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नाना पाटेकर ने राजदीप सरदेसाई को धो डाला | Nana Patekar washed away Rajdeep Sardesai

नाना पाटेकर ने आखिर पत्रकार राजदीप सरदेसाई को ऐसा क्या कहा जो लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया कि नाना ने राजदीप को धो डाला? असल में ये पूरा मामला शुरू हुआ एक शो से और ये शो आया लल्लन टॉप पर लल्लनटॉप पर एक शो आता है गेस्ट इन द न्यूज़ रूम इसका hundred episode था और उसमें आए नाना पाटेकर सौरभ द्विवेदी इसमें host होते हैं, interview करते हैं। बहुत popular शो है और खासकर ये बहुत लंबा रहा, करीब चार घंटे का ये एपिसोड था। जिसमें नाना पाटेकर की जिंदगी से जुड़ी सब बातों पर discussion चल रहा था। अचानक से इस बातचीत में entry होती है, राजदीप सरदेसाई की।

आप जानते ही हैं कि टीवी टुडे ग्रुप को बिलॉन्ग करता है, जिस ग्रुप को हेडलाइंस टुडे और आज तक और ये सारा सब एक ही ग्रुप है। राजदीप सरदेसाई लल्लनटॉप के न्यूज़ रूम में आते हैं। नाना पाटेकर पर नजर पड़ती है। और फिर वो उनसे थोड़ा मराठी में संवाद करते हैं फिर तारीफ करते हैं लल्लनटॉप की और तारीफ करते-करते ये भी कहते हैं कि ये हिंदी भाषी लोग हैं और आपस में मराठी में बात कर रहे होते हैं तो नाना उन्हें वहाँ पर रोकते हैं और कहते हैं कि भाई जिस दिन हम ये तय कर लेंगे कि ये तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी, बंगाली सब एक ही हैं तो उस दिन हम सही मायने में अपने देश से प्यार करते हैं ये साबित होगा और इस तरीके की बातें होती हैं फिर अह राजदीप तारीफ करते हैं।

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लल्लनटॉप की कि ये लोग आज के समय में बहुत अच्छी पत्रकारिता कर रहे हैं और अह मैं इसीलिए आ जाता हूँ कभी-कभी टहलता हुआ दफ्तर में तो इस पर नाना पाटेकर सीधे तौर पर कहते हैं राजदीप सरदेसाई से कि तू क्यों नहीं करता ऐसी पत्रकारिता तो जो बुरा ही बुरा क्यों दीखता है अब वो सबके सामने अचानक नाना पाटेकर ने जो कहा तो राजदीप सरदेसाई एकदम ठिठक गए उनको कोई जवाब नहीं सूझा और वो बेचारे बस इतना ही कह पाए कि अब हम भी इतने बुरे नहीं है मतलब कहीं ना कहीं उन्हें लगा कि वो बुरे हैं क्योंकि आमतौर पर होता क्या है दोस्तों कि एक जमाना अलग था जब पत्रकारों को बहुत ही सम्मान पूर्वक दृष्टि से देखा जाता था आज लोग बंट चुके हैं कोई सीधे हाथ की तरफ है कोई बाएं हाथ की तरफ है आप समझ ही रहे हैं राइट एंड लेफ्ट हो चुका है तो अब लोगों के मन में बातें भी आती हैं प्रश्न भी आते हैं और खासकर राजदीप सरदेसाई की अगर बात करें तो उनकी पत्नी जो है वो टीएमसी से अब राज्यसभा सांसद है तो ऐसे में राजदीप सरदेसाई अ को लेकर लोगों के मन में न्यूट्रल भाव तो नहीं होगा क्योंकि जब का एक सदस्य एक पार्टी से सांसद बन जाता है।

और आप ये दावा कर रहे हैं कि आप पत्रकार हैं वो भी न्यूट्रल पत्रकार तो फिर लोगों को उस पर संशय होता है और जिस तरीके से नाना पाटेकर ने सबके सामने कहा कि तो तू क्यों नहीं करता ऐसी पत्रकारिता। तो जो बुरा ही बुरा क्यों दिखता है? तो ये साफ दिखता है कि वो लोग जो राजदीप सरदेसाई को बहुत लंबे समय से जानते हैं उनके मन में भी ऐसी बातें आती रहती हैं। इस पूरे अह एपिसोड में हमने ये भी देखा कि अह राजदीप तो थोड़ी देर के लिए आए थे मुश्किल से पांच-सात मिनट का उनका इंटरेक्शन है जिसमें उनकी पोल खुद ही खुल जाती है और इसमें अह राजदीप सरदेसाई जो हैं वो नाना पाटेकर के बड़े करीबी दोस्त हैं, दोनों के बीच ये बात होती है कि महीने में एक बार तो मैसेज आता ही है। कभी नाना राजदीप को करते हैं, कभी राजदीप नाना को करते हैं और उनके मम्मी-पापा के जमाने से उनका घर का आना-जाना है।

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अब इतना कड़वा जो संवाद हुआ उसे लल्लनटॉप ने दिखा भी दिया। वो चाहते को एडिट कर सकते थे? हम और आपको पता ही नहीं चलता क्योंकि लल्लनटॉप के न्यूज़ रूम में इंटरव्यू शूट होने के दौरान क्या हुआ? ये कैसे पता चलेगा? जब तक कि वो खुद नहीं बताएंगे। अब ये एक ईमानदारी है लल्लनटॉप की। कि उन्होंने उस पूरे एपिसोड को दिखा दिया। अब इस वजह से राजदीप सरदेसाई को ट्रोल भी किया जा रहा है। बहुत सारे लोग तमाम तरह की बातें लिख रहे हैं सोशल मीडिया पर, कुछ लोग कह रहे हैं कि राजदीप की क्लास लगाकर नाना ने ठीक किया, कुछ ने कहा कि अह ये तो मतलब उनकी तारीफ में जो लगे हैं तो वो तो कभी नाना पाटेकर का नाम नहीं भूल पाएंगे तो ऐसे तमाम तरह के कमेंट आपको दिख जाएंगे सोशल मीडिया पर लेकिन इतना जरूर है कि आज के वक्त में जो सोशल मीडिया आया है और सब कुछ खुलकर बात करते हैं लोग पहले लोगों के मन में सवाल दबे रह जाते थे

कहाँ पूछे किस से पूछे कहाँ लिखे मौके नहीं थे आज आप देखिए कि interview चल रहा है नाना पाटेकर बैठे हैं पीछे से राजीव सरदेसाई आते हैं दोनों के बीच संवाद होता है नाना पाटेकर उनकी दो बार बेइज्जती करते हैं बेइज्जती not बेइज्जती पर हाँ वो उनको उनके काम पर टीका करते हैं, काम पर टिप्पणी करते हैं जिसका जवाब कुछ दे नहीं पाते हैं राजीव सादेसाई तो उसे ये कहते हैं कि मैं इतना भी बुरा नहीं हूँ और आज के समय में वो खुद कहते हैं कि लल्लनटॉप ने जो पत्रकारिता जिस स्तर की की है वो वाकई काबिले तारीफ है तो ऐसी बातें चलती हैं फिर वो वहाँ पर एक चीज ये भी बोलते हैं भाषा के आधार पर भी वो बांटने की कोशिश करते हैं राजीव साह देसाई अरे ये हिंदी भाषी है और पहले वो मराठी में बात कर रहे होते हैं लेकिन वो ना ना उन्हें वहाँ भी काट देते हैं कि क्या फर्क पड़ता है मराठी में बात कर तो दोस्तों ये सारी जो बातें हैं मैंने आपके सामने इसलिए रखी हो सकता है

आप में से कुछ लोगों ने वो एपिसोड देखा भी होगा कि अब कुछ छुपा हुआ नहीं रह गया है अब जो कुछ भी है वो सामने है ऐसे में आज का जो दौर है वो पत्रकारिता करने के लिए बहुत टफ दौर है आज के समय में आपकी सारी कलई खुल के रख जाती है मुझे याद है राजदीप सरदेसाई ने जब इंटरव्यू किया था रिया चक्रवर्ती का उस समय भी वो काफी विवादों में आए थे और बहुत सारी बातें उनसे कही गई थी और ये कोई पहला मौका नहीं है जब राजदीप सरदेसाई अह इस तरह से publicly insult कर दिया हो मुझे याद है एक video अह मुकेश अंबानी के साथ का भी है जिसमें वो बहुत कोशिश कर रहे हैं उनसे बात करने की और वो उनको दिखा देते हैं that he is not interested और ऐसे कई मौके हुए हैं राजदीप सरदेसाई के साथ अब ये पत्रकारिता का जो प्रोफेशन है

ये बिल्कुल एक अलग तरह के माहौल में पहुँच चुका है जहाँ पर अब आम जनता को पत्रकारों की जरूरत नहीं है अपनी बात कहने के लिए आम जनता तो सोशल मीडिया पर बोल देती है आप कुछ कहें उसके नीचे लिख देती है आपको ट्रोल वाले लोग भी आ जाते है अब हो ये गया है कि आपने जो किया है उसका सब हिसाब रखा जाता है और लोग मौका मिलने पर उसका पूरा हिसाब किताब निकालते है बहुत से लोगों के लिए तमाशा होता है बहुत से लोगों के लिए सीखने जैसी चीज होती है लेकिन अगर आप बहुत ही खुलकर इसको समझे तो एक तरह से ये एक बहुत अच्छा मौका है हमारे देश की जनता के लिए उन जागरूक नागरिकों के लिए जो अपने विचार रखते है कुछ बोलना चाहते है कहना चाहते है वो चुपचाप सुनना नहीं चाहते और साथ ही बताना चाहते है कि उन्हें हर बात समझ आती है।

तो ये जो पूरा एपिसोड हुआ है ये एक पत्रकार नाना पाटेकर का interview लिए दूसरा पत्रकार जो देश का बड़ा पत्रकार है पीछे से आता है फिर दोनों के बीच में एक मीठी नोकझोंक होती है और फिर चले जाते हैं और इस सब के बाद भी लल्लनटॉप ने इस पूरी मीठी नोकझोंक को दिखा दिया तो ये भी एक तरह की ईमानदारी लगती है ये अलग तरह की ईमानदारी है कि आपके दफ्तर में कुछ हुआ आप चाहते तो छुपा जाते अब होता ये है कि ऐसे जो interactions होते हैं कई बार हो सकता है किसी ने मोबाइल फोन से शूट कर लिया होता कोई बाद में अपलोड करता तो ये होता अरे ये वाला इंटरेक्शन तो आपने दिखाया ही नहीं के बीच में हुआ था। खैर ये एक अच्छी practice भी है और कहीं ना कहीं अब ऐसा लगता है कि अह journalism में जो चीजें होती हैं, सबसे पहली चीज तो होती है transparency जो है जैसा है बताना, दिखाना, छुपाना नहीं।

यहाँ कोई fiction नहीं है। यहाँ असलियत दिखाई जा रही है, तो आप जो भी संवाद कर रहे हैं, आप अगर fumble भी कर रहे हैं, आप किसी को कुछ बुरा-भला भी कह रहे हैं, तो वो सब कुछ सामने होता है, तो इसी इस एपिसोड की ब्यूटी रही है, मैं देख रहा हूँ कि इस, इस एपिसोड को काफी देखा गया है। अह ये संडे के दिन अपलोड हुआ था, अब तक लाखों में views पहुंच चुके हैं और बहुत सारे लोग इस इंटरव्यू को सराह रहे हैं और जिस तरह से नाना ने अपनी जिंदगी के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने अपने बारे में भी बहुत कुछ बताया है।

मैं चाहूंगा कि इस इंटरव्यू को आप देखें जरूर अगर आपने नहीं देखा है क्योंकि इस इंटरव्यू को देखकर आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलने वाला है, मैंने खुद तीन-चार टुकड़ों में से इस इंटरव्यू को देखा काफी समय लगता है इसको देखने में लेकिन जब आप देख लेते हैं पूरा तब आपको समझ में आता है कि हाँ एक पचहत्तर साल का अनुभवी अभिनेता है जो सारी बातें कह रहा है जिंदगी की कितनी सीख छुपी है? तो मौका मिले इसे जरूर देखिए, उस मीठी नोक झोंक को भी देखिए, लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल पर आपको वो वीडियो अलग से भी मिल जाएगा जिसमें वो राजदीप को धो रहे हैं बुरी तरह लेकिन मुझे लगता है कि हमें इस तरह के वीडियोज देखने चाहिए, हमें पता होना चाहिए कि लोगों की सोच क्या है, अप्रोच क्या है? और आज के समय में वाकई neutral रह पाना बहुत मुश्किल हो चुका है।

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बॉलीवुड की बर्बादी की कहानी | The story of the downfall of Bollywood

क्या बॉलीवुड की हालत वाकई इतनी ख़राब है कि प्रोड्यूसर्स के ऑफिस बिक रहे हैं? क्या बॉलीवुड पहली बार ऐसी आफत का सामना कर रहा है? क्या बॉलीवुड में ऐसा कोई नहीं है जो पहले से ये predict कर पाता कि ये सब होने जा रहा है? क्या आपने पिछले कई सालों के दौरान कभी साउथ के सिनेमा को इतना ऊपर जाते हुए देखा है? क्या आपने पिछले कई सा लो के दौरान कभी मल्टीप्लेक्सेस को सिनेमा डे सेलिब्रेट करते हुए देखा है? क्या पिछले कई सा लो के दौरान आपने कभी नोटिस किया कि फिल्मों के टिकट एक के साथ एक फ्री दिए जा रहे हों?

ये तमाम बातें हाल के कुछ सा लो में हुई है खासकर तब से जब से हमारे देश में कोरोना का लॉकडाउन हुआ, जब से हमारे देश में multiplexes आए, जब से सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मृत्यु हुई, जब से nepotism पर बहस शुरू हुई और जब से अनुराग कश्यप फरहा खान और करण जौहर जैसे लोगों ने सामने आकर ये कहना शुरू किया कि ये जो हीरोज है ये इतनी बड़ी-बड़ी फीस लेते हैं कि अब हम मुश्किल में हैं कि इनका इनका जो लाव लश्कर इनके साथ आता है। इनके साथ इनका बावर्ची आता है, इनके साथ fitness trainer आता है इनके साथ इनका hair dresser जो आता है इनका makeup artist जो आता है और इनके लिए तरह-तरह के खाने इधर-उधर के five star hotel से मंगाए जाते हैं ये हम पर भारी पड़ने लगे हैं।

फिर मुश्किल में फसे संजय दत्त, बादशाह, जैकलीन | Sanjay Dutt, Badshah, Jacqueline in trouble again

ये सब पहले क्यों नहीं हुआ और अभी क्यों हो रहा है और अभी ये क्यों कहा जा रहा है कि बॉलीवुड जो है वो लगभग बिकने के मुहाने पर पहुँच चुका है। वो बात अलग है कि अभी थोड़ी देर पहले का एक स्टेटमेंट आया है जिसमें उन्होंने ये कहा है कि मेरा दफ्तर बिका नहीं है वो तो हम डेढ़ साल पहले से प्लान कर रहे थे हम उस दफ्तर की जगह एक रिहायशी इमारत बना रहे हैं वो ही project है और हम अपने दफ्तर को एक और जगह लेकर जा रहे हैं देखिए तमाम बातें कही जाएंगी की जाएंगी सब जानते हैं बड़े मियां छोटे मिया को लेकर ने क्या कहा था साढ़े तीन सौ करोड़ की पिक्चर है मैं एक हजार करोड़ बनाऊंगा लेकिन वो फिल्म साठ करोड़ भी नहीं बना पाई तो पैसा तो कहीं गया ना और उसके बाद ही ये सारी चीजें हुई देखिए सामने आकर कोई नहीं कहता है कि मैं बर्बाद हो गया क्योंकि एक ब्रांड वैल्यू की भी बात होती है कल को जो financers होंगे वो उनसे मीलों दूर रहेंगे अब कहने के लिए सारी बातें कही जाती सब जानते हैं कि जैकी भगनानी का वो करियर फिक्स नहीं कर पाए।

जैकी भगनानी की शादी हुई, उसमें एक अच्छा खासा खर्च हुआ और अगर हम पिछले कुछ सालों के दौरान बात कर लें, चाहे वो बेल बॉटम हो, गणपत हो या मिशन रानीगंज हो या अब ये बड़े मियां, छोटे मियाँ हो, लगातार इतनी बड़ी-बड़ी फिल्मों का फ्लॉप होते जाना और इसमें से तीन में तो अक्षय कुमार बेल बॉटम में अक्षय कुमार बड़े मियां, छोटे मियां में अक्षय कुमार मिशन रानीगंज में अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ दो में गणपत में और बड़े मियां में तो लगातार फैसले तो गलत हुए हैं लेकिन यहाँ हमें ये भी समझना पड़ेगा कि अगर हम ये सारे आरोप heroes पर लगाते हैं,

ये इतना सारा पैसा charge करते हैं देखिए charge करने को तो कोई कुछ भी charge करेगा, लेकिन आप देते क्यों हैं? क्या ये जो producers हैं, इनकी जो association है, वो आपस में ये समझौता नहीं कर सकती कि हम किसी भी फिल्म के बजट के हिसाब से हीरो को पेमेंट करेंगे, अगर हम प्रोडक्शन पे इतना पैसा खर्च कर रहे हैं, उसका certain percentage जाएगा, ये बहुत आसान है इन सभी के लिए। इन सभी के लिए ये बहुत आसान है, एक साथ साथ बैठना और ये तय कर लेना।

कि हम यहाँ पर rate card fix कर रहे हैं तो आखिर ये क्यों नहीं करते हैं? असल में ये झूठ और दिखावे की दुनिया है। यहाँ बड़ी-बड़ी बातें होती हैं। जब तक कुछ बड़ा नहीं कहा जाएगा। तब तक ऐसा लगेगा ही नहीं कि फिल्म बन रही है। जब ये कहते हैं हमने पांच सौ करोड़ की फिल्म बनाई है तो लोगों को लगता है पता नहीं क्या कमाल होगा? आधे पुरुष का हाल देख लिया आपने। मनोज मुंदेश्वर ने जो डायलॉग्स लिखे थे, मुँह छुपाने की नौबत आ गई है और आज तक मनोज मुंदेश्वर किसी को मुंह दिखाने काबिल नहीं है। क्यों? क्योंकि बड़ी-बड़ी बातें।

क्या कंगाल हो गया बॉलीवुड? | Has Bollywood gone bankrupt?

फिल्म इंडस्ट्री में बड़ी-बड़ी बातें करके ही कुछ बड़ा किया जाता है। आज जितने डायरेक्टर सामने आकर कह रहे हैं कि हम ये बड़े-बड़े स्टार्स की बड़ी फीस नहीं दे सकते इनसे पूछो आप देते क्यों हो? क्या आप पर किसी की जोर जबरदस्ती है? क्या करण जौहर से किसी ने कहा है कि आप इतनी मोटी फीस दीजिए? क्या फराह खान से किसी ने कहा है? क्या अनुराग कश्यप से किसी ने कहा है आज ये ऐसी पोजीशन में है कि नए लोगों को लांच कर सकते हैं? नए writers को मौका दे सकते हैं? नए talent को मौका दे सकते हैं?

और जितने लागत की ये फिल्में बनाते हैं, उससे दस-बीस परसेंट की लागत में यानी सौ करोड़ की फिल्म ना बना के पंद्रह करोड़ और बीस करोड़ की फिल्म बना सकते हैं नए लोगों को लेकर और मुनाफा भी डबल कमा सकते हैं लेकिन ये नहीं कर रहे हैं ये सिर्फ रोना रो रहे हैं। ये आती हुई मुसीबत को देख रहे हैं और चिल्ला रहे हैं लेकिन कर कुछ नहीं रहे हैं। और यही नतीजा है कि आज हमने ये खबर सुनी है। अब ये इस तरीके के clarifications बहुत आएंगे। नहीं मेरा दफ्तर नहीं बिका है।

मेरे स्टाफ को salary मिल रही है। हमने किसी को निकाला नहीं है। तमाम बातें आएंगी क्योंकि कोई कैमरे के सामने आकर मीडिया के सामने आकर ये थोड़ी ना स्वीकारेगा। कि हमने अपनी ही मूर्खता से अपनी वाट लगा ली है। मुंबई की भाषा में कहते हैं अपना खुद का नुकसान कर लिया है ये कोई जाकर नहीं कहेगा बड़ी-बड़ी बातें कैमरे के सामने कहते हैं हम स्टार्स के को पैसा नहीं देंगे हम उनके बावर्ची का पैसा नहीं देंगे खाने का नहीं देंगे उनके उनके उनको चार-चार, पाँच-पाँच वैनिटी चाहिए होती है हम नहीं देंगे अरे तुम journalist के सामने बैठकर ये सारे बयान दे रहे हो actual हकीकत में करते क्यों नहीं?

आप interview में बैठकर बोल देते हैं। कि मैं स्टार को इतनी फीस नहीं दूंगा लेकिन असल में आप कर तो वही रहे होते हैं। अगर इन सारी चीजों पर पहले ध्यान दिया गया होता तो पहले बॉलीवुड की हीरोइनें ये कहकर नहीं रोना रो रही होती कि हमको तो बहुत कम पैसे मिलते हैं। ये प्रोड्यूसर्स ही हैं जो तय करते हैं कि हमें हीरो को इतना पैसा देना है अगर सारे प्रोड्यूसर्स मिलकर तय कर लें कि हमारे बॉलीवुड का एक रेट कार्ड होगा। ए category को हम इतना देंगे, ए प्लस category को इतना देंगे।

बी ग्रेड तो कोई होता नहीं हमारे यहाँ सब खुद को ए ए प्लस, ए प्लस, प्लस कहते हैं, मैंने ये भी देखा है अगर किसी बॉलीवुड वाले के साथ बैठ जाओ, आप पूछो भाई ये इसमें कौन है? बोले सभी है। उसमें categories क्या है? ये ए है, ये ए प्लस है, ए प्लस प्लस है। चलिए आप सब को कर दीजिए लेकिन उसके हिसाब से सबका मेहनताना तो तय ये कीजिए। लेकिन ये जो बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, ये जो फिल्म के तीसरे दिन कह देते हैं, सौ करोड़ हो गए फिर वो ये कैसे कहें, किस मुँह से कहें कि हम घाटे में हैं।

आज ना करण जौहर कह सकते हैं, ना फरा खान कह सकते हैं, ना अनुराग कश्यप कह सकते हैं, कोई नहीं कह सकता कि साहब मेरी फिल्म बहुत बकवास चली है और मेरे पास बिल्कुल पैसे नहीं है। इनको सबके सामने दिखाना भी होता है कि फिल्म तो बहुत चल रही है, बहुत पैसा आ रहा है। लेकिन जब ऐसे दिन देखने पड़ते हैं, जब दफ्तर बंद करने की नौबत आ जाए, जब आपके employees सोशल मीडिया पे जाकर लिखने लगे कि आपको पैसा नहीं मिला, तो क्या होता है?

आज अगर फिल्में चल रही होती तो कंगना राणावत को राजनीति में आने की जरूरत नहीं थी राजनीति में आने की जरूरत इसलिए पड़ी है कंगना राणावत क्योंकि फिल्में पिट रही है जो सच है वो सच है बतौर एक्टर सच बोलना नहीं चाहते बतौर प्रोड्यूसर सच बोलना नहीं चाहते, बतौर डायरेक्टर सच बोलना नहीं चाहते, हाँ जब किसी के podcast में जाएंगे, interview में जाएंगे तो बैठकर बोलेंगे हाँ देखो ये इतना पैसा लेते हैं, अरे लेते तो आपके घर में डकैती थोड़ी डालते हैं वो, आपके घर में कोई डकैती नहीं डालता है, आप अपने हाथ से sign करते हैं, आप अपने हाथ सिग्नेचर करते हैं कि हम आपको इतने करोड़ देंगे।

अगर अक्षय कुमार गलती कर रहे हैं, करोड़ों रूपए लेकर फ्लॉप फिल्में दे रहे हैं, तो अक्षय पर रोक लगा दें। अक्षय को हम पैसा नहीं देंगे, अक्षय को हम इतनी फीस नहीं देंगे या टाइगर श्रॉफ अगर एक्टिंग नहीं कर पाते हैं, जबरदस्ती कर रहे हैं क्योंकि वो श्रॉफ हैं एक तो उनको अहसास कराया जाए। हालांकि खबरें बीच में आई थी कि टाइगर श्रॉफ से कहा गया कि आप अपनी फीस कम करिए जो उन्होंने नहीं की, नहीं की तो अपने घर पर बैठे हैं, उनको कोई साइन ना करें लेकिन होता क्या है ये सब के सब वहां पहुंच जाते हैं क्योंकि ये अपने घुटने टेकते हैं, क्योंकि ये अपनी कमजोरी दिखाते हैं क्योंकि ये अपनी मजबूरी दिखाते हैं या ये जाने क्या दिखाते हैं। इसलिए ये नौबत आती है। आज अगर हम प्रोड्यूसर्स के लिए रोना रो रहे हैं कि अरे प्रोड्यूसर सारे अह कंगाल हो गए, बिक गए, बॉलीवुड तो बिकने की कगार पर आ गया है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

कोई बाहर से लोग थोड़ी ना आए हैं। इन्हीं प्रोड्यूसर्स ने पैसा दिया है ना? इनके घर में किसी हीरो ने डाका तो नहीं डाला था ना? या कोई हीरो पहुंच गए हो कि मैं डाका डालूंगा? आपके तिजोरी में जितना पैसा मेरे को दो। आप ही तय करते हो। आप ही कहते हो इतनी बड़ी फिल्म हमने बना ली है, फिर आप ही कहते हो, पिट गई है, अब हमारे पास पैसे नहीं है। तो ये जो स्थिति आई है, इसके लिए जिम्मेदार वही लोग हैं, जो हीरोज को के पैसा दे रहे थे, जो उनके आगे compromise कर रहे थे।

क्या आपको नहीं लगता कि बॉलीवुड की बर्बादी का कारण ये ही बड़े प्रोड्यूसर्स हैं, जो इतना सारा पैसा इन हीरोज पे खर्च करते हुए थे, ये जानते हुए कि ये हिट की गारंटी नहीं लेकर आते हैं, वरना सलमान खान की फिल्में फ्लॉप नहीं होती, शाहरुख खान की फिल्म फ्लॉप नहीं होती? आमिर खान की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, अक्षय कुमार की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, अनिल कपूर की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, रणबीर कपूर की फिल्म फ्लॉप नहीं होती। कौन सा ऐसा एक्टर है, हीरो है जिसकी फिल्म फ्लॉप नहीं होती? अजय देवगन की फिल्में फ्लॉप हुई है, सबकी फ्लॉप हुई है?

कैसे अक्षय कुमार ने बर्बाद कर दिया बॉलीवुड | How Akshay Kumar ruined Bollywood

मेरे सांथ भी हुई गन्दी बात , ईशा कोपिकर ने शेयर किया कास्टिंग काउच किस्सा | Dirty things happened to me too, Isha Koppikar shared the casting couch story

ईशा कपिकर के दो इंटरव्यू इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और इन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इंटरव्यू में ईशा कपिकर ने अपने उन दिनों को याद किया है जब वो बॉलीवुड में बतौर हीरोइन काम करती थीं और ईशा को पेपरकर बताती हैं। कि मैं एक फिल्म साइन कर रही थी उस फिल्म के निर्माता ने मुझसे कहा कि जो फिल्म का हीरो है वो आपसे मिलना चाहता है तो आप उसे फोन करें।

उसने उसे फोन किया तो उस हीरो ने अपना पूरा बताया कि मैं सुबह इतनी जल्दी उठकर सुबह-सुबह मेरा दिन शुरू होता है, फिर मैं ये करता हूँ, ये करता हूँ, ये करता हूँ और ईशा को से कहा कि तुम इसके बीच में मुझसे मिलो आइए, क्योंकि उन्होंने अपना पूरा शेड्यूल बता दिया था, इतने बजे डबिंग है, इतने बजे जिम है, इतने बजे एक और मीटिंग है। तो ईशा को ने कहा कि ठीक है, मैं आपसे मिलने आती हूँ, तो उस अभिनेता ने कहा कि लेकिन आप कैसे आ रही हैं, मुझसे मिलने? उसने कहा कि मैं आऊंगी अपनी गाड़ी से, मेरा ड्राइवर मुझे लेकर आएगा, तो उसने कहा नहीं। ये ड्राइवर को साथ में मत लाना, अकेले आना क्योंकि मेरा नाम कई हीरोइनों के साथ जोड़ दिया गया है। ये ड्राइवर ही सारी अफवाहें फैलाते हैं।

कपिल शर्मा शो से निकलने के बाद अब फूटा सुनना का दर्द | After leaving Kapil Sharma show, now the pain of listening has burst out

अब आप लोग ये बताइए कि ईशा को गर्भवती करने का इशारा किस तरफ है? बॉलीवुड में कौन सा ऐसा हीरो है जो सुबह-सुबह उठता है? क्यों कई सारे हीरोइन के साथ नाम जुड़ चुके हैं? जो ईशा कोहली जब हीरोइन बनी थी तब भी वो हीरो बनती थी? तो आपको क्या लग रहा है? क्या आप उस उत्तर के बहुत करीब हैं? क्योंकि ईशा को पीपीटीकर ने सब कुछ बता दिया, बस नाम नहीं बताया है? और एक नहीं, दो-दो इंटरव्यू ऐसे होते हैं? ईशा को पीपीएच करके यह भी बता दें कि मैंने भी कास्टिंग काउच का सामना किया है, हमारे समय में तो हाथ तक मरोड़ देते थे। वह हीरो के साथ दोस्ताना होने को तैयार थे।

अब ये वो हीरो है जिसका जिक्र कर रही है, जो सुबह-सुबह उठने वाला है, वो उन्हें मिलने भी बुलाता है और ये भी कहता है कि ड्राइवर के साथ मत आना। क्योंकि ये ड्राइवर ही अफवाहें फैलाते हैं, मेरा तो नाम इसीलिए कई सारी लड़कियों के साथ जुड़ गया, तो कौन है? थोड़ा अपने दिमाग पर जोर दीजिए और टिप्पणी करके बताइए कि आपको क्या लग रहा है? किसकी तरफ इशारा कर रही है? ईशा को पसंद करने वालों को समझ में नहीं आ रहा, क्या आपको समझ में आ रहा है?

जो भी जवाब समझ में आ रहा हो वो आप इस वीडियो के नीचे कमेंट करके बता सकते हैं साथ ही मैं आपसे ये भी जानना चाहता हूँ कि जब भी कोई कास्टिंग काउच वाला वीडियो आप देखते हैं तो आपके मन में क्या चलता है कैसी फीलिंग आती है इन हीरोज के लिए इतनी स्टार वर्कशॉपिंग होती है, फैन्स होते हैं, फैन क्लब होते हैं, उनकी अगली रिलीज का इंतजार किया जाता है, उनके जैसे हेयरकट, उनकी जैसी शर्ट, उनकी जैसी स्टाइल कॉपी करने की कोशिश करते हैं लोग तो आपके मन में क्या आता है?

और क्या लग रहा है अब एक-एक करके सभी हीरोइनों को आने वाले बाकायदा का नाम लेकर बताना चाहिए कि उनके साथ किसने क्या किया है क्योंकि कोई तो होगा। जो ये हिम्मत करेगा और उसके बाद बहुत सारे लोगों की जो छवि बनी हुई है। झूठी छवि वो टूटेगी। क्या आप इस तरह के कास्टिंग, काउच, घटनाओं के बारे में सोचते हैं कि आपको ईशा को किस तरह से चेतावनी दे रही है और क्या आपको लगता है कि संभवतः लोग सिर्फ पहुंच के साथ हुए हैं?

उन लोगों का क्या जो ये कोई मीडिया कवर नहीं करते लेकिन उनके साथ भी बहुत कुछ हुआ है। उनका साक्षात्कार कोई नहीं करेगा क्योंकि वह शायद बहुत मशहूर नहीं है या मीडिया को बहुत उपलब्ध नहीं है। क्या आप इस तथाकथित हीरो के बारे में जानते हैं जिसका जिक्र कर रही है ईशा को पीकर अपने इस इंटरव्यू में जो उन्हें मिलने तो बुलाता है लेकिन बिना ड्राइवर के क्योंकि वह सुबह जल्दी उठने वाला व्यक्ति है और उसका नाम भी कई सारी हीरोइनों के साथ जुड़ गए हैं.

बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं , कार्तिक आर्यन | Kartik Aaryan: I have no friends in Bollywood

बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं , कार्तिक आर्यन | Kartik Aaryan: I have no friends in Bollywood

कार्तिक आर्यन का बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं है। कार्तिक आर्यन बॉलीवुड में किसी के साथ कुछ खास सूखते-मिलते नहीं है। वो सिर्फ काम से काम रखते हैं और काम के अलावा जो उनके दोस्त हैं वो बॉलीवुड के बाहर हैं। ये बात खुद कार्तिक आर्यन ने एक इंटरव्यू में बताई है और उन्होंने ये भी कहा कि मैं जब से आया हूँ बॉलीवुड में मेरे साथ कुछ ऐसे अनुभव हुए हैं जिसके बाद मैंने समझा कि यहाँ उस तरह से दोस्तियाँ नहीं हो सकतीं जैसे कि आम तौर पर ज़िन्दगी में होती हैं।

इस इंटरव्यू में वे ये आये कि क्योंकि उनके काम करने का जो ठिकाना है वो बदल रहता है मान लीजिए छह महीने एक साल किसी फिल्म के सेट पर है अगले साल किसी दूसरी फिल्म के सेट पर है तो ये संभव भी नहीं है कि आप किसी से इतनी वास्ता रख पाए जब तक आप उनके साथ काम नहीं कर रहे होते लेकिन इस बात को बहुत जोर देकर कह रहे हैं कार्तिक आर्यन और जब से कार्तिक ने ये बयान दिया है बहुत सारे लोग इस बात से आह इस बात को लेकर हैरान भी हैं कि तेरह साल हो चुके हैं बॉलीवुड में कार्तिक आर्यन को लेकिन उनका कोई दोस्त नहीं है

कल्कि टीजर रिव्यू: कल्की को भी पक्का क्रिटिसिज्म मिलने वाला है

बॉलीवुड में दोस्तों कार्तिक आर्यन की इस बात को अगर आप कमतर समझते हैं तो बॉलीवुड में काम करने का तरीका आपको जानना होगा यहाँ जिस तरह से काम होता है पहली बात तो ये हर शुक्रवार सबकी किस्मत बदल जाती है जो एक बड़ा स्टार बन जाता है फिर वो अपने से छोटे लोगों के साथ मिलना भी नहीं चाहता उसके साथ उठना भी नहीं चाहता क्योंकि यहाँ पर सबके भी रिश्ते हैं वो गाना आपको याद है ना का कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पर तो सच में बहुत अजीब रिश्ते हैं बॉलीवुड के और ये सारी बातें मैं आपको इसलिए बता रहा हूँ क्योंकि बॉलीवुड में जिस तरह से परदे पर शो जाता है रोमांस के बारे में, दोस्तों के बारे में जैसा कि आप देखते हैं जौहर के शो में जिस तरह की बातें होती हैं वो सब इतना बड़ा दिखावा है कि असल में जो जिंदगी को लोग जीते हैं

वही आपको असल बात बता सकते हैं अगर वो कार्तिक आर्यन की तरह ईमानदार हो और बाहरी भी हो क्योंकि बहुत सी चीजें आपको सिर्फ इंडस्ट्री में रहने के लिए करनी होती है तो उनकी दोस्ती से आपसी रिश्ते से कोई लेना-देना नहीं होता। अगर बॉलीवुड में आपसे मिल रहा है तो इसलिए क्योंकि आप लोकप्रिय हैं, आप कामयाब हैं, आप उसके काम के हैं, आप उसके साथ अगली फिल्म कर रहे हैं। आपका यह काम का सच है।

लेकिन अगर काम नहीं है तो फिर मिलता भी नहीं है क्योंकि यहाँ हर किसी को अपने काम की, नाम की और दाम की पड़ी है और एक तरह से कृतिकार्य ने बात बनाने की कोशिश भी की है। उनसे पूछा गया कि आप तो बाहरी थे, उन्होंने कहा थे मैं अभी भी नहीं हूँ और साथ में बैठे थे कबीर खान उन्होंने भी हां में हां मिलाई उन्होंने कहा हां मैं भी बाहरी था और क्योंकि मैं भी दिल्ली से आता हूँ मेरे पिता भी प्रोफेसर थे और मैंने भी दिल्ली से अपने करियर की शुरुआत की और डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर यहीं कार्तिक भी ग्वालियर से आते हैं मम्मी पापा इनके डॉक्टर हैं तो ऐसे लोग जो बॉलीवुड के बाहर की फैमिली से आते हैं जिनके प्रवक्ता यहां नहीं होते जिनके मम्मी डैडी यहां नहीं होते होते कितने परिवार वाले दोस्त यहाँ नहीं होते वो करियर में कितने ही पुराने क्यों ना हो जाए वो बाहरी जैसा ही महसूस करते है

क्योंकि इस इंडस्ट्री के रंगना बहुत मुश्किल होता है खासकर उन लोगों के लिए जो बाहर से आते हैं क्योंकि आमतौर पर जिस तरह के रिश्ते होते हैं इस इंडस्ट्री के बाहर उनमें बहुत हद तक कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं, जो जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ मतलब के लिए मिल रहे हैं, लेकिन खासकर बॉलीवुड ये एक ऐसी चमकती हुई दुनिया है, जिसका मतलब यहां बिना किसी से मिल सकता है। के किसी भी साथ फोटो नहीं खाना चाहिए क्योंकि ना जाने आपकी किस मुलाकात को कौन कैसे भुना सकता है और कहां किस तरह की बात उड़ जाइए

तो ये तमाम बातें आपने देखी ही कि करण जौहर ने जो किया कार्तिक आर्यन के साथ फिर कैसे उन्हें पलटी भी मारनी पड़ी सिर्फ इसलिए क्योंकि जो किया था वो भी दिल से नहीं था और जो बाद में पलटे वो भी दिल से नहीं था सब कुछ काम के लिए था और काम के लिए सब लोग इतने लचीले होते हैं कि यहाँ पर असली रिश्ते की कोई जगह नहीं रहती क्योंकि असली रिश्ता वहीं होते हैं जहाँ दिल से दिल मिलता है लेकिन यहाँ सब अनुभव ऐसा है कि दिल से दिल भी मिला तो कैसे निकले?

Prabhas की Kalki 2898 AD को लेकर बड़ा अपडेट आया है

ये कंगना कौन है? सुंदर है! अन्नू कपूर | Who is this Kangana? She is beautiful! Annu Kapoor

ये कंगना है कौन? कुछ ऐसा ही सवाल पूछ रहे हैं अन्नू कपूर। असल में आप जानते हैं कि अन्नू कपूर अपनी upcoming फिल्म हमारे बारह को लेकर इन दिनों खबरों में है। ये फिल्म पिछले कुछ दिनों से विवादों में फंसी हुई थी जिसकी वजह से रिलीज नहीं हो पा रही थी अब इसे कोर्ट की ओर से हरी झंडी मिल गई है और नई रिलीज़ डेट भी सामने आ गई है।

लेटेस्ट अपडेट बताते हैं कि इसे इक्कीस जून को सिनेमा घरों में रिलीज किया जा रहा है। यानि आज के दिन ऐसे इस फिल्म को लेकर एक प्रेस conference रखी गई जिसमें अन्नू कपूर भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने कंगना रनौत को पहचानने तक से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने संजय लीला भंसाली पर हिंदूओं का मजाक उड़ाने का आरोप भी लगाया। आपको बताते हैं कि अन्नू कपूर ने exactly क्या कहा। असल में हमारे की ये press conference चल रही थी।

ये है डंकी की असली कहानी | ye hai Dunki ki asalee kahani

और इस बीच मीडिया ने अन्नू कपूर से कंगना रनौत के थप्पड़ कांड को लेकर सवाल पूछने शुरू कर दिए। तो इस पर उन्होंने कंगना को पहचानने से इंकार कर दिया, ये कंगना कौन है? कोई बड़ी हीरोइन है? सुंदर है इसके बाद सामने से कोई कहता है कि वो नवनिर्वाचित सांसद है इस पर अनु shocking reaction देते हैं और कहते हैं ओहो वो भी हो गई इतना ही नहीं अंत में अन्नू कपूर ने कहा कि अगर मैंने ऐसी कोई बात कही है तो सबसे पहले अनु कपूर बेकार की बात करता है फिर अगर किसी ने मुझे थप्पड़ मारा तो मैं इसके लिए कानूनी प्रक्रिया से गुजरूंगा इस press conference का एक video भी social media पर viral हो रहा है जिसमें उन्होंने कंगना के बारे में क्या कहा है आप सुन सकते हैं पहले आप सुनिए ये video कंगना जी को black मारा ये कंगना जी कौन है?

Please बताओ ना आप कौन है? Asah जी आप पूछ रहे है तो कोई बहुत बड़ी heroine होंगी? नहीं sir अभी सुंदर है क्या? सुंदर है। अच्छा oho वो भी इसके अलावा अन्नू कपूर ने संजय लीला भंसाली पर भी गुस्सा निकाला, उन्होंने कहा कि संजय लीला भंसाली की पिटाई जूतों से भी हुई है। उन्होंने कहा कि उन्हें धर्म में विश्वास नहीं है। उन्होंने खुद को नास्तिक बताया और कहा कि वो कभी भी मजहबी बहस में नहीं पड़ते हैं, इतना ही नहीं अन्नू कपूर ने संजय लीला भंसाली पर आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदुओं का मजाक उड़ाया था, उन्होंने ये आरोप फिल्म पद्मावत के लिए लगाया।

बहरहाल अब अगर अन्नू कपूर की फिल्म हमारे बारह की बात करें तो पहले ये सात जून को release हो रही थी, फिर ये चौदह जून को release होने वाली थी, लेकिन अब इसके बाद ये finally इक्कीस जून यानी आज के दिन release हो रही है, court की हरी झंडी मिल गई है। लेकिन अगर की बात की जाए तो इस पर एक खास समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।

और इस फिल्म के खिलाफ लोग कोर्ट पहुंचे थे और उसी को लेकर ये सारी press conference हुई जब ये सारा मामला clear हो गया लेकिन यहाँ आकर अन्नू कपूर ने एक नया बवाल कर दिया वो कंगना रनौत को पहचान नहीं रहे है वो कह रहे है कौन है? क्या वो सुंदर है उन्हें बताया जाता है वो सांसद हो गई है जो कहते है अच्छा वो भी हो गई है। तो जाते-जाते आप एक बार फिर से सुनिए कि अन्नू कपूर exactly कंगना के नाम पर क्या reaction दे रहे है? कि Kangana जी को flat मारा गया ये Kangana जी कौन है? प्लीज बताओ ना आप कौन हैं? आप पूछ रहे हैं तो कोई बहुत बड़ी हीरोइन होंगी? नहीं सर अभी सुंदर है क्या?

किस मैसेज को पढ़कर दर्शन ने किया रेणुका का मर्डर | After reading which message did Darshan murder Renuka?

मुझे एकता कपूर ने शो से निकला दिया था, हंसल मेहता | Ekta Kapoor had thrown me out of the show, Hansal Mehta

हंसल मेहता एक बहुत बड़ा नाम है इस समय, एक बहुत बड़े डायरेक्टर हैं। लेकिन उन्होंने हाल ही में एक interview दिया है जिसमें उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि एक वक्त ऐसा भी आ गया था उनका जिंदगी में जब वो एकता कपूर के लिए एक टीवी शो का डायरेक्शन कर रहे थे, उन दिनों उनके दिन खराब चल रहे थे और शायद वाकई खराब चल रहे थे क्योंकि वो बताते हैं कि मैंने पंद्रह दिन हुए थे के स्ट्रीट पाली हिल के नाम से उनका ये टीवी शो था दो हजार पाँच की बात है, वो direction दे रहे थे।

पंद्रह दिन उन्होंने काम किया और उसके बाद एकता कपूर का उनके पास फोन आ गया, उसमें उन्होंने साफ कहा एकता कपूर ने कि आप प्लीज चले जाइए, जानते हैं क्यों कहा? उन्होंने कहा कि आप जिस तरह से काम कर रहे हैं ना ऐसे फिल्में बनती हैं। ऐसे टीवी शोज नहीं बनते। टीवी शो का एक अलग फॉर्मेट होता है और आप इसके लिए बिल्कुल भी सूटेबल नहीं है। अब आप सोचिए, डायरेक्टर कान पकड़ के बाहर कर दिया गया, लेकिन हंसल कहते हैं कि कुछ समय बाद एक मौका ऐसा भी आया जब एकता कपूर ने उन्हें खुद कांटेक्ट किया और उनके साथ एक वेब सीरीज उन्होंने बनाई, बोस, डेड और अलाइव और फिर उसको उन्होंने अपने जो उनका जो डिजिटल प्लेटफॉर्म है ऑल्ट बालाजी उस पर उन्होंने उसको वेब कास्ट किया तो हंसल मेहता कहते हैं कि जिंदगी में तरह-तरह के मौके आते रहते हैं।

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आज जब हम हंसल मेहता को देखते हैं, खासकर हम अभी की बात करें, उनका जो recent वर्क है। वो स्कैम nineteen ninety two है। हंसल मेहता पर भी बनाया था, उन्होंने शो और अब्दुल करीम तेलगी पर बनाया था, अब वो सहारा श्री पर बनाने वाले हैं। सहारा पर तो एक इतना बड़ा नाम, एक इतना बड़ा डायरेक्टर,

कैसे अपने उन खराब दिनों को याद करता है, एक interview में और कहता है कि मुझे तो direction नहीं आता है, ये कहकर बाहर कर दिया गया, फिर एकता कपूर आती है एक वेब सीरीज बनवाती है ऑल्ट बालाजी में मेरा वो शो चलता है और आज मेरा काम सभी को पसंद किया जाता है और आप देखें कि टीवी और सिनेमा का फर्क दूर हो चुका है आज हम जो ओटीटी पर कॉन्टेंट देखते हैं हम क्या उसे टीवी में काउंट करें या हम उसे सिनेमा में काउंट करें वो दोनों के बीच की एक कड़ी है और वहाँ एक अच्छा खासा काम कर रहे हैं हंसल मेहता दोस्तों ये मजेदार वाक्य है

जो उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू हुआ उसमें सुनाया और इस वाक्य से भी हमें काफी कुछ समझने को मिल है कि जरूरी नहीं है कि आपके दिन हमेशा एक से रहें और जरुरी नहीं कि आपका काम अगर बहुत अच्छा है तो आपको हमेशा सराहना मिलती रहे. कई बार ऐसे मौके भी आते हैं जब आपके काम को नकार दिया जाता है तो इसका मतलब ये नहीं कि आपका काम ख़राब है कई बार वक्त भी खराब होता है. तो हंसल मेहता के इस इंटरव्यू से हमको ये सिखने को मिलता है.

राजेश खन्ना की हीरोइन के कातिल पिता को फांसी की सजा | Father of murderer of Rajesh Khanna’s heroine gets death sentence

फिर मुश्किल में फसे संजय दत्त, बादशाह, जैकलीन | Sanjay Dutt, Badshah, Jacqueline in trouble again

दो सौ करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुखेश चंद्रशेखर से नाम जुड़ने के मामले में पहले से ही कानूनी पचड़ों में फंसी जैकी फर्नांडीस का नाम अब सट्टेबाजी ऐप वाले मामले में भी सामने आया है। बारह जून को प्रवर्तन निदेशालय और साइबर पुलिस ने मुंबई स्थित इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में फेयर प्ले बेटिंग ऐप के मामले में एक रेड मारी थी जो महादेव एप्प की एक सहायक कंपनी है।

इस रेड में पुलिस को कुछ डॉक्युमेंट्स मिले हैं जिनमें जैकलीन फर्नांडिस, संजय दत्त और सिंगर रैपर बादशाह का नाम भी सामने आया है, अब इस मामले में ईडी और साइबर पुलिस ने बादशाह के अलावा जैकलीन और संजय के मैनेजर्स के बयान भी रिकॉर्ड करने के लिए हैं।हाल ही में आई फ्री प्रेस जनरल की रिपोर्ट के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू करने से पहले मामले से जुड़े लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं।

प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी में मिले दस्तावेजों की जांच की थी, जिसमें सामने आया कि जैकलीन फर्नांडिस, संजय दत्त और बादशाह की कंपनी के साथ लेन-देन कर रहा है, यह स्टाफ सट्टेबाजी करने वाली फोरप्ले बैटिंग एप्प के प्रचार में शामिल रहे है सभी के बयानों की जांच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैकलीन फर्नांडिस को दुबई बेस कंपनी जनरल ट्रेडिंग एलसीसी से एप्प को एंडोर्स करने के लिए पैसे दिए गए थे, वहीं दूसरी तरफ बादशाह को मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के जे ड्रग्स ग्रुप की तरफ से क्रेडिट का भुगतान हुआ था।

हाईकोर्ट के चक्कर में करण जौहर, अपने नाम की फिल्म रिलीज पर रोक लगाने की मांग

महाराष्ट्र साइबर सेल ने बादशाह से उनके दस्तावेज अनुबंध और फीस के कागजात लिए हैं। बादशाह का मुंबई बेस्ड होटल मैनेजमेंट फर्म, टीएम वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और आफ्टर अर्स प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड से बैटिंग ऐप प्रमोशन का एग्रीमेंट भी मिल गया है। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट और साइबर सेल के अनुसार, संजय दत्त ने इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बेटिंग ऐप को प्रमोट करने के लिए सिंगापुर की गेमिंग कंपनी की तरफ से पच्चीस लाख रुपए का भुगतान किया था।

आपको बता दें कि महादेव ऐप का केस पिछले एक साल से चल रहा है, पिछले साल अक्टूबर में इस ऐप का प्रमोशन करने के मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पूछताछ की गई थी, उन पर कोई आरोप नहीं था क्योंकि ऐसे में उन्हें बेटिंग ऐप से लेन-देन करने के लिए ये पूरा समान भेजा गया था, दो हजार तीस में सौरभ चंद्राकर के नाम के एक शख्स ने दुबई में दो सौ करोड़ रुपए खर्च करके शादी की थी और शादी करने वाला था।

के बाद वो प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर आ गए थे क्योंकि सौरभ चंद्राकर कुछ सा लो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में जूस की बिक्री करते थे। जांच में सामने आया है कि सौरभ चंद्राकर अपने साथी रवि उप्पल के साथ मिलकर ऑनलाइन स्पोर्ट्स सट्टेबाजी ऐप यानी महादेव ऐप के जरिए नए यूजर्स को पैसे की हेराफेरी का खेल खेल रहे थे। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच के दौरान सामने आया है कि इस सट्टेबाजी ऐप और सौरभ चंद्राकर से कई बॉलीवुड हस्तियां भी जुड़े हुए थे।

सौरभ की शादी में बॉलीवुड के करीब चौदह से पंद्रह सेलिब्रिटीज ने परफॉर्म करने के लिए एक मोटी फीस ली थी। इसमें सनी लियोनी का नाम भी सामने आया था। और तभी से ये मामला चल रहा है दोस्तों ये जो फिल्म स्टार्स है ये पैसे के लिए ऐसा लगता है कुछ भी करने को तैयार है आपने देखा है पैसे के लिए सिगरेट, गुटखा, शराब कुछ भी बेच देता है चंदाखोरी के लिए ये कुछ भी प्रमोट करता है करने के लिए तैयार हो जाता है संजय दत्त पचीस लाख रूपए में उपलब्ध है आप उनसे प्रोमोट करा सकते हैं तो इन सबके अपने-अपने एक रेट कार्ड है प्राइस लिस्ट है

ऐसे में मेरा अनुरोध है उन लोगों से जो आँख बंद करके इन फिल्मस्टार्स को फॉलो करें करते है तो प्लीज अपनी आँखें खोलिये ये भी आपकी तरह ही इंसान है जिसे भी फीस होती है और इसलिए वो कुछ भी करने को तैयार होते हैं और क्योंकि आप लोग इनके पीछे आँख बंद करके इन्हें फॉलो करते हैं तो ये उसके फायदे भी फीस होते हैं और कई बार कई ऐसे ब्रांड्स को ये प्रमोट करते हैं जिन्हें प्रमोट नहीं किया जाना चाहिए यानी ये पैसा कमाने के लिए किसी भी लेवल तक चले जाते हैं इसलिए इनके खिलाफ जांच होती है,

जिन्हें बुलाया जाता है, पूछा जाता है और आप सोचते हैं कि यह सब पीछे कहीं ना कहीं हम और आप भी जिम्मेदार हैं क्योंकि हम और आप जैसे लोग जब तक ध्यान बंद करके फॉलो करते हैं तो सारे ब्रांड आ जाते हैं, इन्हें बहुत सा पैसा देते हैं, सिर्फ इसलिए ताकि उस ब्रांड को बढ़ावा दें और परिणाम क्या होगा? देश को राजस्व का नुकसान होता है, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे खेल खेले जाते हैं और कई ऐसे काम होते हैं, जिसकी वजह से गरीब व्यक्ति गरीब बना रहता है और उसके पास पैसा है वो और अमीर बन जाता है और अनजाने में हम और आप इसमें फंस जाते हैं। बन जाता है.

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हाईकोर्ट के चक्कर में करण जौहर, अपने नाम की फिल्म रिलीज पर रोक लगाने की मांग

जौहर की किस्मत में controversy से दूर रहना लिखा ही नहीं है। बेचारे आजकल बड़े सीधे रास्ते चल रहे थे कि उनके रास्ते में एक फिल्म का बोर्ड आ गया, जिस पर लिखा था, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। यानी करण जौहर के नाम पर ही एक फिल्म बन रही है। जिसमें करण जौहर का नाम आता है। और उसका जो टाइटल है, फिल्म का वो है, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। अब ये देखकर करण जौहर को गुस्सा आया और वो अदालत पहुंच गए और उन्होंने इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की है।

ये फिल्म चौदह जून को वाली है। इस मामले पर सुनवाई चल रही है। करण जौहर का ये कहना है कि किसी भी फिल्म के टाइटल में इस तरह से उनके नाम का इस्तेमाल होना ये उनको नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि वो नहीं जानते कि इस फिल्म का कॉन्टेंट क्या है? साथ ही उनसे इजाजत भी नहीं ली गई है। अब एक बात ये भी है खैर ये मामला अदालत में चल रहा है तो देखेंगे अदालत क्या कहती है?

क्योंकि ऐसा तो संभव है नहीं कि इस दुनिया में सिर्फ एक ही करण जौहर हो, करण नाम के बहुत से लड़के हो सकते हैं। जौहर नाम के बहुत से लोग हो सकते हैं और भी जौहर नाम का व्यक्ति अपना नाम करण रख सकता है। लेकिन क्योंकि फिल्म में इस्तेमाल हो रहा है और फिल्म के साइन बोर्ड पर लिखा हुआ है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो ये बात बड़ी चुभ रही है।

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करण जौहर को, साथ ही उन्होंने कहा है कि ये जो उनकी गुडविल है, उनकी प्रतिष्ठा है, उसको ठेस लग सकती है, इसलिए किसी तरीके से उनके ब्रांड नेम को इससे हटाया जाए, अब ब्रांड नेम भी पूरा use नहीं किया गया है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो देखते हैं अदालत इस पर क्या निर्णय देती है लेकिन इतना जरूर है कि करण जौहर को ये लग रहा है कि इस फिल्म के जो निर्माता है इंडिया प्राइड एडवाइजरी और संजय सिंह इसके अलावा फिल्म के निर्देशक है अह और राइटर है बबलू सिंह उनके खिलाफ ये आपत्ति दर्ज कराई गई है, देखते हैं कि अदालत इस पर अपना क्या निर्णय सुनाती है लेकिन अदालत कोई निर्णय सुनाए इससे पहले आप ये बताइए कि इस फिल्म का टाइटल सुनने के बाद आपको कैसा लगा?

शादी के डायरेक्टर करण और जौहर और अगर ये सिलसिला शुरू हो गया तो इस तरह तो बहुत सारे ऐसे फ़िल्मी लोगों के हैं जिनके नाम पर किसी फिल्म का टाइटल रखा जा सकता है। और लोगों के मन में curiosity होगी कि भाई ये कोई करण जौहर की कहानी है या ये कोई दूसरे करण जौहर है या ये कोई करण जौहर पर है तो जाहिर है जब एक बार नाम बड़ा हो जाता है तो उसको लेकर आने वाली दिक्कतें भी बड़ी लगने लगती है और शायद करण जौहर को भी ये लग रहा है कि कहीं कोई उनके नाम का गलत फायदा ना उठा ले जाहिर है अगर आप हिंदुस्तान में किसी से करण जौहर कहते है या कहीं फिल्म के आगे या किसी चीज के आगे करण जौहर लिखते है तो आपके दिमाग में जो पहला thought आएगा वो इन्हीं करण जौहर बारे में आएगा।

भले ही हमारे देश में और भी कई करण जौहर हो लेकिन जो most popular हैं वो तो यही हैं। अब देखते हैं कि इसपे पूरा मामला जब अदालत पहुंच ही गया है तो अदालत इस पर क्या रुख अपनाती है और अदालत का जो भी फैसला आएगा वो आने वाले दिनों में अगर और कोई ऐसी फिल्म आने वाली है जिसमें किसी और फिल्मी हस्ती के नाम का इस तरह से इस्तेमाल हो रहा है तो ये फैसला काफी महत्वपूर्ण होगा।

देखते हैं अदालत क्या कहती है। बहरहाल इस पूरे मामले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं। कि क्या इस तरह से किसी का नाम अपने टाइटल लेना ठीक है? एक सस्ती पब्लिसिटी के लिए या एक थोड़ी सी अह लोगों के बीच मशहूर होने के लिए या शोहरत पाने के लिए अपनी फिल्म को पब्लिसाइज करने के लिए।

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मल्लिका ने मुझे बर्बाद कर दिया : अश्मित पटेल | Mallika ruined me: Ashmit Patel

अगर कोई अपनी पहली दूसरी फिल्म में ही किसी को यूँ ही साइड लाइन कर दे और सारी लाइमलाइट बटोर ले तो आप उसे क्या करेंगे? एक शातिर स्टार और एक शातिर स्टार मल्लिका शेरावत थीं, जिन्होंने फिल्म मर्डर की शूटिंग के दौरान एक ऐसा गेम खेला था कि उस फिल्म में ये हुआ कि जब मर्डर का नाम लिया जाता है तो आज आपको मल्लिका शेरावत याद आती हैं? हज सेहत आप इमरान हाशमी के बारे में सोचेंगे, लेकिन आपको दिमाग पर बहुत ज़ोर देना पड़ेगा, यह याद रखने के लिए कि इस फिल्म में मल्लिका के हसबैंड का रोल अश्विन पटेल ने वहीं अमीषा पटेल के भाई ने किया था।

लेकिन ये पूरी प्लानिंग कैसे हुई? दरअसल अश्विन पटेल ने अब इसका खुलासा किया है। अश्विन पटेल कहते हैं कि जिस वक्त मर्द की शूटिंग चल रही थी उस फिल्म में मेरा रोल ऐसा था कि मैं मल्लिका शरावत का पति बनी थी और हमारी काफी अनबन थी उसमें एक सीन था जिसमें मुझे मल्लिका का गला दबाना था।

कुत्तों की तरह ट्रीट करते हैं: उर्फी जावेद | Treats us like dogs: Urfi Javed

तो अश्विन कहते हैं कि मैं पहली बार एक सीन दबा रहा था तो मैंने जो महान अभिनेता नसीरुद्दीन शाह से पूछा कि सर मुझे एक फिल्म में गला दबाना है मुझे कैसे करना चाहिए तो नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें सलाह दी कि जब आप हाथ से गला दबा तो हाथ में तो बिलकुल प्रेशर ना हो लेकिन चेहरे पर सारा भाव होना चाहिए क्योंकि वही कैप्चर होते है तो कहता है कि मैंने उसी तरह से मल्लिका का गला दबाया जिसे देखने के लिए लेकिन मल्लिका ने उस सीन के शूट होने के बाद बहुत बड़ा बवाल किया कर दिया और सीधे तौर पर कहा कि उसने वाकई मेरा गला दबाने की कोशिश की है, मुझे उसने चोट पहुंचाई है।

और ये बात बढ़ते-बढ़ते महेश भट तक पहुँच गयी। और जब तक ये बात पहुंची तो महेश भट ने काफी जोर से चिल्लाया अश्विन पटेल को और फिल्म की पूरी यूनिट के सामने का सीन ये हो गया कि अश्विन पटेल जो हैं वो सही से व्यवहार नहीं कर रहे हैं। इसका असर क्या हुआ? मर्डर का जब प्रमोशन शुरू हुआ तो अश्विन पटेल को साइड लाइन कर दिया गया कि जवाब तो फिल्म में ही सही से काम नहीं किया है और हर जगह मल्लिका शेरावत बड़े-बड़े चैनलों पर बड़े-बड़े प्रकाशनों में इंटरव्यू दे रही थी, वो लाइमलाइट में आ रही थी। ये उनकी दूसरी फिल्म थी, लेकिन इस फिल्म से उन्हें काफी लोकप्रियता मिल रही थी।

दूसरी तरफ अश्मित पटेल को ज्यादा इंटरव्यू नहीं दिए गए, वे कहीं नहीं दिखाए गए, मतलब वो फिल्म में थे तो सिर्फ थे। कहीं नहीं गया। उनकी चर्चा नहीं हुई, उनकी बात नहीं हुई। और आप भी आज अगर याद करें फिल्म मर्डर को तो आपको याद आएगी, मलिका शेरावत, हद से हद इमरान हाशमी और वो भीगे होठ तेरे वाला गाना, यही वो चीजें हैं, जो सबसे पहले आपको याद आती है, क्या आपको इसमें कहीं अश्विद पटेल दिखाई देते हैं? कहीं नहीं।

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तो ये वो तकनीक है जिसके जरिए आप अपने ही किसी सह-अभिनेता को इस तरह से साइड लाइन दे रहे हैं कि किसी को पता भी न चले। अब सोचिए अगर अश्विन पटेल ने सामने आकर ये कहानी न बताई होती तो किसी को पता ही नहीं चलता कि आखिर वो वक्त सीन हुआ क्या था। बॉलीवुड की ऐसी कई सारी कहानियां हैं, कई सारे दर्द हैं, बहुत से लोगों के जहां उन्हें बस यूं ही दफन कर दिया गया।

अब अश्विन पटेल सामने आए हैं और इन सारी बातों का जिक्र कर रहे हैं। वो बात अलग है कि शेरावत अब खुद गायब हो चुकी है, कोई नहीं जानता वो कहाँ है? क्या कर रही है? उनका करियर भी कुछ ज्यादा लंबा नहीं चला। और एक खास तरह की फिल्मों में एक खास तरीके की आह उनकी कास्टिंग होती थी, उसी तरह के रोल में वो रह गई?

ऐसी कोई बहुत महान कलाकार नहीं बन पाई, लेकिन सोचिए कि पहली दूसरी फिल्म में ही उन्होंने ऐसा किया था। आप क्या सोचते हैं? बॉलीवुड के इन काले चिट्ठों के बारे में और इन काले सच के बारे में आपको क्या लगता है कि इसी तरह जैसे कि अश्मिन पटेल ने सामने आकर सब कुछ बताया है। सबको सामने आ बताना चाहिए। मैं आपकी टिप्पणियों को पढ़ने की प्रतीक्षा कर रहा हूँ.

अन्नू कपूर की हमारे बारह पर लगी रोक | Annu Kapoor’s Hamare Barah banned

वादा करके मुकर गए : फरीदा जलाल | He kept his promise : Farida Jalal

फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर बड़े प्रोडक्शन हाउस पर ये आरोप लगता रहता है कि वो एक्टर्स को अपने हिसाब से काम करने के लिए मजबूर करते हैं और उन पर धौंस भी जमाते हैं। और इस मामले में यशराज फिल्म्स का नाम भी लिया जाता है। आपको याद होगी यशराज फिल्मों की वो सुपरहिट फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और अगर आपको याद होगा इस फिल्म को तो आपको शाहरुख और काजोल के साथ फरीदा जलाल भी याद होंगे जिन्होंने काजोल की मां का रोल किया था।

हाल ही में फरीदा हीरा मंडी में नजर आईं और इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में एक बात का खुलासा किया है उन्होंने कहा कि यशराज फिल्मों के साथ उनके रिलेशन बहुत अच्छे थे उन्होंने डीडीएलजे में काम किया उसके बाद उन्हें रोल में दिल तो पागल मिला है लेकिन उसके बाद से फिर कभी उन्हें यशराज फिल्म से कॉल आया ही नहीं उन्होंने इस बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि एक वक्त था जब यश जी यानी यश चोपड़ा उनसे ये कहते थे कि अगर मेरे ऑफिस से फोन आए तो सिर्फ हां कहना रोल के बारे में अगर आपको ज्यादा नहीं बताया जाता तो भी आपको सिर्फ हां कहना है और मैंने ये रिश्ता बखूबी उनके साथ निभाया लेकिन मुझे शिकायत है कि यश चोपड़ा के प्रोडक्शन हाउस ने मुझे दिल तो पागल कब किया था?

क्यों टूटा अर्जुन और मलाइका का साथ? | Why did Arjun and Malaika break up?

नब्बे के दशक के बिल्कुल अंत में अट्ठानबे के बाद से मुझे कभी कॉल ही नहीं किया तो उनका ये कहना है कि मैंने अपना वादा निभाया। मैंने उनके हर छोटे-मोटे रोल के लिए हां किया और बहुत अच्छा काम करके दिया लेकिन यशराज फिल्मों ने मुझे धोखा दिया और उसके बाद कभी कॉल नहीं किया। दोस्तों आपको सुनने में ये छोटा सा वाकया लग रहा हो लेकिन आप जरा सोचिए उन अभिनेताओं के बारे में जिनके पास रोजी रोटी टिकी होती है वो लोग प्रोडक्शन हाउस पर और वो किस तरह से इनपर अपनी कई बार धौंस जमाते हैं।

क्योंकि जाहिर है आप बहुत ज्यादा बाहर नहीं जा सकते काम इंसानों के लिए वही लिमिटेड बड़े प्रोडक्शन हाउस में फिर वो अपनी मूंछ भी करते हैं। फरीदा जलाल जैसी अभिनेत्री जो लगभग पांच दशक से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रही है अगर वो किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस के बारे में इतनी बड़ी बात कह रही हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ना जाने कितने ऐसे होंगे जो इस बारे में बात भी नहीं करती कर रहे होंगे क्योंकि उन्हें अपने करियर की चिंता है आने वाले समय को लेकर मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि कपिल शर्मा के साथ भी यशराज फिल्म्स की एक फिल्म बनाना चाहते थे,

बाद में फिल्म नहीं बन पाई और उसके लिए यही कहा गया कि यशराज फिल्म्स की नजरें थीं। कपिल के प्रतिभाशाली प्रबंधन पर वे लग रहे थे कि कपिल को काफी एंडोर्समेंट ऑफर मिल सकता है। कई सारे शोज के ऑफर मिल सकते हैं। तो यशराज फिल्म्स की ये कोशिश थी कि हम कपिल का टैलेंट मैनेजमेंट भी शुरू कर देंगे। यशराज फिल्म्स जो है लोगों का टैलेंट मैनेज भी करता है, बहुत सारे बड़े सो कॉल्ड बड़े स्टार्स है जिनके टैलेंट मैनेजमेंट का काम भी वो करता है यानी वो कौन सा ब्रांड एंडोर्स करेगा वो किस इवेंट में शामिल होंगे, यशराज फिल्म्स का एक डिपार्टमेंट भी है जो मैनेज करता है।

कुल मिलाकर इंडस्ट्री में कुछ प्रोडक्शन हाउस ऐसे हैं जो अभिनेताओं पर एक ऐसी धौंस जमा कर रखते हैं कि वो सिर्फ हमारे मिसलीया से काम करें और इसके अलावा वो कहीं बाहर ना जाए अपनी मर्जी से कोई फैसला ना ले पाएं और आप तो जानते ही हैं कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ था पानी फिल्म जो बनने वाली थी वो नहीं बन पाईं, क्योंकि तमाम बातें होती रहीं, बाद में शेखर कपूर ने भी बहुत सी बातें कही,

अब जब फरीदा जलाल का ये घटनाक्रम आया है उससे एक बार फिर से ये इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या इंडस्ट्री में कुछ जो बड़े प्रोडक्शन हाउस हैं, वो एक्टर्स को इतनी दबाव में रखते हैं, इतनी पकड़ बनाते हैं, आप लोग इस बारे में राय रखते हैं, अगर आप मिला-जुला कर देखें तो आपको क्या लगता है क्या ये एक अच्छा अभ्यास है?

क्या आपको लगता है कि एक खुला माहौल है जो विशेषकर नए लोग काम कर सकेगा? अब इतनी पुरानी एक्ट्रेस अगर इस बात को कह रही है कि मुझे उसे कंट्रोल करने की कोशिश की गई? और उसके बाद काम नहीं दिया गया? तो ये आपके लिए एक बहुत बड़ा सवाल जरूर है कि क्या इस तरह की प्रैक्टिस बॉलीवुड में चल रही है और फिर जब बात करते हैं बॉलीवुड के काले चिट्ठे की, कच्चे चिट्ठे की तो सारी बातें निकल कर सामने आती हैं।

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तलाक के बाद भी क्यों झगड़ते हैं आमिर अली और संजीदा शेख | Why do Aamir Ali and Sanjeeda Sheikh fight even after divorce

आमिर अली और संजीदा शेख ने साल दो हजार बारह में शादी की थी, दोनों की जोड़ी को लोगों ने खूब प्यार दिया, आमिर और संजीदा की एक बेटी भी है और उनकी बेटी के जन्म के कुछ ही महीने बाद इन दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला ले लिया।

तलाक के बाद दोनों ने किसी भी पब्लिक प्लेटफार्म पर अपने तलाक को लेकर खुलकर बात नहीं की थी, आमिर और संजीदा की तरफ से हमेशा से ये कहा गया था, कि वो अपनी निजी जिंदगी के इस हिस्से के बारे में बात नहीं करना चाहते। लेकिन हाल ही में आई वेब सीरीज हीरा मंडी के होने के बाद एक मीडिया पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू में संजीदा शेख ने उनके रिश्ते को लेकर कुछ ऐसी बातें कह डाली जो आमिर को बिल्कुल पसंद नहीं आई।

मुझे तवायफ पसंद है: संजय लीला भंसाली | I like courtesans: Sanjay Leela Bhansali

संजीदा शेख ने को दिए इंटरव्यू में अपने तलाक पर बात करते हुए कहा था कि उन्हें खुशी है कि वो उस रिश्ते से बाहर आ गई, उस समय वो डिप्रेशन में थी वो ऐसे पार्टनर के साथ नहीं रहना चाहती थी, जो उन्हें बार-बार इस बात का अहसास दिलाई कि वो जिंदगी में कुछ नहीं कर सकती।

इस रवैये की वजह से उनका आत्मविश्वास कम होता जा रहा था और इसीलिए फैसला किया था कि ऐसे साथी के साथ वो नहीं रहना चाहती और उन्हें अलग हो जाना चाहिए, अब आमिर अली ने इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा है, आमिर ने एक पोर्टल को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें सबके सामने सार्वजनिक प्लेटफार्म पर गंदगी धोने की आदत नहीं है, वो किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहते, खासकर उन्हें अह उन लोगों को जिनके साथ वो कभी रिश्ते में रहे हो,

क्योंकि ये उनकी क्लास नहीं है, साथ ही संजीदा के स्टेटमेंट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो लगभग पाँच सा लो से एक दूसरे के साथ नहीं रह रहे हैं, सकता है कि इंटरव्यू में संजीदा किसी और रिश्ते की बात कर रही हो जो उनकी जिंदगी में आमिर से अलग होने के बाद आया हो दोस्तों होता क्या है कि अक्सर रिश्ते टूटने के बाद रिश्ता तो टूट जाता है लेकिन कड़वाहटें जो खटास है वो साथ चला करती है और वो इस तरह से निकलकर सामने आ जाती है खासकर अगर आप पब्लिक फिगर है तो आप अगर रिश्तों के बारे में कभी भी बात कर रहे हैं तो आप थर्ड पर्सन एंगल से तो बात कर सकते हैं

लेकिन अगर आप अपनी बात कहेंगे तो लोग उसका मतलब जो जोड़ते हैं वो आपके पिछले रिश्ते से जोड़ते हैं या उस रिश्ते से जोड़ते हैं जो publicly known रहा हो संजीदा शेख का publicly known रिश्ता जो रहा है वो आमिर का है और जैसा कि आमिर ने अपने इंटरव्यू में कहा कि हो सकता है कि मुझसे अलग होने के बाद उनके जीवन में कोई आया हो कि उसके बारे में कह रही हो लेकिन क्योंकि publicly known रिश्ता जैसा मैंने कहा कि अगर आप public figure है तो लोग अक्सर उससे जोड़कर देखते हैं और हाँ होता यही है कि अक्सर अलग हो जाने के बाद आमतौर पर लोग ऐसी बातें करने से बचते खासकर अगर आपकी अच्छी खासी फैन फोल्लोविंग है,

लोग आपकी जिंदगी में झांकना चाहते हैं, आपके बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि होता क्या है कि आपने जो जिंदगी जी है वो आप जी चुके हैं, वो हिस्सा खत्म हो चुका है लेकिन उसकी बातें और खासकर अगर उसमें थोड़ा सा स्पाइस हो जो कि दूसरे लोगों को लगता है, आपको नहीं लगता उसको लेकर बातें तमाम होती रहती हैं, मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि अक्सर जब ऐसे दो सेलिब्रिटीज का जिक्र होता है जो कभी साथ थे और अलग हो चुके हैं तो क्या आप उनकी जिंदगी में झांकना चाहते हैं?

क्या आप समझते हैं इस बात को सही तरीका होता है कि उनकी जिंदगी में झांककर ये जाने कि आखिर हुआ क्या था? या आपको लगता है कि अक्सर इस तरीके के स्टेटमेंट का इस्तेमाल प्रमोशन या पब्लिसिटी के लिए किया जाता है क्योंकि हिरा मंडी को लेकर तो बहुत सारे लोगों के बारे में बात हो रही है लेकिन हिरा मंडी में संजीदा ऐसी है कि अगर वो इस मुद्दे पर बात करेंगे तो उनके बारे में बात ज्यादा होगी इस पूरे मामले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन में शेयर कर सकते हैं.

शादीशुदा है दिलजीत दोसांझ ! | Diljit Dosanjh is married!

अन्नू कपूर की हमारे बारह पर लगी रोक | Annu Kapoor’s Hamare Barah banned

अन्नू कपूर की upcoming फिल्म हमारे बारह की रिलीज़ पर अब बॉम्बे हाई कोर्ट ने चौदह जून तक रोक लगा दी है ये फिल्म पहले seventh जून को थिएटर्स में रिलीज होने वाली थी हाल ही में पुणे के रहने वाले एक शख्स ने फिल्म के खिलाफ एक याचिका दायर की थी जिसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनकर ये फैसला किया और अब इस केस की जो अगली सुनवाई है वो दस जून को होने वाली है। याचिकाकर्ता का ये कहना है कि इस फिल्म को यूएस कैसे दिया गया?

कोर्ट में याचिका करता अजहर तंबोली ने कहा कि ये फिल्म मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है और इसमें कुरान को भी गलत ढंग से दिखाया गया है फिल्म के कुछ डायलॉग्स भी आपत्तिजनक है, अजहर ने कोर्ट में फिल्म को यूए सर्टिफिकेट दिए जाने पर भी सवाल उठाया है, गौरतलब है कि फिल्म अभी रिलीज नहीं हुई है, रिलीज से पहले ही ये सारी बातें कही जा रही है, सेंसर बोर्ड से कट्स लगाने के लिए भी कहा गया, जी हाँ बात करते हुए वकील अद्वैत सेठना ने बताया कि अब सेंसर बोर्ड से फिल्म हमारे बारह में कुछ कट्स लगाने के लिए कहा गया है।

कौन बेवफा? हार्दिक या नताशा: पूरी कहानी जो आप जानना चाहते हो | Who is unfaithful? Hardik or Natasha: The whole story you want to know

कुछ scenes या dialogues हटाए जाने के बाद ये फिल्म release हो सकती है। इस बीच इस फिल्म के जो मुख्य कलाकार है अन्नू कपूर उन्होंने भी सुरक्षा की मांग की थी उन्होंने कहा था कि फिल्म हमारे बारह का ट्रेलर और टीजर जब से आया है फिल्म विवादों में है और फिल्म के कलाकारों को जान से मारने की धमकियां मिल रही है। इस बीच एक वीडियो भी जारी किया था अन्नू कपूर ने और महाराष्ट्र पुलिस मंत्रालय से अपने लिए सुरक्षा मांगी थी इसी सिलसिले में उन्होंने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एक नाथ शिंदे जी से भी मुलाकात की।

अन्नू कपूर का ये कहना है कि ये फिल्म जो है वो नारी सशक्तिकरण यानी वीमेन empowerment की बात करती है इस वीडियो में अन्नू ने फिल्म पर सफाई भी दी थी उन्होंने कहा था कि पहले लोग इस फिल्म को देखें फिर इसे जज करें। अब सोचिए फिल्म release नहीं हुई लेकिन बवाल सब कुछ पहले ही हो रहा है। अन्नू के मुताबिक ये फिल्म नारी सशक्तिकरण और बढ़ती जनसंख्या पर focus करती है।

और ये किसी भी धर्म समुदाय के खिलाफ नहीं है। अनु ने ये भी कहा कि बाकी बस इतना ही कहूंगा कि भारत अब वो नहीं हुआ जो वो नहीं रहा जो हुआ करता था। भारत अब दूसरा है धमकियों से डरने वाले नहीं है हम मेरे देश की पुलिस बहुत सशक्त है अगर आपने शांति भंग करने की कोशिश की तो ध्यान रहे हम भी चुप नहीं बैठेंगे। दोस्तों अब हम आपसे एक सवाल पूछने जा रहे हैं। अक्सर ये होता है कि कोई फिल्म रिलीज हो उससे पहले बहुत सारे बवाल होने लगते हैं।

यानी लोग सिर्फ ट्रेलर और टीजर देखकर बहुत से सवाल उठाते हैं। अदालत में पहुँच जाते हैं। सेंसर बोर्ड पर सवाल उठाते हैं और ऐसा लगने लगता है कि मानो ये फिल्म रिलीज हुई तो ना जाने क्या ही हो जाएगा। फिल्में एक क्रिएटिव सब्जेक्ट है। लोग अपनी क्रिएटिविटी दिखाते हैं। और उसके लिए हमारे देश में एक सेंसर बोर्ड है जिससे जिम्मेदारी दी गई है कि आप जितनी भी एक क्रिएटिव एक्सप्रेशन है इसको आप एक सर्टिफिकेट दें कि ये फिल्म अह सबके लिए है या बच्चों के लिए है या बच्चों के लिए अगर तो वो बड़ों के साथ बैठकर देख सकते हैं और इसीलिए सारे सर्टिफिकेट दिए जाते हैं।

यूए या फिर एडल्ट। अब ऐसे में सेंसर बोर्ड अपना काम कर रहा है। फिल्म बनाने वाले अपना काम कर रहे हैं। लेकिन ये जो छोटे-मोटे राजनैतिक टाइप के दल होते हैं जिनको थोड़ी पब्लिसिटी चाहिए होती है। ये एकदम से उठकर आ जाते हैं। और ये सीधे तौर पर नारे लगाने लगते हैं। सड़कों पर उतर आते हैं। क्रांतिकारी बन जाते हैं। बिना फिल्म को देखे हुए। यहाँ सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये जो नारे लगा रहे होते हैं ये थर्टी सेकंड टीजर को देख के नारे लगाते हैं, नब्बे सेकंड के ट्रेलर को देख के नारे लगाते हैं, इन्हें खुद नहीं पता होता कि इस फिल्म में है क्या?

लेकिन क्योंकि ऐसा करने से इन्हें अखबारों में जगह मिलती है। इन्हें ऐसा करने से टीवी पर जगह मिलती है, सुर्खियां आती हैं, मशहूर हो जाते हैं, क्योंकि फिल्म बॉलीवुड आप उससे connect हो जाते हैं, तो आप मशहूर होने लगते हैं। तो बहुत सारे लोग ऐसा भी करते हैं। अब मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि इस तरीके के जो बवाल होते हैं, फिल्म की रिलीज से पहले बिना फिल्म को देखे फिल्म पर सवाल और ना सिर्फ सवाल सामने वाले को जान से मारने की धमकी देना। जो कि अपने आप में कानूनन अपराध है, हमारे देश में कानून है, अदालत है, आपको शिकायत है तो आप वहां जाइए, वहां सुनवाई होगी आपकी।

अनुज थापन की मौत का सच | The truth behind Anuj Thapan’s death

क्या होने वाला है अक्षय का करियर | What is going to happen to Akshay’s career

अक्षय कुमार के बुरे दिन एक बार फिर से शुरू हो चुके हैं अक्षय कुमार की फिल्म वेदत मराठे वीर दौड़ले साथ ये मराठी फिल्म बंद हो चुकी है फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी थी लेकिन क्योंकि बजट गड़बड़ हो गया इसलिए इस फिल्म को रोक दिया गया हाल ही में आई बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार प्रोड्यूसर वसीम कुरैशी के पास फिल्म बनाने का बजट खत्म हो चुका है फिल्म का पचास फीसदी हिस्सा पहले ही शूट किया जा चुका है

अक्षय कुमार इस period ड्रामा फिल्म में guest appearance कर रहे थे उन्होंने तीन दिनों तक इस फिल्म की शूटिंग की थी ये उनकी मराठी डेब्यू फिल्म वाली थी उन्हें फीस का एक बड़ा अमाउंट भी दिया जा चुका है हालांकि अब तक ये साफ नहीं है कि अक्षय ने शूटिंग पूरी कर ली है या उनके हिस्से की शूटिंग अभी भी बाकी है आगे रिपोर्ट में बताया गया है कि फिलहाल ये साफ नहीं है कि बजट की दिक्कतें कब ठीक होंगी और कब ये फिल्म आगे की शूटिंग पूरी करके रिलीज होने की तरफ बढ़ेगी जाहिर है इस पर अब तक कोई अपडेट भी नहीं है

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इस फिल्म की रिलीज को लेकर भी फिलहाल कोई क्लैरिटी नहीं है ये जो फिल्म है मराठे वीर दौड़ले सात ये मराठी फिल्म है एक मराठी पीरियड ड्रामा फिल्म है जिसे महेश मांझरे का डायरेक्ट कर रहे थे इस फिल्म को पहले पिछले साल दिवाली पर रिलीज होना था हालांकि उस समय सलमान खान की फिल्म टाइगर थ्री भी रिलीज हो रही थी और इसी क्लेश से बचने के लिए मेकर्स ने इसकी मेकिंग और रिलीज़ टाल दी थी आपको बता दें कि फिल्म मराठा साम्राज्य के साथ बहादुर मराठाओं की कहानी होने वाली है

अक्षय कुमार फिल्म में छत्रपति शिवाजी महाराज का रोल निभाकर मराठी सिनेमा में इसी से अपना डेब्यू करने वाले थे हालांकि बजट की दिक्कतों को देखते हुए इस फिल्म का बन पाना मुश्किल लग रहा है फिल्म में के अलावा प्रवीण तारडे, हार्दिक जोशी, विशाल निक्कम उत्कर्षा शिंदे और विराट मांडके लीड रोल कर रहे हैं। वैसे इस साल अक्षय कुमार की फिल्म बड़े मियां, छोटे मियां भी रिलीज हुई।

ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई और आने वाले दिनों में अक्षय के पास फिलहाल तो कई बड़ी फिल्में हैं, वो जल्द ही शरीफा, सिंघम अगेन, खेल-खेल में स्काई फाॅर्स, वेलकम टू द जंगल, कनप्पा जो कि एक तेलगु फिल्म है, जौली एलबी थ्री शंकरा, हेराफेरी थ्री और शहीद भगत सिंह पर बन रही एक टाइटल फिल्म में दिखने वाले हैं। हाल ही में अक्षय ने सिंघम अगेन की शूटिंग पूरी की है फिलहाल वो वेलकम टू द जंगल और जॉली एलएलबी three की शूटिंग कर रहे हैं

लेकिन दोस्तों ये साफ है कि अक्षय कुमार की भारी-भरकम फीस की वजह से अब उनकी फिल्म में पिट रही है और उनके निर्माताओं को ये लगने लगा है कि इतनी मोटी फीस देने का क्या फायदा जब अक्षय कुमार खुद एक हिट फिल्म की गारंटी लेकर नहीं आते हैं और इस पर समय-समय पर बात होती रही है पिछले दिनों फरा खान ने करण जौहर ने समय-समय पर ये बात कही है कि जो बड़े-बड़े stars हैं जो मोटा-मोटा पेमेंट लेते हैं,

बड़ी-बड़ी अपनी टीम लेकर आते हैं इन्हीं की वजह से फिल्म इंडस्ट्री का बुरा हाल है इन्हीं की वजह से फिल्म इंडस्ट्री अपने सबसे खराब और बुरे दौर से होकर गुजर रही है क्योंकि हम इनकी फीस तो दे देते हैं लेकिन ये हमें ना तो हिट की गारंटी देते हैं और ना ही इनका फिल्म में होना इस बात की कोई गारंटी लेकर आता है कि हाँ ये फिल्म लोग देखने आएंगे।

तो दोस्तों आपको क्या लगता है, क्या अब नए लोगों को मौका मिलना चाहिए क्योंकि बड़े स्टार्स के जो बड़े-बड़े नाम हैं उसके बावजूद भी अगर इनकी फिल्म में कोई देखने आए जैसे हाल ही में अक्षय कुमार की फिल्म बड़े मियां, छोटे मिया का जो हाल हुआ सच में उसको देखकर अक्षय कुमार पर हंसी आती है कि पिछले तीस सा लो में उन्होंने अपने करियर में किया क्या है, ना तो कहानी ढंग से चुन सकते हैं, ना फिल्म ढंग से कर सकते हैं, ना character में ढंग से आ सकते हैं और इतना मोटा पैसा लेने के बाद भी इतना बड़ा वाला फ्लॉप का tag अपने माथे पर लेकर जाते हैं.

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खानजादी को इसलिए मुंबई में किराए का घर नहीं मिलता

हमारे देश में ऐसा माना जाता है कि अगर आप एक बार टीवी पर आ गए एक बार बिग बॉस जैसे शो का हिस्सा बन गए तो फिर आपकी जिंदगी से सारी मुश्किलें दूर हो जाएंगी क्योंकि आपको पूरा हिंदुस्तान जान जाएगा। लेकिन बिग बॉस के शो में participate कर चुकी खानजादी एक ऐसी स्टार हैं। जो इस बात से परेशान हैं कि उन्हें मुंबई में किराए का घर नहीं मिलता क्योंकि उनका surname खान है। जी हाँ my name is खान वाली जो है उससे होकर गुजर रही है खानजादी।

पहले एक सेकंड रुकते हैं पूरी बात सुनते हैं फिर इसके बाद बात करेंगे कि खानजादी की जो दिक्कत है इसका असल इलाज क्या है? हो जाता है सब कुछ लेकिन जैसे ही उनको पता चलता है कि अह मेरा सरनेम खान है। वो कहते हैं कि मुस्लिम्स को हम घर नहीं देंगे। सीधा मना कर देते हैं।

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और आज तक मैं जितने भी जगह में गई हूँ, जितने भी घरों में मैं रही उन सारे घरों के owners जो थे वो मुस्लिम्स ही थे और इसलिए मुझे घर भेजा लेकिन अब अगर नहीं तो बोलने का कोई फायदा भी नहीं है। ठीक है आपकी मर्जी। yes I think that it be better तो देखा आपने खानजादी खुद ये कह रही है कि वो कई बरसों से मुंबई में रह रही है लेकिन अब भी उन्हें यही परेशानी होती है कि वो जब भी घर लेने के लिए कहीं जाती है तो उनका जो surname है खान वो दिक्कत पैदा करता है

और इस वजह से उन्हें घर नहीं मिलता वो उस मुंबई शहर में अकेली है उनकी family member कोई है नहीं वो अकेली रहना चाहती है अपने उसी surname के साथ जो नाम उन्होंने बनाया उसके साथ लेकिन उन्हें दिक्कत ये आती है कि जैसे ही मालिक को पता चलता है कि ये तो खान है तो मकान नहीं मिलता दोस्तों ये कोई नई समस्या नहीं है बात सिर्फ खान या किसी और सरनेम की नहीं है मुंबई शहर में अगर आप बैचलर हैं अकेले लड़के हैं या अकेली लड़की हैं तो आपको घर मिलने में परेशानी होने ही वाली है

ज्यादातर housing societies मुंबई में ऐसी हैं जो साफ तौर पर कहती हैं कि हम बैचलर्स को घर नहीं देंगे क्यों क्योंकि बैचलर्स जो हैं पार्टी करते हैं रात को लेट आते हैं कई बार उनके दोस्त फिर कुछ पार्टनर भी चेंज होते हैं और तरह-तरह की पार्टीज भी चला करती हैं इस सब से बचने के लिए अक्सर ये कहा जाता है कि भाई बैचलर है तो हमें अपना फ्लैट किराए पर नहीं देना और इनके साथ तो दिक्कत ये है कि ये so called celebrity भी हैं खान भी हैं, अकेली लड़की भी हैं।

आप जानते ही हैं कि किस तरह की इमेज है फिल्म इंडस्ट्री की तो आप अपने शहरों में बैठकर जब ये सोचते हैं कि बिग बॉस जैसे शो में आ जाने के बाद जिंदगी बदल जाती है। ऐसा नहीं है। मुंबई शहर इतना महंगा है कि यहाँ अपना घर खरीदना भी हर किसी के बस की बात नहीं। और अगर आपके पास अपना घर नहीं है तो जाहिर है आपको current पर रहना पड़ेगा।

किराए पर रहना पड़ेगा और किराए पर जब रहते हैं तो दिक्कतें क्या आती हैं वो आपने देख लिया। दोस्तों इस article को शेयर करने का मकसद आप लोगों को ये बताना है कि बहुत सारे लोगों के मन में एक तस्वीर बनी हुई है। कि फिल्मों में आ गए, टीवी पर आ गए, एक मशहूर नाम हो गए, तो जिंदगी की सारी दिक्कतें दूर हो जाती है। लेकिन ऐसा होता नहीं है।

कौन बेवफा? हार्दिक या नताशा: पूरी कहानी जो आप जानना चाहते हो | Who is unfaithful? Hardik or Natasha: The whole story you want to know

प्रियंका चोपड़ा का कच्चा चिट्ठा | Priyanka Chopra’s raw blog

आपने प्रियंका चोपड़ा को अपना रोना रोते हुए कई बार सुना होगा। जिसमें वो कहती हैं कि कैसे वो outsider थी? फिर कैसे शाहरुख खान से जब उनकी नजदीकियां बढ़ी तो करण जौहर ने और गौरी खान ने टीम अप किया और उन्हें इंडस्ट्री से बाहर निकाल दिया, उन्हें कई फिल्मों से बाहर निकाला गया, क्योंकि किसी स्टार वाइफ ने कहा था, उन्हें कई फिल्मों से बाहर निकाला गया, क्योंकि हीरो की गर्लफ्रेंड को लेना था, ऐसे तमाम रोने आपने सुने होंगे, जो प्रियंका चोपड़ा रोती रहती हैं।

लेकिन चोपड़ा क्या वाकई दूध की धुली है? प्रियंका चोपड़ा क्या वाकई इतनी शरीफ और सीधी है जितना कि वो portray करती है? ये सच निकलकर सामने आया है एक interview में और ये interview दिया है एनएसडी से pass out हुए एक actor ने जिनको आप जानते है रजनीश दुग्गल के नाम से असल में हुआ क्या कि साल दो हजार पाँच की बात है उस वक्त रजनीश दुग्गल को sign किया गया प्रियंका चोपड़ा के opposite एक फिल्म बननी थी

बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड की बर्बादी | Bollywood is ruined at the box office

यकीन और इस फिल्म के लिए रजनीश दुग्गल को तैयारी करने के लिए अच्छा खासा टाइम दिया गया ये कहा गया आप अपने शरीर पर अपनी बॉडी पर अपने पर्सोना पर दो से ढाई साल मेहनत कीजिए बकायदा उनको मुंबई में रहने के लिए एक अपार्टमेंट दिया गया एक गाड़ी दी गई एक शेफ दिया गया मतलब प्रोड्यूसर ने सारे इंतजाम किए और रंजीश बड़ी मेहनत से लगे हुए थे।

एनएसजी से पासआउट हैं तो एक्टिंग भी जानते हैं एक्टिंग की techniques भी जानते हैं। और so called मिस world के साथ मिल गई थी तो बड़े मेहनत से लगे हुए थे। कई महीने मेहनत करने के बाद एक दिन अचानक रजनीश दुग्गल को ये पता चला कि उन्हें उस फिल्म से आउट कर दिया गया है और उन्हें उस फिल्म से आउट करवाया है।

यही प्रियंका चोपड़ा ने जानते हैं क्यों? क्योंकि जितने दिन तैयारी में लग रहे थे उतने दिनों में प्रियंका चोपड़ा एक बहुत बड़ी स्टार बन गई थी और उन्होंने सीधे प्रोड्यूसर से कह दिया कि जब ये फिल्म मैंने sign की थी तब तो ठीक है मैं बड़ी स्टार थी नहीं लेकिन अब तो मैं बहुत बड़ी स्टार बन गई हूँ। तो मैं किसी न्यू कमर के साथ काम नहीं करूंगी।

प्रियंका चोपड़ा का कच्चा चिट्ठा | Priyanka Chopra’s raw blog

अब ये वही प्रियंका चोपड़ा हैं जिन्हें फिल्म इसलिए मिली थी क्योंकि वो मिस वर्ल्ड बन गई थी उनमें एक्टिंग का कोई कोर्स नहीं किया था जबकि रजनीश दुग्गल बाकायदा एनएसडी से पास आउट होकर आए थे national school of drama से उन्हें acting की technique आती थी वो acting को जानते थे, समझते थे, मेहनत कर रहे थे लेकिन क्योंकि प्रियंका चोपड़ा एक बड़ी स्टार बन गई थी तो उन्हें उस फिल्म से निकाल के बाहर कर गया अब ये किस्सा कभी प्रियंका चोपड़ा नहीं सुनाएंगी क्योंकि प्रियंका चोपड़ा को तो अपना रोना-रोना है।

कि कैसे करण जौहर ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा, कैसे बॉलीवुड ने उनको लात मार दी, फिर कैसे उनका career बाहर जाकर बन गया और फिर वो कैसे अपने struggle से इतना खुद को स्थापित कर पाई है, लेकिन ये है प्रियंका चोपड़ा की असलियत। बॉलीवुड में होता क्या है, कि लोग अपनी असलियत नहीं बताते। अपनी कहानी नहीं बताते, सामने वाले पे निशाना साधते रहते हैं।

तो प्रियंका चोपड़ा भी उन्हीं में से हैं। तो आगे आप जब कभी प्रियंका चोपड़ा का रोना सुने तो ये जो कच्चा चिट्ठा है इसको भी याद रखिएगा video पसंद आया हो तो share कर सकते है नीचे comment भी कर सकते है और अगर channel को subscribe नहीं किया है तो आप अभी इसी वक्त subscribe कर लीजिए ताकि Bollywood की खरी-खरी बातें आपको इसी अंदाज में पता चलती रहे.

क्यों टूटा अर्जुन और मलाइका का साथ? | Why did Arjun and Malaika break up?