नहीं जाती, कुछ ने ये भी कहा कि आलिया जो है वो राह के साथ जो उनकी बेटी है बिजी हैं इसलिए नहीं आई।
लेकिन दोस्तों आप इन सारी बातों को एक नए तरीके से समझने की कोशिश कीजिए कि आपके सामने जितने भी तमाशे create किए जाते हैं देखिए जब कैमरा सामने लगता है और एक शख्स कैमरे के सामने बैठता है तो वो कुछ ना कुछ आपको दे रहा होता है, परोस रहा होता है, बेच रहा होता है, कुछ convince कर रहा होता है, कुछ communicate कर रहा होता है। और communication का ये बिजनेस अगर एक नेटफ्लिक्स जैसे ओटीटी प्लेटफार्म पर हो जहाँ पर एक दिन का लाखों रुपए चार्ज करने वाले ऐसे बड़े सितारे बैठे हो तो इसके पीछे एक ना एक एजेंडा भी होता है जो आपके सामने रखना होता है।
कहीं ना कहीं रणबीर कपूर वाले एपिसोड की जो कोशिश थी वो ये थी कि रणबीर कपूर की जो इमेज है उसको साफ किया जाए उनकी मम्मी ने अच्छे से उनको चमका कर पेश किया सबके सामने ऐसे में अगर आलिया भट्ट वहां होती तो हो सकता है आलिया भट्ट वो सारी लाइम लाइट ले जाती अब देखिए जितने तीन लोग आपके बैठे थे चाहे वो रिद्धिमा हो, नीतू हो और रणबीर हो उनमें अगर आज की डेट में एक्टिव स्टार कोई कहा जाएगा तो रणबीर कपूर है इसलिए सारा का सारा focus रणबीर कपूर पर था। और जाहिर है सबने रणबीर कपूर की बातों पर ध्यान दिया।
लेकिन अब आप सोचिए कि अगर वहां पर आलिया भट्ट बैठी होती तो लोगों का ध्यान क्या उतना जाता रणबीर कपूर पर क्या उस लेवल का पीआर हो पाता क्या उस लेवल की जो washing मशीन में से निकाल के उनको रखा गया बहुत चमकदार है, इनमें तो कोई अह कोई गलत आदत ही नहीं है, ये कुछ गलत काम करते ही नहीं है। जैसा कि उस पूरे एपिसोड का पूरा का पूरा जो अह एक communication था वो यही था। it was a पीआर शो basically, तो क्या वो उस तरह का पीआर शो हो पाता इसलिए तमाम तरह की खबरें आई हैं, चाहे ये कहा जाना हो कि आलिया भट्ट ने मोटा पैसा मांग लिया, उनके पास समय नहीं था या वो साथ में आना नहीं चाहती थी,
लेकिन जो उसके पीछे का जो असल सच है, वो सबसे बड़ा सच ये है, कि अगर आलिया भट्ट वहां पर मौजूद होती, तो जिस तरीके का फोकस रणवीर को मिला, जिस तरह से वो कपूर का पीआर शो बन गया वो नहीं बन पाता और इसलिए रणवीर कपूर की पत्नी आलिया भट्ट को भी उससे दूर रखा गया ये सारी बातें आपको कोई इस तरह से कभी बताएगा नहीं क्योंकि बहुत हिम्मत चाहिए होती है इन सारी बातों को सामने आकर बोलने के लिए लेकिन सबसे बड़ा सच यही है कि जब किसी एक शख्स का पीआर करना होता है तो उसके आस-पास कोई दूसरा उसके लेवल का सितारा नहीं होना चाहिए नहीं तो लोगों का ध्यान भटक जाता है फोकस नहीं बन पाता है
और साथ में नेटफ्लिक्स को एक ये भी था कि उनकी फिल्म एनिमल का प्रचार हो जाए क्योंकि एनिमल नेटफ्लिक्स ने खरीदी है मोटा पैसा देकर तो वो चाहते हैं कि एक तरह से वो एनिमल का भी प्रचार हो तो ये वो सारी बातें हैं जो दोस्तों आपके सामने कोई इस तरह से रखता नहीं है लेकिन मेरी कोशिश रहती है कि मैं बॉलीवुड के सारे जो सच हैं जो छुपी हुई बातें हैं जो आपको बताया कुछ जाता है दिखाया कुछ जाता है वो मैं आपको अंदर की तह से निकालकर सामने इस तरह से रख सकूँ जिससे आपको ये समझ में आए कि आपके लिए जितने तमाशे क्रिएट किए जाते हैं इन सबके पीछे एक बहुत बड़ा तयशुदा एजेंडा होता है.
अमर सिंह चमकीला ये फिल्म मैंने अभी थोड़ी देर पहले देखी है और इस फिल्म ने मेरे ऊपर एक बहुत बड़ा असर छोड़ा है जिसके बारे में मैं इस वीडियो में बात करने जा रहा हूँ, अमर सिंह चमकीला पंजाब के लोगों के लिए कोई नया नाम नहीं है और जिन लोगों ने अमर सिंह चमकीला का नाम नहीं सुना था, वो इस फिल्म के जरिए जानेंगे कि कैसे हमारे भारतीय समाज में हुए एक ऐसे काबिल सिंगर, एक काबिल कलाकार को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया क्योंकि वो अपनी आस-पास की जिंदगी में जो रंग बिखरे हैं, उन्ही में से कुछ निकालकर ला रहा और यही एक कलाकार का काम होता है कि अपने आसपास जो बिखरा हुआ है
उसमें से कुछ रंग निकाल कर लाए अमर सिंह चमकीला का दोष इतना था कि उन्होंने double meaning गाने बनाए या sex को लेकर जो हमारे समाज में जो एक taboo बनाया हुआ है एक hypocrisy है उसको सीधे सामना करते हुए उन्होंने कुछ ऐसे गाने बनाए जो जिन्हें लोग enjoy करते थे जिन्हें लोग मजे से सुनते थे उनकी demand थी वो मशहूर थे popular थे लेकिन कुछ खास लोगों को ये समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है और जैसा मैंने आपको बताया कि हमारे समाज में ऐसे पहले भी कई सारे हुए है जहाँ ah sex को एक taboo के रूप में देखा गया और फिर उसके around कुछ ऐसी चीजें होती है जो फिर अपराध का रूप ले लेती है और एक अच्छे खासे singer को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार देना क्योंकि वो तेज़ी से popular हो रहा है वो double meaning गाने अगर बनाता था तो लोगों की पसंद से बनाता था लोगों की फरमाइश से बनाता था लोग उसे पसंद करते थे
इसलिए बनाता था लेकिन कुछ खास लोगों को ये समझ में नहीं आ रहा था पसंद नहीं आ रहा था तो ये अपने आप में एक सच्ची कहानी है और खास ये है कि Diljit Dosanjh ने जिस तरह से इस role को निभाया है Parineeti Chopra ने जिस तरह से इस role को निभाया है या Imtiaz Ali ने जिस तरह से एक ah एक बार फिर से Amar Singh Chamkeela को जीवित करने की जो कोशिश की है उसके लिए ये film देखी जानी चाहिए मुझे लगता है ये film थोड़ी छोटी हो सकती थी कई जगहों पर बहुत drag करती है कई जगहों पर लगता है कि film कुछ ज़रूरत से ज्यादा खींच दी गयी है ये film करीब दो घंटे सत्ताईस minute के आसपास की है जिससे शायद बीस बाईस minute और छोटी हो सकती थी दो के अंदर सिमट सकती थी तो ये और भी बेहतर बनती लेकिन हाँ इस कहानी में जो कुछ कहने बताने की कोशिश की गई है वो यही है।
कि कोई भी कलाकार उसकी सबसे बड़ी खूबसूरती होती है कि वो कुछ relevant करे ऐसा करे जिससे लोग जुड़ते हो जिसे लोग अपना समझते हो जिसमें लोगों को अपना अक्स दिखाई दे और अमर सिंह चमकीला वही कर रहे थे और इसीलिए वो पॉपुलर हो रहे थे। एक सबसे बड़ी कलाकार की खूबी यही होती है कि वो अपने आस-पास की जिंदगी में जो रंग बिखरे पड़े हैं उनमें से कुछ निकाल कर आए। और वही अमर सिंह चमकीला कर रहे थे लेकिन कुछ रास नहीं आया और उसके बाद उन्हें किस तरह रास्ते से हटा दिया गया बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई उनकी और उनकी पत्नी की ये कहानी इस बारे में है लेकिन ये बहुत बड़ा संदेश देती है खासकर हमारी society के बारे में हमारी सोच के बारे में हम कितने hypocrite है हम कितनी चीजों को बेवजह दबाना चाहते है और शायद यही वजह है कि कई मामलों में भारत का समाज जो है वो कुंठित समाज भी कहलाता है इसीलिए क्योंकि हम बहुत सी चीजों को बेवजह दबाना चाहते है
बेवजह हम उसको ढकना चाहते है जिन चीजों के बारे में खुलकर बात होनी ये हम नहीं करना चाहते और इस वजह से बहुत सी खामियां जन्म लेती है। दोस्तों ये फिल्म आप जरूर देखिए ताकि इससे आप हमारे देश के समाज को समझ पाए। पहले क्या हुआ था ये समझ पाए और अक्सर जो लोग कुछ नया करने की कोशिश करते हैं या कुछ ऐसा करने की कोशिश करते हैं जो कि reality के बहुत करीब हो तो उन्हें किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, आपको ये फिल्म क्यों अच्छी लगी और अगर आपको फिल्म अच्छी नहीं भी लगी भी आप कमेंट करके बता सकते हैं कि आपको ये फिल्म क्यों अच्छी नहीं लगी लेकिन ज्यादातर लोगों को ये फिल्म पसंद आ रही है क्योंकि इसमें सच्ची और अच्छी बात कही गई है और मुझे लगता है कि किसी भी मनोरंजन की विधा के लिए सबसे अच्छी बात यही होती है कि उसमें सच हो और इस फिल्म में सच दिखता है।
बॉलीवुड के ऐसे कई सारे काले सच हैं जिनसे मैंने अक्सर पर्दा उठाया है और मैं आपको उनके बारे में बताता भी रहता हूँ अभी हाल ही में बॉलीवुड का एक और काला सच निकलकर आया है एक actor है सिद्धार्थ जिन्होंने रंग दे बसंती में काम किया था। उनका एक स्टेटमेंट सामने आया जिसमें उन्होंने रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल को निशाने पर रखा। उन्होंने ये कहा कि मेरी हाल ही में एक फिल्म आई है नाम है चिट्ठा और ये जो है वो बाल यौन शोषण पर आधारित है, जो कि हमारे देश की एक बहुत बड़ी समस्या है, जिस पर खुलकर बात भी नहीं होती, बहुत से घरों में होता है, लेकिन कोई खुलकर बात नहीं करता, इसीलिए उन्होंने ये फिल्म बनाई ताकि लोग इस फिल्म को देखने के बाद इससे जुड़ी बातें साझा करें और ऐसे मामले ना हों।
एक तरह से awareness के लिए लेकिन ये कहते हैं कि चिट्ठा जिस वक्त release हो रही थी, उसी वक्त एनिमल आ गई और उसकी वजह से उन्हें थिएटर्स नहीं मिले। एनिमल की जो तमिल version है, मिरुगम उसको किसी को आपत्ति नहीं हुई, animal को देखकर आपत्ति नहीं हुई। लेकिन कुछ लोगों ने ये कहा कि हमें चिट्ठा से आपत्ति है, अब आप सोचिए कि अगर एक ऐसे subject पर फिल्म बन रही है, जिस पर जागरूकता लाने की जरूरत है, awareness लाने की जरूरत है, वहां लोगों को problem होने लगती है, लेकिन animal जैसी फिल्म जहाँ कोई जागरूकता नहीं है, कोई awareness नहीं है, बल्कि एक ऐसे behaviour को दिखाया गया है, जो कि नहीं होना चाहिए। उसको लेकर लोग उस फिल्म को हाथों-हाथ लेते हैं। और चिट्ठा जैसी फिल्म ये कह दिया जाता है कि इनको थिएटर नहीं मिलेंगे या उसको देखकर लोगों को आपत्ति होने लगती है।
तो ये सारी बातें जिस तरह से सिद्धार्थ ने कही है मीडिया के सामने वो हमें ये बताता है कि हमारे समाज में अभी भी हम मसाला एंटरटेनर्स को पसंद करते हैं फिर हम ये कहते हैं देखो कैसी फिल्में बनाते हैं। जब आप वैसी ही फिल्में देखने जाएंगे तो वैसी ही फिल्में बनी। अगर एक ऐसे सब्जेक्ट पर फिल्म बन रही है जिसके बारे में बात करने की जरूरत है और आपको सब्जेक्ट से प्रॉब्लम होने लगे तो कहने का मतलब ये है कि बाल शोषण जो कि एक बहुत बड़ा मुद्दा है हमारे देश का बहुत सारे घरों में बच्चों के साथ यौन शोषण होता है, होता रहा है। कई जगहों पर आवाजें नहीं उठाई जाती कभी लोकलाज के डर से कभी सामाजिक मर्यादा के डर से और बहुत सारे बच्चे एक कुंठित मानसिकता के साथ बड़े होते हैं और अक्सर जब वो बड़े होते हैं तो उनके रिश्ते उतने नॉर्मल नहीं रह पाते जितने कि नॉर्मल रहने चाहिए।
ऐसे टॉपिक पर अगर एक फिल्म बनती है, जिसको देखे जाने की जरूरत है, जिसको दिखाए जाने की जरूरत है, जिसके बारे में बात करने की जरूरत है। उसे थिएटर ना मिले, तरफ लोग कहें कि अरे एक ऐसा सब्जेक्ट बना दिया और एनिमल जैसी फिल्म को अगर देखने जाएंगे तो definitely इस पर सवाल उठेंगे और सिद्धार्थ भी अब उन लोगों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने एनिमल पर सवाल उठाया कुछ समय पहले अह जावेद अख्तर साहब ने सवाल उठाया था कि बहुत डिस्टर्बिंग फिल्म है, डिस्टर्बिंग सिनेमा है और अब ये सिद्धार्थ है, दोस्तों आप इस पूरे मामले पर अपनी क्या राय रखते हैं, क्या आपको लगता है चिट्ठा जैसी फिल्में और बनने की जरूरत है ताकि हमारे समाज में जो दबी छुपी जो अह गंदी चीजें हैं, जो खामियां बुराइयां हैं वो निकलकर सामने आएं लोग उनके बारे में खुलकर बात करें या फिर हमें animal जैसा सिनेमा देखना है जो एक दूषित मानसिकता वो दिखाता है।