जेएनयू का वीजा मिलना मुश्किल so well friends मैंने अभी-अभी देखा इंडिया की most controversy यूनिवर्सिटी के ऊपर बनाई गई फिल्म जेएनयू का टीजर और टीजर देखने के बाद एक ही बात कहूँगा कि it’s a bravest फिल्म of the बॉलीवुड जी हाँ दोस्तों ज़ी म्यूजिक के official यूट्यूब चैनल पर आज रिलीज़ किया गया है फिल्म जेएनयू का टीज़र जो कि पाँच अप्रैल को रिलीज़ होने वाली एक पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म है। फिल्म का टीज़र बड़ी ही बेबाकी से उन सभी मुद्दों को बताने में काम कर रहा है जो कि हम डेली सुनते आए हैं। कैसे एक education से देश को affect कर सकता है और कैसे कोई इतनी सच्चाई के साथ देश के students को गुमराह करता है ये हमें इस teaser में देखने को मिल रहा है
विनय शर्मा के direction में बनने वाली फिल्म जेएनयू यानी कि जहाँगीर national university का teaser facts और dark truth को दिखाता है जो कि आज तक किसी ने बताने की कोशिश नहीं की teaser एक मिनट पंद्रह second का है लेकिन starting से last तक आपको सोचने पर मजबूर कर देगा कि आखिरकार देश के students को बरगलाने का काम कौन कर रहा टीजर में हमें उर्वशी रौतेला, पियूष मिश्रा, रवि किशन और कई सारे बेहतरीन actors नजर आने वाले हैं जिसमें पियूष मिश्रा और उर्वशी के रोल most daring होंगे तो वहीं दोस्तों रवि किशन एक पुलिस वाले के रोल में नजर आएंगे। उनका साथ देने वाले हैं यहाँ पर विजय राज उनका रोल भी फिल्म में दमदार होने वाला है।
फिल्म का टॉपिक सोशल issues को हाईलाइट करने वाला है, जिसमें आपको meaningful conversions और debates देखने को मिलने वाली है। overall teaser society को ये दिखाता है कि इस तरह आज एक university देश विरोधी नारों के साथ साथ देश में पल रहे terrorist को बढ़ावा दे रही है यही दोस्तों इस teaser का एक main मुद्दा है जो कि मुझे अच्छा लगा teaser starting से last तक जबरदस्त है और यही दोस्तों इस फिल्म को देखने के लिए मुझे excited कर देता है मैं तो दोस्तों इस फिल्म का first day first show पाँच अप्रैल को देखने जाऊँगा आपको दोस्तों ये teaser कैसा लगा और आपको क्या लगता है दोस्तों इस जेएनयू फिल्म के teaser में जो सच्चाई दिखाई गयी है वो क्या आप भी मानते या नहीं?
दीदी का हाथ दिखाई दे रहा है Guddu भैया के हाथ में सिर्फ इतना सा ही scene देखने के बाद में मेरे जो अंदर के emotions थे वो अखंडानंद मतलब की कालीन भैया के लिए उबाल मार गए मतलब अब Mirzapur को लेकर ना दिमाग में इतने सवाल पैदा हो रहे हैं कि भैया ये पाँच second का teaser तो ना मतलब भोकाल निकल के गया है बेचारा अखंडानंद कब villain से hero बन जाएगा ये मैंने सोचा भी नहीं था हालांकि अभी teaser भी निकलकर सामने नहीं आया है लेकिन दीदी अखंडानंद को Tripathi को धोखा देने जा रही है तो जाहिर सी बात है दुश्मन खेमे में कुछ ना कुछ तो ऐसा है कि कालीन भैया कमजोर पड़ गए हैं मुन्ना भैया के बारे में पता नहीं है और अभी है ना कि वो वापसी करने वाले हैं या नहीं जानकारों का तो कहना है कि उनकी कहानी अभी खत्म नहीं हुई क्योंकि मुन्ना भैया ने खुद कहा था कि वो अमर है अब ऐसे में season three को लेकर जब ये पाँच second का teaser निकलकर सामने आया तब obvious सी बात है भोकाल तो मचना ही था और देखिए भोकाल मच चुका है prime video ने अपने साल भर के shows का पूरा एक चार मिनट के video में निकालकर public के सामने परोस दिया लेकिन को तो **** फर्क नहीं पड़ रहा था चार मिनट के इस वीडियो से उनको मतलब था बस उस पाँच सेकंड के clip से जो मिर्जापुर को लेकर आने वाला था।
अब देखिए जब किसी शो को लेकर चार साढ़े चार साल तक कोई अपडेट ना आई हो। जब किसी शो को लेकर उनका कोई पसंदीदा किरदार already मर चुका हो और उसके बावजूद भी शो को लेकर वही प्यार लोगों के जेहन में जिंदा हो तो जाहिर सी बात है ये आपको बताने के लिए काफी है कि शो को लेकर public के मन में कितना कुछ बचा हुआ है। मतलब इस show का एक-एक किरदार अपने-आप में अपनी एक कहानी लेकर चलता है सबसे बड़ी बात तो ये है कि मिर्जापुर का जो पूरा backdrop है वो बदले के ऊपर टिका हुआ है और बदला भी कोई ऐसा-वैसा नहीं ऐसा बदलाव जिसमें कि आपको सिर्फ लाल रंग देखने के लिए मिलेगा और मिर्जापुर में लाल रंग ना हो तो जाहिर सी बात है वो मिर्जापुर ही किस्मत लगता है चाहे आप season one की बात कर लें season two की बात कर लें दोनों ही season public को इतने पसंद आए कि उसके बाद तो पंकज त्रिपाठी की जो soft image है ना उससे उनको बाहर आने में ही ना जाने कितने किरदार निभाने पड़ गए कालीन भैया कुछ रौद्र रूप ही लोगों को ऐसा दिखाई दिया।
इसके अलावा जितने भी किरदार हैं, जो इस बार सीजन three में भौकाल मचाने वाले हैं, उनमें सबसे खतरनाक किरदार मुझे लग रहा है, शरद का वो वो उनका बेटा जो बोलते थे ना सड़क पे बिठा के सुना के दिखाओ जरा उन्हीं के पुत्र है ये उन्हीं का बदला लेने के लिए शरद ने वापसी करी पर शरद के साथ में सबसे बड़ी बात ये है कि शरद दिमाग का तेज है शरद जोश में आकर होश नहीं खोदता शरद सोच समझकर बैठकर चाल चलता है अखंडानंद मतलब की कालीन भैया की छोटी सी clip दिखाई गयी उस clip में कालीन भैया परेशान दिख रहे है जाहिर सी बात है Guddu Pandit ने ही परेशान करके रखा है और Guddu जिस तरीके का किरदार दिखाया जा रहा है जिसको मैं शुरू से बोल रहा हूँ कि वो किसी villain से कम नहीं निकलने वाला है लेकिन Golu भी पीछे नहीं है भाई Golu भी तो वही तैयार बैठी हुई है Golu का ये कहना है कि भैया हमको भी यहाँ पर चीजें पलटनी है क्योंकि चीजें तो हमारे साथ भी गलत हुई है Golu को भी अब छोड़ दीजिए भैया वो ददा के साथ पिछली बार हमको दिखाई दिए थे ना
Bharat Tyagi वो भी इस बार दिखाई देने वाले है Vijay Verma वो भी यहाँ पर बिलकुल बदला लेने के लिए बैठे हुए है कि भैया बदला तो हम लेकर आएँगे तो इस बार इतने लोग बदला लेने के लिए बैठे हुए है और बिना दीदी का तो अपना चल ही रहा है ना झंडा तो लोग हैं यहाँ पर जिनके मन में किसी ना किसी के लिए रोष है कि Mirzapur three में भौकाल का तो पता नहीं लेकिन भौकाल से बड़ा कुछ ना कुछ जरूर मचने वाला है और अगर makers इस चीज को नहीं मचा पाए तो भाई public इसको accept नहीं करेगी मुन्ना भैया तो चले गए लेकिन मुन्ना भैया की जो legacy है अगर उसको maintain इनको करना है तो public की उम्मीदों पर खरा तो उतरना पड़ेगा और कोई बड़ी बात नहीं है कोई बड़ी बात नहीं है अगर मुन्ना भैया season three three में आपको guest appearance में ही दिखाई दे जाए कि भैया season four में हम आने वाले है क्योंकि season four आएगा ये पक्का है ऐसे में season three को अगर hype और एक high level पे ले जानी होगी तो मुन्ना भैया का तो चेहरा दिखाना ही पड़ेगा वही मुन्ना भैया की धर्मपत्नी की भी एक छोटी सी झलक दिखाई गयी है लेकिन इस छोटी सी झलक में काफी चीजें clear कर दी गयी है मतलब ये है कि राज़ यहाँ पर किसका होने वाला है उसके लिए लड़ाई लंबी चलने वाली है.
Bollywood actors acting के अलावा और भी कई सारे talent अपने भीतर रखते है और कोई acting के अलावा dance करना गाने गाना film direct करना तक भी जानता है ऐसे में industry में कई actors ऐसे है जो फिल्मों में अभिनय करने के साथ ही film के direction भी जानते है वही कुछ गाना गाने में भी माहिर है आपने Bollywood actor Govinda को तो हमेशा फिल्मों में लोगों को हँसते हँसाते romance करते और मार धाड़ करते देखा होगा dance में तो वो माहिर भी है लेकिन अगर हम आपसे कहे कि Govind कई सारे फिल्मों में खुद से गाने भी गाए है तो क्या आप मानेंगे जी हाँ ये बात बिलकुल सच है Govinda ने पाँच ऐसी फिल्में की है जिनके गाने उन्होंने खुद गए है मतलब ये है कि वो एक शानदार actor बढ़िया dancer के अलावा बेहतरीन singer भी है और आज की इस aricle में हम आपको उनकी उन्हीं पाँच गानों के बारे में बताने वाले है जिसे Govinda ने खुद गाए थे.
Govinda की mummy Nirmala Devi भी एक अच्छी singer थी ऐसे में Govinda ने अपनी से अच्छी आवाज़ भी पायी है और यही वजह है कि उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए है तो इस list में पहला नाम है पैसा मेरी जान का दरअसल वो तेरा क्या कहना film में Govinda ने ये गाना गाया था उन्होंने Shweta Pandit के साथ मिलकर इस गाने को गाया था इसका music Jyotin Lalit ने दिया था और Govinda का ये पैसा मेरी जान गाना आज भी लोग बड़े ही चाव से सुनना पसंद करते है जीना है हमका जी हाँ Govinda ने regendary singer Kishore Kumar के बेटे Amit Kumar के ये गाना यानी जीना है हम का गाया था इस गाने को भी fans काफी पसंद करते है ये एक song था और इसे होली के मौके पर लोग सुन ही लेते है गोरी तेरे नैना इस गाने की special बात ये है कि इसे Govinda ने खुद गाया तो था ही इस पर feature भी हुए थे इसी के साथ ताज्जुब की बात तो ये है कि वो इस गाने के lyricist भी थे यानी कि Govinda ने इस गाने को खुद ही लिखा था और खुद ही गाया था I love you बोल डाल Govinda ये गाना आजू बाजू मत देख I love you बोल डाल nineties के दौर में चार fister गानों में से एक था आज भी इस गाने को ninety’s के लोग सुनना पसंद करते है even Jansi भी इस गाने को पसंद करते है social media पर इस गाने पर खूब race भी बनते दिखाई देते है
बता दे की Haseena Manjay की film का ये गाना Govinda और Sanjay Dutt ने मिलकर गाया था इसके अलावा Sonu Nigam Sudesh Bhosle और Alka Yagni ने भी इसे गाया था तेरे बाप को मैंने देखा list में पाँचवी पर तेरे बाग को मैंने देखा गाना है इस गाने को भी Govinda ने गाया है जी हाँ इस गाने की बात करें तो ये दो आँखें बारह हाथ film का गाना था इसे Buppli Lehri ने compose किया था और Inder Veer ने इसके lyrics लिखे थे और Govinda ने इसको अपनी आवाज़ से सजाया था well अब आपकी बारी नीचे comment section में हमें ज़रूर बताइए कि क्या आपने कभी इस गानों को सुना था और सुना था तो क्या आपने notice किया था कि ये गाने Govinda की आवाज़ में ही है और अगर हाँ तो कितने गानों के बारे आप पहले से जानते थे कि इन गानों को गुपीता ने ही गाया है।
जैसा कि आप सभी जानते होंगे पिछले शुक्रवार यानी कि आठ मार्च को सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन की फिल्म शैतान फिलहाल जिसने सिनेमा घरों में ताबड़तोड़ कलेक्शन करके कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। दोस्तों फिल्म में सिनेमा घरों में तेरह दिन पूरे complete कर लिए हैं और फिल्म का सिनेमा घरों में चौदहवां दिन चल रहा है। लेकिन दोस्तों ऐसा नहीं है कि फिल्म शैतान ने कमाई करना बंद कर दिया हो या फिल्म के collection में हमें गिरावट देखने को मिली है। शायद आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन अपने चोदवे दिन भी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कलेक्शन करके कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर रही है। दोस्तों ये तो हम सभी जानते थे कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर शैतान कमाई करेगी लेकिन इतनी बड़ी कमाई करेगी अजय देवगन के career की top ten फिल्मों में ये फिल्म शामिल होगी ये शायद कभी किसी ने सोचा भी नहीं था।
जहाँ दोस्तों शैतान फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड के लिए अजय देवगन के लिए जो किया है वो वाकई काबिल-ए-तारीफ किया है। शैतान फिल्म एक छोटे की फिल्म थी बहुत ज्यादातर लोगों को ये उम्मीद थी कि भाई शैतान कमाई तो करेगी लेकिन उतनी ज्यादा कमाई नहीं करेगी और दोस्तों मैंने आपसे पहले ही कहा था चाहे आप मेरा पहला वीडियो देख लो जब शैतान का ट्रेलर रिलीज हुआ था उसके बाद जब फिल्म की एडवांस बुकिंग की भी बात कर रहा था तो मैंने आपसे पहले ही कहा था कि ये फिल्म अच्छी ओपनिंग लेने के साथ-साथ पूरा मार्च सिनेमाग्रो में जम के चलने वाली है क्योंकि वाकई इससे पहले दृश्यम टू मैंने देखी थी के साथ क्या हुआ था ये आप सभी जानते हैं और ट्रेलर देख के मुझे लग गया कि ये भी वैसी ही फिल्म होने वाली है तो ये फिल्म audience बहुत ज्यादा पसंद करने वाली है। और यही हुआ फिल्म शैतान के साथ। शैतान ने box office पर अभी तक जिस तरह से perform किया है वो वाकई काबिले तारीफ किया है। शैतान जो कि एक हिंदी language की horror threater फिल्म थी जिसको direct किया था विकास बहल ने फिल्म को produce किया था।
विकास बहल, ज्योति देशपांडे और अजय देवगन ने और फिल्म में हमें अजय देवगन के साथ ज्योतिका और माधवा जानकी बोधिवाला अहम किरदारों में नजर आया और दोस्तों फिल्म का जो बजट था वो से भी कम का था। लेकिन शैतान फिल्म ने अपने पहले दिन यानी कि opening डे पर पंद्रह करोड़ इक्कीस लाख रूपए की net कमाई की थी तो वहीं फिल्म ने अपने पहले तीन दिनों के weekend पर पचपन करोड़ तेरह लाख रूपए इंडिया से नेट कमा लिए थे तो वहीं फिल्म की जो world wide कमाई थी वो अस्सी करोड़ इकतीस लाख रूपए थी उसके बाद फिल्म ने दस दिनों में एक सौ छह करोड़ एक लाख रूपए की कमाई इंडिया से नेट कर ली थी वहीं फिल्म का जो world wide collection था वो एक सौ बावन सौ करोड़ ग्यारह लाख रुपए था।
उसके बाद ग्यारह दिनों में फिल्म ने एक सौ नौ करोड़ उन्नीस लाख रुपए इंडिया से नेट कर लिए थे तो वहीं फिल्म की जो वर्ल्ड वाइड कमाई थी वो एक सौ छप्पन करोड़ छप्पन लाख रुपए थी बारहवें दिन फिल्म ने तीन करोड़ रुपए कमाए। तेरहवें दिन फिल्म का कलेक्शन रहा दो करोड़ अस्सी लाख रुपए का और दोस्तों आज यानी कि फिल्म का चौदहवां दिन है तो आज भी ये फिल्म कम से कम दो करोड़ पचहत्तर लाख रुपए की कमाई कर रही है और फिल्म का जो चौदह दिनों का टोटल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन है वो इंडिया के अंदर एक सौ सत्रह करोड़ पिचानवे लाख नेट हो जाएगा। तो वहीं फिल्म पूरे वर्ल्ड में एक सौ अड़सठ करोड़ रुपए कर रही है जो कि काबिले तारीफ है और दोस्तों फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट हो चुकी है।
Shaitaan 14 Days All Language Box Office Collection
सोचिए वो film और उस film का किरदार क्या होगा जिसके लिए Japan को Mumbai लेकर आया जा रहा है आप भी सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर वो औरतों का जापान से लेना देना क्या है क्योंकि इसकी कड़ी तड़कड़ी Japan से जुड़ती ही जा रही है चलिए सबसे पहले secret को आपके लिए disclose करते है फिर shooting की बाकी details बताते है कहा जा रहा है कि Hrithik Roshan जो film में Kabeer का किरदार play कर रहे है वो Japan में एक खास mission को अंजाम देने वाले है अगर आपने Tiger Three देखी है तो उसके post credit scene को देखकर ही आप समझ जाएँगे कि film में Japan का काफी बड़ा area होने वाला है
क्योंकि war एक action film थी Hrithik Roshan और Tiger Shroff के बीच ज़बरदस्त action scenes फिल्माए गए थे part one की shooting के लिए film को Morocco Portugal और Italy समेत दुनिया भर के कई बड़े शहरों में shoot किया गया था ऐसे में War two के makers कई नए locations को explore कर रहे है इसमें से एक Japan भी है यहाँ भी एक दिलचस्प बात ये है कि film के लिए जापान को Mumbai लेकर आया गया है जी हाँ mid day की एक report के मुताबिक गौर करें तो War 2 के लिए Mumbai के Andheri स्थित Yash Raj films के studio में जापानी monestry का एक बड़ा set तैयार किया गया है जहाँ Hrithik Roshan ने खतरनाक fight scene shoot किया इस sequence को Say Yong Ho ने choreograph किया है जिन्होंने पहले साल दो हज़ार तेईस में release हुई film Pathan के production house के साथ काम किया था.
Team ने पहाड़ी पर तीन सौ साल पुराने मठ की तरह एक विशाल set बनाया है इस पूरे action sequence के दौरान जापानी योद्धाओं से Hrithik लड़ते नज़र आएँगे इस actor ने बीते दिनों martial art की training ली और जापानी तलवार चलाना भी सीखा report में बताया गया है कि film में Hrithik Roshan के एक action sequence को लेकर इसे बनाया गया है बताया तो ये भी जा रहा है कि War two में बारह action director को hire किया गया है film में इस बार Japan में action होता दिखाया जाएगा आप लोग Hrithik Roshan की इस sequence की detail को जानने के बाद film में इस बात को देखने के लिए कितने ज्यादा excited हो गए है.
अमेजॉन प्राइम वीडियो ने सिक्सटी नाइन फिल्मों और वेब सीरीज की एक लिस्ट जारी की है ये उन फिल्मों और वेब सीरीज की स्लेट है जो अगले दो सालों में प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है। इस लिस्ट में एक नाम अश्विथथामा द सागा continues का भी है। लंबे समय से ये फिल्म ख़बरों में थी अब finally announce हो गई है। इस फिल्म में शाहिद कपूर लीड रोल में नजर आएंगे अश्वित थामा, द सागा कंटिन्यू, सचिन भी रवि डायरेक्ट करेंगे। इस फिल्म को वासु बागनानी जैकी बागनानी और दीप शिखा देशमुख की कंपनी पूजा फिल्म produce करेगी। क्या ये वही फिल्म है जो विक्की कौशल को लेकर बन रही थी या कुछ अलग मामला है। आइए समझते हैं। उरी the surgical strike की सफलता के बाद आदित्य दर और विक्की कौशल द इमोर्टर अश्वथामा नाम की फिल्म पर साथ में काम करने जा रहे थे।
दो पोस्टर्स के साथ फिल्म अनाउंस हो चुकी थी आदित्य ने इसके लिए चार साल तक रिसर्च की विक्की कौशल ने इस किरदार को निभाने के लिए अलग-अलग तरह की ट्रेनिंग मगर ऐन वक्त पर प्रोड्यूसर ने फिल्म से हाथ पीछे खींच लिए। उनका मानना था कि कोविड के बाद वाले दौर में इतने बड़े project पर पैसा लगाना बहुत risky है। फिल्म ठन्डे बस्ते में चली गई। पिछले महीने आदित्य धरने एक event में the important Ashwatthama के बारे में बात करते हुए कहा था कि फिल्म अभी ठंडे बस्ते में है, मैं सच बता रहा हूँ कि जिस तरह से मैं इस फिल्म को बनाना चाहता था, वो फिलहाल इंडियन सिनेमा के लिए बहुत बड़ा है। जिस तरह की वीएफएक्स quality हम चाह रहे थे, वैसा कुछ अब तक किसी ने नहीं किया है। जब तक या तो तकनीक सस्ती नहीं या फिर थिएटर्स में दर्शकों की संख्या नहीं बढ़ जाती तब तक मुझे इंतजार करना होगा।
वहीं दूसरी तरफ शाहिद कपूर लंबे समय से एक बड़े स्केल की period फिल्म में काम करना चाह रहे थे उन्होंने संजय लीला भंसाली की पद्मावत में काम किया मगर वो रोल और अपने रोल के साथ हुए ट्रीटमेंट से बहुत संतुष्ट नहीं थे ऐसे में जैसे ही आदित्य धर्म की बंद हुई पूजा entertainment ने इस project पर काम करना शुरू कर दिया। ये बड़े बजट पर बनने वाली भारी भरकम फिल्म होने वाली है जिसमें world class की जरूरत होगी। शाहिद फिलहाल रोशन एंड रूस की फिल्म देवा की शूटिंग में लगे हुए हैं, उससे निपटते ही वो अश्वथामा द सागा continues पर जुटेंगे। इसके लिए उन्हें शारीरिक बदलाव करने होंगे, अलग-अलग तरह की ट्रेनिंग्स लेनी होगी, जिसमें ठीक-ठाक समय लग जाएगा। रिपोर्ट्स की माने तो इस फिल्म की शूटिंग इसी साल शुरू होने वाली है, बताया जा रहा है कि इस माइकोलॉजिकल कैरेक्टर को मॉडल टच देते हुए ये फिल्म बनाई जाएगी। इसमें मेकर्स कितना सफल हो पाते हैं, ये तो आने वाला समय बताएगा। अश्वथामा, द सागा continues सचिन रवि direct करेंगे। सचिन पिछले काफी समय से इस फिल्म के लिए research कर रहे हैं। सचिन फिल्म editor रह चुके हैं, उन्हें वीएफएक्स specialist भी माना जाता है।
इसके अलावा वो दो हजार उन्नीस में रक्षित शेट्टी को लेकर अपने श्रीमन नारायण नाम की action फिल्म direct कर चुके हैं। अब वो अश्वथामा जैसी बड़ी फिल्म बनाने जा रहे हैं, अश्वथामा, पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र थे, धुआंधार योद्धा जिन्हें तमाम अस्त्रों के बारे में विस्तृत जानकारी थी, वो माथे पर एक मणि के साथ पैदा हुए थे जो सभी तरह की विपत्तियों से उनकी रक्षा करती थी पौराणिक कथाओं के मुताबिक अश्वत्थामा को भगवान कृष्ण ने अनंत काल तक धरती पर भटकने का श्राप दे दिया था। ये फिल्म उनकी इसी कहानी पर विस्तार से बात करेगी मगर उसे मॉडर्न तरीके से दिखाया जाएगा। ये जानना दिलचस्प रहेगा कि किस तरीके से उसे दिखाया जाता है। अश्वत्थामा द सागर का इंटरन्यूज़ को हिंदी समेत पाँच और भाषाओं में रिलीज़ किया जाएगा। इस फिल्म में शाहिद के अलावा देश के अलग-अलग फिल्म इंडस्ट्री के एक्टर्स कास्ट किए जाने वाले हैं इंटरनेशनल वीएफएक्स टीम बुलाई जानी है ये फिल्म साल दो हजार छब्बीस में release हो सकती है.
इंडियनसिनेमाफैंसकीहमेशासेसबसेबड़ीडिमांडभाईऐसासिनेमाबनाओजोहॉलीवुडसेकंपीटकरसकेइंटरनेशनललेवलजवाबपचाससेकंडकाएकवीडियोहैसरजिसकेबादखुदहॉलीवुडअबइंडियनसिनेमाकेलेवलकोमैचकरनेकेसपनेदेखेगाकंगोआकीबातहोरहीहैसूर्याएंडटीमका upcoming project जोपेनइंडियाफिल्मोंकागेमपूरीतरहबदलसकताहै।आपकातोमुझेनहींपतालेकिनदोहजारचौबीसमेंमेरेलिएकंगोआ one of the most awaited मूवीजमेंहै।रीज़नबतानेकीजरूरतशायदहैनहींटीजरतोदेखोअभीतकतोसिर्फ announcement आयाथाउसकेबाद looks reveal हुएजिससे hint मिलगयाथाकिकंगोबाकोई normal फिल्मनहींहोनेवाली।
लेकिनअबआयाहैअसलीधमाकाजोफिल्मकीदुनियासे intro कराताहै audience काक्योंयेफिल्मबॉक्सऑफिसकेसारेरिकॉर्ड्सतोड़सकतीहैउसकासैंपलदियाहै।बापरेऐसे visuals डालेहैंजोकिसीजमानेमेंसिर्फसपनोंमेंइमेजिनकरसकतेथेहमलोगकियेसबइंडियनसिनेमामेंभीबनसकताहै।स्पेशलीयेजोथोड़ा–थोड़ा horror वाली vibes feel होरहीहैटीजरसेवोसचमेंकिसीनेएक्सपेक्टनहींकियाथाबैकग्राउंडम्यूजिकउसकोमल्टीप्लाईकररहाहै।बड़ीस्क्रीनपेयेसबकुछएक्सपीरियंसकरनाअभीतोसोचकरहीफिल्मकेलिए respect बढ़गयाहै।जबरदस्त imagination लगायाहै visuals नेतीनसौकरोड़काबजटजोबतायागयाहैफिल्मकावो teaser देखनेकेबादमुझेतोकमलगरहाहैक्योंकिऐसी quality achieve करना impossible है।आदिपुरुषकेसाथक्याहुआहमसबजानतेहैमानेसिर्फपैसाउड़ानेसेकुछनहींहोताडायरेक्टरकाविजनकितना important हैवोकंगोआबतारहीहै।
लेकिनसबसेखतरनाककामइसपचाससेकंडकेवीडियोनेजोकियावोहैकंगोवाकेदुश्मनकोरिवीलकरना।लार्डबॉबीइजऑफिशियलीकमिंगबैकसर्जी।हेभगवानक्याट्रांसफॉर्मेशनदियाहैबॉबीदेओलकोपिछलीबारतोसिर्फफिल्मकानामएनिमलथाइसबारतोयेरियलिटीमेंएनिमलकाबापलगरहेहैं।लार्डबॉबीइननेगेटिवरोलये combination किसीनेनहींमांगालेकिनअबसबसेज्यादा perfect लगताहै dialogues कीजरूरतहीनहींसिर्फचेहराकाफीहै Surya versus Bobby नेउनका face off literally theaters को stadium मेंबदलसकताहै public confuse होजाए hero केसामनेऐसा villain खड़ाकरदियाहै
एकछोटीसी warning हैआपकेलिएसिर्फ visuals music plus खतरनाक casting सेकुछनहींहोनेवालाजबतकफिल्मकी story line मेंदमनाहोबोलतोरहेहैंकिकंगोवाशायददो parts मेंबनेगीइसीलिएजरुरीहैफिल्मकोबाहुबलीके pattern पे release कियाजाएआजकलदेखाहैनाआपनेकाफीसारेफिल्म makers part one कोसिर्फ formality बनातेहैंजबकिअसलीकंटेंटपार्टटूकेलिएबचालेतेहैं।ऐसाबिल्कुलनहींकरनाहै।टीमकंगोबाकोपार्ट one इसतरहखत्मकरनाचाहिएकिपार्ट two लोगोंकीमजबूरीनहीं demand बनजाए।स्टोरीकोअसलीहीरोबनानापड़ेगा।फिल्मकी release date अभी clear नहींहैलेकिनजबआएगीइतनातोपक्काहैआपकोपताचलहीजाएगा।क्याबोलती public गेम changer for Indian cinema yes or no.
एक बार फिर से चुनाव होने जा रहे हैं और बॉलीवुड ने हाल ही में देश को एक और बड़ा धोखा दिया है। मैं बात कर रहा हूँ सनी देओल की जो कि पंजाब के गुरदासपुर से सांसद तो रहे लेकिन अपनी constituency से नदारद रहे, इस हद तक नदारद रहे कि गुमशुदा की तलाश वाले posters लगाने पड़े और उन्होंने संसद में एक भी सवाल अपनी constituency के लोगों के लिए नहीं पूछा। यानी उन्होंने ये पूरी तरह से साबित कर दी बॉलीवुड के लोगों पर भरोसा करना आम जनता की मूर्खता है। लेकिन दोस्तों ये सब अभी यहाँ थमा नहीं है। ये सब बहुत पहले से चल रहा है और आगे भी होगा। क्योंकि समय-समय पर कई सारी राजनैतिक पार्टियां सिर्फ लोगों के vote को attract करने के लिए बहुत सारे नामचीन लोगों को मुफ्त में ticket थमा देती हैं और फिर ये जनता के पैसे पर हमारे आपके टैक्स के पैसे पर पांच साल तक ऐश करते हैं और उसके बाद गायब हो जाते हैं।
बात चाहे राजेश खन्ना की हो, की हो, रवि किशन की हो, जया प्रदा की हो, नगमा की हो, ये सब लोग आए और कहीं चले गए, इन सबने अपने लिए एक एक test ग्राउंड देखा कि आओ देखते हैं चेक करते हैं हमारे skills कैसे हैं और जनता के पैसे पर ऐश करके ये चलते बनते हैं। दोस्तों आप सोचिए कि जिस भी constituency से ये खड़े होते हैं, वहाँ कितने ही कार्यकर्ता ऐसे होते होंगे जो ये सपना देखते होंगे, ख्वाब देखते होंगे कि हमें टिकट मिलेगा, हमें जनता की सेवा मौका मिलेगा। लेकिन राजनैतिक पार्टियां उनको मौका नहीं देती। इनको उठाती हैं जिन्हें राजनीति का कोई अनुभव नहीं है। ये ठीक वैसा हुआ कि मान लीजिए आपके शहर में कोई हलवाई है जो बहुत अच्छी मिठाई बनाता है और क्योंकि वो बहुत अच्छी मिठाई बनाता है इसलिए उसे चुनाव में खड़ा कर दिया जाए। ठीक उसी तरह अगर कोई फिल्मों में acting अच्छी कर लेता है। इसका ये मतलब तो नहीं होता कि वो देश चला सकता है, वो आम जनता के मुद्दे उठा सकता है, वो आम जनता के लिए संसद में खड़े होकर सवाल पूछ सकता है।
सबसे बड़ा उदाहरण मैं फिर से देना चाहूँगा सनी देओल। जिन्होंने अपनी गदर फिल्म के जरिए ये बताया कि वो तो पाकिस्तान में जाकर हैंडपंप उखाड़कर और पता नहीं कितना जोर-जोर से चीख-चीलाकर इंसाफ की, न्याय की और सच की बात कर सकते हैं, लेकिन जब असल जिंदगी में मौका आया तो वो नदारद थे मैदान से गायब थे। और अकेले सनी की बात नहीं है। ये पहले भी बॉलीवुड में होता रहा है, वरना आप बताइए कि एक किसी ऐसे बॉलीवुड के बड़े नाम का जिक्र कीजिए जिसने वाकई राजनीति में अपना हमने राज बब्बर को भी देखा। हमने रवि किशन को देखा, हमने, मनोज तिवारी को देखा, हमने बहुत से लोगों को देखा। ये सब के सब आए और न जाने कहाँ खो गए। ये क्यों आए थे, इनका आने का मकसद क्या था? क्या ये लोकतंत्र का मुँह चिढ़ा रहे थे? क्या ये हमें बता रहे थे कि देखो, हम खड़े हो सकते हैं चुनाव में, टिकट मिल सकता है, जीत भी सकते हैं, इसलिए हो गए और अपनी जिम्मेदारी हम बिल्कुल नहीं निभाएंगे और उसके बाद भी कई सारी राजनीतिक पार्टियां नामचीन चेहरों को मौका देती रही।
जनता का मुँह चिढ़ाती रही। लोकतंत्र का मुँह चिढ़ाती रही। और दोस्तों जनता इसे चुपचाप देखती है और जनता से ज्यादा मैं बात करूंगा उस constituency के उन कार्यकर्ताओं की जो दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहते हैं, महिमामंडल में लगे रहते हैं हेमा मालिनी जी को देख लीजिए। जिस वक्त विवाह की बात थी उस वक्त इस्लाम याद आ रहा था। और जब बात आई चुनाव लड़ने की, संसद तक की तो कृष्णभक्ति में लीन हो गई। ये जो मौकापरस्ती है ये जो वक्त देखकर रुख बदलना है ये फिल्मों में तो चलता है, कोई आप अभिनय कर रहे हैं, वहां तो चलता है लेकिन अगर आप असल जिंदगी में करने लगे, खासकर तब जबकि आप आम लोगों के बीच मिसाल हैं। जबकि लोग आपको कॉपी करते हैं, फॉलो करते हैं, आपके जैसा बनना और दिखना चाहते हैं, ऐसे में अगर आप इतना खतरनाक कदम उठाते हैं कि लोगों के सामने गलत मिसाल पेश करते हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि आपका चेहरा मशहूर सिर्फ इसलिए क्योंकि लोग आपके नाम को जानते हैं। सिर्फ इसलिए क्योंकि लोगों ने आपकी फिल्में देखी हैं।
आपका वो अवतार देखा है जो असल में real तो है ही नहीं वो तो reel है और उसकी वजह से ये सारे के सारे हमारी democracy का मुँह चिढ़ाने आते है। चुनाव जीतते है और उसके बाद आप उन्हें ढूंढते रह जाते है मतलब एक सौ चालीस करोड़ का हमारा ये देश जो विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था बन चूका है जो खुद को विश्व गुरु कहता है वहां कोई भी राजनैतिक पार्टी किसी भी फिल्मी हीरो हीरोइन को चुनाव में खड़ा कर देती है वो जीत जाता है और उसके बाद वो सभी जिम्मेदारियों से पूरी तरह से किनारा कर लेता है, ना संसद में दिखाई देता है। आप रेखा की बात करें, आप सचिन तेंदुलकर की बात करें, इनके ऊपर तो इल्जाम लगते रहे। सचिन तेंदुलकर तो अह भारत रत्न भी है रेखा के बारे में बात करें, इनके बारे में तमाम आर्टिकल्स लिखे गए, बहुत सारे लोगों ने सवाल पूछे लेकिन कहीं किसी को शर्म तक नहीं आई कि आप एक इतनी बड़ी हस्ती होने के बाद जब आप पर एक विश्वास जताया जाता है, एक यकीन जताया जाता है, उसके बाद आप गायब हो जाते हैं। आप सोचिए कि कितने बड़े शर्म की बात है ये, उन लोगों के लिए भी और हमारे देश की जनता के लिए भी।
क्या किसी भी चुनाव के आने से पहले आपके मन में ये प्रश्न उठता है कि क्या इस बार भी कुछ ऐसे चिकने-चुपड़े चॉकलेटी चेहरे खड़े कर दिए जाएंगे, हाल ही में अक्षय कुमार का नाम भी सुनने को मिल रहा था, दिल्ली के चांदनी चौक इलाके से सिर्फ इसलिए क्योंकि अक्षय का बचपन चांदनी चौक में बीता है, इसलिए उन्हें चुनाव में खड़ा कर दिया जाए, वो इंसाफ तो अपनी फिल्मों के साथ भी नहीं कर पाते, राज जैसी फिल्म उन्होंने की जहाँ वो पृथ्वी राज नहीं लग रहे थे उनके बारे में कहा जाता है वो फिल्में इतनी जल्दी निपटाते हैं कि character में आ ही नहीं पाते ऐसे शख्स को आप पाँच साल के लिए चुनाव में खड़ा करके सीट जीताकर संसद भेजना चाहते हैं। सिर्फ इसलिए क्योंकि वो मशहूर है, आप सोचिए कि मशहूर तो बहुत होते हैं, कोई क्रिकेट खिलाड़ी है, कोई सिंगर है, कोई फिल्म स्टार है, कोई क्रिकेट स्टार है, कोई कुछ है, लेकिन क्या मशहूर होना, लोकप्रिय होना इस बात की गारंटी है कि वो शख्स जनता की की सेवा भी करेगा।
क्योंकि मशहूर होना एक अलग बात है। सचिन तेंदुलकर बहुत अच्छा क्रिकेट खेलते हैं। क्रिकेट के भगवान हैं। लेकिन क्या वो राजनीति कर पाएंगे? क्या वो लोगों के दुःख दर्द को समझ पाएंगे। रेखा बहुत खूबसूरत दिखती है, बहुत नामी अदाकारा है, लेकिन क्या वो लोगों का दुख दर्द समझती है? South में जरूर आपको कुछ ऐसे example मिल जाएंगे जैसे जयललिता, वो लोग successful हुए क्योंकि उन्होंने पूरी तरह से राजनीति अपना profession बना लिया था। लेकिन जहाँ तक के बड़े नामों का सवाल है फिर चाहे विनोद खन्ना रहे हो, मंत्री पद तक पहुंचने के बाद भी सुनील दत्त रहे हो, लेकिन ऐसा कोई खास काम आपको याद नहीं आएगा कि हाँ, बॉलीवुड का फला-फला नाम जब मंत्री बना था, तो उसने ये किया था, लेकिन इसके बावजूद ये कोशिशें हर बार होती हैं, ये कोशिशें इस बात को बताती हैं, कि ये राजनैतिक दल आपको मूर्ख समझते हैं, देश की जनता को मूर्ख समझते हैं, कि हम एक मशहूर चेहरा सामने खड़ा कर देंगे, उसके जनता जैसे इनकी फिल्मों के टिकट खरीदती है।
ऐसे इनको वोट भी दे देगी। यानी यहाँ देश की सेवा का सवाल नहीं है। देश की जनता का दिल जीतने का भी सवाल नहीं है बल्कि सारा मामला इस बात का है कि कैसे बस एक सीट हासिल कर ली जाए। सोचिए दोस्तों इतनी बड़ी democracy हमारा हजारों-करोड़ों रुपए का टैक्स जो जाता है देश चलाने के लिए और गद्दी पे कोई ऐसा लॉ maker बैठा हो जो ना संसद जाए ना सवा पूछे ना जैसे लोगों की फिक्र, ना चिंता, ना कोई बात। और आप खड़े हो जाते हैं कि बड़ा मशहूर है, ये हमारा सांसद बनेगा, ये हमारा विधायक बनेगा। और इतना ही नहीं कहानी यहाँ ख़त्म नहीं होती। अगली बार अगर हार भी जाए, अगली बार अगर चुनाव में खड़ा भी ना हो, तो वो pension लेता रहेगा, आप सोचिए कि कितनी बड़ी नाइंसाफी है। क्या आपको नहीं लगता कि एक बात जनता की तरफ से इन राजनैतिक दलों को जानी चाहिए कि आप अगर सही मायने में अपने नुमाइंदे खड़े करना चाहते हैं,
तो वो हो जिन्हें जनता की सेवा का अनुभव हो। जो की सेवा करना जानते हो, उनके लिए सवाल पूछना जानते हो, ना कि कैमरे के सामने खड़े होकर बड़े-बड़े dialogue बोलना जानते हो, कैमरे के सामने खड़े होकर बोलना एक अलग बात है और संसद में जो जड़ से जुड़ी हुई समस्याएं हैं उनको रखना एक अलग बात है, दोस्तों ये बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसके बारे में अगर हम और आप नहीं सोचेंगे तो कोई दूसरे देश या दूसरे planets इसके बारे में सोचना नहीं आएगा। बाहर भी लोग हम पर हँसते होंगे कि देखो क्या democracy का तमाशा बनाया किसी को भी खड़ा कर देते हैं। और उसके बाद छाती पीटते हैं कि दिखता ही नहीं तो आता ही नहीं।
शक्तिमान का किरदार निभाने वाले famous actor मुकेश खन्ना ने रणवीर सिंह के शक्तिमान बनने पर आपत्ति जताई है। आपको बता दें कि शक्तिमान को भारत का पहला super hero कहा जाता है। बीच में आ रही खबरों की माने तो रणवीर सिंह शक्तिमान का किरदार play करने वाले थे। इस पर मुकेश खन्ना ने कहा कि रणवीर सिंह की star power के बावजूद वो कभी भी शक्तिमान नहीं बन सकते। रणवीर के nude फोटो शूट को उन्होंने बचकाना और शक्तिमान के रोल के लिए बहुत करार दिया है। रणवीर ने अपने nu**e फोटो शूट पर troll होने के बाद कहा था कि सलमान खान शर्ट उतार देते हैं तो लोग सीटियां मारते हैं तो मेरे पैंट उतार देने से लोगों को समस्या क्यों है। अब मुकेश खन्ना ने अपनी यूट्यूब वीडियो में इस बात का जिक्र किया है और जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि हमें इस बात से बेशक समस्या है, आपको बता दें कि मुकेश ने ये वीडियो अब यूट्यूब से delete कर दिया है। मुकेश ने रणवीर सिंह को सलाह देते हुए कहा कि अपनी बॉडी दिखाना चाहते हो तो बाकी के देशों में रोज ढूंढना शुरू कर दो जहाँ nude eighty famous है। उन्होंने कहा कि तुम जाओ और किसी दूसरे देश में रहो जैसे फिनलैंड या स्पेन वहां nudeest camp है वहां जाओ और ऐसी फिल्मों में काम करो वहां तुम्हें लगभग हर तीसरे seen में एक nude scene करने का मौका मिल जाएगा।
मुकेश खन्ना ने कहा कि हम इस तरह की चीजों को देखने की आदत ही नहीं है। आपको अपनी मर्यादा में रहना चाहिए, कुछ actresses ने भी रणवीर के शूट को सपोर्ट किया था। इस पर भी मुकेश ने गुस्सा निकाला है और कहा है कि आप अपना private पार्ट कैमरे के सामने क्यों दिखाना चाहते हैं लेकिन फिर भी अगर आप expose करना चाहते हैं तो किसी और देश में जाकर कर सकते हैं, उन्होंने कहा कि acting चेहरे से होती है सिक्स पैक ऐप से नहीं मुकेश खन्ना का मानना है कि बेशक रणवीर में comfortable हैं लेकिन हम उन्हें इस तरह से देखने में comfortable नहीं हैं। मुकेश खन्ना कहा कि शक्तिमान का competition हॉलीवुड के सुपर हीरोज से है ही नहीं। ये कंपटीशन पुराने शक्तिमान से है जो हम इतने सा लो तक दूरदर्शन पर दिखा चुके हैं।
ये बात केवल सुपर हीरो की नहीं है शक्तिमान एक गुरु है जो बच्चों को अच्छी शिक्षा देता है। उनका कहना है कि शक्तिमान वही एक्टर बन सकता है जो अच्छाई का एक उदाहरण सेट कर सके। उन्होंने कहा कि फिल्म एक्टर से नहीं चलेगी बल्कि स्टोरी लाइन से चलेगी। मुकेश ने आगे कहा कि अगर बनाया जाता है तो उसे शक्तिशाली होना होगा क्योंकि वो सर्वशक्तिमान बनकर आएगा।
वो ब्रह्माण्ड में सबसे ज्यादा मजबूत है उसके पास सब कुछ है। आपको बता दें कि पिछले महीने कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि शक्तिमान की शूटिंग मई दो हजार पच्चीस में शुरू होगी जिसमें रणवीर सिंह lead रोल में होंगे और डायरेक्टर बैजल जो सिर्फ इसका direction करेंगे लेकिन फिलहाल ये खबरें आधारहीन लग रही है और यहाँ सबसे जरुरी बात ये है कि शक्तिमान बच्चों बीच पॉपुलर हुआ था और रणवीर सिंह की जिस तरह की हरकतें रही हैं कम से कम बच्चों को तो हम वो सीख नहीं देना चाहेंगे।
आप सभी जानते होंगे पिछले शुक्रवार यानी कि आठ मार्च को सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन की फिल्म शैतान जिसने सिनेमा घरों में बारह दिन पूरे कंप्लीट कर लिए हैं और फिल्म का सिनेमा घरों में तेरहवां दिन है और वहीं दूसरी तरफ बीते शुक्रवार यानी कि पंद्रह मार्च को सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म योद्धा जिसने सिनेमा घरों में पांच दिन पूरे कंप्लीट कर लिए हैं और फिल्म का सिनेमा घरों में छटवां दिन है। तो दोस्तों फिलहाल इस article में हम बात करेंगे योद्धा फिल्म अपने पहले दिनों में officially टोटल कितनी कमाई करने में कामयाब रही और वहीं फिल्म का आज छटवें दिन का कितना कलेक्शन रहेगा और छह दिनों में फिल्म पूरे वर्ल्ड में टोटल कितनी कमाई कर रही है और साथ ही साथ बात करेंगे शैतान फिल्म के पूरे तेरह दिनों के वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बारे में तो दोस्तों बस आप इस वीडियो के साथ बने रहिएगा।
पहले बात करेंगे योद्धा फिल्म की जो कि एक action threater फिल्म थी जिसको डाइट किया था सागर आमरे और पुष्कर ओझा ने फिल्म को produce किया था करण जौहर, अपूर्वा मेहता और शशांक खेतान ने फिल्म में हमें सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ राशि खन्ना और दिशा पटानी अहम किरदारों में नजर आए थे और दोस्तों फिल्म का जो बजट था वो लगभग साठ करोड़ रुपए का था। लेकिन साठ करोड़ रुपए के बजट में बनी इस फिल्म ने जिस तरह से अभी तक बॉक्स ऑफिस पर perform किया है वो काबिले तारीफ नहीं किया है क्योंकि फिल्म से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी फिल्म को बहुत बड़े level पर release किया गया था फिल्म के promotion में भी कोई कमी नहीं की गई थी लेकिन फिर भी बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म को उतना शानदार response मिला नहीं जितना कि इस फिल्म को मिलना चाहिए था पहले ही दिन से ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर flop होती हुई हमें नजर आ रही है अपने पहले दिन यानी कि opening डे पर इस फिल्म ने चार करोड़ पच्चीस लाख रूपए कमाई थी
तो वहीं फिल्म का जो worldwide collection था पहले दिन का वो छह करोड़ पे था दूसरे दिन फिल्म का collection रहा छह करोड़ एक लाख रूपए और तीसरे दिन फिल्म ने कमाए थे सात करोड़ पच्चीस लाख संडे को और उसके बाद मंडे फिल्म का रहा दो करोड़ पच्चीस लाख रुपए का और दोस्तों पांचवे दिन पांचवे दिन ट्यूसडे को फिल्म ने कमाए है दो करोड़ बाईस लाख रुपए यानी कि ये अच्छी बात है अगर देखा जाए तो मंडे के मुकाबले ट्यूसडे के कलेक्शन में कोई भी गिरावट हमें देखने को नहीं मिली है मंडे को चौथे दिन फिल्म का दो करोड़ पच्चीस लाख रुपए का और पांचवे दिन फिल्म का कलेक्शन दो करोड़ बाईस लाख रुपए का रहा तो पांच दिनों में सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म योद्धा इक्कीस करोड़ अठानवे लाख इंडिया से नेट कर चुकी है। वहीं फिल्म का इंडिया में ग्रॉस कलेक्शन छब्बीस करोड़ रूपये हो चुका है। ओवरसीज से फिल्म ने कमा लिए है तीन करोड़ पचास लाख रुपए और कुल मिलाकर फिल्म की जो पूरे वर्ल्ड में टोटल कमाई है वो उनतीस करोड़ पचास लाख रुपए हो चुकी है।
अब दोस्तों आता है छठवां दिन यानी कि आज का तो अगर देखा जाए जिस तरह से कल के कलेक्शन में हमें गिरावट देखने को नहीं मिली। तो मुझे लगता है कि आज भी ये फिल्म कम से कम दो करोड़ रुपए तो करेगी। तो फिल्म छह दिनों में चौबीस करोड़ रुपए इंडिया से नेट कर जाएगी तो वहीं फिल्म का पूरे वर्ल्ड में टोटल कलेक्शन बत्तीस से तैंतीस करोड़ रूपए के बीच में हो जाएगा और ये फिल्म वैसे तो फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप चल रही है लेकिन चलिए देखते हैं आगे क्या करती है फिल्म लेकिन बात करेंगे फिलहाल शैतान फिल्म की जिसने बहुत ज्यादा इंप्रेस किया है और अजय देवगन की फिल्म शैतान को बहुत ज्यादा पसंद किया गया है इतने बजट इतना बड़ा बजट नहीं था फिल्म का लेकिन बावजूद इसके कहानी फिल्म की अच्छी होने के कारण फिल्म को बहुत ज्यादा लोगों ने पसंद किया है शैतान एक horror three फिल्म थी जो कि विकास बहल के direction में बनी थी जिसको produce किया था.
विकास बहल देशपांडे और अजय देवगन ने फिल्म में हमें अजय देवगन के साथ ज्योतिका, आरमादवान, जानकी बोधिवाला अहम किरदारों में नजर आई थी और फिल्म का जो बजट था वो अस्सी करोड़ रुपए से भी कम का था लेकिन बात करूं मैं फिलहाल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तो अभी तक जिस तरह से बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म perform कर रही है फिल्म का आज तेरहवां दिन है। तो दोस्तों अभी ये फिल्म रुकने वाली नहीं है क्योंकि योद्धा फिल्म से ज्यादा ये कमाई अभी भी कर रही है। फिल्म शैतान ने अपने पहले तीन दिनों के वीकेंड पर पचपन करोड़ तेरह लाख रुपए इंडिया से नेट कमाई थी तो की जो worldwide कमाई थी वो अस्सी करोड़ इकतीस लाख रूपए थी उसके बाद बात करूँगा मैं फिल्म के पूरे ग्यारह दिनों के official box office collection की क्योंकि ग्यारहवें दिन फिल्म का जो collection था वो तीन करोड़ अठारह लाख रूपए था तो ग्यारह दिनों में फिल्म शैतान एक सौ नौ करोड़ उन्नीस लाख रूपए इंडिया से नेट कर चुके थे,
जी हाँ दोस्तों ग्यारह दिनों में एक सौ नौ करोड़ उन्नीस लाख रूपए वहीं फिल्म का जो इंडिया में ग्रॉस कलेक्शन था वो एक सौ उनतीस करोड़ चौंतीस लाख रूपए हो गया था। ओवरसीज से फिल्म ने कमा लिए थे सत्ताईस बाईस लाख रुपए और कुल मिलाकर फिल्म की जो पूरे वर्ल्ड में टोटल कमाई थी वो एक सौ छप्पन करोड़ छप्पन लाख रुपए हो चुकी थी ऑफिशियली ग्यारह दिनों में बारहवां दिन फिल्म का कलेक्शन रहा तीन करोड़ रुपए का और आज तेरहवें दिन ये फिल्म ढाई करोड़ रुपए से भी ज्यादा की कमाई कर रही है। तो फिल्म की तेरह दिनों की टोटल कमाई एक सौ चौदह करोड़ पचास लाख रुपए इंडिया से नेट हो रही है तो वहीं फिल्म पूरे वर्ल्ड में एक सौ पैंसठ करोड़ रुपए कर रही है और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट हो चुकी है।
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इस समय अजय देवगन की फिल्म in fact आर माधवन की फिल्म मैं कहूंगा शैतान की काफी तारीफें हो रही है और कहा ये जा रहा है कि अब तक की release हुई जितनी भी हिंदी horror फिल्में हैं उसमें ये top पर पहुँच गई है एक सौ पांच करोड़ रूपए से ज्यादा का इसने collection कर लिया है। दोस्तों जब हम फिल्म शैतान की बात करते हैं तो हमारे जेहन में फिल्म वश का ख्याल आ जाता है। जो कि असल में गुजराती फिल्म है। जो पिछले साल फेब्रुअरी में रिलीज हुई थी और ये जो फिल्म है शैतान ये इसकी हूबहू कॉपी है।
अब जब हम बॉलीवुड सिनेमा की बात करते हैं, हिंदी सिनेमा की बात करते हैं उसमें अगर हम किसी फिल्म की तारीफ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वो एक बहुत अच्छी copy है तो जहन में सवाल ये उठता है कि मान लीजिए किसी कागज पर आप कुछ बहुत अच्छा लिखा हुआ देखें और फिर उसका एक xerox निकलवाएं और नीचे अपना नाम लिख दें तो क्या वो लिखा हुआ जो content है वो आपका हो जाएगा, यही सवाल मैं अक्सर Copy फिल्मों के बारे में पूछता रहा हूँ, कितना आसान होता है किसी और के risk को जब वो Successful हो जाए, फिर आप अपने Version में उसे पेश कर दें। अजय देवगन ने भी यही किया है। असल में इस फिल्म के लिए अगर किसी को वाहवाही मिलनी चाहिए तो वो आर माधवन है क्योंकि आर माधवन का इस फिल्म में जो रोल है वो बहुत ही जबरदस्त है और अंत तक आपके दिल पर असर छोड़कर जाता है।
लेकिन साथ ही साथ ये सवाल भी बनता है कि अगर इसी तरह कॉपी और remake के सहारे बॉलीवुड चलता रहा तो फिर वो innovation और creativity कहाँ से आएगी? क्या हिंदी दूसरे भाषा में release हुई फिल्मों का अनुवाद देखने के लिए हैं। क्या कोई लेखक कोई फिल्मकार हिंदी फिल्म के दर्शकों के लिए कोई नया Experiment नहीं करेगा? या फिर हिंदी फिल्म के जो दर्शक हैं उनको लिया जाता है। ये मान लिया जाता है कि हम उनको किसी भी तरीके से बना सकते हैं। अब आप सोचिए कि एक already जो बनी हुई फिल्म है, बहुत से गुजराती दर्शक ऐसे होंगे जो गुजराती और हिंदी फिल्में दोनों देखते हैं, उन्होंने इस फिल्म को देखा होगा और वो समझ पा रहे होंगे कि किस इस फिल्म को एक तरह से कॉपी बनाकर पेश कर दिया, रीमेक बनाकर पेश कर दिया, ऐसे में जो कॉपी बनाने वाला शख्स है क्या वो वाकई वाह-वाही का हकदार है? दूसरा सवाल ये कि अगर इस तरह का सिनेमा बनता रहा जो कि दूसरी भाषा का कॉपी है, दूसरी भाषा का रीमेक है तो फिर वो innovation कहाँ से आएगा?
जो नए creative writers हैं जो तरसते रहते हैं कि उनकी कहानी पर कोई फिल्म बनाए, उन्हें मौका कैसे मिलेगा? क्या आप ये मानना चाहिए कि पैंतालीस लाख रुपए के छोटे से बजट में फिल्म वश। जिसका अब हिंदी रीमेक बनाया गया जो एक सौ पाँच करोड़ का बिजनेस कर चुका है। तो क्या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री सिर्फ Remake के सहारे चलेगी? क्या नए लोगों को मौका नहीं मिलेगा? क्या नई सोच को बढ़ावा नहीं मिलेगा? तो फिर क्या हम इसे creativity कह सकते हैं? क्या किसी की नकल करना creativity है?
क्या आप आने वाले समय में सिर्फ और सिर्फ Demakes देखना चाहते हैं? ये एक बड़ा सवाल है। मैं शैतान की तारीफ के बीच इस सवाल को आपसे पूछ रहा हूँ और चाहता हूँ कि इस पर आप खुलकर अपनी दें, साथ ही हिंदी फिल्म बनाने वाले प्रोडूसर को ये बताएं कि हिंदी फिल्म का दर्शक अब कुछ नया चाहता है, कुछ नए प्रयोग चाहता है, नया content चाहता है, नई creativity चाहता है, अब वो थक चूका है, remakes को देख-देख कर क्या कहते हैं।
जैसा कि आप सभी जानते होंगे पिछले शुक्रवार यानी कि आठ मार्च को सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन की फिल्म शैतान जिसने सिनेमा घरों में तहलका मचा रखा है और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कलेक्शन कर रही है। जी हाँ दोस्तों आपकी जानकारी के लिए मैं आपको बताता चलूँ कि शैतान फिल्म का कल दूसरा बंडे था। यानी कि सिनेमा घरों में फिल्म शैतान ने पूरे ग्यारह दिन complete कर लिए हैं और आज फिल्म का सिनेमा घरों में बारहवां दिन है। लेकिन फिल्म की कमाई अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रही है और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी तूफानी कमाई कर रही है।
लेकिन दोस्तों उससे पहले अगर आप बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन को एक बेहतरीन अभिनेता मानते हैं। तो इस वीडियो को दिल से लाइक करें और साथ ही साथ इस चैनल को भी जरूर subscribe कर लीजिएगा। दोस्त अगर बात करें फिल्म शैतान के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तो सबसे पहले तो मैं आपको बताता चलूँ कि एक हिंदी language की Horror three फिल्म थी जिसको Direct किया था विकास बहन ने और फिल्म को produce किया था विकास बेहल, ज्योति देशपांडे और अजय देवगन ने फिल्म में हमें अजय देवगन के साथ ज्योतिका, अरमादवान और जानकी बोधिवाला अहम किरदारों में नजर आई थी। और फिल्म का जो बजट था वो अस्सी करोड़ रूपए से भी कम का था। वहीं फिल्म को पूरे वर्ल्ड में लगभग बयालीस स्क्रीनों पर रिलीज किया गया था। लेकिन अगर बात करें फिल्म की कमाई दोस्तों अपने पहले ही दिन से जिस तरह से बॉक्स ऑफिस पर Perform किया है फिल्म शैतान ने वो वाकई काबिले तारीफ है।
क्योंकि शैतान फिल्म अपने पहले दिन यानी कि opening डे पर पंद्रह करोड़ इक्कीस लाख रूपए की कमाई करने के बाद अपने तीन दिनों के weekend पर यानी कि शुरुआत के जो तीन दिन थे उनमें ही ये फिल्म पचपन करोड़ तेरह लाख रूपए कर चुकी थी तो वहीं फिल्म का जो Worldwide collection था वो अस्सी करोड़ इकतीस लाख रूपए था और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपने तीन दिनों के weekend पे ही सुपर हिट हो गई थी उसके बाद फिल्म ने दस दिनों में officially दस दिनों का official collection आपको बता रहा हूँ क्योंकि दसवां दिन जो था यानी कि फिल्म का जो दूसरा Sunday था उसमें फिल्म ने कमाई थी दस करोड़ सत्रह लाख रुपए और फिल्म की जो दस दिनों की Official कमाई थी वो एक सौ छह करोड़ एक लाख रुपए इंडिया से नेट हो गई थी तो वहीं फिल्म का जो इंडिया में ग्रॉस कलेक्शन था वो एक सौ पच्चीस करोड़ चालीस लाख रुपए था overseas से फिल्म ने कमा लिए थे
छब्बीस करोड़ इकहत्तर लाख रुपए और कुल मिला के दस दिनों में फिल्म शैतान ने में एक सौ बावन करोड़ ग्यारह लाख रुपए की कमाई कर ली थी ग्यारहवें दिन फिल्म ने कमाई तीन करोड़ बीस लाख रुपए यानी कि अपने दूसरे मंडे को फिल्म ने ग्यारहवें दिन तीन करोड़ बीस लाख रुपए की कमाई की है और फिल्म का जो आज बारहवां दिन है दोस्तों ये भी कम से कम तीन करोड़ रुपए का जाने वाला है यानी कि ये पूरा हफ्ता दो से ढाई करोड़ तीन करोड़ में निकलेगा तो कहने का मतलब ये है कि अभी लाइफ टाइम में हम और भी ज्यादा उम्मीद फिल्म शैतान से कर सकते हैं क्योंकि अभी बहुत टाइम तक ये फिल्म सिनेमा घरों में चलने वाली है. तो बारह दिनों की जो टोटल कमाई है फिल्म शैतान की वो एक सौ बारह करोड़ रुपए इंडिया से नेट हो जाएगी. तो वहीं फिल्म पूरे वर्ल्ड में लगभग एक सौ इकसठ करोड़ रुपए कर जाएगी. और वैसे तो ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट हो चुकी है.
यंग पैन इंडिया स्टार राशि खन्ना अपनी लेटेस्ट फिल्म ‘योद्धा’ की रिलीज के लिए तैयार हो रही हैं, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा मुख्य भूमिका में हैं। हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, वर्सेटाइल पावरहाउस से उनके रियल लाइफ योद्धा के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा, ‘मेरी मां, मेरे पिता और मेरा भाई मेरे असली योद्धा हैं। मुझे लगता है कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, मैं आज जहां भी हूं, यह सब मेरे माता-पिता और मेरे भाई से मिले सपोर्ट की वजह से ही संभव हो पाया है। मेरे भाई ने मुझे तब भी प्रेरित किया, जब मैं अपने बारे में बहुत कॉन्फिडेंट नहीं थी। वह हमेशा मुझे बेहतर करने के लिए प्रेरित करता था, मुझसे कहता रहता था तुम इससे बेहतर हो।
एक्ट्रेस ने कहा कि कैसे ‘फर्जी’ के बाद लोगों की उनसे उम्मीदें बढ़ गई हैं। ‘लोगों ने मुझे एक एक्टर के रूप में देखा, लेकिन ‘फर्जी’ के बाद एक परफॉर्मर के रूप में मुझे सम्मान मिला। लोगों की उम्मीदें मुझसे कहीं ज्यादा बढ़ गई हैं। मुझे नहीं लगता कि वे सिर्फ मुझे किसी ऐसे किरदार को निभाते देखना चाहेंगे, जिसका कहानी से कोई मेल नहीं। उन्होंने साझा किया और बताया कि ‘योद्धा’ में उनके किरदार में ‘बहुत सारी परतें’ हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मैं ‘योद्धा’ के साथ (हिंदी फिल्मों में) वापसी कर रही हूं। मैं लोगों द्वारा फिल्म देखने के लिए बहुत उत्साहित हूं।
राशि, जो साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में सबसे अधिक मांग वाली एक्ट्रेस में से एक है, अब ‘योद्धा’ के साथ बॉलीवुड पर अपना प्रभाव डालने के लिए तैयार है। इस फिल्म में वह एक सरकारी अधिकारी की भूमिका निभा रही है। धर्मा प्रोडक्शन्स द्वारा निर्मित और सागर अंब्रे और पुष्कर ओझा द्वारा निर्देशित यह फिल्म 15 मार्च को रिलीज हो गई है। सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत इस फिल्म के अलावा, राशि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ और ‘टीएमई’ में नजर आएंगी, जिसमें एक्टर विक्रांत मैसी भी प्रमुख भूमिका में हैं। उनकी पाइपलाइन में तमिल फिल्म ‘अरनमनई 4’ और तेलुगु फिल्म ‘तेलुसु कड़ा’ भी शामिल है।
मैं आपको रूबरू कराऊंगा बॉलीवुड के एक और काले सच से और ये निकल कर आया है सारा अली खान के हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू से इस इंटरव्यू को देते वक्त वो बात कर रही है अपने अब्बाजान अपने पिता सैफ अली खान के बारे में आप जानते ही है कि जिस वक्त सारा और इब्राहिम बहुत छोटे थे उसी वक्त अमृता सिंह और सैफ अली खान का तलाक हो गया था तो जो वो दिन थे जब बड़ी हो रही थी सारा अली खान उस वक्त को याद करते सारा कहती है कि हमें बचपन से ही पता था कि सब कुछ हमें ही करना है हमारे काम कोई नहीं आएगा, उनका इशारा सीधे सैफ अली खान की तरफ है क्योंकि वो बचपन से ही ये देख चुकी थी कि उनका जो पिता है वो उन्हें जन्म देने के बाद उनकी माँ से अलग होकर कहीं दूर चला गया है और उसने अपनी एक नई दुनिया बसा ली है, किसी और के साथ और अब दूसरी शादी से भी उसको बच्चे हैं, ऐसे में चाहे वो कितना ही बड़ा नामचीन सितारा क्यों ना हो उन बच्चों को अपना खुद तय करना था ये बात सारा अली खान ने एक इंटरव्यू में कही है।
और ये इंटरव्यू इस बात को बताता है कि बॉलीवुड जहाँ भरमार है ऐसे टूटे हुए घरों के बच्चों की वहां उन बच्चों पर क्या कुछ होकर गुजरता है। दोस्तों हर तरफ बात होती है बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया की इस ग्लैमर वर्ल्ड की लेकिन अक्सर लोग आपको ये बताना भूल जाते हैं कि यहां जो सब कुछ इतना चमकीला, उजला, चमकदार जो दिखता है, इसके पीछे कई काले स्याह राज हैं, कई काले स्याह और ऐसी गंदगी है कि जिसको अगर आप सोच भी ले तो आपकी रूह कांप सकती है और इन सारी बातों की तरफ आपका ध्यान ले जाना ये मेरा पहला कर्तव्य इसलिए है क्योंकि बहुत सारे लोग बॉलीवुड की तरफ attract तो हो जाते हैं, खींचे तो चले आते हैं लेकिन वो उसकी असलियत से बहुत दूर होते हैं। आप सोचिए कि एक नामचीन सितारा जिसकी बहुत कम उम्र में शादी हो गई, दो बच्चे हो गए और उसके बाद अचानक वो अपने परिवार और बच्चों को अकेला कहीं चला जाता है और फिर एक दूसरी शादी में चला जाता है और उसके पहली शादी से हुए बच्चे जो हैं।
वो तरसती निगाहों से तरसती नजरों से उसकी तरफ देखते हैं वो बात अलग है कि अमृता सिंह के साथ हुए तलाक में सैफ अली खान ने जो एलेमिनी दी उसी से परवरिश हुई सारा की लेकिन पिता का साया उठ चुका था। और सारा अली खान को कहीं ना कहीं ये पता था कि जो कुछ करना है वो खुद करना है क्योंकि जो हमारा पिता है वो अब उस तरह से साथ देने नहीं आएगा। और यही वो दर्द बयां किया है सारा अली खान ने दोस्तों हम बहुत से चेहरों की तरफ देखकर ये कह तो देते हैं कि फलां स्टार किड है फलां तो चांदी के चम्मच के साथ पैदा हुआ है लेकिन कई चीजें ऐसी होती है कि अगर उनकी असलियत को बहुत करीब से देखा जाए तो बड़ी डरावनी होती है और सारा अली खान ने यही बताने की कोशिश की है अपने उस इंटरव्यू में आप ये भी जानते हैं कि बॉलीवुड में जो एक इमेज बनाई जाती है पीआर एजेंसीज के द्वारा।
उन्हीं image से आप प्यार करते हैं, उसी image से आप कई बार नफरत भी करते हैं यानी कुछ भी होता है आप असल इंसान को तो जान ही नहीं पाते। बीच का जो मीडिया है वो कोशिशें करता रहता है कि आपको शख्सियत से रूबरू करा दे जिसको आप पर्दे पर देखते हैं अभिनय करते हुए लेकिन बहुत कम ऐसे लोग होते हैं जो आपको सही शख्सियत का परिचय दे पाते हैं। बहुत सारी चीजें बहुत सारी बातें सिर्फ उस इमेज के इर्द-गिर्द घूमती रहती हैं। जिन्हें आप कभी चाहकर भी समझ नहीं पाते। ये जो interview है सारा अली खान का ये बहुत कुछ कहता है, वो बहुत कुछ बताता है। जो शायद सच्चाई की तरफ आपका ध्यान ले जाने की कोशिश है कि जो दुनिया जो ग्लैमर वर्ल्ड आपको इतना चमचमाता दूर से दिखता है उसके अंदर भी कई सारी ऐसी कमियां और खामियां है कि अगर आप उनको करीब से जान लेंगे तो शायद आपका मन ही उठ जाए यानी एक वो सैफ अली खान जो तैमूर को गोद में लिए हुए दिखते हैं और दूसरी तरफ वो सैफ अली खान जिन्होंने अपने दो छोटे बच्चों को छोड़ दिया था और वो छोटे बच्चे बड़ी तरसती निगाहों देखा करते थे कि आने वाले कल में हमारे पिता का साया हमारे साथ नहीं होगा।
वो इस दुनिया में जहाँ में है तो जरूर लेकिन हमारे साथ नहीं है और इस भाव के साथ बड़े होना और फिर अपने दम पर अपनी जगह बनाना वाकई काफी मुश्किल दौर रहा होगा क्योंकि emotionally और अगर हम देखें बहुत ही व्यक्तिगत तौर पर ये देखना कि हमारा पिता इस दुनिया में है तो पर वो हमारी माँ के साथ नहीं है वो तो किसी और दूसरी औरत के साथ है उसने उसके साथ अपनी अलग बसाली है। क्या कुछ होकर गुजरता होगा सारा अली खान के इस इंटरव्यू में वो दर्द है। जिसको मैं आपको बताने की कोशिश कर रहा हूँ और यहाँ ये भी समझने की जरूरत है कि बॉलीवुड में ये एक अकेली ऐसी कहानी नहीं है। ऐसी कई और कहानियां हैं, ऐसी कई और दास्तानें हैं, जो आपको बॉलीवुड का वो सच बताती हैं कि जिसे सुनकर देखकर आप खुद में ये सवाल करने लगेंगे कि जिस दुनिया के सपने आप देखते हैं, बहुत सारे लोग हैं, बॉलीवुड के सपने देखते हैं, बनना चाहते बहुत मशहूर होना चाहते हैं, दौलत-शोहरत चाहते हैं, लेकिन क्या वाकई अंतिम सुख उनके हिस्से आता है जिसकी हसरत लिए वो यहाँ चले आते हैं, दोस्तों सारा अली खान का ये कहना कि हमें बचपन से पता था कि कोई नहीं आएगा, हमें अपनी मंजिल खुद तलाशनी है,
कहीं ना कहीं ये उस दर्द को बयां करता है, जो आपसे ये कहता है कि आप कहाँ जन्म लेते हैं, किनके बीच बड़े होते हैं, आपके माता-पिता के रिश्ते कैसे रहते हैं और उसके बाद फिर आपका career कहाँ बनता है? क्या आप अपनी पहचान बना पाते नहीं बना पाते हैं। आपकी जिंदगी के struggle में कितना साथ आपको मिलता है आपके माता-पिता का ये सब कुछ कई और बातों पर निर्भर करता है और अक्सर आपका बस उन सारी चीजों पर नहीं चलता। क्या समझते हैं आप सारा अली खान की इस कहानी से अगर आप इस कहानी से कुछ संदेश देना चाहते हैं तो वो संदेश क्या है, आपको क्या समझ में आता है ये बात आप मेरे वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन में लिखकर मुझे भी बता सकते हैं ताकि हम ये समझ सके कि की जिंदगी में झांकने के बाद आप जो सबक सीख रहे हैं, वो सबक आपको क्या मिल रहा है, वो सीख आपको क्या मिल रही है और उससे आप अपनी जिंदगी कैसे बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे या कर रहे हैं ये भी आप हमारे साथ साझा करते चलें, ये जो तमाम बातें मैं अपने प्लेटफार्म पर आपके लिए लेकर आता हूँ, उसका एक ही मकसद है कि अगर हम किसी और की जिंदगी में झांक भी रहे हैं,
तो उसके दुःख दर्द, उसकी तकलीफ, उसके challenges, उसके दर्द ये तमाम चीजों को हम करीब से महसूस कर सकें और फिर दूर खड़े हो ताली बजाने की जगह अगर हम वाकई में समझना चाहते हैं बॉलीवुड को, entertainment की इस दुनिया को, ये इंसानी रिश्तों को तो कितनी उतार-चढ़ाव के साथ होकर ये गुजरते हैं और क्या कुछ बीतता है, इन टूटी हुई शादी से जन्में हुए बच्चों पर, ये हमें बहुत कुछ बॉलीवुड सिखाता-बताता है और सोचिए कि यही वो लोग हैं, जो आपके बीच कहानियां लेकर आते हैं, जो ये चुनते हैं, तय करते हैं कि हम आपको कौनसी कहानी सुनाएंगे, खुद उनकी कहानियां कितनी बिखरी हुई हैं। तो बिखरी हुई जब आपको कहानियां सुनाने आते हैं और बिखरी हुई कहानियों वाले जब आपके सामने कहानियां लेकर आते हैं
ये कहते हुए कि हम आपको आज बताएंगे कि जिंदगी कैसे कहते हैं, जिंदगी में रिश्तों की परिभाषा क्या है, जिंदगी में आपको क्या सबक सीखना चाहिए, कैसे चैलेंजेस को फेस करना चाहिए, तो कभी आप उनकी जिंदगी में भी तो झांके कि उन्होंने क्या कुछ सहा और कहा है, ये तमाम बातें हैं जो सारा अली खान के उस इंटरव्यू को देखकर मुझे लगा कि मुझे अपनी ऑडियंस को बताने मेरी कोशिश होती है कि मैं एक different perspective एक different पॉइंट of view आपके बीच में लेकर आऊं ताकि खबरें और कहानियां और घटनाएं तो बहुत लोग सुनते-बताते कहते हैं लेकिन उन खबरों, कहानियों, घटनाओं से हम क्या ले सकते हैं और किस तरह से हम उन्हें सुनकर जानकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, क्या सीख ले सकते हैं, शायद यही वो बात है जो हमें दूसरों से अलग बनाती है.
जन्मदिन (14 मार्च) की हार्दिक शुभकामनाएँ विनम्र मेगा स्टार ‘परफेक्शनिस्ट’ अभिनेता-गायक-निर्देशक-निर्माता आमिर खान जो अब 59 साल के ‘युवा’ हैं! उनकी सुपर-सफलता, आलोचकों की प्रशंसा और दर्शकों की सराहना नवीनतम सामाजिक-कॉमेडी-सस्पेंस थ्रिलर होम प्रोडक्शन फिल्म ‘लापता लेडीज’ (पूर्व पत्नी किरण राव द्वारा शानदार ढंग से निर्देशित) उनके जैसी ही रही है इस वर्ष जन्मदिन का उपहार ।
अपनी नवीनतम फिल्म पर सबसे ज्यादा गर्व है ‘लापता लेडीज’ उनके होम-बैनर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक थी। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें लगा कि यह फिल्म सकारात्मक पारिवारिक मूल्यों, मानव स्वभाव और एक अद्भुत मनोरंजन पर आधारित एक मौलिक फिल्म है। उन्होंने अपनी मनमोहक मुस्कान के साथ अपील की, ‘कृपया नजदीकी थिएटर में जाकर फिल्म ‘लापता लेडीज’ देखें और थिएटर-टिकट मेरे जन्मदिन का उपहार होगा। पिछले 36 वर्षों से आमिर-भाई को एक यह मेरे लिए और आमिर के समय मौजूद समाचार-मीडिया के लोगों के लिए बहुत उत्साहजनक था उन्होंने अपने होम-प्रोडक्शन के लिए दिए गए भावनात्मक समर्थन के लिए अपने वफादार प्रशंसकों, थिएटर दर्शकों और समाचार-मीडिया के प्रति खुलकर आभार व्यक्त किया।
अपना ‘जन्मदिन का केक’ काटने से पहले लापाता देवियों। समाचार-मीडिया को संबोधित करते हुए (ऑन-रिकॉर्ड) उन्होंने ऐसा कहा ‘लगान’ के मुख्य अभिनेता आमिर ने कहा कि उन्हें विनम्र, निश्छल, शरारती स्वभाव वाले स्पष्टवादी अभिनेता के रूप में जानना मेरे लिए सम्मान की बात है। एक फिल्म-पत्रकार के रूप में, मैं आमिर भाई को जानता था यहां तक कि उनकी शुरुआती पहली फिल्म कयामत से कयामत तक (1988) और उसके काफी बाद की शॉक-वैल्यू क्राइम थ्रिलर राख (1989) की रिलीज से पहले भी।
1988 में उनके निवास पर मैंने उनका समाचार-मीडिया-साक्षात्कार किया था, इस तरह स्वभाव से आमिर ने मुझे अपनी कार में, जिसे वह खुद चला रहे थे, मुख्य सड़क यातायात जंक्शन पर छोड़ा ‘लगान’ से फना, गजनी से जो जीता वही सिकंदर और रंगीला से राजा हिंदुस्तानी और धूम-3 तक विपरीत मुख्य भूमिकाओं में भावुक अभिनेता आमिर की उत्कृष्टता तो हम हैं राही प्यार के उन्हें बहुमुखी अभिनय में एक संस्थान बनाता है। अपनी शानदार उपलब्धियों के साथ, पापा ताहिर-साहब हुसैन निश्चित रूप से ऊपर से मुस्कुरा रहे होंगे पापा कहते हैं बड़ा — नाम करेगा)!