तुम्बाड और स्त्री २ के बाद २३ ऐसी फिल्में जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी | After Tumbbad and Stree 2, 23 movies that will give you goosebumps

स्त्री 2 हर किसी ने देखी ली फिल्म ने भी खूब कमाई की पुराने रिकॉर्ड तोड़े ही साथ में खुद के नए भी बनाए फरियाद लेकिन एक अभी भी काफी लोगों के मन में है थोड़ा सा हॉरर कंटेंट और मिल गया तो सच में मजा आ आज एक, दो, तीन नहीं पूरी बाईस फिल्में बताएंगी कि कौन सी स्त्री 2 हॉरर कंटेंट में बेहतर है सिर्फ भारतीय फिल्में तो इस लिस्ट को तीस नंबर पे इस स्त्री 2 से शुरू होती है और हां विशेष चेतावनी आखिरी की कौन सी टॉप चार फिल्में एक बार फिर देखें जब आप सच में तैयार हो जाएं अच्छा उन्नीस बीस ये सब इस लिस्ट में सिर्फ अंडररेटेड फिल्में नहीं हैं इंडियन सिनेमा में किसी एक्ट्रेस का सबसे बोल्ड सीन आज से शूट किया गया था ये लगभग पैंतालिस साल पीछे उन्नीस अस्सी में एक हॉरर फिल्म के टेबल के अंदर पे पूरी फैमिली के सामने अगर घर की सबसे छोटी बच्ची अपने से 20 साल की छोटी बच्ची, बड़े भाई को मां-बहन की लड़कियां दे लग जाएं, सोच के कांप गईं ना फिल्म नंबर बैसास, ये आपको एकदम फ्री मिल जाएगी यूट्यूब पे पद्मिनी मैम का वो गोल्ड सीन व्यू वक्ता आँखे जम जाएगी भयानक है।

सोचो आप एक पुराने वीरान महल जैसे भूतिया घर में जाते हो क्योंकि वहां एक छोटी सी बच्ची की आत्मा चली गई है। लेकिन उसी वक्त जब वो लड़की आपके सामने आती है तो कान में सिर्फ एक बात बोलती है जिसने मेरी बड़ी बहन को बुलाया है असल में वो भूत है मार्का है। हॉरर फिल्मों की कैटेगरी में सबसे खतरनाक ट्विस्ट संभावित फिल्म नंबर इक्कीस जैसी में जो सच में सिर्फ अपनी कहानी से आपके शरीर पर रोंगटे कर सकता है अमेज़न प्राइम पूरे परिवार के साथ आप एक नए घर में शिफ्ट होते हो बाकी जिंदगी भर मेहनत करके तय से आपने वहां कुछ भी नहीं खरीदा है, सिर्फ एक टीवी बिल्कुल मुफ्त है।

शाम को पूरा परिवार सात मिलकर आराम से टीवी चालू करता है तो एक ऐसा शो आता है जिसके बारे में कोई नहीं जानता शायद कोई नया सीरियल आएगा या फिर ये टीवी घर का भविष्य शुरू होता दिख रहा है और आज के एपिसोड में घर के अंदर से डेथ होने वाली है फिल्म नंबर बाईस तेरह भी पागलपन से भरा सिनेमा हॉटस्टार ब्लैक मैजिक के बारे में सुना है काला जादू इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है किसी इंसान को बुरी आत्मा से पहेलियां खत्म करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड है.

अगली फिल्म एक नए प्रोडक्शन की पहली फिल्म को देखने के लिए अगर पब्लिक बोली जाए कि ये भारत की सबसे डरावनी फिल्म है तो लोगों के लिए इसे बैन कर देना चाहिए। ये है आपकी लिस्ट में फिल्म नंबर उन्नीस मसूदा शायद सबसे असली फिल्म है ये काला जादू और पेज के बारे में बच्चों के साथ कृपया मत देखें एयरटेल पर बिल्कुल मुफ्त वीडियो गेम तो सब खेलें और सबसे ज्यादा मजा तब आता है जबस्ट ला चांस बाकी हो और किसी भी स्थिति में आप अन्य गेम ओवर नहीं कर सकते हैं, ये है फिल्म नंबर, आठ बस इकनॉमिक इतना सा है कि गेम स्क्रीन पे रियल लाइफ में नहीं चल रहा है घर के दरवाजे पे एक दो तीन नहीं बहुत सारे किलर्स बने हुए हैं और हां दोस्त हैं नोट पकड़े गए ज्यादा से ज्यादा क्या नया मौका मिलेगा लेकिन सारा मौका खत्म हो गया तो जिंदगी खत्म हो गई असली जिंदगी नेटफ्लिक्स जिंदाबाद कई साल बाद आखिरकार आपके बगल में खाली घर के अंदर नया पड़ोसी आ गया है शाम को मिलने का प्लान है अच्छे से जान पहचान कर ली लेकिन अगले ही घंटे दरवाजे की घंटियां बजाती है सामने पड़ोसी आपसे रो रो के मदद मांग रहा है क्योंकि उनकी बेटी के अंदर कोई आत्मा घुस गई है कमरे में घुसते ही पहली बार जब उस लड़की को देखा तो वो साफ बताता है वो इस घर में में आया सिर्फ इसलिए ताकि आप अपने साथ नर्क ले जा फिल्म नंबर सत्रह, हाउस नेक्स्ट डोर यूट्यूब तो यार आपने ये ऐसा कई बार सुनने में आया है कि एक इंसान के पास एक इंसान होता है लेकिन पूरा गांव उसके पास हो जाता है, ऐसा कुछ पढ़ा-सुना छोड़ो सीधा देख लो आप एक अजीब सा गांव है जिसके बीच में एक बहुत पुराना मंदिर बना हुआ है जहां देवी खुद बताती हैं कि अगले आठ दिनों तक के लिए आठ दिशा में गांव को सील कर दो।

ऐसा इसलिए क्योंकि एक स्टाफ यहां रुका हुआ है क्योंकि लोगों को जिस वजह से पूरा गांव एक-एक करके मर जाएगा अगर एक भी बाहर वाला इंसान गांव के अंदर आ गया। महिला से डेटिंग जुलती कहानी लेकिन कॉमेडी कम और हॉरर बहुत फिल्म नंबर सेल वीरू पैक्स एनीमेशन अच्छा सिंपल सवाल क्यूं भूत होते हैं या नहीं? बहुत सारा जवाब होगा हर किसी के पास लेकिन जो नहीं लेबल नास्से अगली फिल्म दिखाएगी दो आदमी। एक पुराने कॉलेज के साथ नए साल में शुरू हुआ एक पढ़ाकू बच्चा और रूम नंबर फोर जीरो फोर में जबरदस्ती रुक जाता है। क्योंकि कई प्राचीन से ये कमरा बंद है तो कॉलेज भी चिह्नित है कि वो रहता है। वो जिसने पुर्तगाल से लटका कर खुद को मार डाला।

तो वो आया कि नहीं एरर फोर जीरो फॉर यूट्यूब। अच्छा एक दिमाग का डॉक्टर है जो मशहूर है, अजीबो-गरीब तरीकों से लोगों का इलाज नहीं कर सकता, सही नाम के गोलों से मारता है ये एक भोला सा पेशेंट डॉक्टर की फैमिली खत्म लेकिन डॉक्टर जिंदा है बट अब ये बोल नहीं कर सकता और लोगों का इलाज मना कर दिया जब तक मरावी केसर की जांच नहीं हुई बैट डॉक्टर को नहीं दिया गया और दिमाग से ड्रू लोगों का अवैध इलाज किया जाता है जिसके बाद इन पेशेंट ने खुद को मौत के घाट उतार दिया है आप अपने दिमाग को शैतान के नाम से जाना जाता है और फिर कभी ऐसा होता है कि फिल्म हॉरर नहीं था उनसे कई गुना ज्यादा डर आपको उस फिल्म में काम करने वाले एक्टर्स के किरदार देखने को मिले।

शराब के नशे में सलमान ने विवेक को क्या कहा? | What did Salman say to Vivek under influence of alcohol?

फिल्म तीस साल पुरानी है लेकिन आज भी नाटकीय नाटकीय अभिनय तीस घंटे आपकी नींद की गुड़िया। बॉलीवुड की सबसे यूनिक हॉरर फिल्म जो हॉलीवुड भी नहीं तोड़ सकती। एक सफेद बिल्ली से डर किसको लग सकता है? अगर वो पिछली रात गाड़ी के नीचे आके मर जाए लेकिन अगली सुबह घर के बच्चों के हाथों में खेलती मिल जाए, रात यूट्यूब पर। फोंट में घूमना बोस्नियाई अच्छा लगता है एच मैं, जंगल की शांति में रात का जंगल लेकिन क्या हो अगर बगल वाले पेड़ से लटकी मिल जाए, एक मौत। और भी कमाल की बात है, गांव वाले आपसे ये बोल रहे हैं कि ये करने वाला कोई और नहीं खुद वो पेड़ ही है. जंगल की एक राक्षस की कहानी जो हर उस इंसान को मार डालेगी जो पेड़ काटने के बारे में सोचेगा।

फिल्म में ही लाॅग सीरीज़ है – इंस्पेक्टर ऋषि और अमेज़न प्राइम। अच्छा कभी सोचा तुमने जैसे इंसानों के बच्चे होते हैं। शैतान के भी बच्चे कैसे हो सकते हैं? भूत की बेटी का नाम परी है. बॉलीवुड के दो सबसे डरावने सीन एक ही फिल्म के अंदर शायद ये कहानी क्यों सच में सबसे डरावनी हॉरर फिल्म होगी जो आज तक बॉलीवुड ने बनाई है। घर की खिड़की से सामने दिखती है एक दूसरी घर की डॉक्यूमेंट्री की पे रेवेन्यू पाँव जगह में एक लड़की है जो अगले ही सेकंड में हवा में उड़ती हुई आपकी खिड़की से अंदर जाती है। इसके बाद यूट्यूब पे पता लगाओ। भाई जो दसवें नंबर पे फिल्म है, जिसे रीमेक करके बॉलीवुड ने हॉरर टैलेंट को जिंदा कर दिया था। भूलभुलैया हम सब ने एक से ज्यादा बार देखी होगी।

लेकिन इसकी ओरिजिनल फिल्म जो नासे एक बार से दूसरी बार देखने लायक नहीं होगी। इतनी बड़ी खतरनाक फिल्में और रियल सिनेमा की भूलभुलैया छोटी बच्ची। एम् बेडाट्रा तार और अमेज़न प्राइम अगर फिल्म को इस लिस्ट में इतना ऊपर रखा गया है तो कोई तो बात जरूर होगी ना। नंबर नौ पर भी एक ऐसी फिल्म का रीमेक बनाया गया तो लोग टेलिकॉम देखकर ही डर गए थे बैट शैतान दस प्रतिशत भी उतना डरावना नहीं है ये ओरिजनल फिल्म थी। वशीकरण माने तंत्र-मंत्र से किसी इंसान को अपने बच्चे में बंद कर लेना वो भी ऐसा कि खुद का दोस्त छोटे भाई की गर्दन पे रख दे एक सेकंड में मौत। साल की बात कर रही हूं एक गुजराती फिल्म जो इतनी रो और सर्च है कि अगली बार किसी नए इंसान को घर में नहीं दोगे आप।

पे देख सकते हो. तृप्ति डिंबरी को आप उनकी भाभी का नंबर तो जानते हैं लेकिन इन तीनों की बेहतरीन अदाकाराएं देख लोगे ना का नाम लेने से भी डर गए। यार में एक बड़ा अजीब सा महल है जिसमें लड़कियों के साथ की जाती है बहुत सारी गलतियां। लालच में पैसे लेकर घरवाले शादी कर देते हैं दुगनी उम्र के महाराजाओं से। लेकिन फिर बंद कमरे में ऐसा गुप्त रहस्य है कि आपकी आत्मा कांप जाएगी। इस बार किसी का बदला लेने के लिए खुद देवी मां इस हवेली में आती हैं। बुलबुल और गैजेट. अच्छी बेस्ट वाली होरो फिल्म जो आँखों से कम लेकिन दिमाग पर बहुत ज़ोर से हमला करती है। ऐसा क्लाइमेक्स शायद पूरे भारतीय सिनेमा में आज तक नहीं देखा होगा।

एक मेडिकल स्टूडेंट की दोस्ती हो रही है फिमेल डॉक्टर से और दोनों के बीच प्यार का रिश्ता लग रहा है लेकिन रीजन वो बिल्कुल नहीं जो आप सोच रहे हों। इन दोनों का शौक है हर दिन एक नए टाइप का मीट खाने का और आखिरी में ऐसी चीज सामने आती है कि पूरी बॉडी हिल जाती है आर्मज़ ऑन सोनी लिव हिंदी में। अच्छा वो फिल्म जो इतनी डरावनी है कि बॉलीवुड तो छोड़ो सीधे हॉलीवुड ने भी दोबारा रीमिक्स कर दिया। मेरे खाते से सबसे कम कीमत वाली हॉलीवुड फिल्म ऑफ इंडिया। लापाछपी माने छुपन छुपाई का गेम एक गर्भवती महिला खेल रही है। तीन अजीब से बच्चों के साथ लेकिन गेम बंद हो जाता है जब इनकी मां आती है और पता चलता है कि इस मां को क्या करना चाहिए उस महिला के पेट में पलने वाला बच्चा बलि मानव बलि पर आधारित एक हकीकत वाली कहानी यूट्यूब पर मुफ्त, अच्छी पांचवी फिल्म लिटिल कम अंडररेटेड है क्योंकि रिलीज के बाद लोगों ने खुद को ढूंढा-ढूंढकर बार-बार देखा है

शायद बॉलीवुड की नंबर वन फिल्म ऑफ अल टाइम इंसानों के लालच में बेस्ड एक डरावनी फोकट है जिसमें शामिल हैं ज्योतिष को ढूंढते हुए इंसान देवी मां के शैतान पुत्र हस्तर अगर ये नहीं देखा तो खुद को इंडियन सिनेमा का फैन बोलने का कोई हक नहीं, आपको फिल्म की डिटेलिंग अलग लेवल की है इंग्लिश सिनेमा में भूल जाओ। अब बॉस स्टॉप फॉर मूवीज की लिस्ट शुरू हो रही है, जिसमें मैंने आपको चेतावनी दी थी कि प्लीज इन मूवीज को छोटी सी सोच समझकर देखें, रात को बंद कमरे में सभी के लिए नॉट सेफ है तो एक बॉय डोर से बाहर हुना तो सामने आ रहा है मिले-जुले बेटे दिखते हैं उसकी दादी मां जो कुछ घण्टा पहले घूम गई थी अच्छा इस घर में सिर्फ एक इंसान है और उस लड़के की मां दिमाग में बार-बार दिखती है और एक बात है कि खाने में जहर मिला के खुद मर जाओ को मार डालो दो ऐसे श्रापित घर जिसमें रहने वाला आज तक कोई जिंदा बाहर नहीं आया भूत कालम और सोनी लिप्स इससे ज्यादा मुझे कभी फेल नहीं किया।

अच्छी तीसरी फिल्म ये सेम निर्देशन की है और कंटेंट की मात्रा यूनिक होगी ये सिर्फ इसलिए समझ लीजिए कि दो हजार चौबीस में से किसी फिल्म को ब्लैक वाइट में रिलीज किया गया है। तो बॉस एक अलग समय की कहानी है ये जैसे भूत, वर्तमान, भविष्य, वैसे ही ब्रह्म युग, एक नया युग जिस पर शासन करता है एक राजा, उसकी हवेली, उसकी दुनिया। बहुत ख़ुशी होती है जब कोई नया मेहमान पहली बार इस महल में आता है लेकिन रात को अपने में शामिल जो बाहर जाता है तो ये गेम जीत जाओ। अब जो सेकेंड का नाम है इस लिस्ट में वो भी एक सीरीज है छोटा सी सिर्फ तीन एपिसोड का लेकिन असर ऐसा कि तीन साल तक दिमाग से नहीं हटेगा। बैडरी केश रियल लाइफ वाले एक्सप्लेन में ऐसी बातों का खुलासा किया गया है जो आज से पहले किसी न्यूज चैनल तक नहीं पता चला था छिपा हुआ राज।

बॉस ये शो ऐसा है ना मैं पर्सनली चाहतों को बैन कर दिया जाऊं या फिर किसी तरह का टेस्ट कराया जाए इंसान के दिमाग का टैब देखा जाए। अगर सच में आप जानते हैं कि प्रेत, आत्मा, शैतान में सबसे बड़ा डर कौन है? तो नेटफ्लिक्स पे इस सीरीज को देखें प्लीज अकेले मत देखें बस और अभी जो इस लिस्ट में टॉप करने वाली फिल्म है ना वो शायद इंडिया में बनने वाली आज तक की सबसे घिनौनी फिल्म होगी इतनी परेशान करने वाली कि शायद कभी ऐसा कुछ नहीं बना वाला वेलकम हो ये ऐसा सिनेमा है जिसे देखकर आप खुद ही अपने घर में सेफ महसूस करेंगे न कोई भूत होगा न कोई आत्मा न सिर्फ डर वो भी एकदम सटीक असली दोस्त एक अजीब से घर में फंस जाता है और अंदर जो रहता है वो ना वो इंसान होता है तो किसी भी एंगल से हैं, ज्यादातर कुछ नहीं बताएंगे, खुद देखें और अनुभव करें। बहुत लंबा वीडियो नहीं हुआ, लेकिन अगर सच में हॉरर फैन हो, तो सारी एक से तीस तक फिल्में जल्दी से दो, बाद में उसकी बताई सबसे अच्छी कौन सी लगी?

तापसी पन्नू को बॉलीवुड ने क्यों दिए इतने झटके, अब है सफल | Why did Bollywood give so many shocks to Taapsee Pannu, now she is successful

तापसी पन्नू को बॉलीवुड ने क्यों दिए इतने झटके, अब है सफल | Why did Bollywood give so many shocks to Taapsee Pannu, now she is successful

तापसी का education qualification बॉलीवुड की कई actresses से काफी high रहा है। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर इंस्टिट्यूट of technology से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद तापसी एक फर्म में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जॉब कर रही थी वहां उन्होंने कुछ apps भी develop की इसी दौरान उन्हें मॉडलिंग के ऑफर आए और फिर वो वहीं से एक्टिंग की फील्ड में आ गई हालांकि बॉलीवुड में उनकी एंट्री इतनी आसान नहीं थी साउथ इंडियन इंडस्ट्री में पूरी दस फिल्में करने के बाद उन्हें बॉलीवुड में पहला chance मिला था। बॉलीवुड की बोलती खबरों से लेकर पुराने सितारों के राज खोलती कहानियों तक बात दुनिया के रहस्यों की हो या हैरान करने वाली घटनाओं की यूट्यूब का सबसे रंग-बिरंगा content मेरे साथ सिर्फ उज्जवल त्रिवेदी टॉक्स पर।

तापसी पन्नू के करीबी लोग उन्हें प्यार से मैगी बुलाते हैं। और कारण ये है कि उनके घुंघराले बाल हैं। और ये fourth class में जब पढ़ती थी, तभी से ये classical dance सीखती रही हैं। first august nineteen eighty seven को दिल्ली की एक proper पंजाबी फैमिली में जन्मी तापसी के पिता दिलमोहन सिंह पन्नू real स्टेट एजेंट है और उनकी माँ निर्मलजीत एक housewife है तापसी की एक छोटी बहन शगुन पन्नू भी है तापसी का जन्म स्कूलिंग और ग्रेजुएशन सब कुछ दिल्ली में ही हुआ है घुंघराले बालों की वजह से तापसी को एक प्यार भरा नाम मिला मैगी का तापसी ने फोर्थ क्लास से ही कत्थक और भरतनाट्यम डांस की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था.

शराब के नशे में सलमान ने विवेक को क्या कहा?

स्कूल में भी कई सारे dance competitions उन्होंने जीतने शुरू कर दिए थे। एक मीडिया event की बात है तापसी ने अपने पहले प्यार का उसमें जिक्र किया था उन्होंने बताया था कि जब वो नाइन क्लास में थी तब उन्हें उनके साथ tenth क्लास में पढ़ने वाले एक लड़के से प्यार हो गया था उस समय उनके पास मोबाइल फोन नहीं था तो वो पीसीओ बूथ पर जाकर अपने बॉयफ्रेंड को कॉल किया करती थी कुछ दिनों बाद बॉयफ्रेंड के बोर्ड के एग्जाम शुरू हो गए और पढ़ाई के लिए उसने तापसी से breakup कर लिया के बाद तापसी खूब रोई थी एक इंटरव्यू में तापसी ने ये भी बताया था कि दिल्ली में रहते हुए जब वो डीटीसी की बस में ट्रेवल किया करती थी तब उनके साथ की घटना भी हुई थी दिल्ली के गुरु तेग बहादुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद तापसी ने एक फर्म में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जॉब की है इस दौरान उन्होंने फंड स्वैप नाम की एक एप्प को भी develop किया था इसके बाद तापसी को देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी Infosys में काम करने का भी मौका मिला।

यहाँ काम करना IT industry के लोगों का सपना होता है क्योंकि इसे एक सफल career की guarantee माना जाता है। हालाँकि इसी दौरान तापसी को कुछ modeling offers भी मिले और उन्होंने अपना career switch कर लिया। वो कई सारे talent hunt shows का हिस्सा बनी और उसके बाद उन्होंने femina miss fresh face title भी जीत लिया। इसी साल उन्होंने Channel We के talent hunt show get gorgeous सीजन सिक्स के लिए दिया और इसमें वो select भी हो गई। शो में पहुँचकर तापसी का एक्टिंग में interest बढ़ता चला गया मॉडलिंग के दौरान तापसी ने रिलायंस ट्रेंड्स, रेड एफएम, कोका-कोला, पैंटलून, पीबिया सिनेमा और एयरटेल समेत कई सारे बड़े ब्रांड्स के लिए भी किया।

और फिर एक ऐसा वक्त आया जब उन्हें ये महसूस हुआ कि मॉडलिंग के जरिए उन्हें पहचान नहीं मिलेगी, तब तापसी ने खुद को पूरी तरह से एक्टिंग की फील्ड में उतारने का फैसला कर लिया। तापसी के करियर की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं थी यहाँ उनका कोई गॉडफादर भी नहीं था हालांकि उनकी पहली ही तमिल फिल्म आडु कलम को छह नेशनल अवार्ड्स मिले पर तापसी को मिली सिर्फ तारीफ उन्होंने तमिल, तेलुगु और मलयालम तीनों भाषाओं में कई सारी फिल्मों में काम किया और उसके बाद उन्हें बॉलीवुड में एंट्री मिली तीन साल में साउथ की दस फिल्में करने के बाद तापसी ने दो हजार तेरह में बॉलीवुड में एंट्री की फिल्म थी चश्मे बद्दूर इसके बाद वो बेबी में भी एक छोटे से दिखाई दी आखिरकार दो हजार सोलह में उन्हें पिंक से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने का मौका मिल गया इस फिल्म में अमिताभ बच्चन जैसे बड़े कलाकार के होने के बावजूद भी तापसी को नोटिस किया गया इसके बाद मुल्क, बदला, सांड की आँख, थप्पड़, हसीन दिलरुबा और रश्मि रॉकेट जैसी फिल्मों से आज वो हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बना चुकी हैं।

तीन साल बाद भी अनसुलझा है सिद्धार्थ की मौत का सच

पिछले दिनों तापसी ने अपने career की सबसे बड़ी फिल्म डंकी फिल्म में उनके opposite शाहरुख खान हैं। जिनके साथ काम करना का सपना था। तापसी से जुड़ा एक मजेदार किस्सा ऐसा है कि एक बार उन्होंने अपने दोस्त की सलाह पर एक event management company भी शुरू की थी जी हाँ acting के अलावा तापसी The Wedding Factory नाम से एक event management company भी चलाती है इसका idea उनको उनकी एक दोस्त ने दिया था जो लोगों की शादी में मदद करना चाहती थी इसके अलावा वो badminton franchise पुणे seven SS की owner भी है जो premier badminton league में खेलती है इसके अलावा टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी केआरआई एंटरटेनमेंट की co-owner भी हैं तीन फिल्मफेयर अवार्ड जीत चुकीं तापसी पन्नू की लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करवा चुकी हैं।

तापसी पन्नू ने सांड की आँख के लिए बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स और थप्पड़ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवार्ड जीता है इसके अलावा लूप लपेटा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर ओटीटी अवार्ड भी जीत चुकी हैं। दो हजार अठारह में तापसी को फोर्फ इंडिया की celebrity वाली लिस्ट में जो hundred लोगों की लिस्ट थी उसमें sixty seven position दी गई थी publication के मुताबिक उनकी estimated इनकम fifteen पॉइंट four eight करोड़ rupees थी रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वक्त तापसी की net worth लगभग पैंतालीस करोड़ रूपए की है। कंगना राणावत की बहन रंगोली ने एक बार तापसी का नाम न लेते हुए कहा था कि कुछ लोगों का बिजनेस कंगना को कॉपी करके ही चल रहा है। इसके बाद तापसी ने उन्हें सोशल मीडिया पर ही तगड़ा जवाब दिया तापसी ने कहा था कि उनकी बहन कंगना ने घुंघराले बालों पर copyright नहीं करवाया है।

कंगना cheap है और industry की highest paid actresses में से नहीं है, कंगना रनौत से कई बार ऑनलाइन बहस की आरोपी रह चुकी तापसी पन्नू इसी साल उस वक्त भी चर्चा में आ गई थी, जब उन्होंने एक फैशन वीक के दौरान माँ लक्ष्मी का एक नेकलेस अपनी रिवीलिंग ड्रेस के साथ पैर करके पहना था, जिसे देखकर सोशल मीडिया users काफी भड़क गए थे और इन पर कई तरह के लगाए थे। समय-समय पर तापसी पन्नू कई बार विवादों का विषय जरूर रही है लेकिन इतना कहना बहुत जरुरी हो जाता है कि तापसी पन्नू ने अपनी मेहनत के बल पर अपनी जगह बनाई है वो बॉलीवुड में जब आई थी तब उससे पहले उन्होंने करीब दस साउथ इंडियन फिल्मों में काम किया और उसके बाद बिना किसी गॉडफादर के अपने टैलेंट के बल पर बॉलीवुड में उन्होंने अपना मुकाम बना लिया है।

आज वो शाहरुख खान के साथ फिल्म कर चुकी जो कि किसी भी बड़ी हीरोइन के लिए एक बहुत बड़े सपने से कम नहीं होता तो तापसी पन्नू देश की उन हजारों लाखों लड़कियों के लिए एक मिसाल की तरह है जो जीवन के किसी भी क्षेत्र में या फिर किसी भी कैरियर में अपने बल पर अपनी पहचान बनाना चाहती है। हमें इस तरह की कहानियां सुनाने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि आज के संघर्ष के दौर में बहुत से लोगों के लिए ऐसी कहानियां सुनना, सुनाना बहुत जरूरी हो जाता है। ताकि बहुत से आम लोगों को मिलता रहे कि अगर आपके सपने सच्चे हैं, आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अपने पद से डिकते नहीं हैं तो फिर आपको मिलने वाली कामयाबी आपसे कोई नहीं छीन सकता। उम्मीद है तापसी पन्नों की इस कहानी से आप लोग बहुत कुछ सीखेंगे और आप जीवन के चाहे जिस क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाना चाहते हो, ये कहानी आपको कुछ ना कुछ एक नई सीख जरूर देगी.

इतने पंगे फिर भी श्रद्धा ने ठेंगा दिखाया सबको |

शराब के नशे में सलमान ने विवेक को क्या कहा? | What did Salman say to Vivek under influence of alcohol?

 मैं आज आपको एक बॉलीवुड की ऐसी अनकही कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसके बारे में आपको अभी तक सिर्फ आधी जानकारी है। आप जानते हैं कि दो हजार तीन में सलमान खान ने शराब के नशे में विवेक ओबेरॉय को फोन किया था, काफी हड़काया था, धमकाया था, उसके बाद विवेक ओबेरॉय ने एक प्रेस conference की थी और ये बताया था, कि उस रात सलमान ने क्या-क्या कहा, उनसे उन्हें जान से मारने की धमकी तक दी लेकिन उस रात कुछ और भी हुआ था। क्या हुआ था? वो मैं आपको इस वीडियो में बताने जा रहा हूँ असल में सलमान से जब काफी गर्मा-गर्मी हुई विवेक की और आप जानते हैं उसकी वजह ऐश्वर्या राय थी क्योंकि ऐश्वर्या को डेट कर रहे थे विवेक जो कि सलमान की गर्लफ्रेंड रह चुकी थी इसको लेकर सलमान और विवेक के बीच फोन पर गरमा-गरम बहस होती है एक-दूसरे को मारने की धमकियाँ दी जाती हैं उसके बाद जानते हैं क्या हुआ।

उसके बाद विवेक ओबेरॉय ने खुद सलमान के छोटे भाई सोहेल खान को पहला फोन किया और ये कहा कि देखो तुम्हारे भाई साथ मेरा इस तरह से झगड़ा हुआ है और ये अच्छी बात नहीं है मैं तुम्हारी बहुत respect करता हूँ उस रात विवेक ने ये भी बताया था कि सोहेल खान के बेटे निर्वान के भी वो काफी close थे और उन्हीं दिनों एक ऐसा वक्त भी चल रहा था कि निर्वान हॉस्पिटल में एडमिट थे और हॉस्पिटल में एडमिट निर्वाण के लिए माउंट मेरी चर्च जाकर कैंडल जला रहे थे विवेक ओबेरॉय यानि वो खान family के इतना करीब थे और साथ ही वो सलीम खान साहब की भी बहुत इज्जत करते थे और इसी वजह से उन्होंने खुद फोन करके अह सोहेल कहा कि देखो तुम्हारे भाई ने मेरे साथ कैसी हरकत की है।

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उसके बाद सोहेल ने उन्हें समझाने की कोशिश की, उन्होंने कहा कि देखो शायद वो नशे में है और जो बोल रहे हैं उसका उन्हें होश नहीं है। और मेरी बात मानो कि तुम इस मामले को यहीं रफा-दफा करो लेकिन विवेक ने कहा कि भाई उन्होंने मुझे मेरे घर आकर मुझे मारने की धमकी दी, अब आप बताइए अगर कोई मेरे घर में घुसकर मेरे साथ ऐसा करता है। तो मैं क्या करूंगा? फिर इस बात को सोहेल ने समझा और उन्होंने कहा कि हाँ आपकी बात सही है अगर आपके घर में आकर कोई attack करेगा आप पर तो जाहिर है कि आप उसका मुकाबला करेंगे और आपको करना ही चाहिए। इसके बाद अगला फोन विवेक ओबेरॉय ने अरबाज खान को किया था और उस वक्त अरबाज ने ये कहा था कि देखिए मैं आपकी बात समझ रहा हूँ और आपके साथ जो हो रहा है वो गलत हो रहा है।

हो सकता है किसी वजह से मैं publicly इस बात को acknowledge ना करूँ लेकिन मैं आपके साथ हूँ क्योंकि आपके साथ जो हो रहा है वो गलत है यानी उस रात जब सलमान शराब के नशे में विवेक ओबेरॉय को धमका रहे थे और बहुत कुछ कह रहे थे ऐसा जो शायद किसी को भी सुनना गवारा नहीं होगा। उस रात उन घर में बैठे उनके दोनों भाई सलमान के खिलाफ थे और वो जानते थे कि सलमान जो कर रहे हैं, वो गलत कर रहे हैं। उसके बाद विवेक ओबेरॉय को एक बहुत लंबी कीमत चुकानी पड़ी, उनके carrier को पूरी तरह से sabotage किया गया, उसके बाद एक मौका ऐसा भी आया जब विवेक ने कान पकड़कर माफी मांगी लेकिन उसे भी अनसुना कर दिया गया तो आप ये समझकर चलिए कि किस तरह से अह सलमान पूरी तरह से चढ़ाई कर चुके थे, विवेक ओबेरॉय के ऊपर और वहां उनके बीच कोई बीच बचाव कराने वाला नहीं था।

फोन पर ये सारी बहस चल रही थी और इसमें सलमान ने खुलकर कहा था विवेक ओबरॉय से कि मैं तुझे तेरे घर आकर मारूंगा। और सोचिए अह उस रात ये भी बताया था विवेक ओबेरॉय ने कि अह इससे पहले वो रोहन सिब्बी के सेट पर अभिषेक बच्चन को भी हड़का चुके थे। वो चलते-चलते के सेट पर भी बहुत हंगामा कर चुके थे और उन्होंने उस वक्त विवेक ओबेरॉय ने कहा उन्होंने ऋषि कपूर के बेटे के साथ भी हाथापाई की थी क्योंकि ये दो हजार तीन की बात है तब कोई रणबीर कपूर को जानता भी नहीं था।

उनका introduction यही होता था कि वो ऋषि कपूर के बेटे हैं तो कुल मिलाकर उस रात बहुत कुछ हुआ था यानी सलमान जिस रात शराब के नशे में चूर होकर विवेक ओबेरॉय को गालियां दे रहे थे, धमका रहे थे, जान से मारने की धमकी दे रहे थे, उसी रात उन्हीं के घर में बैठे उनके दोनों भाई जब फोन पर टच में आते हैं विवेक के क्योंकि विवेक खुद फोन करके बताते हैं कि मेरे साथ ऐसा चल रहा है, आपके घर से आपके भाई ने मुझे फोन किया और ये सारी बातें कही हैं। तो उनके भाई भी उनके साथ नहीं थे। तो उसने सारी बातें अब उनका जिक्र बहुत कम होता है, लेकिन विवेक ओबेरॉय एक ऐसे शख्स है, जिन्होंने बेवजह इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकाई। अगर वो ऐश्वर्या राय से मिल रहे थे, तो उसमें कोई गलती नहीं थी, दो एडिट लोग अपनी मर्जी से मिल सकते हैं, लेकिन इसके बीच में अगर कोई तीसरा आकर इतनी बुरी तरह धमकाता है। और उसके बाद उनके career को करने की कोशिश करता है, तो इसको कहते हैं, कर्मा खराब करना।

और शायद उस रात सलमान, सलमान ने अपने कई सारे खराब कर लिए थे। शराब के वैसे भी भूल जाते हैं कि हम क्या बोल रहे हैं। और उस रात सलमान के साथ भी यही हो रहा था कि वो भूल चुके थे कि वो क्या कर रहे हैं? क्या हो क्या रहा है उनके साथ? ये सारी चीजें हैं जिनके बारे में आपका जानना बेहद जरूरी है। ये सारी बातें मैं आपके सामने इसलिए रख रहा हूँ कि इन बातों का जिक्र बहुत कम होता है। आज हम देखते हैं सलमान की सिक्योरिटी को लेकर तमाम तरह के सवाल हैं या उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं, गलत है, नहीं होना चाहिए, लेकिन उनकी जो पिछला गुजरा हुआ कल है, वो कैसा रहा, उसके बारे में भी जानना बहुत जरूरी है।

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आज इक्कीस साल पुरानी बात हो चुकी है, मुझे याद है ये press विवेक ओबरॉय ने अपने घर में की थी जुहू में और वो फर्स्ट अप्रैल का दिन था उस उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए जब मुझे फोन आया तो मुझे लगा शायद अप्रैल फूल कोई बना रहा है क्योंकि फर्स्ट अप्रैल को इस तरह के फोन बहुत आते हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से विवेक ओबरॉय की आ जाइए आप as a generalist लेकिन बाद में फिर विवेक से जब बात हुई तो उन्होंने कहा नहीं नहीं मैं seriously कुछ बोलना चाहता हूँ आप इस तारीख पर मत जाइए मेरे साथ कुछ गलत हुआ है और हो रहा है और मैं चाहता हूँ कि मीडिया इसके बारे में जाने और खुद से मुझे आज भी याद है उस वक्त उन्होंने एक रेड कलर का पहना हुआ था विवेक ओबेरॉय ने और वो बहुत खुलकर बता रहे थे कि उनके साथ जो भी हो रहा है वो बहुत गलत है उनकी कोई गलती नहीं है और उन्हें इतनी बुरी तरह से धमकाया गया है फोन पर और वो भी सोचिए कि उस वक्त का एक सो कॉल्ड हीरो सलमान खान उनको फोन पर ये सब बोल रहा था आज हम देख सकते हैं कि सलमान खान का career कहा जा रहा है सलमान खान की खुद की हालत क्या है और आज विवेक ओबेरॉय कहाँ पर है तो वक्त जो है वो सबका बदलता है एक सा नहीं रहता और अगर आप गलत कर रहे हैं तो आपके सामने भी वो चीजें आती हैं। और शायद सलमान के साथ भी यही हुआ है अह फिर चाहे वो फुटपाथ पर गाड़ी चलाने का मामला हो, जंगल में काले हिरण के शिकार का मामला हो या फिर लॉरेंस बिश्नोई की तरफ से इतनी सारी जो उनको अह धमकियां आ रही है वो है लेकिन आप देखिए ना कि कुल मिलाकर उन्होंने अपने पिछले कल में क्या किया है और उनके बारे में लोग क्या कहते हैं,

मुझे याद है कि इस घटना के कुछ साल के बाद कान पकड़कर माफी मांगी थी अह Oberoi ने साफ सलमान खान के सामने stage पर खड़े होकर एक function था जहाँ पर perform कर रहे थे सामने सलमान बैठे हुए थे और उन्होंने कान पकड़कर माफी मांगी थी लेकिन सलमान ने फिर कभी माफ़ नहीं किया लेकिन सवाल ये उठता है कि माफ़ करने की जरूरत कैसे थी सलमान को या विवेक ओबेरॉय को सलमान तो कहते हैं कि वो अपना अह अपने तरीके से पूरी दुश्मनी वो निकाल रहे थे उस वक्त बहुत सारे articles आए जिसमें कहा गया कि अह विवेक से बहुत बड़ी दुश्मनी उन्होंने निकाली है और उनको बहुत सारी फिल्मों से बाहर कर दिया infact उन्होंने उस वक्त कैफ से कहा था कि बस एक **** के साथ काम मत करना infact नाम तक नहीं लिया था और कई बार shows भी ऐसे हुए जहाँ पर अगर सवाल पूछा गया मुझे याद है आपकी अदालत में रजत शर्मा जी ने सवाल पूछा था और तमाम ऐसे मौके रहे जब सलमान से सवाल पूछा गया तो सलमान ने विवेक का नाम सुनकर उसको अनसुना कर दिया ये ऐसा दिखाया कि मैं तो इस नाम को सुन भी नहीं सकता मैं जानता भी नहीं हूँ बिल्कुल ignore कर दिया और अगर इस तरह की कभी कोई बात आती भी तो सलमान उसको पूरी अह नकार देते थे,

तो ये एक बहुत बड़ा अपने आप में एक ऐसा incident हुआ था जिसने हमें ये बताया कि सलमान खान का असल पर सोना क्या है और वो किस तरह से शराब के नशे में क्या-क्या बोल सकते हैं और किस तरीके से वो सामने वाले को बेवजह अपनी निकालने के लिए इतनी बुरी तरह से नीचा दिखा सकते हैं, आज इसके बारे में खुलकर लोग बात नहीं करते हैं और लोगों को लगता है कि पुरानी बातें हो गई लेकिन असल में ये चीजें आज भी हैं खैर इन सारी बातों की वजह से को मौका मिला खुद को establish करने का एक नई पहचान बनाने का और दुनिया को ये बताने का कि कोई भी ऐरा-गैरा उनके करियर को ऐसे नहीं कर सकता आप होंगे सुपरस्टार लेकिन आपकी जो हरकतें हैं वो तो सुपरस्टार जैसी नहीं है आप अगर शराब के नशे में किसी को धमकियाँ देते हैं फोन पर गालियां बकते हैं तो फिर आप कैसे हीरो हो सकते हैं आप क्या सोचते हैं इस पूरे इंसिडेंट के बारे में मैं जानना चाहता हूँ साथ ही आप हमें ये भी बताइए कि क्या वाकई विवेक ने इतनी बड़ी गलती की थी?

महमूद (शिव भक्त ) की अनसुलझी कहानी | The unsolved story of Mahmud (Shiv bhakt)

महमूद (शिव भक्त ) की अनसुलझी कहानी | The unsolved story of Mahmud (Shiv bhakt)

महमूद एक शानदार कॉमेडियन, एक जबरदस्त अभिनेता महमूद का नाम सुनकर आँखों में चमक ना आए भला ऐसा कौन होगा? महमूद ना सिर्फ एक बहुत बढ़िया एक्टर थे बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी थे, उनका जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था और वो खुद को सच्चा मुसलमान भी कहते थे और उनकी शख्सियत को और भी ज्यादा खूबसूरत जो बात बनाती थी, वो ये थी, दोस्तों आप यकीन नहीं करेंगे, जो नए बच्चे हैं, उन्हें नहीं पता होगा कि भगवान शिव के वो परम भक्त जी हाँ हनीफ जावेरी की लिखी किताब महमूद अ man of many moods के लिए इंटरव्यू देते हुए महमूद साहब ने कहा था कि उन्हें बचपन से ही भगवान शिव के साथ खुद का कनेक्शन लगता था, उन्हें महसूस होता था जैसे भगवान शिव ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया हो, भगवान शिव का एक नाम महेश भी है और सा लो पहले महमूद साहब की एक साथी अदाकारा और नामी actress शुभा ने इस बात पर रोशनी डाली थी कि जिन फिल्मों में महमूद जी का नाम महेश होता है वो सुपरहिट हो जाती है।

छोटी बहन लविन टोकियो, जिद्दी, तुमसे अच्छा कौन है? दो कलियां, नया जमाना और कुंवारा बाप। ये कुछ वो फिल्में हैं, जिनमें महमूद साहब ने काम किया और ये फिल्में काफी सफल भी रही और इत्तेफाक से इन सभी फिल्मों में महमूद साहब के किरदार का नाम महेश ही था। शुभा खोटे ने ही महमूद साहब से ये बात भी कही थी कि भगवान शिव की उनपर शायद कुछ विशेष कृपा है। महमूद a man of many modes नाम की अपनी biography book में महमूद अपने बचपन के किस्से का जिक्र किया है। महमूद साहब ने बताया था कि बचपन में एक बार उन्होंने एक सपना देखा था।

इतने पंगे फिर भी श्रद्धा ने ठेंगा दिखाया सबको

उस सपने में उन्हें भगवान शिव दिखाई दिए थे। महमूद साहब सड़क किनारे लगे खंभे से सटकर खड़े थे और भगवान शिव उनकी तरफ आ रहे थे, इस दौरान जो भी भगवान शिव के रास्ते में आया उसके चिथड़े उड़ गए। भगवान शिव महमूद के पास आए और उन्हें अपनी गोद में उठा लिया और फिर एक चीख के साथ महमूद साहब की आँख खुल गई। इस महमूद साहब काफी बीमार पड़ गए फिर जब महमूद साहब से शुभा खोटे ने भगवान शिव वाली वो बात कही तो फिर उन्हें यकीन हो गया कि भगवान शिव के साथ उनका कोई ना कोई कनेक्शन तो जरूर है इसके बाद से ही महमूद भगवान शिव के भक्त बन गए अपने फार्म हाउस में उन्होंने एक मस्जिद तो बनवाई ही साथ ही एक छोटा सा शिव मंदिर भी बनवाया उनके एक दोस्त ने उन्हें भगवान शिव की एक मूर्ति भी गिफ्ट की थी वही मूर्ति महमूद साहब ने अपने फार्म हाउस वाले शिव मंदिर में स्थापित कराई थी.

दोस्तों ये सारी कहानी आपके सामने इसलिए लेकर आया हूँ कि आज जो हमारे देश का माहौल है, लोग धर्म के नाम पर एक-दूसरे को अक्सर नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में बॉलीवुड से आने वाले जो महमूद साहब हैं, ये अपने आप में एक ऐसी मिसाल की तरह हैं, जो आपको ये बताते हैं कि सर्वधर्म एक बिल्कुल बराबर हैं और हम सभी धर्मों का सम्मान कर सकते हैं, वरना आप सोचिए, महमूद नाम सुनकर क्या आपने पहले कभी ये सोचा था कि वो भगवान शिव के परम भक्त हैं। आज की तारीख में हमें ऐसे किस्सों को लोगों तक जाने की जरूरत है। ऐसी बातों को शेयर करने की जरूरत है और इसीलिए मैं आपसे दरख्वास्त करूंगा। कि आप इस वीडियो को जरूर शेयर करें, लोगों तक पहुंचाएं। ऐसी कहानियां, ऐसी सच्ची बातें लोगों तक पहुंचना बेहद जरूरी है। और अगर आपने अभी तक हमारे चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया है, तो आप अभी तुरंत सब्सक्राइब कर सकते हैं।

शक्ति कपूर की जिंदगी के ऐसे राज जो आप नहीं जानते

इस वजह से टूटी ऋतिक रोशन और सुजैन की शादी | Because of this Hrithik Roshan and Suzanne’s marriage broke

अक्सर आपके जहन में ये सवाल आता होगा कि आखिर बॉलीवुड couples के बीच अचानक ऐसा क्या हो जाता है? जो वो दोनों एक दूसरे से अलग हो जाते हैं, एक जोड़ा बिखर जाता है, मैं बात कर रहा हूँ, यहाँ सबसे पहले ऋतिक रोशन और सुसैन की क्योंकि सुसैन के भाई जायद ने एक interview दिया है और जिसमें उन्होंने साफ तौर पर बताया है कि आखिर क्या हुआ था? सुसैन और ऋतिक के बीच, साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर भी बात की है, कि आखिर ऐसा बॉलीवुड में क्यों होता है?

जायद इस interview में बताते कि बॉलीवुड में रिश्तों को लेकर इतनी सारी खबरें इसलिए आती हैं क्योंकि यहाँ भटकाव ज्यादा है यहाँ आकर्षण बहुत है और आप एक ऐसी industry में काम करते हैं जहाँ पर आप कई सारी अह heroins के साथ romantic scenes देते हैं और ऐसे में आपका जो एक focus है वो कई बार टूटता है और जाहिद कहते हैं कि आखिर हम इंसान ही तो हैं।

जाहिद ये भी कहते हैं कि भले ऋतिक और सुज़ैन अलग हो गए हो लेकिन ऋतिक के साथ जो मेरा एक रिश्ता एक bond बना था वो आज भी करार है और ऋतिक और सुसैन आज भी अपने बच्चों को लेकर काफी serious है, दोनों की वो कोपेरेंटिंग करते है यानी वो भले ही अलग हो गए हो भले ही अर्सलाम गोली को डेट कर रही हो सुसैन लेकिन किसी भी तरीके से वो अपने दोनों बच्चों को लेकर अभी focus में बनी हुई है और पूरी तरह से वो उन पर ध्यान दे रही है  इन सारी चीजों को समझने की इसलिए भी जरूरत पड़ती है क्योंकि आप में से बहुत सारे लोग अक्सर मुझसे सवाल पूछते है कि बॉलीवुड में रिश्ते क्यों टूटते हैं?

जब आमिर और किरण का तलाक हुआ उस वक्त भी लोगों ने ये बात कही थी और ऐसे तमाम तरह के खबरें आती रहती हैं आजकल अभिषेक और ऐश्वर्या के बारे में भी तमाम तरह की खबरें चल रही हैं और लोग अक्सर ये सवाल पूछते हैं कि आखिर क्यों अलग हो जाते हैं जोड़े देखिए किसी भी जोड़े के अलग होने की रीजन अलग-अलग हो सकती है लेकिन अगर हम फिल्म इंडस्ट्री की बात करें तो फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है। जहाँ पर काम करने के जो तौर तरीके हैं वो कुछ ऐसे हैं जहाँ पर आप अक्सर बहुत सारे लोगों के साथ रोमांटिक करते हैं।

यहाँ का जो माहौल है वो जाहिद ने बिल्कुल सही कहा कि भटकाव से भरा हुआ है लेकिन साथ में सवाल ये भी उठता है कि यही बॉलीवुड जो है वो आपको ये बताता है कि आपसी रिश्ते कैसे होने चाहिए? पर्दे पर रोमांस की सही परिभाषा बताता है, परदे पर बताता है कि रोमांस कैसे करना चाहिए लेकिन जब अपनी जिंदगी में उस तरीके का रोमांस करने की बात आती है तो ये पूरी तरह से पिछड़ जाते हैं।

यानी हाथी के दांत दिखाने के कुछ और और खाने के कुछ और होते हैं यानी दिखाते तो ये हैं कि ये है romance दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे जैसी फिल्में बनाते हैं बॉलीवुड वाले लेकिन जब अपनी जिंदगी पर आता है तो एक, दो, तीन, चार अक्सर रिश्ते टूटते हैं, बिखरते हैं, ऋतिक आजकल सबा के साथ दिखते हैं सबा के साथ भी उनके रिश्ते टूटने की खबरें आ रही थी सुजैन और अर्सलान तो साथ दिख ही रहे हैं फिर ये भी खबरें आई कि तलाक के वक्त एक अच्छा खासा अमाउंट एलिमिनी के तौर पर सुजैन को मिला ऋतिक की तरफ से बहुत सारी ऐसी बातें कही जाती हैं चौदह साल शादी के बंधन में रहे, दो हजार में जब फिल्म ऋतिक रोशन की उस वक्त उन्होंने सुजैन का हाथ थामा था चौदह साल तक ये साथ चलता है और उसके बाद ये साथ बुरी तरह बिखर जाता है फिर कंगना राणावत के बीच में एंट्री होती है और कंगना राणावत तमाम तरह की बातें करती है और ये कहती है कि ऋतिक के साथ रिलेशनशिप में थी और ऋतिक उनसे शादी तक करना चाहते थे फिर दोनों के रिश्ते टूटे ऐसी तमाम चीजें कही गई तमाम बहुत कुछ ऐसा सच निकलकर सामने आया लेकिन एक-एक करके फिर वो सारी चीजें जो थी वो बदलती चली गई तो आमतौर पर जो आम लोग हैं जो आमतौर पर लोग हैं वो हमेशा ये पूछते हैं कि आखिर बॉलीवुड में ऐसी चीजें बार-बार क्यों घटती हैं? ऐसा क्या है?

जो इस तरीके से रिश्ते टूटते हैं और लोग बिखर जाते हैं,  इस तरीके के कई सारे सवाल आप लोग भी वीडियो के नीचे मेरे कमेंट सेक्शन में करते हैं, कई बार आप लोग मुझसे directly भी पूछते हैं? तो ये जो जाहिद खान का स्टेटमेंट है कि industry में भटकाव बहुत है? बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जिसकी वजह से रिश्ते भटकने लगते हैं, टूट जाते हैं और कुछ ना कुछ ऐसा होता है उन रिश्तों में कि वो फिर बिखर कर कभी छोड़ते नहीं नहीं।  इस बात को आपको इस तरह से भी समझना होगा कि आज जब महिलाएं financially independent हो रही हैं और industry में आप देख लीजिए कितना ही कहा जाए men’s world, men’s world लेकिन यहाँ पर ऐसी भी heroines हैं जो पुरुषों से ज्यादा कमा रही हैं आप प्रियंका चोपड़ा की बात कर लें आप दीपिका पादुकोण की बात कर लें और ऐसे कई सारे नाम हैं कहने का मतलब ये नहीं है कि जो महिलाएं स्वावलंबी हो जाती हैं आत्मनिर्भर हो जाती हैं वो पति का साथ जोड़ देती हैं लेकिन scenario काफी हद तक change हुआ है और जहाँ तक फिल्म इंडस्ट्री में बना हुआ है वो यही है कि यहाँ पर लोग एक दूसरे की तरफ अक्सर attract होते हैं और बहुत सारी ऐसी बातें करते हैं जिसकी वजह से चीजें टूटने-बिखरने पर आ जाती हैं

जायद खान का ये interview इसलिए भी महत्वपूर्ण है वो साथ में ये भी कह रहे हैं कि ऋतिक ने चाहे जो भी किया हो सुजैन के साथ लेकिन मेरा और ऋतिक का जो bond है वो उतना ही मजबूत है जितना कि पहले दिन था तो तमाम बातें हैं जिस पर ध्यान हमें देने की जरूरत है और अक्सर जब हम सवाल पूछते हैं बॉलीवुड वालों के लिए तो ऐसी कई और इंडस्ट्रीज भी हैं जहाँ पर और महिलाएं साथ में काम करते हैं और उसके बाद उनके बीच कई तरह के जुड़ाव होते हैं, एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर शुरू होते हैं और वहाँ पर भी ये सवाल आते हैं लेकिन हाँ इतना जरूर कहना चाहूँगा कि फिल्म इंडस्ट्री में जो रिश्ते हैं उसको लेकर लोगों की सोच दूसरी है उसको लेकर लोग एक अलग तरह से इसलिए भी सोचते हैं क्योंकि वहाँ पर जो कुछ है वो सामने आ जाता है

हाल ही में सबा ने जब ये कहा कि मैं ऋतिक की गर्लफ्रेंड हूँ इसलिए कोई मुझे काम नहीं देता तो उस वक्त भी ये बात कही गई थी कि अह क्या ऋतिक की गर्लफ्रेंड होने से सभा को काम नहीं मिल रहा है बाद में ये भी आया कि सभा और ऋतिक अलग हो रहे हैं लेकिन कुल मिलाकर मामला ये है कि एक संबंध टूटा है दूसरा संबंध जुड़ा है लेकिन वहाँ पर शादी की स्थिति नहीं बनी है वो गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की तरह रह रहे हैं live in relationship में रह रहे हैं लेकिन इतना जरूर है कि अह जो पिछली शादी में उनके बच्चे हैं उन दोनों की परवरिश पर दोनों मिलकर ध्यान दे रहे हैं सुजैन और ऋतिक तो हम एक जो बाहर से दुनिया देखते हैं उनकी वो बहुत अलग है और अंदर जो उनकी दुनिया है वो बहुत अलग है।

जायद का ये कहना कि अह ऋतिक और सुजैन का अगर टुटा है तो लोगों को समझना चाहिए कि दो लोग अब एक साथ नहीं रहना चाहते तो ये उनका अपना फैसला है लोगों को उस फैसले का सम्मान करना चाहिए कहीं ना कहीं ये बताता है कि जायद क्योंकि जैद ने भी उस इंडस्ट्री को बहुत करीब से देखा है हालांकि जायद कोई एक बहुत बड़े स्टार नहीं बन पाए लेकिन हाँ फिल्म फैमिली से आते हैं तो उनका ये कहना है कि ऐसी चीजें हुई हैं अगर हम अह आज के सिनेरियो में भी देखें तो आज बहुत सी ऐसी स्थिति बनती है जहाँ पर लोग साथ रहकर फिर बिखर जाते हैं मैंने सबसे बड़ा उदाहरण आपको दिया आमिर और किरण का तामीर और किरण का तलाक हुआ उस वक्त लोगों ने कहा कि अरे ये क्या हो रहा है?

शक्ति कपूर की जिंदगी के ऐसे राज जो आप नहीं जानते | Shakti Kapoor’s life secrets that you don’t know

ये तो उन्होंने लव मैरिज की तो तमाम चीजें निकल कर आती हैं पर कहा यही जाता है कि आपसी संबंधों में जब दूरियां आने लगती है और बॉलीवुड में इसका होना इसलिए भी आम है क्योंकि यहाँ पर संबंध बनते ही इस तरह से है। यहाँ पर अगर आप काम पर जा रहे हैं तो आपके काम पर जाने का मतलब है कि आप किसी के साथ रोमांटिक सीन शूट कर रहे हैं, किसी के क्लोज हो रहे हैं और कहीं ना कहीं वो comparisons आते हैं।

कहीं ना कहीं आपका मन भटकता है और ये भटकाओ शब्द का जो इस्तेमाल किया जाहिद खान ने वो बॉलीवुड के संदर्भ में बहुत सही बैठता है क्योंकि बॉलीवुड में वाकई भटकाव बहुत है तरह-तरह के भटकाव हैं आप खुद सोचिए कि ऋतिक के बारे में जब कंगना ने इतनी सारी बातें कही थी हर कोई हैरान था इतना खुलकर वो बोल रही थी उनका ये कहना था कि ऋतिक एक समय ऐसा था कि वो उनसे शादी करना चाहते थे और ऐसी तमाम बातें उन्होंने आकर मीडिया के सामने खुलकर कही थी फिर उनका इसी बात पर जावेद अख्तर से झगड़ा होना और जावेद अख्तर से केस चलना सारी बातें बताती हैं सिर्फ देखिए ऋतिक और सुजैन का तो मैं यहाँ पर आपको example दे रहा हूँ लेकिन industry में जितने भी रिश्ते उनकी एक वजह भटकाव रही है और यही वो बात है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है आम जिंदगी में भी अब जब महिलाएं और पुरुष साथ में काम करते हैं तो कई जगह ऐसी स्थिति बनती है जहाँ पर पुरुष भटकता है कई बार महिलाएं भटकती हैं

और हम अपने आसपास ऐसी बहुत सारी रिश्तों को विघटित होते हुए भी देख रहे हैं और अलग-अलग इंडस्ट्री में हो रहा है सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं है हाँ बॉलीवुड को हम अक्सर निशाना इसलिए बना लेते हैं क्योंकि बॉलीवुड में एक glamour है एक attraction है और जो आम लोग हैं वो उनकी जिंदगी के बारे में जानना चाहते हैं कि उनकी जिंदगी क्या हुआ था? कुल मिलाकर अगर हम जायद के interview को आधार माने ये बताने के लिए कि ऋतिक और सुजैन के बीच क्या हुआ या ऋतिक और सुजैन के बीच जो हुआ वैसा और किस तरह की परिस्थितियों में होता है तो भटकाव एक बहुत बड़ा मुद्दा है यानी खुद जायद जो फिल्म इंडस्ट्री से आते हैं बॉलीवुड से आते हैं वो खुद इस बात को स्वीकार रहे हैं कि भटकाव की वजह से रिश्ते टूटते हैं  इस पूरे मसले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन में शेयर कर सकते हैं.

IC 814 में क्या सब झूठ दिखाया गया है? | Is everything shown in IC 814 a lie?

आदित्य और कंगना इतने साल पति पत्नी की तरह क्यों रहे? | Why did Aditya and Kangana stay like husband and wife for so many years?

आज बात करेंगे कंगना रनौत और आदित्य पंचोली के रिश्ते के बारे में साथ ही ये भी कि आखिर ऐसा क्या था जो आदित्य पंचोली के साथ फंस गई थी कंगना राणावत क्या कंगना को उस वक्त इंसान की पहचान नहीं थी या वो बॉलीवुड में success पाने के लिए इतनी desperate हो रही थी कि उन्होंने अपनी उम्र से तेईस साल बड़े व्यक्ति के साथ live in relation में रहना मंजूर किया? हालांकि इस पूरे वाक्य याद करते हुए आदित्य पंचोली ने भी एक दो हजार आठ में interview दिया था उसमें उन्होंने बहुत सारी बातें कही थी और कंगना भी जब तक अपने media interaction में उस रिश्ते के बारे में बात करती रही है। ये दो हजार चार की बात है। उस वक्त कंगना अकेली मुंबई में संघर्ष कर रही थी और ऐसा कहा जाता है कि उस वक्त उनके पास पैसों की काफी तंगी थी वो अपने किसी परिचित के जरिए आदित्य पंचोली के संपर्क में आईं।

मुझे सेक्स स्लेव बना कर रखा – सौम्या | I was kept as a sex slave – Soumya

फिर दोनों की दोस्ती आगे बढ़ी और दोनों ने रहने का फैसला ले लिया। ये वो दौर था जब कंगना की बहन के ऊपर acid attack भी हुआ था और कहते हैं कि आदित्य ने उस दौरान भी उनकी काफी मदद की थी दोनों एक दूसरे के इतने करीब आ गए कि live in relationship में रहने का फैसला कर लिया। उस वक्त आदित्य पहले से शादीशुदा थे उनके बच्चे भी थे लेकिन कंगना के साथ उनकी नजदीकी बढ़ती जा रही थी अब  अगर आप इस पूरे scenario को गौर से समझे तो कंगना एक struggler थी उस उनकी कोई पहचान नहीं थी, वो चाहती थी कि फिल्म इंडस्ट्री में establish हो जाए।

ऐसे में आदित्य पंचोली जो कि एक जाना पहचाना चेहरा थे जो कि इंडस्ट्री में already established थे और जरीना वहाब जैसी अभिनेत्री के पति थे, वो अगर उन्हें सामने से आकर ये ऑफर देते हैं कि वो उनके साथ रहना चाहते हैं, तो उस वक्त कंगना के लिए वो situation ऐसी थी कि शायद इस रिश्ते में पढ़कर उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में थोड़ी बहुत जगह तो मिल जाए या यूँ कहें कि एक एंट्री करने का मौका मिल जाए।

उसके बाद अह कहा ये गया कि पति-पत्नी की तरह साथ में रह रहे थे आदित्य और कंगना और फिर एक नौबत ऐसी आती है जिसमें कंगना ये कहती है कि आदित्य ने उनके साथ मारपीट की और एक वक़्त ऐसा भी आया जब उन्हें खिड़की से कूदकर उस घर से भागना पड़ा जहाँ उन्हें कैद करके रखा गया था। इस तरह की बातें कंगना ने अपने interview में बताई है और आदित्य ने भी इस बात को कई बार कहा है कि वो और कंगना जो थे वो पति-पत्नी की तरह रह रहे थे।

अगर हम इस पूरे मामले को देखें और आज जो कंगना जहाँ पर है उसको समझें ये समझ में आता है कि वो वाकई बहुत कच्ची उम्र में अपने घर से निकलकर आ गई थी और यहाँ वो हर तरह के तजुर्बे ले रही थी फिर चाहे वो प्रोफेशनल लाइफ का हो या पर्सनल लाइफ का हो मतलब फिल्म इंडस्ट्री में भी वो टकराती किस्से हैं आदित्य पंचोली से जिनके बारे में कई तरह के किस्से मशहूर हैं और इसके बाद कंगना का जो एक अपना सफर शुरू होता है जिस तरह से वो इंडस्ट्री में जगह बनाती हैं और ना सिर्फ जगह बनाती हैं बल्कि वो कई सारे नेशनल अवार्ड्स जीतती हैं और वहाँ ये शुरू हुआ सफर वहां तक जाता है जहाँ उनकी acting की तारीफ होती है और फिर ये कहा जाता है कि अब उनमें वो बात नहीं रही और ये सब तब होता है जबकि वो एक नहीं दो नहीं बल्कि चार बार national award जीत चुकी है।

आज अगर आप कंगना के relationship status पर गौर करें तो अध्यन सुमन के साथ भी उनका एक टूटा हुआ रिश्ता रहा। ऋतिक के साथ जो उनका रिश्ता रहा उसको लेकर तो वो सुर्ख़ियों में आई और उसको लेकर उनके ऊपर अभी भी कई मुकदमे चल रहे हैं जिस तरह से वो मुखर हुई और उन्होंने बोलना शुरू किया। बिल्कुल ऐसा लगा कि जैसे बगावती तेवर में है बिल्कुल ऐसा लगा जैसे उन्होंने बॉलीवुड के खिलाफ बिगुल बजाया है।

लेकिन आप सोचिए कि ये वही लड़की है जिनकी बॉलीवुड में शुरुआत हो रही है आदित्य पंचोली के साथ मतलब कोई सपने में भी ये नहीं सोच पाएगा। कि एक लड़की जो है नई-नई फिल्म इंडस्ट्री में आए और अचानक अपने से तेईस साल बड़े actor के साथ live in में रहने लगे ये जानते हुए कि वो पहले से शादीशुदा है और जाहिर है इसमें जो सोच रही होगी जो उनके करीबी लोग भी बताते हैं कि कंगना के लिए उस वक्त ये था कि हाँ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा एक शख्स इसके वो करीब आ जाए और उसके बाद मौका मिले इस इंडस्ट्री में अपने पांव पसारने का और शायद यही जरूरत रही होगी।

स्त्री-पुरुष के भी अगर रिश्ते के बारे में बात की जाए तो हमेशा कहा जाता है कि स्त्री को धन का आकर्षण होता है, पावर का आकर्षण होता है और पुरुष को स्त्री के शरीर का आकर्षण होता है। तो कंगना और आदित्य का जो ये रिश्ता है वो भी अ फ्रेंड्स for benefits इसको कहते हैं कि एक फायदे के लिए साथ में आए दो लोगों का हम संबंध मानेंगे। लेकिन आज जब इस बारे में बात होती है तो बहुत हैरानी भी होती है इधर कंगना ने जिस तरीके से राजनीति में अपनी जगह बनाई पहले उन्होंने बाकायदा अपनी एक पिच तैयार की अह बीजेपी के बारे में इस तरीके के उन्होंने अह स्टेटमेंट्स दिए जिससे कि बीजेपी के नेता उनकी तरफ आकर्षित हो और फिर उन्होंने उसका चर्म ये था कि उन्होंने ये कह दिया कि देश आजाद ही दो हजार चौदह में हुआ जाहिर है उनका निशाना था कि जब से पीएम मोदी सत्ता में आए तभी से वो आजादी मानती है और इस बात को वो बार-बार दावे के साथ कहती रही है, आज कंगना हमारे देश की लॉ मेकर है, आज कंगना हमारे देश की संसद में बैठती है, लेकिन कंगना का जो पिछला पुराना past है, जो उनके रिश्ते रहे हैं, जिस तरीके की उनके बयानबाजियां रही हैं,

जिस तरह की उनकी सोच रही है, वो आज भी उनका पीछा करता है, और तमाम मौके ऐसे आते हैं, जब कंगना का नाम आए, तो कुछ नाम जरूर लिए जाते हैं। वो नाम है आदित्य पंचोली का, वो नाम है अध्यन सुमन का, वो नाम है ऋतिक वो नाम है करण जौहर का और वो नाम है हर उस शख्स का जो बॉलीवुड में nepotism का झंडा लेकर निकला हुआ है, किस तरीके से उन्होंने करण जौहर के शो में बैठकर उनकी बेइज्जती की थी या फिर किस तरह से किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने जो बेबाक बयानबाजी की, जिसके बाद चंडीगढ़ वाला हादसा हुआ, वो भी उनके सांसद बनते ही, ये सारी बातें हैं,

जो उनकी एक अलग तरह की पर्सनालिटी को बताती हैं, लेकिन  इस सब के बीच ये बात बहुत ज्यादा गौर करने वाली है, कि एक लड़की फिल्म industry में अपना नाम कमाने की चाह में एक छोटे से शहर से उठकर आती है और उसे अगर मौका मिल जाता है अपने से तेईस साल बड़े actor के करीब आने का तो वो मौका भी नहीं छोड़ती है और उस मौके को भी encash करने की कोशिश करती है वो बात अलग है कि आदित्य पंचोली का nature जो रहा उसके आगे फिर घुटने टेकने पड़े और समझ में आ गया कि यहाँ तो मेरा ही फायदा उठाया जा रहा है और वैसे भी एक कम उम्र लड़की जब एक बहुत बड़े उम्र के व्यक्ति के पुरुष के साथ संपर्क में आती है तो यही कहा जाता है कि ये एक तरह का शारीरिक आकर्षण या इसमें कुछ एक सौदा है, एक सौदेबाजी है, ये कोरा प्यार नहीं हो सकता और वही बात है कि अगर कोरा प्यार होता तो इस तरह उन्हें जैसा कि कंगना ने कई बार अपने interview में कहा है कि उनको बांधकर रखा गया, उनको कमरे में कैद करके रखा गया, उनके साथ मारपीट होती, तो ये सब नहीं होता।

अब कहीं ना कहीं ये भी कहा जाता है कि जिस वक्त एक फिल्म शूट कर रही थी कंगना जब आदित्य के साथ रह रही थी live in relationship में शकलाका बूम बूम तो उस शूट के लिए वो जब जाती है साउथ अफ्रीका और उसके बाद जब वापस आती है तो चुपके से आदित्य पंचोली उन messages को पढ़ते है जो उन्होंने अपने एक co-actor को भेजे थे और उसमें जो शब्दावली का इस्तेमाल था वो वही शब्दावली थी जो वो इस्तेमाल किया करती थी आदित्य पंचोली के लिए जिनको वो अपना बॉयफ्रेंड कहती थी तो यहाँ से शक की सुइयाँ गहरानी शुरू हुई और ये वजह थी जो आदित्य और कंगना के बीच दूरियां आई और उसको लेकर काफी बवाल शुरू हुए।

शक्ति कपूर की जिंदगी के ऐसे राज जो आप नहीं जानते | Shakti Kapoor’s life secrets that you don’t know

और फिर नौबत यहाँ तक आ गई कि आज दोनों एक दूसरे का चेहरा तक नहीं देखते और कंगना उनका नाम तक नहीं लेती। लेकिन एक वक़्त था कि यही कंगना उनके साथ रिलेशनशिप में भी थी और बतौर आदित्य कंगना ने उनको चीट किया, उनके साथ रिलेशनशिप में रहते हुए वो किसी और के करीब जा रही थी और इस तरीके के मैसेज भेज रही थी जैसे कि उनको लगता है कि वैसे मैसेजेस या वैसी शब्दावली का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए था।  ये जो पुरानी बातें हैं अक्सर ये अक्सर सरफेस पर आ जाती है, जब भी जिक्र होता है तो पुरानी चीजों को याद करना इसलिए भी जरूरी हो जाता है कि जब आप किसी पर्सनैलिटी की एनालिसिस करते हैं तो हमें उस एनालिसिस के लिए उसका जो एक पैटर्न रहा है, रिलेशनशिप को लेकर हो,

चाहे लोगों से इंटरेक्शन करने को लेकर हो, चाहे दुनिया को देखने के नजरिए को लेकर हो उसकी हमें एनालिसिस करनी पड़ती है, तभी हम उस शख्स की सही सूरत और सही तस्वीर हम समझ पाते हैं, जान पाते हैं, वरना बहुत सारे लोग तरह-तरह की बयानबाजियां करते हैं और निकल जाते हैं, लेकिन कंगना के साथ ऐसा है कि वो अक्सर अपनी बयान चक्कर में फंस जाती हैं, अक्सर वो अपने पास के चक्कर में फंस जाती हैं, उनका पिछला कुछ गुजरा हुआ कल ऐसा रहा है, जो आज भी उनके सामने आकर खड़े होता है। कई तरह के सवाल पूछता है और बाद में फिर लोगों के पास एक ही एक ही तरीका होता है उनको समझने का कि हाँ कंगना ये पहले क्या-क्या करती रही है।

सुमन को लेकर भी जिस तरीके का break off हुआ था अह breakup हुआ था वो भी अह सब जानते हैं कि अह उसमें भी कहा गया था कि तंत्र-मंत्र का इस्तेमाल हुआ और तमाम तरह की बातें तो कुल मिलाकर मामला ये है कि कंगना का जो अपना एक पर्सोना रहा है वो शुरू से बड़ा ही विवाद रहा है, controversial रहा है और आज भी जब वो controversial स्टेटमेंट देती हैं तो उनके पिछले पुराने कल को लोग याद करते हैं और उसी हिसाब से उनकी personality को analyze करने की कोशिश करते हैं, आप लोग कंगना के बारे में अपनी क्या राय रखते हैं, मेरे इस वीडियो के नीचे जो कमेंट सेक्शन है, उसमें शेयर कर सकते हैं, साथ ही अगर आपको वीडियो पसंद आया हो तो इसे अपने  के साथ शेयर करना मत भूलिएगा और हाँ मैं चाहता हूँ कि आपने अगर अभी तक सब्सक्राइब नहीं किया है तो आप अभी इसी वक्त मेरे चैनल को सब्सक्राइब कर लें।

IC 814 में क्या सब झूठ दिखाया गया है? | Is everything shown in IC 814 a lie?

IC 814 में क्या सब झूठ दिखाया गया है? | Is everything shown in IC 814 a lie?

1999 में इंडियन एयरलाइन्स का एक विमान आईसी  eight one four उसका अपहरण हो गया था और अब इसी पर अनुभव  सिन्हा की एक वेब series आई है आईसी eight one four उसको लेकर  कई सारे विवाद चल रहे हैं और अब एक बयान सामने आया है इसी फ्लाइट  में अपने पति के साथ यात्रा करने वाली चंडीगढ़ की पूजा कटारिया का  एक टीवी चैनल है टीवी nine भारतवर्ष उनके साथ उन्होंने एक  इंटरव्यू किया है और उस प्लेन हाईजैक में क्या हुआ था वो पूरा  सच पूजा कटारिया ने खुद बताया है। पूजा ने बताया कि प्लेन  हाईजैक के वक्त अंदर क्या चल रहा था और उस वक्त जो आज की वेब  series में दिखाई गई है वो सच से कितनी दूर है या सच से कितनी पास  है।

इस web series में hijackers के नामों को लेकर भी विवाद चल  रहा है जिस पर पूजा कटारिया ने कहा कि series को लेकर जो विवाद  खड़ा किया जा रहा है वो बिल्कुल बेवजह है और hijackers के नाम  बाहर कुछ और थे लेकिन प्लेन के अंदर वो खुद को भोला, शंकर,  बर्गर, चीफ इसी नाम से बुला रहे थे और series के अंदर ये वही नाम  दिखाए गए हैं जिन नामों से वो एक दूसरे को बुला यानी विमान के  अंदर जो भी नाम उन्होंने लिए वही series में दिखाए गए है पूजा ने  ये भी कहा कि hijackers यात्रियों को इस्लाम कबूल करने  के लिए प्रेरित कर रहे थे और कई motivational speech भी दे रहे  थे यात्रियों को कहा गया कि वो इस्लाम धर्म कबूल कर ले पूजा ने  कहा कि एक बार के लिए कई यात्री ऐसे भी थे जो hijackers के भाषण  सुनकर प्रभावित भी हो गए थे और उन्हें लगा कि जान बचाने के लिए  उन्हें इस्लाम धर्म कबूल कर लेना चाहिए।

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ये खुद पूजा ने बताया है  जो कि उस hijack प्लेन में थी पूजा ने ये भी बताया कि एक  hijacker ने उन्हें gift किया था shawl जी हाँ पूजा बताती है कि  Amritsar में सरकार को ah विमान को रोकने के लिए operation करना  चाहिए था और यात्रियों को उम्मीद थी कि इस तरह का कोई operation  किया जाएगा क्योंकि वहाँ पर Amritsar में विमान करीब  पैंतालीस minute तक रुका हुआ था लेकिन ऐसा हुआ नहीं पूजा ने  बताया कि जिस दिन plane hijack हुआ उस दिन उनका जन्मदिन था  जिसमें burger नाम का एक hijacker था उसने उन्हें अपनी  पहनी हुई shawl gift की और shawl के ऊपर एक संदेश भी दिया जिसे  पूजा ने आज तक संभाल कर रखा है वाकई इस तरीके का birthday कौन  imagine कर सकता है कि वो hijack plane के अंदर होगा।

अब पूजा ने  hijack के दौरान plane में यात्रियों को दिया गया सामान अब  तक संभाल के रखा है वो कहती है पूजा ने अपनी इस बातचीत में  plane hijack के समय हुई पूरी घटना का सच बताया उन्होंने बताया  कि किस तरह से plane को hijack किया गया और किस तरह वो वहाँ से  निकल पाने में कामयाब हुए उन्होंने कहा कि ये series  entertainment के तौर पर ही लेना चाहिए, series के अंदर प्लेन में  हुई घटनाओं के साथ ही कुछ राजनैतिक गतिविधियां भी दिखाई गई  हैं और ये series पूरी तरह से सत्य घटनाओं पर आधारित है और इसे  इसी आधार पर देखा जाना चाहिए। अब आप सोचिए एक यात्री जो वहां  मौजूद था वो खुद इस बात को कह रहा है।

इस जहाज के कैप्टन देवी  शरण थे, जिनको उस वक्त मीडिया ने विलेन बना दिया था और टेलीग्राफ  अखबार को देवी शरण ने एक इंटरव्यू दिया है। जो हैं कि  सीरीज में दिखाया गया है कि विदेश मंत्री हमें सलामी देते  हैं ऐसा दिखाया गया लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं था। उन्होंने बस एक  इशारा किया था, इशारे के जरिए हमारे प्रयासों की सराहना की थी  इसके अलावा एक सीन में ये भी दिखाया गया है कि देवी शरण ने  plumbing lines अपने आप ठीक की थी क्योंकि plumbing lines खराब  हो गई थी इतने सारे लोग इतने समय से बाथरूम का इस्तेमाल कर रहे थे  लेकिन असलियत में तालिबान के जो अधिकारी थे उन्होंने कर्मचारी  भेजा था plumbing lines ठीक करने के लिए और देवी शरण उस कर्मचारी  को अपने साथ लेकर विमान के होल्ड में गए थे क्योंकि उसे ये नहीं  पता था कि लाइनें कहाँ पर हैं।

असल में जब से इस series पर  विवाद शुरू हुआ है सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोग हैं जो बहुत  कुछ लिख रहे हैं इस पूरे विवाद पर रविश कुमार का भी एक ट्वीट  चर्चा में आ गया है और मैं आपको बताता हूँ कि exactly अह रवीश  कुमार ने इसमें लिखा क्या है। रवीश कुमार लिखते हैं क्या ऐसा  नहीं हो सकता कि जितने लोग अभी-अभी आंतरिक सुरक्षा के  expert निकल कर आ गए हैं वो मणिपुर पर भी उसी तरह रिपोर्ट  करें। ठीक वह एआईसी ऐट वन फोर के समय किया करते थे जब भारत रत्न  वाजपेयी की सरकार ने आतंकवादियों को छोड़ा था कम से कम उनके कौशल  से पता तो चले कि मणिपुर में चल क्या रहा है कहाँ चूक हो रही है  और कौन जिम्मेदार है? मणिपुर भी तो आंतरिक सुरक्षा का ही मामला  है। अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज के बहाने ये पता तो चल ही जाता  है कि उसी पत्रकार को पहले कितना पता होता था? सरकार में क्या चल  रहा है? आंतरिक सुरक्षा से जुड़े अफसरान क्यों confuse हैं  वगैरह-वगैरह?

क्या अब वो ऐसा कर सकते हैं? तो पुरानी के साथ आज  की भी कोई ऐसी रिपोर्ट tweet कर देते कहाँ गई वो सब जानकारियां  जो off record के रास्ते निकल कर आया करती थी जिनके सहारे सरकार  के ऑन रिकॉर्ड को challenge किया जाता था आज तो जो hand आउट थमा  दिया जाता है वही फाइनल मान लिया जाता है। अब तो off record ही ऑन  रिकॉर्ड है और ऑन रिकॉर्ड कुछ भी नहीं। अच्छी बात है कि वेब  series देखकर ये सब याद आ रहा है। सवाल है कि इसी अधिकार और  निरंतरता से Manipur पर कब लिखेंगे जब Anubhav Sinha कोई नई  web series बनाएँगे तब भारत का third class और **** मुख्य धारा  का गोदी media अपने आपको प्रासंगिक बनाए रखने के लिए मौका  खोजता रहता है वो अपनी स्मृतियों के सहारे पत्रकार होने की छवि और  उससे मिलने वाले सम्मान को हासिल करना चाहता है उसका वर्तमान  खंडहर है और उसके हाथ स्याही की जगह खून से रंगे है एक अच्छे  पत्रकार और एक दो अच्छी स्टोरी बस इसी के दम पर गाड़ी खींच रहा  है। आज उनकी reporting या संपादकीय का स्तर आप देख सकते  हैं। जो पच्चीस साल पहले की यादों में तरबूज का जूस हो रहे  हैं। उन्हें ठीक से पता है कि उनके पास कौशल तो है मगर वैसी  reporting नहीं कर सकते।

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कितनी reporting ऐसी आती है जो सरकार  के भीतर से निकलती है। नेताओं के बयान पर ही खेलकर और दिल्ली में  कुछ फालतू लोगों के interview से इन TV की शामे भरी जाती है ये  फालतू लोग जिन्हें interview देने और debate में जाने का रोग  है एक महीने के लिए अगर शहर से चले जाए तो debate की शाम  भरभराकर दोपहर की तरह जलने लगेगी इस media का नाम interview  उद्योग रख देना चाहिए ये लिखते है बहरहाल Anubhav Sinha की web  series IC eight one four ने इतना तो बता दिया कि गुलामी के  दस साल जीने के बाद भी गोदी media के पत्रकारों के भीतर  पत्रकारिता करने की चाह है उन्हें है कि सम्मान मोदी मोदी  करने से नहीं किसी अच्छी रिपोर्ट की याद से मिलता है मगर इसमें भी  एक नौटंकी है तो ये पूरा ट्वीट लिखा है रविश कुमार ने उधर दूसरी  तरफ इस पूरे केस को लगातार देश के पहले न्यूज़ चैनल पर cover  करने वाले जो Zee News के anchor थे उस वक्त में जिन्होंने इस  पूरे case को cover किया था मानव गुप्ता उन्होंने भी एक tweet  किया और उनका tweet भी ये काफी चर्चा में है वो लिखते हैं कि IC  eight one four की hijacking मैंने लगातार दिन लाइव स्टूडियो  से देखी और देश दुनिया को दिखाई थी तब मैं ज़ी न्यूज़ में बतौर  anchor काम कर रहा था।

उस वक्त देश में सिर्फ दो ही न्यूज़  channel होते थे। ज़ी न्यूज़ और स्टार न्यूज़ सात दिन और सात  रातें चौबीस घंटे की ये coverage थी चौबीस दिसंबर से इकत्तीस  दिसंबर उन्नीस सौ निन्यानवे तक के वो सात दिन देश पर कितने भारी  गुजरे इसका अंदाजा वही लगा सकता है जो उस दौर में होश संभाल चुका  था। अभिनव सिन्हा की series आईसी eight one four बड़ी उम्मीद से  देखी। ना तो उसमें वो गहराई महसूस हुई और ना ही उसमें देश और  पीड़ितों के साथ न्याय किया गया है। उस समय की सरकार की नाकामी  सही दिखाई गई है लेकिन उन आतंकवादियों में इंसानियत दिखाना  बेईमानी है।

उनके असली मुस्लिम नाम अंत तक छुपाना और भी बड़ी  बेईमानी है। हाँ वो code name थे पर आपकी जिम्मेदारी थी कि सारे  तथ्य बताते शुरू से बताते आईएसआई को clean chit क्यों दी गई ये  समझ से परे है सिर्फ इसीलिए कि लादेन ने वालों को बाद की पार्टी  में नहीं बुलाया। उनके पाप धो दिए गए। तब के विदेश मंत्री  जसवंत सिंह जी ने खुद लिखा था। कि आईएसआई वाले तीनों छुड़वाए गए  आतंकियों मौलाना मसूद अज़हर, मुश्ताक अहमद जर्गर और अहमद उमर  सईद शेख के परिवार वालों को कंधार ले गए थे। छोड़ने पर इन  आतंकियों की पहचान करने के लिए पहचान के बाद ही हमारे यात्रियों  को छोड़ा गया पूरा plot पाकिस्तान का ही था, पाकिस्तान  ISI का पूरा सच पता नहीं क्यों नहीं बताया गया पाक के non state  actors की थ्योरी को जानबूझकर बल दिया गया या अनजाने में ये भी  सवाल पूछते हैं मानव गुप्ता और ये भी कहते हैं कि जब पूरी  series में बार-बार कहानी का flow तोड़कर तथ्य और background  बताने के लिए narrations का सहारा लिया गया है तो चीफ डॉक्टर  बर्गर भोला और शंकर के असली नाम भी बताते आइए आपको बताते हैं कि  चीफ का असली नाम था इब्राहिम अथहर। डॉक्टर का असली नाम था  शाहिद अख्तर सईद।

बर्गर का असली नाम सनी अहमद काजी और भोला का  असली नाम जहूर मिस्त्री था और शंकर का असली नाम शाकिर था। ये  भी ढंग से बताते कि सारे के सारे hijackers पाकिस्तानी थे। उलटे  आतंकियों को यात्रियों के साथ अंताक्षरी खेलते दिखाया गया  यात्रियों की फिक्र करते और मदद करते भी दिखाया गया सेना को  सामने आकर research करके तथ्यों पर हर सवाल का जवाब देना चाहिए,  इस series में उपयुक्त बदलाव करने चाहिए ताकि आज और आगे की  पीढ़ियाँ सही इतिहास जान सके पीड़ितों के बारे में भी थोड़ा  सोचा होता बहुत कुछ ऐसा है जो नहीं बताया तो ये लिखते हैं मानव  गुप्ता बहुत हद तक मैं भी इनसे इत्तेफाक रखता हूँ वाकई इस तरीके  से नहीं दिखाया जाना चाहिए था कि वो अंताक्षरी खोल रहे हैं, खेल  रहे हैं या वो पीड़ितों का ध्यान रख रहे हैं? और पूरे मामले में  पाकिस्तान को तो एकदम इस तरह से दिखाया जैसे पाकिस्तान तो  involve था ही नहीं। आप जानते ही हैं कि कांधार hijack जो है वो  दिसंबर उन्नीस सौ निन्यानवे में भारत जाने वाली एक उड़ान के  अपहरण पर आधारित है।

ये flight काठमांडू से चलकर नई दिल्ली की  ओर जा रही थी तभी इसे hijack कर लिया गया यात्रियों और चालक दल  को सात दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया यात्रियों को छोड़ने के बदले  में आतंकवादियों ने तीन high profile आतंकवादियों की रिहाई की  मांग की थी जिसमें मौलाना मसूद अज़हर, अहमद उमर, सईद, शेख और  मुस्ताक अहमद वगैरह शामिल थे। दोस्तों यहाँ एक और बात मैं कहना  चाहूँगा कि ये बनाई तो बहुत अच्छी गई है अगर मैं एक फिल्म  maker के angle से देखूं तो बहुत कसी हुई है अगर आप देखना शुरू  करते हैं तो आप चाहते हैं कि आप इसको पूरा देखें अंत तक तो ये एक  तारीफ है अनुभव सिन्हा की उन्होंने बहुत कसी हुई बनाई है  हाँ उन्होंने जो पाकिस्तान को जितने हल्के ढंग से दिखाया है उस  पर एक सवाल उठता है लेकिन यहाँ पर एक और बात उठती है कि इस वक्त  right wing से जुड़े लोग इस series पर काफी सवाल उठा रहे हैं  तो क्या वो इसलिए है क्योंकि जिस वक्त अमृतसर में land कराया गया  था आईसी eight one four को वक्त अमृतसर में यानी पंजाब में भाजपा  की सरकार थी, केंद्र में भी अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे  और पैंतालीस मिनट तक अमृतसर की जमीन पर वो जहाज खड़ा रहा लेकिन  negotiation शुरू नहीं किए गए, bargaining नहीं की गई, उनसे बात  करने की कोशिश नहीं की गई, इसके बाद वो विमान उड़ता है, दुबई  जाता है, कांधार जाता है। तो दोस्तों ये सारी बातें लाहौर के  रास्ते जाता है।

ये सारी बात है कि हाँ, ये भी उस वक्त की सरकार  की कमजोरी बताती है कि उस वक्त सरकार की इतनी बड़ी कमजोरी थी कि  जब आपकी जमीन पर खड़ा था जहाज। और सिर्फ कुछ ही घंटे हुए थे  हाईजैक हुए। आप उसी वक्त bargaining कर सकते थे, उसी वक्त  negotiation शुरू कर सकते थे, बातचीत शुरू कर सकते थे, जो आपने  नहीं की और फिर आपने कांधार जाकर की इसमें सात दिन भी लगे और जान  भी गई, लोगों को सफर भी करना पड़ा और पूरी दुनिया में थू-थू  भी होती रही, तो दोस्तों ये उस वक्त की सरकार पर प्रश्नचिन्ह तो  लगता है, तो क्या वो लोग जो इस series पर प्रश्न उठा रहे हैं,  क्या उन्हें ऐसा रहा है कि series के बहाने उस वक्त की  वाजपेयी सरकार पर प्रश्न चिन्ह उठ रहे हैं, इसलिए चलिए हम कुछ  निकालते हैं, हाँ जिस चीज को देखकर मैंने भी series देखी है,  एक बात जरूर है कि इस series में अह पाकिस्तान और आईएसआई के पक्ष  को उतना दिखाया नहीं गया है, जितना कि दिखाया जाना चाहिए था,  क्योंकि सारा प्लान जो था वो पाकिस्तान का था, सारा प्लान जो  था वो आईएसआई का था।

दूसरी बात ये है कि जहाँ तक नाम का सवाल  है, देखिए नाम में कुछ नहीं रखा है। अह इस हाईजैक प्लेन में जो  सवार थी जो अह interview दे चुकी हैं टीवी nine भारतवर्ष को वो  खुद कह रही हैं कि इसी नाम से वो बुला रहे थे एक-दूसरे को तो अगर  आप कहानी कह रहे हैं तो आपको वही नाम लिखने पड़ेंगे हाँ आपको  disclaimer में वो नाम लिखने चाहिए थे जो शायद मुझे लगता है  कि अह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से फटकार पढ़ने के बाद  उन्होंने वो नाम रख दिए हैं अह disclaimer में तो कुल मिलाकर  मामला ये है कि कहानी तो अच्छी कही गई है देखनी सबको चाहिए  लेकिन सवाल जरूर उठते हैं कि उस वक्त की सरकार अमृतसर में  negotiate क्यों नहीं कर पाई थी पैंतालीस मिनट सरकार का क्या आपस  में agencies के साथ मेल नहीं था या आपसी दलों के बीच तालमेल नहीं  था और क्या इन सबसे ऊपर नहीं थी उन फंसे हुए लोगों की जान.

रोहित शेट्टी की अपनी फिल्मों में कामुक सीन ना रहने की वजह शाहरुख की फिल्म से जुड़ी है 

शक्ति कपूर की जिंदगी के ऐसे राज जो आप नहीं जानते | Shakti Kapoor’s life secrets that you don’t know

खोलेंगे शक्तिकपूर के जिंदगी के कुछ ऐसे राज जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं क्योंकि शक्तिक कपूर आज जो करते हैं। वो तो सबको पता है लेकिन एक जमाने में जब शक्तिकपूर, शक्तिकपूर नहीं बने थे। तो उस वक्त उनकी शुरुआत कैसे हुई थी वो मैं आपको इस video में बताने जा रहा हूँ चालीस सा लो से शक्तिकपूर बॉलीवुड में active हैं सात सौ से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि बॉलीवुड में इनका कोई नहीं है और ये दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं, इनकी यहाँ कोई जान-पहचान नहीं थी ना ही इनका कोई गुरु था, ना कोई godfather था लेकिन फिर भी शक्ति कपूर ने ना केवल बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई बल्कि खुद का एक बड़ा मुकाम भी बना लिया।

.तो आज हम शक्ति कपूर की जिंदगी के वो किस्से आपको सुनाएंगे जो शक्ति कपूर की जो शुरुआती जिंदगी है, जब वो फिल्मी दुनिया में नहीं आए थे। जब ये दिल्ली का एक लड़का हुआ करते थे और कैसे इनके घर का माहौल था, पिताजी का क्या नाम था, कहाँ काम करते थे, मुंबई आए किस तरह के challenges थे इनका पारिवारिक वातावरण कैसा था तो ये सब सुनाने के लिए पहले आपको थोड़ा पीछे लेकर चलते हैं शक्ति कपूर जिनका जन्म हुआ third September nineteen fifty two के दिन दिल्ली में एक इलाका है Karol Bagh इनके पिता का नाम Sikander Lal Kapoor और उनके पिता एक tailor master थे और Connaught Place में ही उनकी खुद की एक दुकान थी Sikander Lal Kapoor ने अपने इस बेटे को नाम दिया था Sunil यानी Shakti Kapoor का असली नाम Sunil है और Sikander Lal Kapoor अपने छोटे से घर में अपनी पत्नी और चार बच्चों के ही ख़ुशी ख़ुशी अपनी ज़िंदगी गुज़ार रहे थे उन्हें नहीं पता था कि उन्होंने Bollywood के सबसे बड़े villain को जन्म दे दिया है लेकिन वो शुरुआत से ही अपने इस बेटे Sunil से परेशान रहते थे यानी Shakti Kapoor को शुरू से ही लोगों को परेशान करने की आदत थी इनका किस्सा ऐसा है कि ये शुरुआत में तीन बार स्कूलों से निकाले गए Shakti Kapoor बड़े शरारती थे school में इनका मन पढ़ाई में कम और बदमाशी करने में ज्यादा लगता था इनकी बेतहाशा शरारतों के चलते कई स्कूलों से इन्हें कई बार निकाला गया

जैसे तैसे इन्होंने बारहवीं पास की और sports कोटे से इन्हें दिल्ली के Kirodimal college में दाखिला मिल गया शक्ति कपूर बचपन से ही cricket के बड़े शौक़ीन थे और ये बढ़िया cricket खेला करते थे और ये cricket ही था जिसकी मदद से इन्हें Kirodi Mal College जैसे दिल्ली के top college में दाखिला मिला था जबकि पढ़ाई में इनका मामला बहुत ही खराब था अब आपको बताते हैं कि वहाँ क्या हुआ cricket team एक बार की बात है college team से cricket खेल रहे थे और इनका नाम भी खूब हो रहा था लेकिन इसी दौरान team का जो captain था उसकी girlfriend से इनका fair शुरू हो गया जब captain को इसकी भनक लगी उन्होंने ना केवल अपनी गर्लफ्रेंड से शक्ति कपूर को दूर कर दिया बल्कि उन्हें कॉलेज की क्रिकेट टीम से भी निकलवा दिया यानी रियल लाइफ में विलेन बनने से पहले ये रियल लाइफ में ही विलन वाले काम करना शुरू कर चुके थे इसके बाद शक्ति कपूर कॉलेज कम ही जाते थे और अपने पिता की फिएट कार लेकर अपने दोस्तों के साथ खूब आवारागर्दी करते थे।

स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 18 दिन | Stree 2 box office collection 18 day

उनकी इन हरकतों से परेशान होकर उनके पिता सिकंदरलाल कपूर बड़े नाराज रहते थे और बहुत परेशान रहते थे। और अक्सर इस बात को लेकर उनके उनके झगड़े होते थे दोनों बाप बेटे के कि भाई तुम क्या कर रहे हो? इस तरह से अब से जिंदगी को खराब कर रहे हो और इधर शक्ति कपूर जो थे जो उस वक्त तक सुनील कपूर थे उन पर इस बात का कोई खास असर पड़ता नहीं था अच्छा ये कॉलेज में ही थे तभी इन्हें कुछ modeling के offers भी मिलने लगे थे क्योंकि इनका look अच्छा था। दरअसल मामला ये था कि एक पान की दुकान थी जहाँ से सिगरेट खरीदकर पीते थे उसका मालिक अक्सर इनसे कहता था कि तुम्हें फिल्मों में काम करना चाहिए या फिर modeling करनी चाहिए।

किस्मत ने इनका थोड़ा साथ दिया और एक दिन इन्हें जलाल आगा ने सूर्यवंशी shootings नाम का एक clothing brand होता था। उसका add मौका दे दिया। इसके बाद कई और modeling projects इन्हें मिलते रहे और उन projects से इनकी इतनी कमाई हो जाती थी कि दोस्तों के साथ इनकी रोज पार्टी होती थी और ये modeling से कमाए गए पैसों को अपने दोस्तों के साथ शराब सिगरेट में उड़ा देते थे यानी टिपिकल शक्ति कपूर जो थे वो फिल्मों में आने से पहले टिपिकल शक्ति कपूर बन चुके थे। अच्छा इनका एक ख्वाब भी था कि मैं ट्रैवल एजेंसी खोलूं। तो जैसे कॉलेज खत्म हुआ जैसे-तैसे तो इनके पिता ने पूछा भाई क्या करोगे अब तो तुम कॉलेज से भी बाहर आ हो तो उन्होंने कहा कि भाई पहली बात तो ऐसा है कि तुम मेरी दुकान पर बैठना शुरू करो मैं तुम्हें दूकान का आधा हिस्सा दे देता हूँ उसमें तुम अपना काम शुरू करो तो उन्होंने कहा हाँ ठीक है मैं travel एजेंसी शुरू करूँगा अब शक्ति कपूर को travel एजेंसी में काम करने का तजुर्बा था क्योंकि कॉलेज के दिनों में ये कुछ महीनों के लिए travel

एजेंसी में काम कर चुके थे और अक्सर घर पर कहते थे कि एक दिन मैं अपनी travel एजेंसी खोलूंगा तो पिताजी tailor थे बेटे को बनना था travel एजेंट और ऐसा लग रहा था कि जिंदगी इसी तरह दिल्ली में कटेगी ऊपर वाले ने कुछ और लिखा हुआ था। क्योंकि शक्तिकपूर ने अब जैसे ही अपनी travel agency शुरू करने का mood बनाया तभी अचानक इनके पिता ने अपना फैसला बदल दिया और ये कहा कि मैं अपनी दुकान में तुझे आधी जगह तो नहीं दूंगा और शक्तिकपूर ये बात सुनकर बड़े हैरान हुए सोच में पड़ गए कि अब करें तो आखिर क्या करें? अब किस्सा शुरू होता है कि ये पुणे के फिल्म institute में कैसे पहुंचे। अब शक्ति कपूर को जब पिताजी ने दुकान में आधी जगह देने से मना कर दिया तो इनके समझ में आना बंद हो गया कि अब करें क्या? भविष्य का सवाल था कुछ तो करना और ये समय भी उनका बड़ा important था, नए-नए कॉलेज से निकले थे, जवान थे।

इसी दौरान इन्हें पता ये चला कि इनके कुछ दोस्त हैं जो एफटीआईआई, पुणे में admission लेने की तैयारी कर रहे हैं और उसका form भर रहे हैं। अपने दोस्तों को ऐसा करते देखकर इन्होंने भी वो form भर दिया और ये सोचकर कि अगर दाखिला ना भी मिला तो कम से कम चलो पुणे घूम आएँगे, मज़ा आएगा। दोस्तों के साथ Pune पहुँच गए और इत्तेफाक से इनके किसी भी दोस्त का admission FTII में नहीं हुआ पर इनका हो गया अकेले इनका यही वो वक्त था जब शक्ति कपूर को एहसास हुआ कि किस्मत ने कुछ तो प्लान उनके लिए बना रखा है अच्छा एफडीआईआई में जब ये दाखिला लेने पहुंचे तब इनके पास सिर्फ सात सौ रुपए थे और ये ट्रेन से दिल्ली से मुंबई गए थे इनका प्लान ये था कि पहले मुंबई जाएंगे और फिर वहां से पुणे जाएंगे जिस ट्रेन से ये मुंबई तब बम्बई कहते थे जा रहे थे इत्तेफाक से उसी ट्रेन में अनिल वर्मा भी थे और वो भी एफडीआई जा रहे थे ट्रेन में इन दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई और अनिल वर्मा ने इन्हें सलाह दी कि मुंबई में lodge में रुकने की जगह तो मेरे साथ मेरी बहन के घर चलो।

Shakti Kapoor ने इनकी बात मान ली और ये Anil Verma के साथ उनकी बहन के घर पहुँच गए लेकिन जैसे ही ये Anil Verma की बहन के घर पहुँचे तो इनका सामना हुआ एक बहुत बड़े Bollywood star से जानते हैं कौन थे वो? वो star थे विनोद खन्ना जी हाँ और विनोद खन्ना से इनका सामना ही नहीं हुआ बल्कि इनकी दोस्ती भी हो गई। असल में हुआ क्या कि जैसे ही अनिल वर्मा की बहन के flat पहुँचे Anil के साथ में तो वहाँ देखा Vinod Khanna बैठे है Rakesh Roshan बैठे है Rajesh Roshan बैठे है तो इतने सारे लोग वहाँ कैसे बैठे है तो Shakti Kapoor ने जब Anil Verma से पूछा कि भाई ये उनकी बहन क्या करती है ऐसा कि इतने बड़े बड़े hero उनके घर पे बैठे है उन्होंने कहा ऐसा है कि जो मेरी बहन है इनकी शादी हुई है Vinod Khanna के एक भाई है Pramod Khanna उनसे और इसलिए Vinod Khanna इनके घर आते रहते है Shakti Kapoor ने अब वहाँ पर Vinod Khanna से दोस्ती कर ली और उनका सबसे बहुत अच्छा याराना हो गया in fact कहते है कि Vinod Khanna से इतनी अच्छी दोस्ती हो गई कि मुंबई से पुणे खुद विनोद खन्ना उन्हें छोड़ने आए और अह बाकायदा उन्होंने कहा कि नहीं-नहीं मेरी तो तुमसे बहुत अच्छी दोस्ती हो गई तुम अकेले नहीं जाओगे तो मुंबई से वो पुणे छोड़ने जाते हैं इनको एफडीआई में आने के बाद शक्ति कपूर ने अपना पुराना रवैया तो छोड़ा नहीं वो यहाँ भी खूब शराब, सिगरेट, पार्टी ये सब चलता था

कई दफा तो कॉलेज कैंपस में भी इन्हें शराब के नशे में देखा गया उन दिनों मिथुन चक्रवर्ती जो कि FDI में शक्ति कपूर के senior थे जब उन्हें मालूम पता चला कि एक ऐसा कोई फ्रेशर आया है जो ऐसी हरकतें करता है वो शराब, सिगरेट पीता है, खुले आम घूमता है। तो एक दिन मिथुन चक्रवर्ती ने as a senior शक्ति कपूर को बुलाया और उनको एक कमरे में लेकर गए। और ऐसा कहते हैं कि वहाँ पर मिथुन दा ने शक्ति कपूर को बहुत पीटा मिथुन ने इन्हें चेतावनी दी कि ये कभी भी FTII campus में ऐसी हरकत फिर से ना करें और मिथुन दा की इस चेतावनी से शक्ति कपूर काफी घबरा गए, अगले चार दिनों तक इन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया हालांकि बाद में campus में ही इनकी मिथुन से फिर दोस्ती भी हो गई अब सवाल ये है कि पुणे तो पहुँच गए लेकिन पहली फिल्म कैसे मिली?

स्त्री २ को पीछे छोड़ने वाली मूवी तुम्बाड होगी री रिलीज | Tumbbad movie which left Stree 2 behind will be re-released

मिथुन जब एफडीआई से पास आउट होकर मुंबई आ गए तो ये शक्ति कपूर अक्सर मिथुन से मिलने मुंबई आते थे और मिथुन के घर पे ही रुकते थे मतलब एक जमाने में मिथुन ने इनकी पिटाई की लेकिन फिर ऐसी दोस्ती हो गई थी ये मिथुन के घर पे रुका करते थे, इसी दौरान मुंबई में इन्हें कुछ विज्ञापनों में काम करने का मौका मिल गया और फिर एक फिल्म मिली, इन्हें एक छोटा सा रोल मिला, फिल्म का नाम था खेल खिलाड़ी का इस फिल्म में धर्मेंद्र और शबाना आजमी थे, ये फिल्म चली लेकिन Shakti Kapoor के इस छोटे से role को लोगों ने खूब पसंद किया Shakti Kapoor जब FTII से ah pass out होकर Mumbai आए तो Vinod Khanna ने इन्हें free में रहने के लिए एक जगह दे दी और ये तकरीबन छह सालों तक वहाँ रहे इस दौरान ये कई सारी ऐड फिल्मों में काम करते रहे

फिर एक दिन ऐसा आया जब Firoz Khan ने इनकी किस्मत हमेशा के लिए बदल दी तो उस जमाने में इनको जो छोटी मोटी कमाई होती थी modeling वगैरह करके उससे उन्होंने थोड़े बचा लिए थे शक्ति कपूर ने एक second hand fiet कार खरीद ली थी एक दिन ये अपनी इसी fiet कार से कहीं जा रहे थे कि इनका accident एक Mercedes के साथ हो गया अब शक्ति कपूर इतने गुस्से में थे कि यार ये देखो Mercedes वाला इसने मेरी Fat में टक्कर मार दी और फिर ये भी डर था कि ऐसा ना हो कि कहीं ये Mercedes वाला मेरे ऊपर चढ़ जाए और मुझसे माँगने लगे पैसे मेरे पास तो पैसे नहीं है अब Mercedes के driver से इनकी कुछ देर बहस हुई वहाँ पे लेकिन जब इन्होंने देखा कि Mercedes car में से Feroz Khan खुद उतर रहे है तो इनका गुस्सा ठंडा हो गया और Shakti Kapoor उनसे ये कहने लगे कि अरे आप मुझे कुछ role दे दीजिए film में इसके बाद Feroz Khan से भी इनकी अच्छी जान पहचान हो गयी और Feroz Khan ने इन्हें दरवाज़ा Ali Baba Margina समेत कई सारी ऐसी कई सारी फिल्में इनको दी और अब हम आपको बताते हैं वो किस्सा कि चलिए फिल्मों में शुरुआत हो गयी Feroz Khan से मिल लिए Vinod Khanna से मिल लिए Mittal Chakraborty से दोस्ती हो गयी

अब ये Shakti Kapoor कैसे बने क्योंकि ये तो Sunil Kapoor थे तो Sunil Kapoor से Shakti Kapoor कैसे बने ये कहानी भी काफी रोचक है दरअसल Sunil Dutt ने इन्हें अपने बेटे Sanjay Dutt की debut film Rocky में cast किया अब एक दिन Dutt साहब ने इनसे कहा कि तुम एक बढ़िया actor हो villain के role में खूब जमते हो लेकिन तुम्हारा ये जो नाम है तुम्हारे काम से match नहीं करता क्यों ना तुम अपना नाम Sunil से बदलकर शक्ति रख लो Dutt साहब का ये idea Sunil को बहुत पसंद आया और उन्होंने कहा कि ठीक है मैं आज से Sunil Kapoor नहीं अब मैं Shakti Kapoor हो जाऊँगा और Shakti Kapoor नाम रखते ही कहते है कि Shakti Kapoor की किस्मत बदल गयी पहले Rocky में Sunil Kapoor यानी Shakti Kapoor को एक छोटा सा role मिला था वही बाद में Sunil Dutt साहब ने इनसे इतना काम कराया क्योंकि इनके काम से काफी impress हुए कि उन्होंने Rocky में इनके role को ही बड़ा कर दिया जब Rocky release हुई तो film industry को ये बात समझ में आ गयी कि Shakti Kapoor में काफी potential है

वो एक बढ़िया कलाकार है इसके बाद तो मानो Shakti Kapoor की किस्मत पूरी तरह से ही पलट गयी Prakash Mehra और Manmohan Desai जैसे दिग्गज directors ने इन्हें अपनी फिल्मों में काम देना कर दिया और देखते ही देखते Shakti Kapoor भारत में एक जाना पहचाना नाम और एक जाना पहचाना चेहरा बन गए बाद में इनकी जोड़ी Kader Khan के साथ भी खूब जमी और आप जानते ही है कि Kader Khan और Shakti Kapoor की जोड़ी जो है वो Bollywood की सबसे hit जोड़ियों में count की जाती है आज भी लोग Kader Khan और Shakti Kapoor को साथ में अगर imagine कर ले तो बहुत सारे लोग हसने लगते है कि हाँ क्या कमाल की इन्होंने फिल्में दी है.

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मुझे सेक्स स्लेव बना कर रखा – सौम्या | I was kept as a sex slave – Soumya

साउथ इंडियन एक्ट्रेस सौम्या ने ये खुलासा किया है कि एक डायरेक्टर ने उन्हें अपना सेक्स स्लेव बनाया था, जब उन्हें सिर्फ डेढ़-डेढ़ साल तक रखा गया था, उन्होंने ये भी कहा था कि एक साल तक मेरे साथ गलत काम किया वो दुनिया के सामने मेरे सामने बेटी थी जी हां सौम्या ने एक दशक की तमिल और तीन मलयालम फिल्मों में काम किया था सौम्या ने एक दशक की तमिल और तीन मलयालम फिल्मों में काम किया था।

सौम्या ने कहा कि ये जो निर्देशक है ये मनोरंजन के लिए उनके प्राइवेट पार्ट में रॉड भी शामिल थी इस घटना से तीस साल बाद सामने आईं उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित महिलाओं को इस तरह गाली के तौर पर आवाज उठानी चाहिए ये इंटरव्यू उन्होंने एनडीटीवी को दिया है और एनडीटीवी के साथ इस इंटरव्यू में सौम्या ने कहा कि मैं अठारह साल की थी जब वो डायरेक्टर मुझसे मिले एक तरह से डायरेक्टर ने मुझे अपनी बेटी बताई आह मुझे अपने साथ रखना शुरू कर दिया और दूसरी तरफ वो मेरे साथ गलत काम करता था बाद में चीजें इतनी खराब हो गईं कि वो मेरिबा बेबी पैदा करना चाहती थी और वो डायरेक्टर मुझे सेक्स स्लेव की तरह रोजाना इस्तेमाल करता था हालांकि सोमिया ने इस डायरेक्टर का नाम सुझाया से लाजवाब कर दिया है उन्होंने कहा कि डायरेक्टर के नाम का खुलासा वो स्पेशल पुलिस फोर्स केरल सरकार की ओर से उभरती रचना के सामने हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अब इस पूरे इंटरव्यू में करीब छब्बीस मिनट का इंटरव्यू है जिसमें एह सौम्या ने बताया है कि एक दिन जब उस डायरेक्टर की पत्नी घर पर नहीं थी तो उस आदमी ने मुझे बताया बेटी बोली मुझे चूम लिया।

स्त्री 2, 20 दिन , शनिवारम 6 दिन , द गोडएडवांस बॉक्स ऑफिस कलेशन | Stree 2, 20 Days, Shanivaram 6 Days, The God Advance Box Office Collection

उस किस के बाद मैंने पूरी तरह से अपने दोस्तों से ये बात कही, इच्छा तो थी लेकिन बताई नहीं। मैंने ये दावा किया था कि शायद मुझसे ही कुछ गलती हो गई है इसके बाद भी मैंने डांस रिहर्सल की और बाकी की प्रैक्टिस जारी रखी-धीरे-धीरे उस आदमी ने मेरे पूरे शरीर का खर्च उठाना शुरू कर दिया। उसने मेरा रेप किया और यहां ये सब एक साल लगातार रह रही है। एक तरह से उसने मेरे दिमाग के साथ खेलना शुरू कर दिया था। सौम्या का कहना है कि डायरेक्टर की बेटी ने भी उन पर रेप के आरोप लगाए थे और वो इन दिनों अलग-अलग काम कर रही थीं।

और ये जो प्रबंधन था वो अपने घर के पास रह रहा था. एक और डायरेक्टर की बेटी ने पहले ही उस पर रेप का इल्जाम लगा लिया था और इन शिफ्टों में एक डायरेक्टर और उसकी पत्नी ने उसे बताया था। फिर वो मुझे अपने घर लेकर चले गये। शुरुआत में मेरे साथ बहुत अच्छा व्यवहार करना था। मुझे खाना देते थे, मिल्क शेक देते थे, मुझे जो चीजें पसंद थीं वे मुझे देते थे। लेकिन शूटिंग के दौरान सौमिया से पता चलता है कि मुझे उस प्रोडक्शन से डर लगता था।

सौम्या ने इस साक्षात्कार में यह भी बताया कि वो शुरुआत में निर्देशन के साथ सहज नहीं थीं, उन्होंने कहा था कि ये मेरी पहली मुलाकात में ही कह दिया कि मैं उनके साथ सहज नहीं हूं, हालांकि आह मैं उनके साथ फिल्मों में काम जरूर करना चाहती थी वो कहा जाता है कि पहले आउटडोर शूट के दौरान डायरेक्टर ने मेरी बात ही नहीं की थी, शुरुआत में एग्रीमेंट में लिखा था कि उनकी पत्नी फिल्म का डायरेक्शन कर रही हैं लेकिन असल में डायरेक्शन वो जो पुरुष थे, जो हसबैंड थे वही पूरी फिल्म का डायरेक्शन कर रहे थे, इस जिस तरह से मैं पूरी तरह से उस निर्देशक के नियंत्रण में था, वो मेरे साथ उस तरह का व्यवहार कर रहे थे जैसे कि आम तौर पर पुरुष शांत होकर गुस्सा दिखाते हैं और डरा कर रखते हैं और ऐसा माहौल बना देते हैं कि हम बहुत गंभीर हैं और आप कभी भी नौकरी लगा सकते हैं। मुझे पता है कि उस समय मैं सिर्फ अठारह साल की सौ थी और कॉलेज का वो मेरा पहला साल था।

मैं एक ऐसे कार्टून से आती थी, मेरे पैरेंट्स फिल्मों के बारे में कुछ भी नहीं जानते थे। तमिल फिल्मों में काम करने का ऑफर मुझे कॉलेज की एक थिएटर के माध्यम से आया था और असल में उन दिनों मेरे घर के पास ही एक एक्ट्रेस करती थी रेवती रियान मैं बहुत इंस्पायर थी और यही वजह रही कि मैं फिल्म में अपना स्क्रीन टेस्ट देती हूं के लिए तैयार हो गया. अब हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आप ही जानते हैं कि कई सारी एक्ट्रेस एक के बाद एक लकीर आ रही हैं, ये कहा गया है कि मलयालम इंडस्ट्री में एक तरह से महिला कलाकारों के साथ बहुत कुछ गलत होता है, यौन शोषण होता है जांच के लिए असल में दो हजार उन्नीस में एक सौ जजमेंट हेमा की राष्ट्रपति ने अपनी तीन कमेटी की कमेटी बनाई थी, चार साल बाद उन्नीस अगस्त को अभी यह हेमा कमेटी की रिपोर्ट मिली है, जिसमें वह केरल सरकार को दो टेंटीस स्टूडेंट की एक रिपोर्ट है।

इसमें कई बड़े कलाकारों द्वारा शोषण की गई बातें सामने आई हैं। दोस्तों एह जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मलयालम फिल्म उद्योग में सारी अभिनेत्रियां हैं जो एक के बाद एक निकल कर आ रही हैं और इस तरह की बातें कर रही हैं बहुत सारी आह बहुत सारी ऐसी बातें हैं जिनकी अब सच रूपरेखा सामने आई है आ रहा है और बा कायदे से एक लिस्ट बनाई गई है इस लिस्ट में ये लिखा है कि किस तरीके से जो अलग-अलग डिपार्टमेंट में काम करने वाली महिलाएं होती हैं उनके साथ ये जो वर्चस्व वाले पुरुष निर्देशित या कलाकार होते हैं बहुत ज्यादा आह पकड़ो होता है इंडस्ट्री पर वो एक साथ गलत काम करती है और एक कलाकार अपना पसंदीदा बनाता है और सिर्फ अभिनेत्रियां ही इसमें शामिल नहीं होती है और कई डिपार्टमेंट में काम करने वाली लड़कियां है जो कहती है कि हां हमारा साथ भी ऐसा था और अलग था तरीकों से लोग सामने आ रहे हैं साथ में ये भी कहा गया है कि कभी-कभी ना तो कपड़े पहनने की सही जगह होती है, ना बाथरूम जाने के लिए कुछ डिजाइन किया जाता है, फिर भी बहुत जोर से सजाया जाता है ऐसा कहा जाता है कि आपने अपना मोबाइल रिटेल स्टोर नहीं खोला है,

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नहीं तो आपको ना तो इस इंडस्ट्री में कहीं काम मिलेगा और आपके साथ भी बदनाम हो जाएगा और एक-एक करके नाम सामने आ गया है दोस्तों, मेरे सामने एक बड़ी लिस्ट ये जो बता रही है कि किस तरह से अलग-अलग डिपार्टमेंट में काम करने वाली लड़कियां हैं, बेकार वो मेकअप डिपार्टमेंट में हैं, बेकार वो कॉस्ट्यूम डिपार्टमेंट में हैं, किसी भी डिपार्टमेंट में काम करने वाली लड़कियां हो सकती हैं, उनके साथ तरीके की जबरदस्ती की जाती रही और उन्होंने अपना मुंह बंद कर लिया क्योंकि उन्हें यह कहा गया था कि अगर उन्होंने अपना मुंह खोला जबान काबिल तो शायद आगे काम की तलाश बंद हो जाएगी और उनके बाद क्या होगा उनके बाद ये होगा कि वे घर जाएंगे जैसा कि रिपोर्ट में देखा गया है क्या-क्या सामने आया, मैं आपको बताता हूं कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के कई एक्टर्स, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते हैं, कई मेकर्स रोल देते हैं और महिलाओं से फेवर की मांग करते हैं।

हम हैं इंडस्ट्री में हीरो की ही मॉस्को मॉल है हीरोइन की नहीं चलती है इंडस्ट्री में बड़े कलाकारों का एक माफिया ग्रुप है जो ये तय करता है कि किसे फिल्म इसमें काम करना है और अब सात तरह के तरीकों से महिलाओं के साथ शोषण होता है। काम के बदले महिलाओं से यौन उत्पीड़न पेपर की मांग करना वर्कशॉप पर यौन उत्पीड़न यौन एहसान की बात ना अपमान पर यातना, शौचालय और चेंजिंग रूम जैसी बुनियादी मांगें ना देना, डॉक्यूमेंट्री ताकि वो उस मुद्दे का लाभ उठा सके, सुरक्षा का प्रस्ताव ना रखना जाना , काम करने पर मनमाने तरीके से बैन लगा देना, बैन का गहरा चुप करा देना, पुरुष वर्चस्व और लिंग के आधार पर भेदभाव, अमर्यादित और अश्लील कमेंट्स लगातार पास करना, कॉन्ट्रैक्ट की शर्त पर भी ना होना, सहमति बनी रहना, तय हुई फ़ेस टाइम पर ना देना महिला और पुरुष के फ़ेस में भेदभाव ये तो खैर बॉलीवुड में भी होता है टेक्निकल नौकरियों में महिलाओं को जगह ना देना ऑनलाइन हैरेसमेंट यानी साइबर अटैक अटैक्शन अधिकार को लेकर कानूनी जागरूकता नहीं है और वो एमएस फ़ायदेमंद है और समस्या के चोट के लिए कोई भी समूह समिति नहीं बनाई गई है, इस सूची में तीस श्रेणियों का वर्णन किया गया है, इस रिपोर्ट में विभाग में काम करने वाली महिलाएं प्रभावित हो रही हैं वो अभिनेत्री हैं, नियुक्त हैं,

निर्देशन जूनियर कलाकार हैं, कैमरा वीमेन सहायक संचालक हैं है, कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर है, ग्राफिक डिज़ाइनर है, मेकअप आर्टिस्ट है, स्नेह डिस्ट्रीब्यूटर्स है, सिनेह प्रदर्शक हैं, प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव हैं, फिर भी फोटोग्राफर हैं, डबिंग कलाकार हैं, संपादक हैं, गीतकार हैं, तकनीशियन हैं, संगीत निर्देशक हैं, पटकथा लेखक हैं, पीआर भी हैं, नर्तक, कला निर्देशक, नृत्य कोरियोग्राफर, कोरियोग्राफर, ध्वनि इंजीनियर, स्टूडियो हैं कर्मचारी, उत्पादन विभाग और हेयर स्टाइलिस्ट ऐसे अलग-अलग विभाग हैं जिन्हें नामित किया गया है जिन पर ये असेंबलियां हैं और आपने सोचा था कि ये सब कुछ चल रहा था और किसी को उम्मीद नहीं थी कि सच में कोई नतीजा सामने आएगा। जब ये सच निकल कर सामने आया तो लोग मांग कर रहे हैं कि भारत की जो दूसरी फिल्म इंडस्ट्री है, मलयालम के अलावा वहां भी इस तरह की जांच हो बा कानूनी मजिस्ट्रेट के इंटरव्यू ले लोगों से बात करें जानकारी संबंधी और ये जो मीडिया काम करती है समय-समय पर इस सब को नापसंद करने का आधिकारिक तौर पर अनुमान लगाया जाता है कि सही दिशा में यह पूरा मामला सामने आता है और कई सारे लोग निकल कर सामने आ सकते हैं जो पारंपरिक बाद में अपना दुख दर्द जाहिर कर सकते हैं।

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आप इस बात पर यकीन करेंगे अगर मैं आपसे ये कहूँ कि आज तक बॉलीवुड के इतिहास में जितनी बड़ी बेइज्जती अर्जुन कपूर की हुई है उतनी बड़ी बेइज्जती तो आज तक किसी की नहीं हुई। तो हो सकता है आप ये सोच में पड़ जाएंगे कि फिल्में तो बहुत फ्लॉप होती है बहुत सारे लोग घर बैठ जाते हैं लेकिन आखिर अर्जुन कपूर के साथ ऐसा हुआ क्या है? तो जब आप ये पूरी बात सुनेंगे तो आप भी इस बात से इत्तेफाक रखेंगे कि हाँ वाकई आज तक के इतिहास किसी बॉलीवुड हीरो के साथ ऐसा तो नहीं हुआ। असल में पिछले साल इनकी एक फिल्म आई थी, लेडी किलर।

अजय बहल ने बनाई थी पहली बात तो ये कि जब पिछले साल नवंबर में ये फिल्म रिलीज हुई, तो ये फिल्म आधी अधूरी ही बिना क्लामेक्स के जैसी जितनी बनी थी, रिलीज कर दी गई। जाहिर है, जब बिना प्रमोशन के आधी-अधूरी फिल्म रिलीज़ की जाएगी, तो फिर वो चलेगी कैसे? तो कहा यही गया कि लाख रुपए कमा वो फिल्म जो थी वो उतर गई, लेकिन अब इससे भी बड़ी बेइज्जती हुई है अर्जुन कपूर की असल में आज के टाइम में जब किसी भी स्टार की वैल्यू आप लगाते हैं तो आप देखते हैं कि उसकी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कितना कमाया।

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चलिए बॉक्स ऑफिस पर नहीं कमा पाए तो ओटीटी में कितनी बड़ी डील हुई। लेकिन यहाँ ये हुआ है अर्जुन कपूर के साथ कि उनकी ये फिल्म लेडी किलर जो भूमि पेड्निकर के साथ थी वो पहले तो बिना पूरी बने रिलीज हो गई। फिर वो लाख रुपए उतर गई और अब जानते हैं वो कहां रिलीज हुई है? टी सीरीज के यूट्यूब चैनल पर मुफ्त में अपलोड कर दी गई है मतलब ये अर्जुन कपूर का एक वीडियो है जो भूमि पेंडेकर के साथ बनाया गया था, लोग कहते हैं कि वो फिल्म है लेकिन फिल्म है नहीं क्योंकि उसमें तो पूरी कहानी नहीं है। और उसे बिना पैसे के मुफ्त में जैसे आप अपने घर पे वीडियो बनाते हैं, अपलोड कर देते हैं, ऐसे अपलोड कर दिया गया है। अब आप सोचिए कि अर्जुन कपूर की ब्रांड वैल्यू कहाँ जाएगी?

क्या होता है कि बड़े-बड़े स्टार्स के साथ उनकी एक वैल्यू होती है। कि इसकी इतनी वैल्यू है, उसी हिसाब से ब्रांड्स आते हैं, उसी हिसाब से फिल्मों में पैसा मिलता है। उसी हिसाब से बहुत सारी चीजें तय होती है और इन सारे चीजों को maintain करने के लिए बाकायदा एक पीआर टीम भी होती है। आपने पिछले दिनों देखा होगा कि अचानक से अर्जुन कपूर अह मलाइका से जब अलग होने की खबरें आई तो उसके बाद उन्होंने अपना बर्थडे बहुत सारी लड़कियों के साथ बनाया। तो जानते हैं ये भी एक पीआर excise का हिस्सा था। कि अर्जुन कपूर हॉट लगे हैं, लगे कि लड़कियों में बड़ी डिमांड है उनकी।

लेकिन यही अर्जुन कपूर एक ऐसी फिल्म लेकर बैठे हैं, जो बिना पूरी बने रिलीज हो जाती है। लाख रुपए कमाकर उतर जाती है और ओटीटी तो छोड़ो वो तो यूट्यूब पर मुफ्त में अपलोड हो जाती है। यानी अर्जुन कपूर ने जो भी छह महीने, आठ महीने लगाए होंगे, उस फिल्म में काम करने के उसकी वैल्यू हो गई, जीरो जीरो। इसलिए जीरो क्योंकि ना तो थिएटर में कमाया और जब यूट्यूब पर फ्री में अपलोड हुई है तो आप सोच ही सकते हैं कि वहां कमाई क्या होगी। एक बहुत होती है कि इस फिल्म में भूमि पेडेकर हैं।

मैं भूमि पेडेकर के नाम को लेकर हैरानी के शब्द का इस्तेमाल इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि भूमि पेडनकर ने शुरुआत में बड़ा मीनिंगफुल सिनेमा किया था और ऐसा लगा था कि हाँ वो जो एक ग्लैम पीस वाली जो होती है हीरोइन वैसी नहीं है कुछ अलग करेंगी। लेकिन पिछले कुछ समय से भूमि पेडनकर का कैरियर का ग्राफ भी नीचे की तरफ जा रहा है। और इतना नीचे गया है कि अब उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लाख रूपए कमाकर उतर जाती है और यूट्यूब पर मुफ्त में अपलोड हो जाती है। अब आप सोचिए कि इन सारी चीजों के बीच जो डायरेक्टर हैं अजय बहल उनके भी बयान आते हैं कि भाई हमने तो फिल्म पूरी बनाई नहीं थी, पूरी बने इससे पहले ही रिलीज हो गई।

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अब उसको ओटीटी पे डाल दिया। तो आप सोचिए कि ये कितना बड़ा तमाचा है। और इस वीडियो की शुरुआत में जब मैंने कहा था कि आज तक बॉलीवुड के इतिहास में किसी की इतनी बेइज्जती नहीं हुई होगी। तो आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या आपने किसी हीरो के बारे में ऐसा सुना है कि उसकी फिल्म पूरी बनी ना हो, डायरेक्टर को पूछा न और प्रोड्यूसर फिल्म को रिलीज कर दे आपको मालूम है फिल्म रिलीज करने के लिए भी एक बहुत लंबी-चौड़ी अह एक कहते है ना प्लानिंग लगती है क्योंकि थिएटर्स इतनी आसानी से मिलते नहीं है थिएटर वाले भी फिल्म देखकर मौका देते हैं अब आप सोचिए कि अर्जुन कपूर की जब अगली कोई फिल्म आएगी शायद वो नो एंट्री के सीक्वल में है या सिंघम के सीक्वल में या जहाँ भी काम कर रहे हैं तो लोग यही कहेंगे ना कि अरे पिछली फिल्म तो ये आई थी इसमें क्या तो कितना बड़ा अर्जुन कपूर की ब्रांड value को झटका लगा है।

लेकिन at the same time एक बात और भी आपको समझनी पड़ेगी कि इतना बड़ा गुफ अप होने के बाद भी क्योंकि अर्जुन कपूर star kid हैं। क्योंकि अर्जुन कपूर के पप्पा प्रोडूसर हैं इसलिए उन्हें दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे मौके मिलते रहेंगे लेकिन आप सोचिए कि इसको कहते हैं अपनी पोजीशन को abuse करना और इस बात को तो आप भी अच्छी तरह से मानेंगे कि अगर बोनी कपूर के बेटे ना होते अर्जुन कपूर तो इतने सारे मौके उन्हें नहीं मिलते स्टार किड्स को बहुत मौके मिलते हैं ना जाने कितने एक्टर्स बॉम्बे में इस समय घूम रहे हैं जो एक्टर बनना चाहते हैं एक्टिंग अच्छी कर लेते हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिलता लेकिन ऐसे लोगों को मौका मिलता है और इनकी जो इमेज बिगड़ी है इसे सुधारने के लिए भी एक बहुत बड़ी पीआर मशीनरी हायर की जाएगी और फिर से इसे build up किया जाएगा लेकिन अर्जुन कपूर के नाम ये रिकॉर्ड दर्ज हो चूका है कि बॉलीवुड के अगर किसी hero की सबसे ज्यादा बेइज्जती हुई तो वो अर्जुन कपूर हैं, जिसकी फिल्म बिना पूरी बने रिलीज कर दी जाए। उसके बाद लाख रुपए कमाकर उतर जाए उसके बाद यूट्यूब पर वो एक घर के वीडियो की तरह अपलोड हो जाए कि जिसको कहीं नहीं कोई पूछता तो चलो अपना यूट्यूब तो है ही यानी अर्जुन कपूर की स्टार value क्या है ये आपको इससे पता लग ही जाएगा।

अब अर्जुन कपूर की स्टार value बढ़ाने के बनाने के लिए पापा बोनी कपूर काम करेंगे? कोशिश करेंगे कि इसी तरह अर्जुन कपूर की जो ब्रांड वैल्यू है वो बढ़ जाए। लेकिन क्या हर किसी को ऐसा नसीब होता है। तो जवाब है नहीं। दोस्तों यही वो बात है बॉलीवुड के बारे में जो मैं अक्सर आप लोगों के बीच आकर उठाता हूँ, आपके बीच अपनी बात रखता हूँ और मैं चाहता हूँ कि इस पर आप खुलकर बात करें। क्योंकि आप सोचिए कि किस तरीके से ये पैसे को बर्बाद किया जाता है, लोगों का दर्शकों का फायदा उठाया जाता है और ये लोग मानकर चलते हैं कि हम जो भी बनाएंगे, जैसा भी बनाएंगे को देखना पड़ेगा। क्योंकि हमने बना दिया है।

आप सोचिए कि ये कितनी बड़ी हिमाकत है कि आप एक फिल्म को पूरी तरह से ना बनाएं, उसको आधा अधूरा रिलीज कर दें, ये मानते हुए कि दर्शकों में तो अक्ल ही नहीं है। वो तो ये भी देखेंगे और सोचिए जब उन्होंने सिनेमा हॉल में ये फिल्म लगाई, तो उसके टिकट भी बेचे। यानी लोगों से पैसा वसूला, अपने आधे अधूरे अधकचरे उस फिल्म नुमा वीडियो को दिखाने के लिए, मैं फिल्म बार-बार इसलिए नहीं कह रहा हूँ, क्योंकि वो फिल्म है ही नहीं, जब वो पूरी नहीं है, तो फिल्म कैसे होगी? फिर तो वो एक वीडियो का टुकड़ा है। तो क्या सोचते हैं, जब हमारे देश की जनता को इस तरीके से forgranted लिया जाता है।

जो लोग इस लायक नहीं हैं उन्हें बार-बार launch किया जाता है और एक बाकायदा पूरी की पूरी पीआर मशीनरी उनके पीछे खड़ी हो जाती है उनको सपोर्ट करने के लिए। मैं आप लोगों के विचार और राय जानना चाहता हूँ खुलकर इस वीडियो के नीचे लिखिए और बताइए क्योंकि जब बॉलीवुड अपनी छाती ठोककर ये कहता है कि हम दुनिया भर में भारत की पहचान है तो क्या ये दुनिया भर में भारत की पहचान आपको ऐसी जहाँ पे बिना बनी फिल्म रिलीज हो जाती हो। वो भी बेवजह। आप सोचिए कि इंटरनेशनल सिनेमा जिसकी पूरी दुनिया में बात होती है, उसके बीच में क्या आप ऐसी फिल्मों को रख सकते हैं।

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तीन साल बाद भी अनसुलझा है सिद्धार्थ की मौत का सच | The truth of Siddharth’s death remains unresolved even after three years

2 सितंबर 2021 का दिन और सिद्धार्थ शुक्ला के फोन पर कुछ ऐसे मैसेजेस आ रहे थे कि सिद्धार्थ क्या तुम ठीक हो लेकिन दूसरी तरफ से कोई रिप्लाई नहीं आ रहा था। असल में जब भी लोगों को इस तरह के किसी देहांत की खबर मिलती है तो लोगों को यकीन नहीं होता कि इतना young age में कोई कैसे जा सकता है और इस दिन भी यही हुआ था जो भी सुन रहा था उसे यकीन नहीं हो रहा था इसलिए सबसे पहले लोग सिद्धार्थ शुक्ला को व्हाट्सएप्प पर मैसेज करके सच जानने की कोशिश कर रहे थे। एक वरिष्ठ सिद्धार्थ शुक्ला को याद करते हुए अपने लेख में लिखते हैं कि सिद्धार्थ से उनकी जान पहचान दो हजार बारह से हुई थी उन दिनों सिद्धार्थ जो थे वो बालिका वधु सीरियल में काम कर रहे थे और उनका काम खूब पसंद आ रहा था।

कुछ अखबारों में ये भी लिखा गया कि सिद्धार्थ शुक्ला जो है वो दूसरे टेलीविज़न एक्टर्स की तरह जल्दी से जल्दी फिल्मों में काम करना चाहते थे। फिर उन्हें मौका मिला करण जौहर की फिल्म हमटी शर्मा की दुल्हनिया में काम करने का इससे उनका बड़े पर्दे पर डबी हुआ लेकिन उस फिल्म से उन्हें कोई खास फायदा नहीं मिला। सिद्धार्थ असल में बनना चाहते थे लेकिन उस फिल्म में उन्हें सपोर्टिंग रोल मिला था। सिद्धार्थ ने वो रोल निभाया तो था लेकिन उससे खुश नहीं थे इसीलिए उन्होंने उसके बाद किसी और फिल्म में काम ना करने का फैसला किया। इसके अलावा उन्होंने कजाक नाम की फिल्म में काम किया था जिसका नाम था बिजनेस एंड कजाकिस्तान। इसके बाद फिक्शन से सिद्धार्थ ने रियलिटी शोज का रुख किया।

स्त्री 2, 20 दिन , शनिवारम 6 दिन , द गोडएडवांस बॉक्स ऑफिस कलेशन

वो दिखाई दिए झलक दिखलाया सीजन सिक्स में खतरों के खिलाड़ी में सावधान इंडिया और इंडियाज गॉड टैलेंट में भी वो दिखाई दिए। दिल से दिल तक नाम का एक टीवी शो भी उन्होंने कुछ दिनों तक किया लेकिन उनकी जिंदगी में उस वक्त बड़ा बदलाव आया जब वो बिग बॉस के सीजन thirteen में enter हो गए और ना सिर्फ enter हुए बल्कि वो इस शो के winner बन गए। और फिर उनकी चर्चा हर तरफ होने लगी। और वो लोग भी सिद्धार्थ को पहचानने लगे जिन्होंने पहले कभी उनका नाम नहीं सुना था या उनका काम इतना देखा नहीं था। बिग बॉस जितने के बाद एक इंटरव्यू में सिद्धार्थ ने कहा था, पहले उन किरदारों के नाम से पुकारते थे जो उन्होंने टीवी shows में निभाए थे।

कलेक्टर साहब कहा जाता था उन्हें बालिका वधु के लेकिन बिग बॉस जीतने के बाद उन्हें लगा कि लोग अब उन्हें उनके असली नाम से पुकार रहे हैं और ये बात सिद्धार्थ को अच्छी लग रही थी सिद्धार्थ बिग बॉस से मिली सफलता और प्रसिद्धि का खूब आनंद उठाते वो बहुत आगे जाते लेकिन उससे पहले ही दुनिया भर में कोविड फैल गया, लॉकडाउन लग गया, भारत में भी सब अपने घरों में कैद हो गए। और सब कुछ जैसे रुक सा गया सिद्धार्थ का कैरियर प्लान भी एक तरह से रुक गया और एक आखरी इंटरव्यू में सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा था कि हम इस वक्त एक अलार्मिंग situation में है जब तक इस वायरल का एंटी डॉट नहीं बन जाता तब तक मुसीबत बनी रहेगी हम इस समय पॉज की स्थिति में है मेरा कैरियर भी पॉज की स्थिति में है लेकिन उससे बड़ी प्रॉब्लम फिलहाल ये है कि ये जो वायरस है फिलहाल मैं अपने घर पर रोजाना cardio exercise करता हूँ और एक disciplined लाइफ जी रहा हूँ

बिग बॉस जितने के बाद उनके पास काफी सारे काम के ऑफर आए थे लेकिन क्योंकि पेन्डेमिक चल रहा था इसलिए सारे के सारे काम होल्ड पर चले गए थे और सिद्धार्थ के बारे में कहा जाता है कि वो अपनी बॉडी को लेकर बहुत सचेत थे और बहुत नियम से अपने अह पालन किया करते थे, क्या खाना है क्या नहीं खाना है, हमेशा नींद लिया करते थे, जितनी चाहिए डाइट लिया करते थे, रेगुलर exercise करते थे, उनका बिल्ड अप बॉडी बिल्ड अप काफी अच्छा था उनके व्हाट्सएप डीपी पर एक कोट लिखा हुआ था।

मुझे याद है इसमें था you may know me but you have no idea who I am सिद्धार्थ को इस दुनिया से गए आज तीन साल हो चुके हैं दो सितंबर दो हजार इक्कीस के दिन हार्ट attack की वजह से सिद्धार्थ शुक्ला इस दुनिया को छोड़कर चले गए और आज सिद्धार्थ शुक्ला के दुनिया भर में चाहने वाले हैं। जो उन्हें याद करते हैं। सिद्धार्थ की माँ है रीता शुक्ला वो पहले भी spiritual थी और उनके जाने के बाद और भी spiritual हो गई और दोस्तों आज भी बहुत से लोग ये मानते हैं कि उनके जाने के पीछे कोई राज था, कोई वजह थी जो सामने नहीं आई।

क्योंकि एक बात ये भी कही जाती है कि जो शख्स अपनी सेहत का, अपने बॉडी का, अपने फिजिक का इतना ध्यान रखता हो, वो अचानक इतनी जल्दी कैसे जा सकता है, कुछ लोगों ने ये भी कहा कि वो कुछ सप्लीमेंट्स लिया करते थे जिसकी वजह से बॉडी react कर गई खैर वजह चाहे जो भी रही हो लेकिन इतना जरूर है कि एक बहुत दिल से हँसता-मुस्कुराता शख्स हमारे बीच से चला गया दोस्तों जहाँ मुंबई में मैं इस वक्त रहता हूँ पीछे एक back road है वहाँ पर एक पार्क है और मैंने खुद वहां सिद्धार्थ को सुबह के वक्त jogging करते कई बार देखा बड़ा हंसमुख चेहरा और हर वक्त उनके चेहरे में एक ऐसा भाव होता था कि हाँ वो जो अचीव करने आए थे वो उसे पाकर रहेंगे।

एक जो विजेता एक जो जीतने वाले एक विनर के चेहरे पर जो भाव होता है वो हमेशा दिखाई देता था सिद्धार्थ शुक्ला के चेहरे पर मुझे याद है कि मुझे भी जब पहली बार ये खबर पता चली तो मुझे लगा कि शायद कोई typing mistake है। कुछ और लिखा जो मैं कुछ और पढ़ रहा हूँ लेकिन जब confirm किया और सच सामने आया तो वाकई बहुत दुख भरा एहसास था शहनाज के दिल पे जो बीती जो उनके साथ रह रही थी उनकी गर्लफ्रेंड उसके बाद शहनाज ने भी खुद को संभाला एक नई तरीके से career को नया आयाम उन्होंने दिया दोस्तों जिंदगी के बारे में हमेशा कहा जाता है कि जिंदगी रुकती नहीं है।

जिंदगी हमेशा चलती है। हमारे साथ के बहुत से लोग छूट जाते हैं, उनकी यादें रह जाती हैं, हम उन्हें याद करके कई बार आंसू भी बहाते हैं, कई बार उनकी यादों में मुस्कुराते हैं, उनसे जो बातें उनसे जो सीखा था, उनके बारे में जो जाना था। उनके साथ जैसी जिंदगी थी। अक्सर जिंदगी फिर वैसी नहीं होती। लेकिन जिंदगी की एक खासियत ये है कि ये रुकती नहीं है। ये हमेशा चलती है। यहाँ ना जाने कितने आए और कितने चले गए।

सलमान खान 3.0 ओ के लिए शायद भारतीय सिनेमा का रेडी नहीं है

Young age में कोई जाता है, तो हमेशा दुःख रहती है, दुःख रहता है, एक टीस रहती है। एक दर्द सा रहता है कि काश वो होता। कुछ और वक्त बिताता। ना जाने कितने सपने पूरे करता। ना जाने कितनों के लिए मिसाल बनता और फिर ना जाने कितनी रचनात्मकता हम देखते हैं, कितनी creativity हम देखते हैं उसके आस-पास क्योंकि बात चाहे सिद्धार्थ की हो, बादशाह सुशांत की हो, जो भीरोज होते हैं ना जो हमारे हीरो होते हैं, मैं फ़िल्मी हीरो या मैं टीवी के हीरो की बात नहीं कर रहा हूँ, मैं उन हीरोज की बात कर रहा हूँ जो बिलकुल middle class घरों से आते हैं और उसके बाद वो पूरी दुनिया पर छा जाते हैं और एक ऐसी अमिट छाप छोड़कर जाते हैं जो न जाने कितनों के लिए एक नई सुबह की तरह प्रेरणा देती रहती है और बहुत सारे ऐसे लोग जो उनके को देखकर, उनकी journey को देखकर, उनके साथ जो जीवन में हुआ उसे देखकर फिर आगे बढ़ते हैं और बहुत कुछ ऐसा करते हैं। आप नहीं जानते कि कितने सारे लोग हैं जो सिद्धार्थ शुक्ला से inspired हैं, कितने सारे लोग हैं जो सुशांत से inspired हैं और ना जाने कितने ही ऐसे लोग हैं, जो young age में जो achievers चले जाते हैं।

उनकी journey से खुद को inspired करना चाहते हैं। दोस्तों जैसा मैंने कहा कि ये जिंदगी रुकती नहीं किसी के लिए, लेकिन जिंदगी हमें बहुत कुछ जाती है, सिखा कर जाती है और अक्सर किसी का चला जाना खासकर जो अचीवर हो, जिसने कुछ पाया हो, जिसने अपनी मेहनत से अपना नाम बनाया हो, जो अपने खून, पसीने से अपनी जगह, अपनी किस्मत लिख रहा हो और उसके बाद वो अगर अचानक चला जाए तो आसपास के लोगों के लिए खालीपन तो रह जाता है। एक शून्य सा तो रह जाता है और जब भी वो चेहरे हमारी आँखों के सामने उभरते हैं तो हम थोड़ी देर के लिए तो उदास हो जाते हैं। और मैं जानता हूँ कि सिद्धार्थ के जितने भी वाले हैं, वो आज उनके बारे में सोचकर उदास हो रहे होंगे।

मुझे भी वो दिन याद आ गया जब मैंने पहली बार सुना था दो सितंबर दो हजार इक्कीस को कि सिद्धार्थ नहीं रहे और मुझे यकीन नहीं हुआ था। हम यही चाहते हैं कि सिद्धार्थ जहाँ भी हैं ईश्वर उन्हें खुश रखे, उनकी आत्मा को शांति दे, उनके परिवार के जो अपने लोग हैं, उनके चाहने वाले हैं, उनको इतना संभल दे कि वो उनके बिना आगे की जिंदगी का ये जो सफर है, लंबा सफर इसे तय कर सकें और सिद्धार्थ के बारे में इतना ही कहना कि सिद्धार्थ जैसे लोग हमारी जिंदगी को महकाने आते हैं। वो आज भी महका रहे हैं, आने वाले दिनों में भी महकाते रहेंगे। हमारे लिए उनकी यादें हैं। और वो एक ऐसी मिसाल की तरह हैं, जो आने वाले कई सदियों तक, कई पीढ़ियों तक लोगों को दी जाती रहेंगी.

रितिक रोशन के घर किराये पर रहेंगी श्रद्धा कपूर

स्त्री 2, 20 दिन , शनिवारम 6 दिन , द गोडएडवांस बॉक्स ऑफिस कलेशन | Stree 2, 20 Days, Shanivaram 6 Days, The God Advance Box Office Collection

इंडियन बॉक्स ऑफिस पर इस हफ्ते रिलीज होने वाली सुपर स्टार थेलेप्रथी विजय की मच एविटेड फिल्म द गोड की एडवांस बुकिंग ने एक और हिस्टोरिकल फिट अचीव कर लिया है और ये फिल्म दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर वन द बिगेस्ट एडवांस लेने वाली फिल्म बन चुकी है. लेकिन इस फिल्म के सामने है. फिल्म स्त्री 2 जो कि आज अपने बीस दिन पूरे कर चुकी है और इन बीस दिनों के बाद भी इस फिल्म के जो कलेक्शन्स है वो इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर हिस्टोरिकल आ रहे है. साथ ही साथ बात करने वाले है हम यहाँ पर फिल्म शनिवारम के आज यानी कि अपने छह दिनों के बॉक्स ऑफिस collections के बारे में और जानेंगे कि इन तीनों ही फिल्मों में कि इस फिल्म को ऑडियंस की तरफ से ज्यादा पसंद किया गया.

चलिए शुरुआत करते हैं सबसे पहले हम लोग यहाँ पर बात कर लेते हैं नेचुरल स्टार नानी की फिल्म शनिवारम के बॉक्स ऑफिस collections के बारे में जो कि हिंदी में Saturday के नाम से release की गई थी और इस फिल्म को हिंदी में भी जबरदस्त response मिलता हुआ नजर आया. विवेक अत्रिया के डायरेक्शन में बनने वाली इस एक्शन क्राइम थ्रेलर फिल्म को इंडियन बॉक्स ऑफिस पर अपने पहले दिन तो हिस्टोरिकल ओपनिंग मिली और ये फिल्म नानी के कैरियर की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग बनी.

साथ ही साथ ऑडियंस की तरफ से मिल रहे काफी अच्छे रिव्यूज और क्रिटिक्स की तरफ से मिली हुई रेटिंग्स की वजह से इस फिल्म ने अपने पहले ही दिन दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर पच्चीस करोड़ रुपए की शानदार ओपनिंग जो कि इस साल तेलगु सिनेमा one of the biggest opening है लेकिन अगर बात की जाए यहाँ पर इस फिल्म के second, third और fourth डे के box office collections के बारे में तो बताते चले आपको कि अपने दूसरे दिन भी इस फिल्म ने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर सोलह करोड़ रूपए कमाए थे तो वहीं अपने तीसरे दिन भी ये फिल्म बीस करोड़ रूपए के आंकड़े को टच करने में कामयाब रही थी।

स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 18 दिन 

चार दिनों में इस फिल्म के collections दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर सतहत्तर करोड़ रूपए के आंकड़े को छू चुके थे लेकिन अगर बात की जाए इस फिल्म के पांचवे और छठे दिन के बॉक्स ऑफिस collections की तो बताते चले आपको कि कल इस फिल्म ने अपने पांचवे दिन भी इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर काफी strong hold किया है और इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर जहाँ ये फिल्म साढ़े चार करोड़ रूपए के आंकड़े को टच करने में कामयाब रही है तो वहीं दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म के collections साढ़े सात करोड़ रूपए के आंकड़े को छूने में कामयाब रही है

ये फिल्म चौरासी करोड़ रूपए से ज्यादा की कमाई दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर अपने शुरुआती पाँच दिनों में कर चुकी है लेकिन अगर बात की जाए इस फिल्म के आज यानी कि अपने छठे दिन की तो कल की ही तरह आज भी इस फिल्म के में काफी अच्छा ट्रेंड देखने को मिल रहा है। नेचुरल स्टार नानी की एक्टिंग एसजे सूर्या की परफॉर्मेंस और फिल्म की कहानी ऑडियंस के दिलों में जगह बनाने में कामयाब रही है और नानी इकलौते ऐसे एक्टर है जिनकी लास्ट दस फिल्मों ने ऑडियंस के दिलों में जगह बनाई है।

यही वजह है कि ये फिल्म आज भी इंडियन बॉक्स ऑफिस पर जहाँ चार करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई कर रही है तो वहीं दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म सात करोड़ रुपए तक की कमाई कर रही है। इन सात करोड़ के साथ ही ये फिल्म इन करोड रुपए की कमाई दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर कर चुकी होगी और इस वीक के खत्म होते ही ये फिल्म नानी के लिए एक और सौ करोड़ी फिल्म बन जाएगी वहीं अगर बात की जाए इस फिल्म के लाइफ टाइम की तो ये फिल्म डेढ़ सौ से एक सौ अस्सी करोड़ रुपए के बीच की लाइफ टाइम कलेक्शन करने वाली है लेकिन अगर बात की जाए यहाँ पर फिल्म द गॉड की एडवांस बुकिंग और इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस प्रोडक्शन के बारे में तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वेंकट प्रभु के डायरेक्शन में बनने वाली द गॉड इंडियन सिनेमा के सुपर स्टार थेरेपी के विजय के upcoming फिल्म है जिसके लीड में आपको विजय के अलावा और भी कई सारे बेहतरीन एक्ट्रेस नजर आने वाले हैं।

लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए के भारी भरकम बजट से बनाई जा रही इस फिल्म में आपको शानदार एक्शन देखने को मिलने वाला है। थैलापेथी विजय के ड्यूल रोल देखने को मिलने वाले हैं। तो वहीं फिल्म की कहानी एक्शन क्राइम पर होने वाली है। यही वजह है कि द गोट को लेकर ऑडियंस के बीच में अच्छी खासी हाइफ है और विजय की फैन फॉलोइंग तो आप सभी जानते हैं कि उनकी फैन फॉलोिंग काफी तगड़ी है। यही कि ये फिल्म इंडियन बॉक्स ऑफिस पर अपने पहले दिन के लिए तो जहाँ इक्कीस करोड़ रूपए से ज्यादा की एडवांस परसों तक ले चुकी थी लेकिन अब इस फिल्म की जो एडवांस है वो अपने पहले दिन के लिए अड़तीस करोड़ रूपए के आंकड़ों को पार कर चुकी है सेकंड और थर्ड डे दोनों को मिलाकर इस फिल्म की जो एडवांस है वो साठ करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर चुकी है और इसी के साथ विजय इस साल one of the biggest advance लेने वाले सुपरस्टार बन चुके हैं।

जी हाँ the greatest of all टाइम की जो टोटल वो अपने पहले तीन दिनों के वीकेंड के लिए साठ करोड रुपए के आंकड़े को पार कर चुकी है जिसमें इस फिल्म की एडवांस अपने पहले ही दिन के लिए अड़तीस से चालीस करोड़ रुपए के आंकड़े को टच कर चुकी है में विजय की काफी अच्छी फैन फोल्लोविंग है और में इस साल की सबसे बड़ी ओपनिंग भी विजय की फिल्म द गोट को मिलने वाली है वहीं इडियन बॉक्स ऑफिस पर भी इस फिल्म को हिस्टोरिकल सत्तर से अस्सी करोड़ रुपए की ओपनिंग मिलने वाली है ये फिल्म दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर लगभग एक सौ एक सौ तीस करोड़ रुपए की opening लेकर तामिल सिन्हा की दूसरी सबसे बड़ी opener बनेगी बताते चलें आपको कि थैलेप्रथी विजय की ही लास्ट फिल्म लियो ने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर एक सौ छियालीस करोड़ रुपए की ओपनिंग ली थी और अब उम्मीदें है कि द गॉड भी दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर इसी तरह का तहलका मचाएगी.

हालांकि हिंदी में भी इस फिल्म को अपने पहले दिन पाँच से छह करोड़ रुपए की ओपनिंग मिल सकती है और अगर ऑडियंस की तरफ से इस फिल्म को अच्छे रिवीस मिले तो हिंदी में भी ये फिल्म लियो की तरह ही सुपरहिट हो जाएगी लेकिन अगर बात यहाँ पर film Stree two के box office collections के बारे में तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि Stree two एक horror comedy film है जिसके lead में आपको beautiful श्रद्धा कपूर राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी नजर आने वाले थे तो वहीं इस फिल्म का direction किया है अमर कौशिक ने अपने पहले ही दिन से historical कमाई कर रही Stree 2 का collection दिन पे दिन बढ़ता जा रहा है.

स्त्री २ को पीछे छोड़ने वाली मूवी तुम्बाड होगी री रिलीज | Tumbbad movie which left Stree 2 behind will be re-released

और इस फिल्म में जहाँ अपने पहले weekend में दो सौ चार करोड़ रुपए कमाए थे अपने दूसरे weekend में पंचानवे करोड़ रुपए कमाए थे तो वहीं तीसरे वीकेंड में इस फिल्म के collections अड़तालीस करोड़ रूपए के आंकड़े को टच करने में कामयाब रहे हैं यानी कि इस फिल्म के collections में बिल्कुल भी downful नहीं देखने को मिल रहा है ये फिल्म अपने हर वीकेंड के साथ fifty percent से कम की ही ड्रॉप ले रही है और इसी के साथ ये फिल्म इंडियन सिनेमा की one of the biggest ग्रोसर बन चुकी है पहले हफ्ते इस फिल्म का जो collection था वो तीन सौ आठ करोड़ रुपए का था दूसरे हफ्ते इस फिल्म ने एक सौ छियालीस करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी तो वहीं अपने तीसरे हफ्ते फिल्म अभी तक अड़तालीस करोड़ रुपए की कमाई तीन दिनों के विकरण में कर चुकी थी कल विकेटेस के शुरू होते ही इस फिल्म ने एक बार फिर से हिस्टोरिकल होल्ड किया है और इस फिल्म के collections छह करोड़ अस्सी लाख रुपए के अपने उन्नीसवें दिन भी रहे हैं इन छह करोड़ अस्सी लाख के साथ ही ये फिल्म पाँच सौ नौ करोड़ रुपए की कमाई इंडियन नेटबॉक्स ऑफिस पर कर चुकी है और आज यानी कि अपने बीसवें दिन के collections के साथ ही ये फिल्म बाहुबली टू और पठान के records को break कर रही है.

आप सभी बताते चले कि आज भी इस फिल्म की जो एडवांस है वो नब्बे लाख से ज्यादा की है मॉर्निंग से ही ये फिल्म आज अपने बीसवें दिन भी बारह से अठारह परसेंट की occupancy लेकर open हुई है आज भी और फॅमिली वाले इस फिल्म को देखने आ रहे हैं यही वजह है कि ये फिल्म आज अपने बीसवें दिन भी इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर लगभग छह करोड़ तीस लाख रुपए तक की कमाई कर रही है इन छह करोड़ तीस लाख के साथ ही ये फिल्म पाँच सौ पंद्रह करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर कर चुकी होगी दुनिया बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म आज सात सौ पैंतालीस करोड़ रुपए कमा चुकी होगी।

इस फिल्म को जिस तरह का शानदार response इंडिया में मिल रहा है उतना ही अच्छा response दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर भी मिला और इस साल बॉलीवुड के लिए सबसे ज्यादा कमाई करने वाले का रिकॉर्ड यहाँ पर इस three two के नाम हो चुका है जिसने कि ओवरसेज मार्केट से भी लगभग एक सौ तीस करोड़ रूपए से ज्यादा की कमाई कर ली है इसी वजह से ये फिल्म दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर हिस्टोरिकल ट्रेंड कर रही है और जल्द ही आठ सौ करोड़ रुपए के क्लब में शामिल हो और जवान, पठान और गदर टू के रिपोर्ट्स को ब्रेक कर देगी.

सलमान खान 3.0 ओ के लिए शायद भारतीय सिनेमा का रेडी नहीं है | Maybe Indian cinema is not ready for Salman Khan 3.0.

सलमान खान 3.0 ओ के लिए शायद भारतीय सिनेमा का रेडी नहीं है | Maybe Indian cinema is not ready for Salman Khan 3.0.

2024 लगभग खत्म हो चुका है बॉस और कमाल की बात, जानें सबसे बड़ी बात उन एक्टर्स की हो रही है दो हजार चौबीस में से एक भी फिल्म रिलीज नहीं हुई। कैसे? जब नाम सलमान खान हो तो कुछ भी संभव है बॉलीवुड के ओजी फादर ऑफ मॉर्स दो हजार चौबीस में सिर्फ दो हजार क्लासिक्स में इंटर हुए हैं उनका कमबैक थ्री पॉइंट ओ पहले से ही लोड हो रहा है सर।

अलेक्जेंडर के बारे में तो आप सभी जानते हैं कि फिल्म की शूटिंग फास्ट फोड में चल रही है पैंतालीस दिनों का आदर्श शूट चालू है बिना किसी रिलीज के सलमान खान के बैक टू बैक क्लाइमेक्स शूट के लिए दस हजार की शूटिंग भी अंडर वॉटर सीक्वेंस पर सेट की गई है कभी ट्राई नहीं किया और एक उड़ते प्लेन के अंदर दे दनादन एक्शन अलेक्जेंडर से बॉलीवुड नहीं पूरे भारतीय सिनेमा को मास्क की नई परिभाषा में शामिल करने वाली फिल्म बन सकती है गजनी याद है बस उसका बाप आ रहा है।

लेकिन ये इशारा की गलती मत करिएगा कि सलमान खान सिर्फ अलेक्जेंडर पर रुकेंगे। वो क्या डायलॉग था टाइगर घायल हो गया तो क्या शिकार करना कभी नहीं भूलता। तो बॉस दो हज़ार क्लासिक्स में अलेक्जेंडर तो दो हज़ार छब्बीस की रचनाएँ भी पहले ही शुरू हो चुकी हैं। सलमान खान 3.0 ओ के लिए शायद भारतीय सिनेमा का ऑफिस नॉट रेडी है बॉस। एटली नाम तो सुना ही होगा, शाहरुख खान के बर्तन वाले कमबैक को भी शर्म कर दे। ऐसी फिल्म युवा बनाने का घमंड है बंदे के अंदर। शाहरुख खान का ऐसा मास प्रेजेंटेशन बॉलीवुड के किसी भी डायरेक्टर के दिमाग में भी नहीं आया।

स्त्री २ को पीछे छोड़ने वाली मूवी तुम्बाड होगी री रिलीज

जिस तरह एटली ने अपने स्टारडम का इस्तेमाल करके अलग कर दिया। दस करोड़ ऐसे एक्टर्स के साथ जो किंग ऑफ रोमांस माने जाते हैं। तो सोचो उसके साथ एटली क्या करेंगे, जिसे एक्शन सिनेमा का पापा माना जाता है। हां जी सही सुना सलमान खान इन एट टुली डायरेक्शन हंड्रेड परसेंट कंफर्म है, बस कुछ दिन में एक छोटे सा अनाउंसमेंट की तैयारी होगी। फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर रिलीज करने की इतनी जल्दी है कि एटली इसी साल अक्टूबर में फिल्म का प्री प्रोडक्शन शुरू कर देंगी और अगले साल जनवरी में दो हजार क्लासिक्स में शूटिंग शुरू होगी। वैसे इनसाइड की खबर ये है कि जो फिल्म एटली ने एसआरके वर्सेज थालापति विक्ट्री के साथ की थी, वो विजय साहब के जल्दी रिटायरमेंट के फैसले के कारण कैंसिल करना पड़ा। सामने आई इस फिल्म में अब एटली का एक नया वर्जन सलमान खान के साथ होगा, अब उनका शाहरुख खान तो केस स्पाई यूनिवर्स की कॉपी बन जाएगा।

बाकी एटली जानते हैं प्रॉपर पैन इंडिया फिल्म माने नॉर्थ पर्सन साउथ और इसी फॉर्मूले को क्रैक करने के लिए बंदे ने चीट कोड एक्टर्स को ढूंढा है भारत के लीजेंड कमल हसन फादर ऑफ इंडिया की सबसे बड़ी गैंगस्टर फ्रेंचाइजी लोकेश सिनेमैटिक यूनिवर्स को अपनी फिंगर पे कंट्रोल करने का घमंड है. और यहां पे जो शब्द इस्तेमाल किया गया है वो है ऑफिशियल मोटली में वो है पैरेलल लीड माने ये मत लोड हो रहा है कि कमल सर सिर्फ कैमियो करेंगे ना-ना उनके बराबर लीड रोल होगा।

तो हां सलमान खान वर्सेज कमल हसन एक सौ एक प्रतिशत लोड हो रहा है सर फिल्म दो हजार छब्बीस रिलीज के लिए जा रही है जो एटली के इतिहास की सबसे बड़ी फिल्म होगी। वैसे मुझे लगता है कि यह फिल्म एक देसी वर्जन वाली है जो हॉलीवुड का मेगा प्रोजेक्ट सुपरमैन वर्सेज बैटमैन के रूप में माने दो हीरोज़ एक दूसरे के जेन दुश्मन हैं लेकिन क्लाइमेक्स में कुछ ऐसा रिवील होगा जब ये दोनों इन दोनों में बैटल माफ करके किसी तीसरे मेगा विलेन से कंपलीट करेंगे जाएंगे और थिएटर्स को स्टेडियम में बदल देंगे। मेरे दिमाग में कैसा बताया गया तो सबसे बड़ा सवाल ये आ रहा है कि जब हीरोज़ ऐसे होंगे तो मैं विलन बनूंगी?

बाप रे बाप किसको अप्रोच करेंगे एटली फ़ॉर अंडरग्राउंड रोल। अच्छा एक ये भी है कि एटली अपना खुद का एक यूनिवर्स बना सकते हैं जैसे लोकेश कनकराज पहले ही बना चुके हैं तमिल सिनेमा के अंदर बस इतना ही रहेगा कि एटली मास यूनिवर्स में सिर्फ साउथ नहीं नॉर्थ के एक्टर्स को भी बड़े पैमाने पर पेश किया जाएगा युवा वर्जन सलमान बनाम कमल बूम बूम अब जब तीन बड़े नाम पहले से ही फिल्म में शामिल हैं तो समझ लीजिए आप पानी की तरह की पेशकश वाले हैं माने सलमान खान के करियर की सबसे ज्यादा बजट वाली फिल्म नो भी नंबर रिलीज होगी लेकिन मिनिमम पांच सौ करोड़ से सात करोड़ के बीच में कहीं भी निवेश कर सकते हैं और इस मल्टी स्टार प्रोजेक्ट पे और सलमान खान के रूप में थ्री पॉइंट ओ का इंटरेक्शन हुआ है, दो हजार करोड़ रुपये में कमल हसन सर और एटली का युवा के बाद सुपर मंथली डायरेक्शन पावर है।

पांच सौ करोड़ की पहली फिल्म सिर्फ तीन दिन में होगी ये छोटी सी चीज, क्योंकि ऐसा हो सकता है कि साउथ साउथ के दोनों ऑडियंस किसी भी फिल्म को अपना बना लें। सोचो युवा का भारत से जो छह सौ चालीस करोड़ आया उसमें पांच सौ अस्सी हिंदी का था जबकि केवल सात करोड़ अन्य भाषाओं में योगदान दिया। अब यही अगर पांच सौ पांच सौ के अंदर हिंदी में दक्षिण दक्षिण दोनों से आ है तो सिर्फ भारत के हजार करोड़ संभव होंगे और दुनिया भर में गिनती कैलकुलेटर फेल हो जाएगा। अच्छा वैसे ही एक चीज गलत दी मैंने सलमान खान को दो हजार चौबीस में भी बड़ी स्क्रीन पर बोल दिया क्योंकि कम से कम उनकी एक और फिल्म का पार्ट तो बन गया।

वरुण का मास कमबैक बेबी जोन जो दिसंबर में थिएटर्स में आएगा वो अपने साथ एक और बड़ा टेलिफोन लेकर आएगा। क्योंकि सलमान खान बेबी जोन सौ फीसदी कन्फर्म हो चुका है। एक सामूहिक भूमिका विशेष रूप से उनके लिए लिखी गई है जिसका शूट नवंबर में होगा। अब यार आपका तो मुझे नहीं पता लेकिन मुझे लगता है कि सलमान खान की दो फिल्मों से इतने पैसे वाले दोस्त में कई लोगों का पूरा लाइफ टाइम रिएलिटी फिनिश फिनिश होगा। सलमान वर्सेज कमल हसन इन एंटी डायरेक्शन क्या बोले हो इसमें विलन किसे लेना चाहिए। कोई नाम है दिमाग में तो कमेंट में ठीक करें।

स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 18 दिन

स्त्री २ को पीछे छोड़ने वाली मूवी तुम्बाड होगी री रिलीज | Tumbbad movie which left Stree 2 behind will be re-released

जब किसी ने पूछा कि बॉलीवुड की नंबर वन फिल्म कौन सी है? सिर्फ एक नाम बोलती हूं मैं, तुम, सिर्फ हॉरर में नंबर वन नहीं, सिर्फ बॉलीवुड में नंबर वन नहीं, पूरे भारतीय सिनेमा में सबसे बेहतरीन और टॉप नंबर वन फिल्म मेरे लिए। अच्छा लगता है कि काफी लोगों ने मेरी वजह से यह फिल्म देखी और शायद उन्हें भी यकीन हो कि आज तक इंडियन सिनेमा में तुम्हारा दूसरा कुछ नहीं बना और नहीं बनेगा।

अगर एक छोटा सा सा आईडिया ले गया है ना तो स्त्री 2 जो बॉलीवुड की सबसे कमाऊ फिल्म बनी है जिसका रास्ता सिर्फ एसआर के लिए कमबैक है युवा ने रखा है थ्री टू का हॉरर अगर दस प्रतिशत है ना तो तुम्बार का हॉरर एक सौ दस प्रतिशत के बराबर तीन दो का कंटेंट है अगर ग्रुप परसेंट तो तुम्हारे का स्टाफ हजार परसेंट जैसा होगा जब रिलीज हुआ तो काफी लोगों ने पहली बार वीएफएक्स नाम का शब्द सुना था हर तरफ से क्रेडिट बॉलीवुड मिला एक नए लेवल के स्पेशल इफेक्ट्स के लिए बहुत कम लोग जानते हैं ये काम हम छह साल पहले ही दो हजार अथाह में तुम्हारे अंदर कर चुके थे एक ऐसा शब्द जिसने वीएफएक्स को बदल के रख दिया था और सबसे बड़ी गुहार भारतीय सिनेमा के प्रशंसकों की वो दिन कब आया जब आखिरकार कुछ ऐसा हो गया जो हॉलीवुड को टक्कर दे सकता है

आपका सवाल ही गलत है काश अगर तुम थिएटर में देख ली होती तो ये मॉर्क कि वो दिन कब आता जब हॉलीवुड कुछ ऐसा बनाता जो इस फिल्म से मुकाबला कर कहता कॉन्ज्यूरिंग और एनाबल के चक्कर में पड़े हैं बेटा जी तुम्बर के समग्र अनुभव के सामने ये सब छोटे बच्चे जैसे चौंका देने वाले हैं आपने ये सुनके कि इस फिल्म को बनाया है पूरे इक्कीस साल में उन्नीस सौ सत्तानवे में फिल्म की राइटिंग शुरू हुई जबकि बड़ी मुश्किल दो हजार आठ में ये रिलीज हो पाई। जैसा हॉरर आज तक नहीं देखा होगा, यकीन करोगे इसी एक्टर ने दोनों रोल प्ले किए लेकिन आप पहचान नहीं सकते, रीजन डर जो आपके दिमाग को पकड़ लेता है।

मीडिया ने रिया के साथ अच्छा नहीं किया – आमिर खान

Stree में था ट्रेनबा माने कल आना, कैरेक्टर कॉन्सेप्ट भी है तुम्हारे में आंखों से ना देखो सिर्फ कान से सुन के आत्मा कांप जाए कहानी ऐसी। तुम्हारे का क्लाइमेक्स के साथ सिनेमा के इतिहास में आता है ये ऑल टाइम ग्रेटेस्ट सीन, ऐसा खतरनाक चौंकाने वाला मोड़ जिसे आप सपने में भी सोच नहीं सकते। इतने बड़े-बड़े स्टार फिर भी फिल्म का नाम सिर्फ एक परसेंट ही क्यों जानते हैं?

क्योंकि जब आप गूगल पर जाकर आपके बारे में पढ़ेंगे तो सबसे ऊपर लिखा था फ्लॉप इंडिया की नंबर वन फिल्म और बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप ये कैसे संभव है? वो ऐसे हैं कि इस फिल्म का बजट पूरे पचास करोड़ है लेकिन बाकी दो करोड़ से भी कम करोड़ है लाइफ टाइम बिजनेस ये भारतीय दर्शकों के लिए सबसे बड़ा तमाचा है छह साल पीछे पांच अक्टूबर को दो हजार तीन महीने में रिलीज हुई थी अंधाधुंध फिल्म का प्रचार उसकी एंडिंग की वजह से ऐसा बना कि बाकी सारी साड़ी में गायब हो गई। जबकि ठीक है उसके अगले हफ्ते बारह अक्टूबर को थिएटर्स में तुम्बार रिलीज़ हुई थी।

स्क्रीन बहुत कम मिली थी क्योंकि लोग अँधेरेधुंध के पीछे पागल थे। सोचो क्या बेस्ट वीक रहेगा वो बॉलीवुड के लिए जब सात दिनों में दो ऑल टाइम क्लासिक फिल्में एक साथ थिएटर में चल रही थीं। मैंने दोनों अवलोकन वीडियो भी डाले थे। लेकिन वही जो दो हजार तीस में हुआ था. गदर टू वर्जन ओमजी तू के क्लैश में लोगों ने गदर को सर पे गाना लिया जबकि एमजी टू जिसका कंटेंट हजारों करोड़ वाला था वो दब गया।

तो सिंपल के बोल में हूं तो तुम्हारे के आगे जो फ्लॉप है उसका सबसे बड़ा रीजन बोल आप लोग हो ऑडियन्स मेरी तरफ से मत देखो मैंने फिल्म थिएटर में देखा था लेकिन इस सहजता को गेन का एक फाइनल चांस मिल रहा है आप लोगों को दो हजार से ज्यादा रिलीज के तीन-चार साल बाद जब यूट्यूब में फिल्म काफी मशहूर हो गई थी तब नौ साल के लोग यही सेम बात बोल रहे थे कि काश इस फिल्म को मैंने दो हजार तिहाई में थिएटर एक्सपीरियंस के साथ देखा था तो इंडियन सिनेमा का रिस्पेक्ट सौ गुना बढ़ गया था तब होता है ना सही तो अब सही जो मांगना वो मिल रहा है तुम्बार अपनी सेकंड इनिंग शुरू करने को लेकर वापस पूरे भारत में सभी थिएटरों में लौट रही है।

द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रेलर रिव्यू 

तो जा अन्य हंस कर आ जाएगा. फिल्म का आइकॉनिक कोरियोग्राफी से आपको डरने वाला है। वो भी इस बार थिएटर्स की बड़ी स्क्रीन पर। ये सपना सच नहीं है. इन खबरों में बताएं तो बार का पार्ट टू इन मेकिंग है, पूरी तैयारी चल रही है, अचानक से लोगों को सरप्राइज करने की, लेकिन सबसे पहले जिसने पार्ट वन नहीं देखा, उनके लिए बेस्ट न्यूज। सिर्फ दो हफ्ते से भी कम का इंतजार और आपको मौका मिलेगा इंडियन सिनेमा की नंबर वन फिल्म को फाइनली थिएटर्स में एक्सपीरियंस करने का। तेरह सितम्बर लाइफ बनेगी. वैसे ये री रिलीज वाला कॉन्सेप्ट काफी जबरदस्त लैला मजनू का नाम जानते हैं? बधाई हो सिनेमा में आपका टेस्ट टॉप लेवल पर है।

पता है कि वह फिल्म अभी दोबारा रिलीज हुई है और उसे पता है कि पिछली बार उसके लाइफ टाइम बिजनेस ने सबसे ज्यादा पैसे वाली फिल्म सिर्फ तीन दिन के अंदर बनाई थी। इस खाते से अगर चलोगे ना तो गुरु तुम्हारा अपना पहला करोड़ का प्लान ना सिर्फ क्रॉस क्वांटिटी बल्कि ट्रिपल डबल कहीं तक भी ले जा सकता है। बस एक छोटी सी शर्त है फिल्म को ज्यादा से ज्यादा स्क्रीन मिलनी चाहिए और वो तब होगी जब आप थिएटर सिर्फ घर रखेंगे सोशल मीडिया पर उंगली नहीं चलाएंगे।

कमाल का रीरिज पोस्टर बनाया गया है. पोस्टर ऐसा है तो समझ जाइए थिएटर्स में आपकी मुलाकात किस लेवल के टॉप यूनिक सर्च से होने वाली है। अब सच-सच, सत्यता से टिप्पणी खंड में बताएं। कितने लोगों ने फिल्म ऑलरेडी देखी और कैसी लगी? बचे हुए लोगों ने 13 सितंबर को टिकट बुक कर ली।

इतनी अश्लील क्यों है भोजपुरी इंडस्ट्री

स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 18 दिन | Stree 2 box office collection 18 day

श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की फिल्म स्त्री टू ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर आज अपने अठारहवें दिन के साथ ही बॉक्स ऑफिस पर एक हिस्ट्री क्रिएट कर दी है और पांच सौ करोड़ रुपए के क्लब में शामिल होने वाली बॉलीवुड इतिहास की सबसे फास्ट फिल्म बन चुकी है। जी हाँ आज के इस article में हम बात करने वाले हैं इस Stree 2 के 18 दिनों के इंडियन और वर्ल्ड व्हाइट बॉक्स ऑफिस collections के बारे में जानेंगे कि ये फिल्म आज कितने करोड़ की कमाई करके कौन-कौन सी फिल्मों के records को ब्रेक कर रही.

आप सभी जानते हैं कि अमर कौशिक के डायरेक्शन में बनने वाली एक horror कॉमेडी फिल्म है इस three two जिसके लीड में आपको beautiful श्रद्धा कपूर के साथ-साथ talented राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी, अभिषेक बनर्जी और अपार शक्ति खुराना नजर आने वाले हैं। लगभग पचास करोड़ रुपए के बजट से बनने वाली इस फिल्म को all over इंडिया में पंद्रह अगस्त के मौके पर पैंतीस सौ स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया था जिसका क्रैश अक्षय कुमार की फिल्म खेल-खेल में और जॉन अब्राम की फिल्म वेदा से हुआ था लेकिन इस्टरी टू ने इन दोनों ही फिल्मों को बुरी तरह से पछाड़ते हुए इडियन सिनेमा की वन ऑफ द बिगेस्ट ओपनिंग ली और कमाए 64 करोड़ 80 लाख रुपए जिसमें इस फिल्म ने पैड प्रीव्यूज से ही 9 करोड़ 40 लाख रुपए कमाए थे अपने पहले ही दिन के कलेक्शन के मामले में ये फिल्म शाहरुख खान की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस और इडियन सिनेमा की सारी बड़ी बॉलीवुड फिल्मों के रिकॉर्ड्स को ब्रेक कर चुकी थी

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उसके बाद इस फिल्म के collections में लगातार काफी अच्छा ट्रेंड देखने को मिला और सिर्फ चार ही दिनों में 200 करोड़ के क्लब में शामिल होने वाली ये फिल्म बॉलीवुड की सबसे फास्ट फिल्म बनी अपने पहले हफ्ते में इस फिल्म ने तीन सौ आठ करोड़ रुपए की कमाई इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर और लगभग साढ़े चार सौ करोड़ रुपए की कमाई दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर कर ली लेकिन अगर बात की जाए इस फिल्म के सेकंड वीक के collections की तो बताते चले आपको कि अपने दूसरे हफ्ते इस फिल्म के सामने कोई भी बड़ी फिल्म नहीं थी यहाँ तक कि वेदा और खेल-खेल में की जो स्क्रीन्स थी वो भी इस थ्री टू के पास आ चुकी थी यही वजह रही कि इस फिल्म ने अपने दूसरे वीकेंड में भी इंडियन सिनेमा की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी और अपने दूसरे वीक में इस फिल्म ने गदर टू, जवान, बाहुबली टू और एनिमल जैसी बड़ी फिल्मों के रिकॉर्ड्स को ब्रेक किया. इस फिल्म का अपने दूसरे वीकेंड का कलेक्शन जहाँ पिचानवे करोड़ रुपए का रहा.

वहीं अपने दूसरे हफ्ते में ये फिल्म टोटल एक सौ छियालीस करोड़ रुपए के आंकड़े को टच करने में कामयाब रही. इस तरह से ये फिल्म 454 करोड़ रुपए से की कमाई अपने शुरुआती 15 दिनों तक इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर कर चुकी थी लेकिन अगर बात की जाए इस फिल्म के थर्ड वीक के बॉक्स ऑफिस collections के बारे में तो बता दें चलें आपको कि इस हफ्ते भी इस फिल्म के सामने कोई भी फिल्म रिलीज नहीं हुई है यहाँ तक कि बॉलीवुड की फिल्में इस फिल्म के सामने रिलीज होने में भी डर रही है।

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स्त्री 2 ऑडियंस के दिलों में इतनी बस चुकी है कि इस फिल्म के अपने सोलहवें दिन के भी जो collections थे वो नौ करोड़ पच्चीस लाख रुपए के रहे जो कि अपने पंद्रहवें दिन से ज्यादा थे वहीं कल इस फिल्म ने अपने सत्रहवें दिन भी बॉक्स ऑफिस पर एक बार फिर से ऐतिहासिक सतरह करोड़ पंद्रह लाख रुपए की कमाई की है और इन सत्रह करोड़ पंद्रह लाख के साथ ही ये फिल्म 480 करोड़ रुपए की कमाई इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर कर चुकी है जी हाँ आपने सही सुना ये फिल्म अपने सत्रह दिनों में चार सौ अस्सी करोड़ रुपए की कमाई इंडिया से छह सौ पिचहतर करोड़ रुपए की कमाई दुनिया भर से कर चुकी है लेकिन आज ये फिल्म अपने अठारहवें दिन के साथ ही बॉलीवुड इतिहास के सबसे फास्ट पाँच सौ करोड़ के क्लब में शामिल होने वाली फिल्म है और आज की मॉर्निंग occupancy ही इस फिल्म की पैंतीस से अड़तीस परसेंट की है।

मोर्निंग से ही इस फिल्म के अच्छा खासा ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जहाँ पर ये फिल्म बुक माय शो पर ही पंद्रह हजार से ज्यादा टिकट पर घंटे सेल करती हुई नजर आ रही है, ये फिल्म आज अपने अठारहवें दिन इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर जहाँ इक्कीस करोड़ रूपए के आंकड़े को टच करती हुई नजर आ रही है, जिससे की इस फिल्म का टोटल पांच सौ एक करोड़ रुपए का इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस पर हो चुका होगा और इसी के साथ ये फिल्म गादा, बाहुबली टू पठान और एनिमल के सबसे फास्ट 500 करोड़ के क्लब में ज्वाइन होने के रिकॉर्ड्स को ब्रेक कर चुकी होगी जबकि वर्ल्ड राइट बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म आज सात सौ दस करोड़ रुपए के आंकड़े को छू रही है।

बताते चले आपको कि इस फिल्म का जो बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन ट्रेंड कर रहा है। उस हिसाब से ये फिल्म बॉलीवुड इतिहास की पहली छह सौ करोड़ी फिल्म बनने वाली है और दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर लगभग नौ सौ करोड़ रुपए तक की कमाई कर सकती है। आपको क्या लगता है इस Stree 2 का जो लाइफ टाइम कलेक्शन है वो इंडियन नेट बॉक्स ऑफिस क्या छह सौ करोड़ और दुनिया भर में नौ सौ करोड़ के आंकड़े को छू पाएगा या नहीं?

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