हाईकोर्ट के चक्कर में करण जौहर, अपने नाम की फिल्म रिलीज पर रोक लगाने की मांग

हाईकोर्ट के चक्कर में करण जौहर, अपने नाम की फिल्म रिलीज पर रोक लगाने की मांग

जौहर की किस्मत में controversy से दूर रहना लिखा ही नहीं है। बेचारे आजकल बड़े सीधे रास्ते चल रहे थे कि उनके रास्ते में एक फिल्म का बोर्ड आ गया, जिस पर लिखा था, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। यानी करण जौहर के नाम पर ही एक फिल्म बन रही है। जिसमें करण जौहर का नाम आता है। और उसका जो टाइटल है, फिल्म का वो है, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। अब ये देखकर करण जौहर को गुस्सा आया और वो अदालत पहुंच गए और उन्होंने इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की है।

ये फिल्म चौदह जून को वाली है। इस मामले पर सुनवाई चल रही है। करण जौहर का ये कहना है कि किसी भी फिल्म के टाइटल में इस तरह से उनके नाम का इस्तेमाल होना ये उनको नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि वो नहीं जानते कि इस फिल्म का कॉन्टेंट क्या है? साथ ही उनसे इजाजत भी नहीं ली गई है। अब एक बात ये भी है खैर ये मामला अदालत में चल रहा है तो देखेंगे अदालत क्या कहती है?

क्योंकि ऐसा तो संभव है नहीं कि इस दुनिया में सिर्फ एक ही करण जौहर हो, करण नाम के बहुत से लड़के हो सकते हैं। जौहर नाम के बहुत से लोग हो सकते हैं और भी जौहर नाम का व्यक्ति अपना नाम करण रख सकता है। लेकिन क्योंकि फिल्म में इस्तेमाल हो रहा है और फिल्म के साइन बोर्ड पर लिखा हुआ है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो ये बात बड़ी चुभ रही है।

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करण जौहर को, साथ ही उन्होंने कहा है कि ये जो उनकी गुडविल है, उनकी प्रतिष्ठा है, उसको ठेस लग सकती है, इसलिए किसी तरीके से उनके ब्रांड नेम को इससे हटाया जाए, अब ब्रांड नेम भी पूरा use नहीं किया गया है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो देखते हैं अदालत इस पर क्या निर्णय देती है लेकिन इतना जरूर है कि करण जौहर को ये लग रहा है कि इस फिल्म के जो निर्माता है इंडिया प्राइड एडवाइजरी और संजय सिंह इसके अलावा फिल्म के निर्देशक है अह और राइटर है बबलू सिंह उनके खिलाफ ये आपत्ति दर्ज कराई गई है, देखते हैं कि अदालत इस पर अपना क्या निर्णय सुनाती है लेकिन अदालत कोई निर्णय सुनाए इससे पहले आप ये बताइए कि इस फिल्म का टाइटल सुनने के बाद आपको कैसा लगा?

शादी के डायरेक्टर करण और जौहर और अगर ये सिलसिला शुरू हो गया तो इस तरह तो बहुत सारे ऐसे फ़िल्मी लोगों के हैं जिनके नाम पर किसी फिल्म का टाइटल रखा जा सकता है। और लोगों के मन में curiosity होगी कि भाई ये कोई करण जौहर की कहानी है या ये कोई दूसरे करण जौहर है या ये कोई करण जौहर पर है तो जाहिर है जब एक बार नाम बड़ा हो जाता है तो उसको लेकर आने वाली दिक्कतें भी बड़ी लगने लगती है और शायद करण जौहर को भी ये लग रहा है कि कहीं कोई उनके नाम का गलत फायदा ना उठा ले जाहिर है अगर आप हिंदुस्तान में किसी से करण जौहर कहते है या कहीं फिल्म के आगे या किसी चीज के आगे करण जौहर लिखते है तो आपके दिमाग में जो पहला thought आएगा वो इन्हीं करण जौहर बारे में आएगा।

भले ही हमारे देश में और भी कई करण जौहर हो लेकिन जो most popular हैं वो तो यही हैं। अब देखते हैं कि इसपे पूरा मामला जब अदालत पहुंच ही गया है तो अदालत इस पर क्या रुख अपनाती है और अदालत का जो भी फैसला आएगा वो आने वाले दिनों में अगर और कोई ऐसी फिल्म आने वाली है जिसमें किसी और फिल्मी हस्ती के नाम का इस तरह से इस्तेमाल हो रहा है तो ये फैसला काफी महत्वपूर्ण होगा।

देखते हैं अदालत क्या कहती है। बहरहाल इस पूरे मामले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं। कि क्या इस तरह से किसी का नाम अपने टाइटल लेना ठीक है? एक सस्ती पब्लिसिटी के लिए या एक थोड़ी सी अह लोगों के बीच मशहूर होने के लिए या शोहरत पाने के लिए अपनी फिल्म को पब्लिसाइज करने के लिए।

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