दो सौ करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुखेश चंद्रशेखर से नाम जुड़ने के मामले में पहले से ही कानूनी पचड़ों में फंसी जैकी फर्नांडीस का नाम अब सट्टेबाजी ऐप वाले मामले में भी सामने आया है। बारह जून को प्रवर्तन निदेशालय और साइबर पुलिस ने मुंबई स्थित इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में फेयर प्ले बेटिंग ऐप के मामले में एक रेड मारी थी जो महादेव एप्प की एक सहायक कंपनी है।
इस रेड में पुलिस को कुछ डॉक्युमेंट्स मिले हैं जिनमें जैकलीन फर्नांडिस, संजय दत्त और सिंगर रैपर बादशाह का नाम भी सामने आया है, अब इस मामले में ईडी और साइबर पुलिस ने बादशाह के अलावा जैकलीन और संजय के मैनेजर्स के बयान भी रिकॉर्ड करने के लिए हैं।हाल ही में आई फ्री प्रेस जनरल की रिपोर्ट के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू करने से पहले मामले से जुड़े लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी में मिले दस्तावेजों की जांच की थी, जिसमें सामने आया कि जैकलीन फर्नांडिस, संजय दत्त और बादशाह की कंपनी के साथ लेन-देन कर रहा है, यह स्टाफ सट्टेबाजी करने वाली फोरप्ले बैटिंग एप्प के प्रचार में शामिल रहे है सभी के बयानों की जांच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैकलीन फर्नांडिस को दुबई बेस कंपनी जनरल ट्रेडिंग एलसीसी से एप्प को एंडोर्स करने के लिए पैसे दिए गए थे, वहीं दूसरी तरफ बादशाह को मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के जे ड्रग्स ग्रुप की तरफ से क्रेडिट का भुगतान हुआ था।
महाराष्ट्र साइबर सेल ने बादशाह से उनके दस्तावेज अनुबंध और फीस के कागजात लिए हैं। बादशाह का मुंबई बेस्ड होटल मैनेजमेंट फर्म, टीएम वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और आफ्टर अर्स प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड से बैटिंग ऐप प्रमोशन का एग्रीमेंट भी मिल गया है। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट और साइबर सेल के अनुसार, संजय दत्त ने इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बेटिंग ऐप को प्रमोट करने के लिए सिंगापुर की गेमिंग कंपनी की तरफ से पच्चीस लाख रुपए का भुगतान किया था।
आपको बता दें कि महादेव ऐप का केस पिछले एक साल से चल रहा है, पिछले साल अक्टूबर में इस ऐप का प्रमोशन करने के मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पूछताछ की गई थी, उन पर कोई आरोप नहीं था क्योंकि ऐसे में उन्हें बेटिंग ऐप से लेन-देन करने के लिए ये पूरा समान भेजा गया था, दो हजार तीस में सौरभ चंद्राकर के नाम के एक शख्स ने दुबई में दो सौ करोड़ रुपए खर्च करके शादी की थी और शादी करने वाला था।
के बाद वो प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर आ गए थे क्योंकि सौरभ चंद्राकर कुछ सा लो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में जूस की बिक्री करते थे। जांच में सामने आया है कि सौरभ चंद्राकर अपने साथी रवि उप्पल के साथ मिलकर ऑनलाइन स्पोर्ट्स सट्टेबाजी ऐप यानी महादेव ऐप के जरिए नए यूजर्स को पैसे की हेराफेरी का खेल खेल रहे थे। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच के दौरान सामने आया है कि इस सट्टेबाजी ऐप और सौरभ चंद्राकर से कई बॉलीवुड हस्तियां भी जुड़े हुए थे।
सौरभ की शादी में बॉलीवुड के करीब चौदह से पंद्रह सेलिब्रिटीज ने परफॉर्म करने के लिए एक मोटी फीस ली थी। इसमें सनी लियोनी का नाम भी सामने आया था। और तभी से ये मामला चल रहा है दोस्तों ये जो फिल्म स्टार्स है ये पैसे के लिए ऐसा लगता है कुछ भी करने को तैयार है आपने देखा है पैसे के लिए सिगरेट, गुटखा, शराब कुछ भी बेच देता है चंदाखोरी के लिए ये कुछ भी प्रमोट करता है करने के लिए तैयार हो जाता है संजय दत्त पचीस लाख रूपए में उपलब्ध है आप उनसे प्रोमोट करा सकते हैं तो इन सबके अपने-अपने एक रेट कार्ड है प्राइस लिस्ट है
ऐसे में मेरा अनुरोध है उन लोगों से जो आँख बंद करके इन फिल्मस्टार्स को फॉलो करें करते है तो प्लीज अपनी आँखें खोलिये ये भी आपकी तरह ही इंसान है जिसे भी फीस होती है और इसलिए वो कुछ भी करने को तैयार होते हैं और क्योंकि आप लोग इनके पीछे आँख बंद करके इन्हें फॉलो करते हैं तो ये उसके फायदे भी फीस होते हैं और कई बार कई ऐसे ब्रांड्स को ये प्रमोट करते हैं जिन्हें प्रमोट नहीं किया जाना चाहिए यानी ये पैसा कमाने के लिए किसी भी लेवल तक चले जाते हैं इसलिए इनके खिलाफ जांच होती है,
जिन्हें बुलाया जाता है, पूछा जाता है और आप सोचते हैं कि यह सब पीछे कहीं ना कहीं हम और आप भी जिम्मेदार हैं क्योंकि हम और आप जैसे लोग जब तक ध्यान बंद करके फॉलो करते हैं तो सारे ब्रांड आ जाते हैं, इन्हें बहुत सा पैसा देते हैं, सिर्फ इसलिए ताकि उस ब्रांड को बढ़ावा दें और परिणाम क्या होगा? देश को राजस्व का नुकसान होता है, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे खेल खेले जाते हैं और कई ऐसे काम होते हैं, जिसकी वजह से गरीब व्यक्ति गरीब बना रहता है और उसके पास पैसा है वो और अमीर बन जाता है और अनजाने में हम और आप इसमें फंस जाते हैं। बन जाता है.
Firing केस में सलमान खान का बयान दर्ज कर लिया गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मुझे टारगेट किया जा रहा है मैं frustrated हो चुका हूँ और पहले से ही कोर्ट से सजा भी पा चुका हूँ सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर चौदह अप्रैल के दिन फायरिंग हुई थी हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप ने ली थी सलमान खान के घर के बाहर जो ये फायरिंग हुई थी उसको लेकर पुलिस ने सलमान के घर जाकर उनका एक बाकायदा बयान दर्ज है, नौ पन्नों का ये बयान है, इसके अलावा उनके भाई अरबाज खान से भी पूछताछ हुई है।
अब मैं आपको बता दूँ कि सलमान ने पुलिस से क्या कहा? सलमान ने पुलिस से ये कहा कि ये बार-बार अलग-अलग लोगों के निशाने पर आने से मैं वाकई थक गया हूँ, पहले भी कई बार धमकियाँ मिल चुकी हैं, मुझ पर जुर्माना भी लगा है। कई cases में पहले से फंसा हूँ, मैं frustrated हो चुका हूँ और मैं पहले से ही court से सजा भी पा चुका हूँ, सलमान ने बताया कि चौदह अप्रैल की सुबह गोलियों की आवाज सुनकर ही नींद खुली थी वो बालकनी में आए लेकिन वहां कोई था नहीं।
आप जानते हैं कि nineteen ninety eight में सलमान ने फिल्म हम साथ-साथ हैं की shooting के दौरान काले हिरण का शिकार किया था और बिश्नोई गैंग तभी से लगातार सलमान खान को टारगेट कर रहा है। और ये जो गोलियां चली थी इसका संबंध भी सीधा-सीधा उसी से बनता है। अच्छा सलमान खान के घर के बाहर जब गोलियां चली तो पुलिस को सलमान की बालकनी पर भी गोलियों के निशान मिले थे। और वहीं सीसीटीवी में गोलियां चलाने वाले शूटर्स भी दिखाई दे गए थे।
सलमान की बालकनी पर अह जो ये निशान थे और जो सीसीटीवी में फुटेज था उसके आधार पर उनसे पूछताछ भी की गई ये जो पूछताछ की गई सलमान से करीब तीन घंटे तक चली उनके भाई अरबाज और सोहेल से भी दो-दो घंटे पूछताछ की गई जिस वक्त घटना हुई उस वक्त अरबाज खान अपने जुहू वाले घर पर थे और उन्होंने अपने बयान में पुलिस से कहा है कि वो अपने भाई को अह जो धमकियां मिल रही उनके बारे में वो जानते रहें। उनको पता रहा है।
पुलिस ने सलमान से भी करीब तीन घंटे पूछताछ की और उन्होंने करीब इस दौरान कुल मिलाकर डेढ़ सौ सवाल किए, एक सौ पचास सवाल किए गए। हालांकि अभी तक सलमान के जो पिता हैं, सलीम खान, उनका स्टेटमेंट दर्ज नहीं हुआ है। सलीम साहब करीब अठासी साल के हैं, eighty eight years old हैं, अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस ने कहा है, कि उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
मैं आपको ये बता दूँ, कि जिस वक्त ये घटना हुई थी और फिर shooters को पकड़ा गया, उसके बाद महाराष्ट्र के जो मुख्यमंत्री हैं, श्री एकनाथ शिंदे वो भी सलमान खान के घर पर जाकर उनसे मिलकर आए थे और इस बात का भरोसा जताया था कि आप चिंता मत कीजिए। आपकी हम सुरक्षा करेंगे। तो उस रात का जिक्र करते हैं सलमान खान जिस रात जिसकी सुबह ये गोलियां चली हैं। कहते हैं कि मेरे घर में पार्टी थी इसलिए मैं सो रहा था लेकिन जैसे ही तड़ता-तड़पड़ आवाज़ हुई।
गोलियों की तो मैं उठ गया फिर बालकनी तक बाहर देखने भी गया लेकिन वहाँ कोई था नहीं। ये जो बाइक पर सवार ये जो हमलावर थे उन्होंने करीब seven पॉइंट सिक्स बोर की बंदूक से चार राउंड फायर किए थे। और फॉरेंसिक एक्सपर्ट को मौके से एक लाइव बुलेट मिला था और फिर इसकी जिम्मेदारी ले ली थी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने बाद में आरोपी है विक्की गुप्ता चौबीस साल का और सागर पाल जो इक्कीस साल का है उसे गुजरात से गिरफ्तार किया गया इस मामले में जो आरोपी है उन पर मकोका की धाराएं लगाई गई इस मामले में अब तक करीब छह लोग गिरफ्तार हुए हैं।
और एक आरोपी जो गिरफ्तार हुआ था अनुज धापन इसने पुलिस कस्टडी में ही अह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और अनुज ने इस मामले में फायरिंग करने वालों को असल में हथियार सप्लाई किए थे। और ये जो आरोपी अनुष्ठापन जिसकी डेथ हो चुकी है ये इसकी भी की जाँच अब फ़िलहाल जो महाराष्ट्र की सीआईडी है वो कर रही है हालांकि उसके घर वालों ने कहा था कि ये अह पुलिस ने उससे इस तरह से पूछताछ की उसको काफी डराया-धमकाया और इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया खैर वो मामला एक अलग चल रहा है
तो कुल मिलाकर सलमान खान जो है वो अपने मुंह से कह रहे हैं कि मैं हो चुका हूँ मुझे इतनी धमकियां मिलती हैं इतने कोर्ट cases हैं इतना कुछ होता रहता है बार-बार धमकियां मिलती हैं तो मैं परेशान हो गया हूँ तो ये सीधे तौर पर कहना है सलमान खान का और अब उनका काम भी प्रभावित होने लगा है लोग तो ये भी कि बिग बॉस ओटीटी जो होस्ट नहीं कर रहे हैं उसके पीछे एक वजह ये भी है कि उनकी सिक्योरिटी को लेकर अब इतना तामझाम है कि उसकी वजह से कोई भी प्रोड्यूसर उसमें पड़ना नहीं चाहता
तो एक तरह से सलमान खान की जो शोहरत है सलमान खान की जो अह जो उनकी लोगों के बीच इमेज है उसकी वजह से ही अब वो मुश्किल में फंसते जा रहे हैं एक इंटरव्यू में कुछ समय पहले सलमान खान ने कहा भी था कि एक अरसा हो गया है कि मैं किसी फाइव स्टार होटल में घुसूं और सीधे लॉबी से घुसूं मुझे अक्सर वो किचन के रास्ते से खुफिया रास्तों से लाया जाता है कभी भीड़ की वजह से कभी धमकियों की वजह से और अब तो सिक्योरिटी काफी बढ़ गई है।
तो कुल मिलाकर सलमान खान की जिंदगी पर काफी हद तक असर हुआ है। nineteen ninety eight में जो भी हुआ था उस हिरण के साथ किसने किया था, क्या हुआ था कोई नहीं जानता हालांकि सलमान खान दावा करते रहे हैं कि उन्होंने कुछ नहीं किया था, उधर सोनिया अली कहती रही हैं कि बिश्नोई समाज से कि इनको माफ़ कर दो, मैं धर्म बदल लूँगी, तमाम तरह के बयान देती हैं लेकिन कुल मिलाकर जो सलमान खान की स्थिति है, वो एक बहुत ही परेशान अह होकर गुजर रहे एक ऐसे इंसान की है जो अपनी ही खुद परेशान है और इसका दोष वो किसी दूसरे को दे भी नहीं सकते।
मैं आपको ये बता दूँ कि ये जो पूरा मामला है इसकी जाँच अब अपने बिल्कुल अंतिम अह स्तर पर पहुँच गई है जाहिर है शूटर्स पकड़ लिए गए थे, हथियार कहाँ से आए वो पता लग गया था, कुल मिलाकर पुलिस ने बहुत जल्दी ये केस सॉल्व कर लिया था और जिस वक्त ये केस solve हुआ उस वक्त लोगों ने एक आवाज ये भी उठाई कि अरे सलमान खान पर हमला हुआ तो इतनी जल्दी सब कुछ हल हो गया और एक उधर सुशांत सिंह राजपूत हैं उनकी अचानक मृत्यु हुई थी उसके बारे में तो अभी तक कुछ हुआ नहीं है,
आज वैसे भी तेरह जून हो गई है, कल चौदह जून है, उनको गए हुए चार साल हो जाएंगे तो इसको लेकर भी सोशल मीडिया पर काफी शोर मचा हुआ है कि भाई सुशांत सिंह राजपूत के बारे में कोई रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं आई है, सलमान पर एक गोली चली और आपने दुनिया भर में लोगों को दौड़ा दिया और सारे के सारे जो गुनहगार थे वो पकड़े गए, अब मामला चल रहा है अदालत में, तो कई बार ऐसा होता है कि किसी एक बड़े सेलिब्रिटी के साथ कुछ गलत हो और फिर अह इतनी हरकत में पुलिस आए तो लोग फिर पुराने cases निकालकर comparison करने लगते हैं,
और जाहिर है आपको पता ही है कि सुशांत सिंह राजपूत वाले मामले में बहुत सारे लोगों ने अह फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों का नाम लिया कई सारे पॉलिटिशियन का नाम लिया लेकिन वो मामला अभी तक बिखरा पड़ा है खैर बात हो रही है सलमान खान की वो अपने मुँह से खुद कह चुके हैं कि मैं काफी frustrated हूँ और मैं इन सब से परेशान आ चुका हूँ मुझे अक्सर जो है मुझे मुझे धमकियाँ दी जाती हैं कभी कोर्ट जुर्माना लगाता है मैं अंदर भी हो आया हूँ तो ऐसा लग रहा है कि सलमान अब इस इस मुसीबत से निकलना चाहते हैं और वो सही में चाहते हैं कि वो एक जिंदगी जिए।
जो फिलहाल इसकी संभावना नजर नहीं आ रही है क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग जिस तरह से बार-बार उनको धमकी दे रहा है, तो अब सरकार की, शासन की, पुलिस की भी जिम्मेदारी बन जाती है कि ऐसा कुछ ना हो, क्योंकि कुछ भी अगर होता है। तो एक तरह से वो सवालिया निशान सरकार पर भी होगा। शासन-प्रशासन, पुलिस सब पर होगा। वैसे कहा ये भी गया कि सलमान की हत्या के लिए पाकिस्तान से एके forty seven मंगवाई जा रही थी,
ये तक प्लान था और अब हाल ही में एक जून को इसी महीने की एक तारीख को नवी मुंबई पुलिस ने भी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया और ये जो चारों आरोपी हैं इनकी पहचान की गई धनंजय उर्फ़ अजय कश्यप, गौरव भाटिया उर्फ़ नहाई वसीम खान उर्फ़ वसीम चिकना और जीशान खान उर्फ़ जावेद खान के तौर पर और पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये लोग पनवेल में सलमान की कार पर अटैक करने की भी प्लानिंग कर रहे थे, सोचिए एक बार गोली चली है, वो आरोपी पकड़े गए हैं,
इधर दूसरी प्लानिंग शुरू हो और इसके लिए पाकिस्तान से एके फोर्टी सेवन मंगाने की पूरी तैयारी थी तो कुल मिलाकर अह पुलिस शांति से नहीं बैठ सकती, सलमान खान भी शांति से नहीं बैठ सकते क्योंकि साफ दिख रहा है कि जिस तरह से सलमान खान पर अटैक हुआ। और उसकी जाँच अभी चल ही रही थी कि दूसरे अटैक की तैयारी हो जाती है।
पनवेल में इस बार तैयारी होती है, क्योंकि पनवेल में फार्म हाउस है, जहाँ अक्सर सलमान जाते रहते हैं और ये भी कहा गया कि हमले की कोशिश किए जाने वाले अह जो लोग थे उन्होंने टर्की से पिस्टल मंगवाई हुई थी और ये वही पिस्टल है जिससे सिद्धू का कत्ल हुआ था और आप जानते ही हैं कि कुछ समय पहले जब सलीम खान साहब को जो सलमान खान के पिता हैं, उनको जब धमकी दी गई थी एक चिट्ठी के जरिए तो ये कहा था कि तुम्हारा भी मुँह से वाला हो जाएगा, तो मतलब ये कहीं ना कहीं कनेक्शन बन रहा है, लॉरेंस बिश्नोई इसमें कॉमन फैक्टर है, वो हथियार कॉमन फैक्टर है और पाकिस्तान के जरिए हथियार मंगाने की योजना थी अह जैसा मैंने बताया एके फोर्टी सेवन, एम सिक्सटीन और एके नाइंटी टू ये तीन मंगाए जा रहे थे।
और इन चारों आरोपियों ने जो अभी एक जून को पकड़े गए हैं, इन्होंने पनवेल में जो सलमान खान का farm house है उसकी रेकी कर ली थी और इन चारों आरोपियों ने पनवेल में अह पूरा जाल बिछाया हुआ था, इनकी पूरी प्लानिंग थी, सलमान खान की गाड़ी पर ही हमला करेंगे और इसमें उन्होंने अह फार्म house की रेकी तो की ही थी साथ ही कई सारे shooting spots भी देख लिए थे जैसे आए थे मुंबई, रायगढ़, नवी, मुंबई, ठाणे, पुणे और गुजरात से आने वाले अह ये जो के करीब से सत्तर गुर्गे ऐसे हैं जिनके बारे में पुलिस को पता चला है। ये लगातार सलमान पर नजर रखे हुए हैं कि वो कहाँ शूटिंग के लिए जाते हैं?
किनसे मिलते हैं? कितने बजे निकलते हैं? तमाम चीजें हैं। तो बहुत कुछ है अभी सलमान खान को लेकर मामला बहुत अह खराब स्थिति में मैं कहूँगा ये है कि इन्होंने तो ये तक प्लान बना लिया था कि हम अटैक करने के बाद वोट के जरिए हम कन्याकुमारी से श्रीलंका भाग जाएंगे मतलब इतनी प्लानिंग चल रही है।
आप सोचिए तब है जब चौदह अप्रैल को गोलियां चलती है, छह लोग गिरफ्तार होते हैं, मामला चल रहा है, बयान दर्ज हो रहे हैं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तक इसमें एक्टिव हैं, एक जून को फिर कुछ लोग पकड़े जाते हैं, जो again फिर प्लानिंग कर रहे थे। इस समय सलमान खान काफी अह मुसीबत में हैं, मुश्किल में हैं। और बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, पुलिस के ऊपर भी उनको सिक्योरिटी देना क्योंकि देखिए हमारे देश में कानून है, लोकतांत्रिक हम व्यवस्था में रहते हैं।
तो ऐसा नहीं है कि आपको कोई पसंद नहीं है तो आपने उसके ऊपर गोली चला दी। कोई बनाना रिपब्लिक तो नहीं है ना ये हमारा एक भारत देश है। एक सौ चालीस करोड़ लोग यहाँ पे अह संविधान के तहत जो कानून बनाए गए हैं उसके तहत रहते हैं। तो ये आम लोगों के लिए भी बहुत चिंता का विषय है कि क्या हमारे देश में किसी को मार देना इतना आसान है?
जौहर की किस्मत में controversy से दूर रहना लिखा ही नहीं है। बेचारे आजकल बड़े सीधे रास्ते चल रहे थे कि उनके रास्ते में एक फिल्म का बोर्ड आ गया, जिस पर लिखा था, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। यानी करण जौहर के नाम पर ही एक फिल्म बन रही है। जिसमें करण जौहर का नाम आता है। और उसका जो टाइटल है, फिल्म का वो है, शादी के डायरेक्टर करण और जौहर। अब ये देखकर करण जौहर को गुस्सा आया और वो अदालत पहुंच गए और उन्होंने इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की है।
ये फिल्म चौदह जून को वाली है। इस मामले पर सुनवाई चल रही है। करण जौहर का ये कहना है कि किसी भी फिल्म के टाइटल में इस तरह से उनके नाम का इस्तेमाल होना ये उनको नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि वो नहीं जानते कि इस फिल्म का कॉन्टेंट क्या है? साथ ही उनसे इजाजत भी नहीं ली गई है। अब एक बात ये भी है खैर ये मामला अदालत में चल रहा है तो देखेंगे अदालत क्या कहती है?
क्योंकि ऐसा तो संभव है नहीं कि इस दुनिया में सिर्फ एक ही करण जौहर हो, करण नाम के बहुत से लड़के हो सकते हैं। जौहर नाम के बहुत से लोग हो सकते हैं और भी जौहर नाम का व्यक्ति अपना नाम करण रख सकता है। लेकिन क्योंकि फिल्म में इस्तेमाल हो रहा है और फिल्म के साइन बोर्ड पर लिखा हुआ है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो ये बात बड़ी चुभ रही है।
करण जौहर को, साथ ही उन्होंने कहा है कि ये जो उनकी गुडविल है, उनकी प्रतिष्ठा है, उसको ठेस लग सकती है, इसलिए किसी तरीके से उनके ब्रांड नेम को इससे हटाया जाए, अब ब्रांड नेम भी पूरा use नहीं किया गया है। शादी के डायरेक्टर करण और जौहर तो देखते हैं अदालत इस पर क्या निर्णय देती है लेकिन इतना जरूर है कि करण जौहर को ये लग रहा है कि इस फिल्म के जो निर्माता है इंडिया प्राइड एडवाइजरी और संजय सिंह इसके अलावा फिल्म के निर्देशक है अह और राइटर है बबलू सिंह उनके खिलाफ ये आपत्ति दर्ज कराई गई है, देखते हैं कि अदालत इस पर अपना क्या निर्णय सुनाती है लेकिन अदालत कोई निर्णय सुनाए इससे पहले आप ये बताइए कि इस फिल्म का टाइटल सुनने के बाद आपको कैसा लगा?
शादी के डायरेक्टर करण और जौहर और अगर ये सिलसिला शुरू हो गया तो इस तरह तो बहुत सारे ऐसे फ़िल्मी लोगों के हैं जिनके नाम पर किसी फिल्म का टाइटल रखा जा सकता है। और लोगों के मन में curiosity होगी कि भाई ये कोई करण जौहर की कहानी है या ये कोई दूसरे करण जौहर है या ये कोई करण जौहर पर है तो जाहिर है जब एक बार नाम बड़ा हो जाता है तो उसको लेकर आने वाली दिक्कतें भी बड़ी लगने लगती है और शायद करण जौहर को भी ये लग रहा है कि कहीं कोई उनके नाम का गलत फायदा ना उठा ले जाहिर है अगर आप हिंदुस्तान में किसी से करण जौहर कहते है या कहीं फिल्म के आगे या किसी चीज के आगे करण जौहर लिखते है तो आपके दिमाग में जो पहला thought आएगा वो इन्हीं करण जौहर बारे में आएगा।
भले ही हमारे देश में और भी कई करण जौहर हो लेकिन जो most popular हैं वो तो यही हैं। अब देखते हैं कि इसपे पूरा मामला जब अदालत पहुंच ही गया है तो अदालत इस पर क्या रुख अपनाती है और अदालत का जो भी फैसला आएगा वो आने वाले दिनों में अगर और कोई ऐसी फिल्म आने वाली है जिसमें किसी और फिल्मी हस्ती के नाम का इस तरह से इस्तेमाल हो रहा है तो ये फैसला काफी महत्वपूर्ण होगा।
देखते हैं अदालत क्या कहती है। बहरहाल इस पूरे मामले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं। कि क्या इस तरह से किसी का नाम अपने टाइटल लेना ठीक है? एक सस्ती पब्लिसिटी के लिए या एक थोड़ी सी अह लोगों के बीच मशहूर होने के लिए या शोहरत पाने के लिए अपनी फिल्म को पब्लिसाइज करने के लिए।
कंगना मैडम को अभी राजनीति में गए हुए जुम्मा-जुम्मा आठ दिन भी नहीं हुए कि उनके जो बयान सामने आ रहे हैं उसमें वो याद कर रही हैं फिल्म इंडस्ट्री को और सीधे तौर पर उनका ये कहना है कि फिल्मों में काम करना तो बहुत आसान है ये राजनीति बड़ी मुश्किल चीज है ये वही कंगना है जिन्होंने ये कहा था कि एक बार अगर सांसद बन गई राजनीति में आ गई तो सिर्फ एक ही काम करूंगी फिल्में पूरी तरह से छोड़ दूंगी लेकिन सांसद बनने के हफ्ते भर के अंदर ही ये बयान आ जाता है कंगना का कि भाई राजनीति बड़ी मुश्किल चीज है
हालांकि ये जो हिमाचल podcast है जिसमें वो interview दे रही थी उसमें उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि जब उनकी पहली फिल्म आई थी शुरुआती दिन थे गैंगस्टर के बाद तो उन्होंने कहा कि मुझे उस वक्त भी offer हुआ था कि मैं राजनीति में आ जाऊँ क्योंकि मेरे परदादा तीन बार विधायक रह चुके हैं। और अगर आप किसी ऐसी फैमिली से ताल्लुक रखते हैं फिर थोड़ा सा फेमस हो जाते हैं तो जो स्थानीय नेता हैं वो आ जाते हैं आपके घर पे ये कहने कि अब आप चुनाव में खड़े हो जाइए।
फिर कंगना कहती हैं कि जिस मेरी बहन रंगोली पर एसिड अटैक हुआ और वो बच गई उसके बाद मेरे पिता से भी कई लोगों ने संपर्क किया और ये कहा कि अपनी बेटी को आप राजनीति में भेज दीजिए ये अच्छा candidate बन जाएगी हमारे लिए लेकिन उस वक्त फैसला नहीं लिया गया रंगोली को लेकर बाद में अ दो हजार उन्नीस में भी कहती है कंगना कि उन्हें ऑफर था लेकिन उन्होंने नहीं लिया लेकिन फिर उन्होंने राजनीति को अपना जिंदगी का हिस्सा बनाने के बारे में सोचा अब ये मेरा आकलन है कि कंगना ने क्यों सोचा होगा दो हज़ार उन्नीस के बाद क्योंकि दो हज़ार उन्नीस के बाद हमने जैसे देखा कि कंगना की फिल्में लगातार फ्लॉप होती चली गई
उन्हें बार-बार ये लग रहा था कि अब जनता उन्हें उस तरह से नहीं स्वीकार रही है जैसे कि स्वीकारा करती थी उनकी लास्ट रिलीज फिल्म की बात करें तेजस की बात करें तो वो भी कोई खास नहीं चली तीन दिन में उसको अह सिनेमा घर से उतरना पड़ा था उस फिल्म को पंगा भी कोई खास नहीं चली अगर देखा जाए तो मणिकर्णिका के बाद से ऐसी कोई फिल्म नहीं आई है कंगना की जिसने कमाल किया हो और कंगना की उम्र भी बढ़ रही थी ऐसे में कंगना को ये लगा कि शायद अब राजनीति को ही अपना नया मुकाम बनाया जा सकता है
क्योंकि जाहिर है फिल्मी अभिनेत्रियों के साथ एक थोड़ा प्रॉब्लम ये हमेशा से रहा है कि एक खास उम्र निकल जाने के बाद उनका उस इंडस्ट्री में उस तरह से टिके रहना लीड रोल मिलते रहना ये बड़ा मुश्किल हो जाता है फिर कंगना ने अपने पंगे भी बहुत सारे ले लिए थे चाहे ऋतिक रोशन वाला मामला हो, चाहे जावेद अख्तर वाला मामला हो, चाहे करण जौहर वाला मामला हो, इधर फिल्में भी पीटने लगी, तो कहीं ना कहीं कंगना को ये लगा कि अब मेरी राह जो है वो राजनीति में है और उन्होंने बड़े सही समय पर राजनीति को चुना।
जाहिर है इससे पहले जब भी ऑफर आए थे, उस उनकी acting की दुकान बढ़िया चल रही थी और उन्हें लगा कि ऐसा करना ठीक नहीं होगा। फिर उन्होंने इसके लिए बाकायदा लॉकडाउन में घर बैठकर माहौल बनाया। बयान बाजियां करनी शुरू की फिर उद्धव ठाकरे के बारे में भी बयान उन्होंने दिया। जब उनका ऑफिस और घर का कुछ हिस्सा तोड़ा गया तो कुल मिलाकर फिर माहौल बनता चला गया उसके बाद उन्हें अह सुरक्षा भी मिल गई तो उन्हें लगने लगा कि हाँ भाई मैं एक एक पायदान तो मैंने क्रॉस कर लिया है। लेकिन एक बात जो समझ में नहीं आ रही है वो ये है कि कंगना अब ऐसा क्यों सोचती हैं कि ज्यादा मुश्किल है।
क्योंकि ये वही कंगना है जो ये कह रही थी कि एक बार बस सांसद बन जाऊँ फिर तो मैं राजनीति की हो जाऊँगी फिल्मी दुनिया पूरी तरह से छोड़ दूँगी। अब वो कह रही है मेरे लिए एक ब्रेक की तरह है तो क्या कंगना हफ्ते भर के अंदर ही इस बात को सोचने लगी है कि मैं फुल टाइम पॉलिटिशियन बन पाऊँगी या नहीं या अब उन्हें फ़िल्मी दुनिया की याद सता रही है लेकिन अब याद भी करेंगी तो कैसे याद करेंगी?
उनकी एक फिल्म जो है emergency जो सिर्फ इसीलिए रुकी हुई है क्योंकि कंगना फिल्म पर विश्वास नहीं है। कंगना को ये लग रहा है कि अगर ये फिल्म रिलीज हुई है अभी और उसका तेजस जैसा हाल हो गया तो मेरी तो बहुत पीट जाएगी इसलिए उन्होंने इस फिल्म की रिलीज को दो बार टाला है। इस समय देखा जाए तो कंगना दो नांव की सवारी कर रही है। एक तरफ फिल्म इंडस्ट्री को वो छोड़ना तो चाह रही है।
लेकिन छोड़ नहीं पा रही है। राजनीति में आ गई है वो राजनीति मुश्किल लग रही है और एक ऐसी अभिनेत्री जिसने चार बार नेशनल अवार्ड जीता हो उसकी फिल्म अगर तीन दिन के अंदर सिनेमा घरों से उतर जाए तो जाहिर है धक्का तो लगा ही होगा कि मेरे साथ ये क्या हो गया मुझे ऐसा लगता है कि कंगना बहुत ज्यादा भटक गई confuse हो गई उन्होंने अपने विचारों को बहुत गलत तरीके से समझ लिया उसे गलत तरीके से गलत जगह express कर दिया जिसके बाद उनकी एक इमेज खास तरह के अह व्यक्ति की बनती चली गई जिसके लिए शायद बॉलीवुड में कोई जगह नहीं बची है।
और अब उन्हें राजनीति में अपनी नई जमीन तलाशनी होगी क्योंकि भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर चुनाव लड़ने और जीतने तक तो ठीक है जैसे उन्होंने बयान दिए कि दो हजार चौदह में हमारे देश को आजादी मिली थी या उन्होंने बयान दिया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमारे देश के पहले प्रधानमंत्री थे या फिर उन्होंने जिस तरीके से पंजाब में प्रदर्शन कर रहे अह दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के बारे में जो बयान दिए उसको लेकर जो है उसकी हीट उन्हें अभी भी झेलनी पड़ रही है आपने देखा है कि चंडीगढ़ में क्या हुआ जो भी हुआ बड़ा दुखद था लेकिन कुल मिलाकर ये समझा जा सकता है कि कंगना अभी अपनी जमीन तलाश रही है कुछ हद तक वो confused भी है
उनको ये भी समझ में कि उन्होंने सही किया है, नहीं किया है, जो करना था अह क्या वो कर पाई है? और जो वो करना चाहती हैं, कर पाएंगी कि नहीं? इसे शायद समझने में लंबा वक्त लगेगा, खैर अगर सब कुछ ठीक-ठाक चला तो कम से कम पांच साल तक तो सांसद रहेंगी ही, आगे देखते हैं, क्या होता है? इस दौरान उम्र भी बढ़ेगी तो खास तरह के रोल भी फिल्मों में ऑफर नहीं होंगे और देखते हैं कि आगे किस तरीके से उनकी राजनीति चलती है और किस तरह से वो खुद को बचा कर रख पाती हैं?
क्योंकि राजनीति वाकई उन्होंने सही कहा कि मुश्किल है और कंगना जैसों के लिए राजनीति में मुश्किल इसलिए भी हो जाती है क्योंकि जब आप बिना सोचे समझे बयान देने लगते है तो फिर आप लोगों के बीच घिरने भी लगते है controversy में आने लगते है और controversy में आने के बाद क्या होता है कि आप जो अच्छा या बुरा काम कर रहे है वो notice में नहीं आता आपके बयान notice में आने लगते है जैसा कि इनके साथ पहले भी हुआ कि इन्होंने जितना अच्छा काम किया चार बार national award जीता लोग वो भूल गए
लेकिन इनके जो भड़काऊ बयान थे वो लोगों को याद रह गए और उसको लेकर इन्हें troll किया गया एक बार ट्विटर पर ये ban भी हो गई इन सारी चीजों को कंगना को समझना होगा। कि जनसेवा के लिए अगर उतनी है तो जनसेवा ही करें, फिर बवाल ना करें। हो सकता है, इस तरह के बवाल करना, इस तरह के भड़काऊ बयान देना, उनके लिए टूल रहा हो, राजनीति में आने का जिसकी वजह से वो चर्चा में भी आई, जाहिर है, लोगों ने उनके बारे में पढ़ना और जानना शुरू किया, लेकिन जैसा कि हमने देखा कि भड़काऊ बयान देने के बाद कंगना की फिल्मों को कोई सफलता नहीं मिली।
उनके भड़काऊ बयान सोशल मीडिया पर सुर्खियां पा गए। उन्हें ट्रोल किया गया, चर्चा में आ गई, सुर्ख़ियों में बनी रही, लोग उनका जिक्र करते रहे। लेकिन फिल्मों को इसका फायदा नहीं हुआ, ठीक वैसे ही अगर आप इस तरह के भड़काऊ बयान देते हैं, इस तरीके के अह ऐसे कोई स्टेटमेंट देते हैं, जिसको लेकर बवाल हो, तो इससे क्या वाकई राजनीति को फायदा होगा? नहीं होगा, ये तो समय बताएगा, लेकिन हाँ, इतना जरूर है कि लोगों के बीच बने रहने के लिए कंगना को कुछ ठोस काम करने होंगे।
और इसके फैसले उन्हें अभी लेने होंगे कि वो ये करने में interested हैं या नहीं क्योंकि उन्होंने अभी से जब कहना शुरू कर दिया है कि राजनीति चीज है। ऐसे में ये समझना बहुत मुश्किल हो रहा है कि क्या वो राजनीति में लंबे समय तक टिकना चाहती हैं? या उनको लगता है कि ये उनके लिए बस एक ब्रेक की तरह है क्योंकि जिस podcast की मैं बात कर रहा हूँ हिमाचल podcast में उन्होंने साफ कहा है कि मेरे लिए एक अच्छा ब्रेक है।
और इस बात पर जोर देना कि मुझे पहले भी राजनीति में काम करने का मौका ऑफर हुआ था लेकिन उस वक्त मैंने ध्यान नहीं दिया क्योंकि जाहिर है कंगना की priority शुरुआत में तो जब वो young थी और फिल्म इंडस्ट्री में आई थी तो अपना अपनी पहचान बनाना था एक अभिनेत्री के तौर पर जो उन्होंने बनाई भी अब ये अभिनेत्री के तौर पर बनाई गई पहचान उनकी राजनीति वाले करियर में कितना साथ दे पाएगी,
नहीं दे पाएगी वो कितने समझदारी भरे फैसले करेंगी, नहीं करेंगी या फिर वो किस तरीके के बयान देंगी, आने वाला समय बताएगा लेकिन इतना जरूर है जैसा कि कंगना ने खुद कहा है कि हाँ राजनीति वाकई मुश्किल है खासकर कंगना जैसे लोगों के लिए फिल्मों में काम करना आसान है, चार बार नेशनल अवार्ड जीत चुकी है, अभी भी समय है, बहुत कुछ decide किया जा सकता है.
एक टीवी एक्टर हैं, नाम है संजय गांधी और ये, ये रिश्ता क्या कहलाता है में दद्दा जी का रोल किया करते थे, लेकिन चलते शो से इन्हें बाहर कर दिया गया, आज इनकी हालत ये है कि इनके पास काम नहीं है। दोस्तों से पैसा उधार मांगकर इनका काम चल रहा है।
मुंबई के अंधेरी इलाके में ये किराए पर रहते हैं, इनका अपना घर मीरा रोड में है, जिसे अब गिरवी रखने की नौबत आ चुकी है और इनका ये कहना है कि हमारी जो टीवी कलाकार है, उनकी जिंदगी ऐसी ही होती है। अचानक सब छिन जाता है। इन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले मैंने जनक नाम का टीवी शो join किया था मुझे कहा गया कि इसमें आपका काफी काम होगा और बड़ा मेजर रोल होगा इसलिए मैंने और कहीं काम देखा नहीं और फिर अचानक से अब मुझे इससे भी निकाला जा रहा है।
कुल मिलाकर मामला ये है कि एक बार फिर से टीवी इंडस्ट्री से एक ऐसी कहानी बाहर आई है जिसे सुनकर छोटे शहरों में रहने वाले वो लोग जो टीवी पे आने का सपना देखते हैं उनको ये संदेश मिलेगा कि टीवी कलाकारों की जिंदगी को एक अच्छी होती नहीं है। आपको लगता है कि आप अपने घर में बैठे इनको टीवी स्क्रीन पर देखते हैं तो इनके पास बहुत सा पैसा होगा, बहुत सी सुविधाएं होंगी, लेकिन अगर आप मुंबई आकर देखेंगे, तो वो कलाकार जो किसी तरह बस अपना काम चला रहे हैं, उनकी स्थिति ज्यादा अच्छी होती नहीं है।
हाल ही में आपने देखा कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा में सोढ़ी जी का किरदार निभाने वाले गुरुचरण का क्या हाल हुआ? इतने पैसे उधार उन्होंने ले रखे थे मार्केट से कि उसके बाद उन्हें मुँह छुपाने के लिए एक यात्रा जाना पड़ा या ना मालूम उनको ले जाया गया क्या हुआ उनके साथ कोई नहीं जानता बहरहाल वो वापस तो आ गए हैं लेकिन इतना जरूर है कि ये जो टीवी पर काम करने वाले कलाकार होते हैं ये उतनी अच्छी जिंदगी नहीं गुजार पाते।
जब तक कि ये बहुत बड़ा नाम ना बन जाए किसी शो के लीड ना बन जाए ये जो supporting कास्ट होती है जो supporting stars होते हैं ये बड़े जाने-पहचाने चेहरे तो होते हैं लेकिन अगर आप इनके आर्थिक हालात जानना चाहें तो स्थिति ये होती है कि काम के नब्बे दिन बाद इनको पैसा मिलता है। यानी वो सीरियल जो आज शूट हो रहा है जिसे शायद आप अगले हफ्ते या दस-पंद्रह दिन में देख लेंगे।
उसके telecast के नब्बे दिन बाद इनको पैसा मिलता है और ये मुद्दा मैंने पहले भी उठाया था कि ये जो फिल्म इंडस्ट्री और टीवी इंडस्ट्री है ये freelancers से भरी हुई है। इनका मेहनताना अक्सर इन्हें उस वक्त भी नहीं मिलता जिस वक्त आप इनके द्वारा की गई मेहनत से खुद का मनोरंजन कर रहे होते हैं यानी आप तो अपने घर में बैठकर इनका शो देख रहे होते हैं।
लेकिन उस वक्त इनकी जेब में पैसा नहीं होता। इन्हें इंतजार करना पड़ता है और अगर इनके पास बहुत ज्यादा काम नहीं है तो कई बार भूखों मरने की नौबत तक आ जाती है, ये सारी बातें हर कोई खुलकर नहीं कहता क्योंकि मैं बहुत सारे लोगों के साथ उठता-बैठता हूँ और मैंने इस industry को बहुत नजदीक से देखा है, इसलिए आपको पूरा सच बता रहा हूँ, आज ये संजय गांधी वाला किस्सा आया तो मुझे लगा मैं आपको एक बार फिर से याद दिला दूँ, कि टीवी industry ये एक ऐसी industry है, जहाँ आज भी कई सारे ऐसे अभिनेता हैं, कई सारे ऐसे कैमरा हैं, editor हैं, crew members हैं जो आज भी अपने पुराने पैसे के लिए प्रोड्यूसर्स के घर के चक्कर काट रहे हैं या प्रोड्यूसर के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं या जिन्होंने एसोसिएशन में अपना मामला डाला हुआ है
लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं है और ये खुलकर सबके सामने आ भी नहीं सकते क्योंकि असल में उन्हीं लोगों के पास उन्हें फिर से काम मांगने जाना है तो सोचिए जिनसे आप रेगुलर बेसिस पे काम मांगते हैं वही आपका पैसा मारने लगे तो आप कुछ ज्यादा कह भी नहीं सकते क्योंकि अगर आप ज्यादा कहेंगे लड़ेंगे दुश्मनी हो जाएगी तो अगला काम भी नहीं मिलेगा दोस्तों ये सारी बातें सामने आना इसलिए जरूरी होती है क्योंकि जो perception हमारे दिमाग में बना हुआ है ना अरे फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड अब तो सब बहुत अच्छा होगा ऐसा है नहीं,
मैं चाहता हूँ कि छोटे शहरों से जो लोग आ जाते हैं बड़े-बड़े सपने लेकर और उनको लगता है सब कुछ बहुत आसान हो जाएगा मुंबई आते ही एक दो सीरियल मिल गया एक दो लाइन का रोल मिल गया तो हमारी किस्मत चमक गई ऐसा कुछ होता नहीं है दोस्तों अगर आप किसी बहुत अच्छे कैरियर को छोड़कर आ रहे हैं किसी बहुत अच्छी पढ़ाई लिखाई वाले किसी लाइन को छोड़कर आ रहे हैं तो प्लीज मत आइए। क्योंकि यहाँ पर बहुत से ऐसे हैं जो पहले से ही धक्के खा रहे हैं।
खबर ये है कि कैमरे के सामने शराब पीते पकड़े गए हैं रणबीर कपूर अब हो सकता है आप ये कहें कि शराब पीना तो कोई गुनाह नहीं है जी हाँ बिल्कुल नहीं है लेकिन ये रणबीर कपूर ही थे जिन्होंने इस बात का ऐलान खुद किया था कि क्योंकि मैं रामायण में राम का रोल कर रहा हूँ इसलिए मैं शराब नहीं पीऊंगा, मैं नॉनवेज नहीं खाऊंगा। तो लोगों को लगा कि शायद रणबीर कपूर के दिल में वाकई ऐसा प्रेम उमड़ा है,
ऐसी श्रद्धा उमड़ी है कि वो खुद अपनी मर्जी से अपनी इच्छा से ऐसा करना चाहते हैं और शायद इससे उनकी एक्टिंग में भी निखार आएगा। लेकिन अम्बानी के pre wedding फंक्शन से एक तस्वीर सामने आई जिसमें उनके हाथ में गिलास है कहा जा रहा है इसमें शराब है और इसे वो छिपाने की कोशिश भी कर रहे हैं यानी उनके कहीं ना कहीं बैक ऑफ द माइंड ये चल रहा है कि मैं जो कर रहा हूँ ये अभी अगर सामने आया तो सही नहीं होगा इसलिए मैं इसका क्लास को छिपा लूँ
देखिए शराब पीना नहीं पीना किसी का निजी फैसला होता है आप एक्टर हो सकते हैं आप सुपरस्टार हो सकते हैं और आप किसी का भी रोल कर सकते हैं कोई आपसे कहने नहीं कि आप फलां रोल कर रहे हैं, तो आप ऐसा ना करें। आप अपने ही रोल में, अपने ही character में निखार लाने के लिए उस character के नजदीक जाने के लिए निजी जिंदगी में वैसा बनने की कोशिश करते हैं, ताकि आपकी acting में निखार आए। आपने देखा होगा, जिन लोगों को बड़ा ऐसी acting करनी होती है,
जिसमें वो अच्छे नहीं दिख रहे हैं, तो वो कई दिन नहाते नहीं हैं, दाढ़ी बड़ा लेते हैं, बाल बढ़ा लेते हैं, ताकि उस character में वो समा जाएं। अब भगवान श्री राम का character ऐसा है कि भगवान का character है, तो जाहिर है अह non-veg से दूर वो रहना शराब से दूर रहना होगा लेकिन ये भी आपसे कोई कहेगा नहीं। ये खुद रणबीर कपूर ने खुद किया था। और इसकी जरूरत भी इसलिए हो रही थी क्योंकि एनिमल के बाद उनकी जो इमेज बन गई थी फिल्म एनिमल के बाद वो ऐसी बन गई थी कि उसके बाद भगवान श्री राम के इमेज में लोग उनको स्वीकार करें ये बहुत बड़ी बात थी लेकिन ऐसे ही ऐलान किए गए उनके पीआर मशीनरी की तरफ से इस तरह की बातें कही गई कि भाई अब उन्होंने शराब छोड़ दी है, एल्कोहल छोड़ दिया है, नॉनवेज छोड़ दिया है।
अच्छा उन्हीं दिनों फिर वो भगवान श्री राम के मंदिर का जो उद्घाटन हुआ वहां पर भी दिखाई दिए। हालांकि उस वक्त मुझे एक बात समझ में नहीं आई थी कि यही रणबीर कपूर थे इन्हें ब्रह्मास्त्र के टाइम ब्रह्मास्त्र के प्रमोशन के टाइम उज्जैन के श्री महाकाल मंदिर में प्रवेश से रोक दिया गया था। ये कहते हुए कि भाई ये बीफ खाते हैं। वो भी उनका एक इंटरव्यू सामने आया था। कुणाल विजयकर का इंटरव्यू था।
तो मामला ये है कि ये जो दुनिया है पूरी की पूरी इमेज पर चलती है। पहले आपने एक इमेज बनाई कि आप बीफ खाते हैं और उसके बाद आपने ब्रह्मास्त्र में काम किया आपने कहा भाई हमें भगवान श्री महाकाल के मंदिर जाना है तो लोगों ने आपको रोक दिया। फिर आपने कहा मैं एनिमल जैसी फिल्म कर रहा हूँ तो एक अलग इमेज बन गई। फिर आपने कहा कि मैं भगवान श्री राम का किरदार कर रहा हूँ उसमें आप ही ने ये कह दिया कि मैं शराब नहीं पिऊंगा, मैं मांस नहीं खाऊंगा, तो लोगों ने मान लिया लेकिन फिर जब मामला चोरी छिपे होता है तो सवाल तो उठेंगे.
क्योंकि इसकी शुरुआत आपने की किसी ने आपसे ये नहीं कहा कि आप ऐसा ना करें लेकिन आपने किया है तो अब सवाल भी उठेंगे। आप ये भी कह सकते थे कि मैं एक एक्टर हूँ और एक्टर का काम एक्टिंग करना होता है, जरूरी नहीं कि मैं असल जिंदगी में उस करैक्टर के करीब हूँ और इनफैक्ट एक्टर की खासियत तो होनी चाहिए। कि आप जो character निभा रहे हैं, आप बिल्कुल भी वैसे नहीं है, आप फिर भी उसे बखूबी निभाएं।
अगर आप एक्टिंग के हिसाब से देखें तो एक एक्टर की खूबसूरती, उसके काम की खूबसूरती ये होती है कि वो जो बिल्कुल ना हो। लेकिन फिर भी उसके जैसा बनकर दिखाएं। इसी को तो एक्टिंग कहते हैं, जो आप नहीं है, वो अगर आप बन जाते हैं, तो उसे एक्टिंग कहते हैं, और कुछ लोग असल जिंदगी में उस character के करीब जाने के लिए उन आदतों को ओढ़ लेते हैं, कुछ समय के लिए, उन आदतों को पहन लेते हैं थोड़े समय के लिए।
उन आदतों जाते हैं थोड़े समय के लिए ताकि उनकी कैरेक्टर की निखार निकल कर आए, मतलब कैरेक्टर में निखार निकल कर आए, अब रणबीर कपूर ने खुद ही गलती कर दी है, वो एक्टर होने के साथ-साथ स्टार भी हैं, उनके फैन फोल्लोविंग भी है और लोगों को तो टांग खींचने की आदत है, सवाल तो उठेंगे, आपने अगर इस तरीके से गिलास लेकर आप खड़े हो गए तो लोग तो पूछेंगे भई आपने तो कहा था कि आप नहीं पिएंगे और आप पी रहे हैं। फिर आपको सबको सबूत देना पड़ेगा, वैसे रणवीर कपूर बहुत स्मार्ट हैं। होशियार हैं।
वो खुद किसी भी सोशल मीडिया पर हैं ही नहीं, तो आप उनसे सवाल पूछेंगे भी कैसे? सवाल उनसे फिर इसी तरह के वीडियोज के माध्यम से पूछे जाते हैं। जिन्हें देखते तो हैं लेकिन चोरी छुपे देखते हैं किसी और हेंडल से देखते हैं क्योंकि वो लोगों को बताना नहीं चाहते कि वो सोशल मीडिया पर हैं लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर उनकी नजर रहती है तो अगर रणबीर कपूर इस वीडियो को देख रहे हैं तो इतना समझ लें कि क्योंकि उन्होंने खुद कहा था कि मैं शराब नहीं पिऊंगा। शराब पीते पकड़े गए हैं तो सफाई भी देनी होगी। और फिर कहीं ना कहीं फैंस को ये भी लगता है कि आपने हमारे साथ ये अच्छा नहीं किया आपने हमसे तो कुछ और कहा था आप तो वादा करके मुकर गए.
कन्नड़ फिल्मों के पॉपुलर एक्टर दर्शन थुगदीपा को ग्यारह जून के दिन बेंगलुरु पुलिस ने हिरासत में ले लिया है इनकी गिरफ्तारी एक फार्मेसी कंपनी में काम करने वाले एक शख्स की हत्या के मामले में हुई है और पुलिस ने इस समय उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। मैं आपको बता दूँ कि दर्शन थुगदीपा जो है वो काफी पहले भी कई बार कई वजहों से controversy से घिरते रहे हैं।
उन सारे बातों को मैं आपके सामने रखूंगा लेकिन इससे पहले आपको बता दूँ कि दर्शन थुगदीपा के खिलाफ नौ जून को एक पुलिस शिकायत दर्ज हुई थी और उसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने मैसूर के फार्म हाउस से इन्हें हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार बेंगलुरु के चितादुर्गा इलाके में रहने वाले एक रेणुका स्वामी नाम के शख्स की हत्या में दर्शन का नाम सामने आया है और रेणुका स्वामी का शव संडे के दिन कामाक्षी पालिया के पास एक नाले से बरामद हुआ था।
शव मिलने की सूचना कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी थी। असल में वो शव नाले में पड़ा हुआ था और कुत्ते उसे घसीट रहे थे। असल में ये जो मृतक है रेणुका स्वामी ये एक कंपनी में काम करता था और वो काफी समय से एक्ट्रेस पवित्रा गौड़ को आपत्तिजनक मैसेज भेज रहा था।
और इस वजह से इस शख्स पर नाराज हो रहे थे क्योंकि दर्शन का एक दस साल लंबा रिलेशनशिप रहा है पवित्रा गौड़ा के साथ वो उनके साथ दस साल से एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर में है। और इस इस बारे में कई बार खबरें भी छपती रही हैं। और साथ ही अह एक बार बहुत पहले ये भी सामने आया था कि अह इनकी पत्नी ने भी इन पर अह घरेलू हिंसा के लगाए थे उस वक्त इन्हें गिरफ्तार किया गया था,
ये चौदह दिन पुलिस कस्टडी में रहे थे, उसके बाद इन्होंने माफ़ी मांगी थी और फिर जब ये गिरफ्तार हुए, उसके दो साल बाद फिर से ये मामला अह इस मामले में तूल पकड़ा कि अपनी पत्नी के साथ मारपीट करते हैं और फिर से इन्होंने माफ़ी मांगी, तो इस तरह के इनके साथ जो controversies है वो जुड़ी रही है, इधर ये जो हत्या होती है, इस शख्स की रेणुका स्वामी की इस अह सिलसिले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जाता है और वो लोग नाम लेते हैं, दर्शन का और उसके बाद पुलिस को पता चलता है कि इस गिरफ्तार किया गया है वैसे इनका एक झगड़ा सुदीप के साथ भी हुआ था। उस झगड़े को लेकर भी ये चर्चा में रहे थे।
असल में सुदीप का ये कहना है कि पहली फिल्म जो थी दर्शन की वो उनकी वजह से उन्हें मिली थी ये बात उन्होंने एक interview में बता दी उसको लेकर दर्शन सीधे जाकर सुदीप से भिड़ गए। और उसके बाद दोनों की दोस्ती टूट गई एक वक्त में बहुत close हुआ करते थे लेकिन अब इनकी दोस्ती टूट चुकी है तो कुल मिलाकर ये सारी बातें मैं आपको इसलिए बता रहा हूँ कि ये जो दर्शन गिरफ्तार हुए हैं इनका मामला बहुत पहले से ही गड़बड़ चलता रहा है दो बार ये घरेलू हिंसा के मामले में अह सामने आ चुके हैं
इनकी controversy दस साल से इनका एक एक्सट्रामेरिटल अफेयर का मामला सामने आया था पवित्रा गोरा के साथ में इसके अलावा ये एक वेटर से भी भिड़ चुके हैं और उस वेटर के साथ जो मामला इनका हुआ था उसमें इन्होंने पचास हजार रुपए देकर सेटलमेंट कराया था तो कुल मिलाकर एक कॉन्ट्रवर्सियल फिगर रहे हैं ये कर्नल फिल्म इंडस्ट्री की और एक बार फिर से ये हिरासत में ले लिए गए हैं इससे पहले ये दो हजार में भी घरेलू हिंसा के आरोप में चौदह दिन की पुलिस कस्टडी में रह चुके हैं और दो हजार सोलह में दोबारा से इनकी पत्नी ने आरोप लगाया था कि ये घरेलू हिंसा कर रहे हैं
ये मामला इस तरीके का है दोस्तों अक्सर पर्दे पर दिखने वाले जो चेहरे होते हैं वो अह असल जिंदगी में बहुत सारी ऐसी चीजों से होकर गुजर रहे होते हैं जिनके बारे में अगर बात की जाए तो फिर उनकी जो रिल इमेज है, रियल इमेज है वो बिल्कुल अलग होती है और खासकर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग जिनकी में लोग झांकना पसंद करते हैं उनके किस्से, कहानियां अक्सर ऐसे ही निकल कर सामने आते हैं। तो कभी waiter से भिड़ जाना, कभी पत्नी से भिड़ जाना कभी उस actor से ही भिड़ जाना, जिसने उन्हें पहली फिल्म दिलाई थी क्योंकि उसने interview में ये कह दिया कि आप मैंने आपको पहली फिल्म दिलाई थी, तो इस तरह का मामला रहा, इस तरह की इनकी history रही है दर्शन की।
शर्मिंद सहगल की हीरा मंडी में वाहियात एक्टिंग के लिए अभी तक उन्हें इंडस्ट्री के बाहर वाले ट्रोल कर रहे थे अब इंडस्ट्री के अंदर से भी आवाजें उठने लगी है। असल में शरमीन सहगल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया अपनी तरफ से कि उन्होंने हीरा मंडी में एक्टिंग करने के लिए जो प्रेरणा ली जो inspiration लिया वो मीना कुमारी जी की फिल्म पाकीजा से ली यानी वो ये कह रही थी कि उन्होंने मीना कुमारी की एक्टिंग को देखकर किया और कुछ वैसी ही एक्टिंग उन्होंने हीरा मंडी में करने की कोशिश की है
अब ये सुनकर मीना कुमारी जी के जो सौतेले बेटे हैं ताजदार अमरोही वो सामने आ गए हैं और उन्होंने ये कहा है कि शर्मिंद सहगल का ये कहना बिल्कुल भी ठीक नहीं है कहाँ शर्मिंद सहगल कहाँ मीना कुमारी दोनों में जमीन आसमान का फर्क है और पाकीजा जैसी फिल्म जिसकी वो बात कर रही है पाकीजा ना दोबारा बन सकती है ना कभी मीना कुमारी वापस आ सकती है ना कमाल अमरोही वापस आ सकते हैं और शर्मिंद्र सहगल को मैं कभी नहीं हूँ लेकिन उनका ये कहना बिल्कुल उन्हें नागवार गुजरा है,
उन्होंने साफ तौर पर ये कहा कि शर्मिंद ने आखिर ऐसा क्यों कहा? क्योंकि अगर हम उनकी acting देखें, जिस तरीके की acting उन्होंने की है, जैसे वो acting कह रही हैं, उसका मीना कुमारी की acting से कोई मेल-जोल नहीं है। जो मीना कुमारी इतनी खूबसूरत अदाकारा रही है, जो बहुत ही अपनी effortless acting के लिए जानी जाती थी, उनकी तुलना शर्मिंद सहगल अगर अपने आप से कर रही है, तो ये पूरी तरह से उन्हें नामंजूर है।
फिर उन्होंने को आगे बढ़ाते हुए ये कहा कि एक तरफ उनके मामा है संजय लीला भंसाली जो कमाल अब्रोही साहब की बहुत इज्जत किया करते थे और अह उनके जैसी अह shots लेने की वो कोशिश करते हैं अपनी फिल्म में उनको, उनको कॉपी करने की कोशिश करते हैं, कई बार उनसे प्रेरणा लेते हैं और एक तरफ ये शरमीन सहगल हैं जो संजय लीला भंसाली की भांजी हैं और ये इतनी बड़ी बात कह रही हैं कि मैंने मीना कुमारी जी जैसी acting की है तो इसको लेकर अब industry के अंदर से ही आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं।
आप जानते ही हैं कि हिरा मंडी में शर्मिंद सहगल की एक्टिंग को लेकर लोगों ने उन्हें काफी ट्रोल किया था और हर जगह ये कहा गया कि उनकी एक्टिंग में expressions दिख ही नहीं रहे थे और लग रहा था कि वो अह बहुत ही हल्के तौर पर ले रही है अपने इस पूरे project को और कहा ये भी गया कि संजय लीला भंसाली की वो भांजी है nepotism का जिक्र हुआ ये कहा गया कि वो काबिल नहीं है कि उन्हें इतना बड़ा रोल दिया जाता आरंभ देव का उन्होंने किरदार निभाया था इस शो में तो बहरहाल अब जब से उनका ये स्टेटमेंट सामने आया है कि उन्होंने मीना कुमारी जैसी acting की है और ये कोई और नहीं कह रहा है वो खुद ही कह रही है।
तो उसको लेकर अब नया बवाल शुरू हो गया है और सीधे तौर पर उन पर निशाना साधा है अह अमरोही ने जो कमाल अमरोही साहब के बेटे हैं और मीना कुमारी जी के सौतेले बेटे हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि ये उन्हें इस तरह की चीजें कहने से बाज आना चाहिए. हालांकि उन्होंने साथ में ये भी कहा कि मैं शर्मिंदा को जानता नहीं हूँ. उनसे कभी मिला नहीं हूँ लेकिन इतना जरूर कहूँगा कि अगर वो अपना कंपैरिजन मीना कुमारी से कर रही हैं.
तो ये बिल्कुल हमें नागवार गुजरेगा क्योंकि अ कहीं से कहीं तक उन दोनों के बीच में कोई मेल नहीं है. अपने आप में बहुत कमाल की शख्सियत और अदाकारा थी मीना कुमारी, उनकी एक्टिंग एक ऐसी एफर्टलेस एक्टिंग होती थी. अगर आप उसको ये कहें कि वो शर्मिंद सहगल उनके जैसी एक्टिंग कर पा रही हैं तो ये उनकी एक तरह से बेइज्जती होगी.
बिना किसी शक इंडियन वेब सीरीज के दुनिया का सबसे बड़ा दिन आ चुका है. क्योंकि किंग ऑफ़ मिर्ज़ापुर नहीं किंग ऑफ़ इंडियन सिनेमा की डेट रिवील हो गई है सर. मिर्ज़ापुर सीज़न थ्री वैन ये सवाल पूछ-पूछ कर शो के मेकर्स ने पब्लिक के काम से खून निकाल दिया था. इसलिए इतनी जल्दी ठंडे मत पड़ जाना. और अब फाइनली वो डेट आ गई है जिसके बाद अगर दुनिया खत्म भी हो जाती है ना टेंशन नॉट मिर्ज़ापुर सीज़न थ्री देखकर ही मरेंगे.
इस बात की ख़ुशी कोई नहीं समझ सकता. डेढ़ मिनट का टीज़र देखकर ये ऐसा लग रहा है ज़िंदगी सफल हो गई तो पूरे आठ एपिसोड जब रिलीज़ होंगे उसके जलवे ही अलग होंगे। शो कैसा है, कितना भयंकर है, कितना best and best होगा, ये सब बातें बाद में करेंगे, पहले शो वालों की marketing strategy पे दो तीन गालियां तो बनती हैं। एक चीज़ होती है बर्दाश्त करना, फिर आता है सब कुछ जानते हुए भी सह लेना, उसके बाद आता है ये मिर्ज़ापुर 3 का बेशर्म promotion.
सच में गालियों की dictionary में नए शब्द add करना पड़ेंगे इतना ज्यादा अपशब्द बोले गए हैं, अमेजॉन prime के सोशल मीडिया page पे पिछले कुछ दिनों में शर्म नहीं आई भाई तुम लोगों को एक बार भी मतलब डेढ़ दो हजार comments में लोग तड़प रहे हैं date के लिए और ये क, ख, ग, खेल रहे हैं वो भी पोस्टर के साथ। देखो प्राइम वीडियो के announcement में सिर्फ पाँच सेकंड काफी थे मिर्जापुर के लिए बाकी सारे shows को लाइन में अपने पीछे खड़े करने के लिए।
और ये लोग पिछले पचास दिनों से जो नौटंकी मचा रहे हैं उसकी माफ़ी सिर्फ तभी मिल सकती है जब सीज़न थ्री का भौकाल पिछले दोनों सीज़न से दो सौ गुना ज्यादा निकले। टीज़र के बाद गुड न्यूज़ ये है कि भौकाल दो सौ नहीं कम से कम पाँच सौ छह सौ गुना ज्यादा भयंकर होगा क्योंकि मिर्जापुर में इस बार इंसान नहीं जानवर मिलेंगे। ये आईडिया जिस भी बंदे का था ना कि बाउजी की आवाज में टीजर को किया जाए डिस्कवरी चैनल की तरह बॉस आज के आज इसका प्रमोशन कर दो सैलरी ट्रिपल अच्छा वैसे कितने लोगों ने नोटिस किया कि टीजर के लास्ट शॉट में गद्दी के पास शेर की परछाई दिख रही है
भागते हुए नहीं किया ना थैंक यू बोलो भैया ये तो ट्रेलर भी नहीं है सिर्फ टीजर है और यहीं पे शेयर बाहर निकाल दिए तैयार रहना इस बार मिर्जापुर कमजोर दिल वालों के लिए नहीं होने वाला है नेक्स्ट लेवल भाई साहब honestly ये इकलौता ऐसा शो है जिसको आप मांस क्लास किसी कैटेगरी में फिट नहीं कर सकते ये खुद में अलग कैटेगरी है अलग सिनेमा है घरवालों के साथ देख सकते और छुपकर शांति से देख लोगे ऐसा हो नहीं सकता हर दूसरे सीन पे जोश में होश खोने का मन करने लगता है।
और सीज़न थ्री का पागलपन तो next level पे चला गया है क्योंकि कौन सा character hero है कौन सा विलन ये **** किसी को समझ ही नहीं आया है। बॉस इसी को बोला जाता है perfect teaser पूरा वीडियो देखने के बाद शरीर पे रोंगटे खड़े हो गए और पता भी नहीं चला क्यों? शो में होने क्या वाला है। सब कुछ दिखा भी दिया जिसे पूरे दो सीज़न की यादें दिमाग में वापिस आ गई और सब कुछ छुपा भी लिया सीज़न थ्री का एक परसेंट हिट भी नहीं दिया two in one teaser है।
ये वीडियो में दो-तीन सीन्स रिवील किए थे तब से लेकर आज तक दिमाग का बदोबदी हो रखा है। किसको सपोर्ट करें समझ ही नहीं आ रहा था। और अब आया है ये टीजर जिसने पूरा गेम ही बदल दिया है। त्रिपाठी जी पे दया आ रही है और गुड्डू भैया पे गुस्सा। ये कैसे हो गया गुरु। इस बार लग रहा है सारी लिमिट्स क्रॉस कर देंगे शब्दों में violence में emotions में adult content में यहाँ तक कि politics का नंगा नाच भी हो सकता है।
वैसे एक न्यूज़ पढ़ी थी मैंने कहीं पे जिसके हिसाब से ये मिर्ज़ापुर सीजन थ्री का बेसिक कांसेप्ट महाभारत से उठा के adopt किए हैं इस बार। तो शो में कुछ ऐसी चीजें भी हो सकती है जो काफी unexpected होंगी, धोखा सबसे इजी है, कोई किसी के भी साथ कर सकता है, सिर्फ गद्दी important है। देख रहे हो कितने सारे characters को एक साथ लेकर आ गए हैं, सीजन थ्री में ताकि मेन कहानी के अंदर छोटी-छोटी कहानियां भी चलती रहें। इससे होगा ये कि शो में अचानक से कब किसके साथ क्या हो जाए, पूरी कहानी unpredictable हो जाएगी। मिर्ज़ापुर इस बार बॉक्सिंग में ही चेस की तरह खेला जाएगा।
वैसे गुड्डू भैया का जो over excitement reason में दिख रहा है, सच बताना लग नहीं रहा, इस बार इनका चैप्टर खत्म हो जाएगा, मरने वाले हैं ये त्रिपाठी चौक तोड़ देना, बीवी छीन लेना, कुर्सी को खिलौना समझना और दुश्मन को बौना समझना बॉस गुड्डू भैया का उल्टा टाइमर चालू हो गया है। और ये जितना मासूम इस इंसान का चेहरा दिखाया जा रहा है, उतनी ही शैतानी इसके दिमाग में चल रही है, बदला होगा, इतना भयंकर जितना सोच नहीं सकते।
कालीन भैया जमीन पे है, जबकि कुर्सी पे कोई और बैठा है। ये चीज सोचने को दिमाग भी तैयार नहीं है, तो शो में कैसे दिखाएंगे? दूसरी बात, जैसा मैंने आपको बहुत पहले बता दिया था, मिर्जापुर सीजन थ्री पिछले दोनों सीजन से बहुत अलग होगा, कि इस बार मर्दों का नहीं औरतों का भौंकाल होगा नारी शक्ति जिंदाबाद है क्योंकि मैडम सीएम वर्सेज गोलू डॉन वर्सेज बीना द मास्टरमाइंड ये सिर्फ युद्ध नहीं पूरा वर्ल्ड वॉर लड़ने वाले है एक दूसरे के खिलाफ
लास्ट टाइम आपको एक काम भी दिया था मैंने पता लगाना था ये मैडम कौन है क्योंकि इस बार सीज़न थ्री की असली चैंपियन यही होने वाली है देखो पाँच जुलाई दो हज़ार चौबीस डेट बहुत पहले ही पता चल गई थी ये घड़ी में जो सुइया घूम रही है वो थोड़ी ना शो के मेकर्स की तरह बेईमान है तो सीज़न थ्री में होने क्या वाला है क्या एक्सपेक्ट कर सकते हो आप इस शो से सबसे पहला सवाल मुन्ना भैया को लेकर है आएंगे भी या नहीं।
गुरु hundred percent आएंगे वो भी शो के प्रोड्यूसर ने confirm कर दिया है लेकिन जिस तरह से आएंगे वो नहीं बताया लालच देकर भाग गए। माने flashback होगा कि सीधा comeback teaser में तो **** समझ नहीं आया एकदम छुपा के रखा है बेचारे को ये तब आएंगे जब कोई तैयार नहीं होगा। और एक गलती जो मैं आज आप सबके सामने कबूल करने वाली हूँ मिर्जापुर का background music ये undoubtedly पूरी दुनिया में सबसे best है। और जितना इसके बारे में मुझे,
आपको, हम सबको बात करनी चाहिए थी उसका एक परसेंट credit नहीं दिया है लेकिन आज सब कुछ बदल जाएगा मिर्जापुर का म्यूजिक हीरो बन जाएगा। पूरा teaser एक तरफ और last के दस सेकंड में मिर्जापुर का बीजीएम एक तरफ इस म्यूजिक के साथ मिर्जापुर के emotions है आज के बाद ignore मत करना साहब अब सब कुछ आज ही बता दूंगी आपको तो trailer में क्या ठनठन गोपाल मेरे पास शब्दों की कोई मशीन थोड़ी है हर बार नए बना लुंगी इंतजार करिए चार-पांच दिन का trailer बहुत पास है
बस हेलो high की बारी है उसके बाद तेज स्पीड से भागने वाली मिर्जापुर की गाड़ी है। but प्लीज दोनों हाथ जोड़कर बोलती हूं ये जानलेवा मार्केटिंग बंद कर दो हम लोग शो देख लेंगे भैया उसके लिए तबाही मचाने की जरूरत नहीं है. अब इतना सुन लिए कुछ अपनी तरफ से भी तो बोलिए कैसा लगा सरप्राइज मिर्जापुर थ्री का टीजर किस तरफ खड़े हो तुम टीम त्रिपाठी वर्सेज टीम गुड्डू या फिर लोमड़ी गैंग.
बिग बॉस का सीजन तीन यानी बिग बॉस ओटीटी का सीजन तीन बहुत जल्द शुरू होने वाला है और इस साल के जो शो के फॉर्मेट और नियम हैं उनमें कई सारे बड़े बदलाव भी देखने को मिलेंगे अनिल कपूर टांक होस्ट शो में ट्विस्ट लाने वाले हैं और प्रीमियर के दिन आने के साथ ही शो से जुड़ने वाले प्रतियोगियों के नाम भी लगातार सामने आ रहे हैं अभिनेत्री अमीषा पटेल से निर्माताओं की बातचीत चल रही है जबकि त्रिदेव अभिनेत्री सोनम खान डॉली और दिल्ली की वायरल हुई बड़ा पाव गर्ल चंद्रिका भी इस शो में दिख सकती है,
आपको बताते हैं कि कौन-कौन से प्रतियोगी हैं जिन्हें आप इस बार बिग बॉस के घर में देखेंगे जो कि ओटीटी पर सीजन तीन के होस्ट होंगे अनिल कपूर, आपको फिल्म त्रिदेव याद है। वो तिरछी टोपी वाले गाना जिन पर फिल्माया गया था, ये वही सोनम खान हैं जो इस शो से एक बार फिर शो में वापसी कर रही हैं और ये जो सोनम की आखिरी फिल्म थी उन्नीस सौ चौरानबे में जिस फिल्म का नाम था मानवता.
ये सनी देओल और अमिताभ बच्चन के साथ आखिरी बार दिखाई दी थीं और सोनम ने त्रिदेव के निर्देशक राजीव रॉय से ही शादी कर ली थी शादी के कुछ साल बाद ही ऐसा हुआ कि उन्हें अंडरबल डॉन अबू सलेम से धमकियां मिलने लगीं जिसके चलते उन्होंने भारत और फिल्म इंडस्ट्री दोनों को छोड़ दिया और एक गुमनाम जिंदगी जीने लगे।
पिछले साल सोनम इंस्टाग्राम पर भी एक्टिव हुई थीं और उन्होंने कुछ पुरानी तस्वीरें शेयर करके लोगों के बीच एक बार फिर से वो चर्चा का विषय बन गई थी कहा था कि ये भी जा रहा है कि अमीषा पटेल भी इस बार शो का हिस्सा बन सकती हैं उनकी फीस पर बातचीत चल रही है आप जानते हैं कि गदर एक प्रेम कथा और गदर टू जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों की हीरोइन रही है और अमीषा पटेल को भी बिग बॉस के जो मेकर्स ने संपर्क किया है।
इससे पहले अमीषा पटेल अपने भाई से भी मिल चुकी हैं और वह भी बिग बॉस का हिस्सा रह चुकी हैं। फिर हम सुन रहे हैं कि दिल्ली की जो वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका है, उन्हें भी शो ऑफर हुआ है और सोशल मीडिया पर ये अक्सर वायरल रहता है, चंद्रिका दीक्षित उनका नाम है और कहा जाता है कि अभी तक फॉलोअर्स शो साइन नहीं किया है, लेकिन लगभग उनका आना कन्फर्म है कि उधर डॉली चाय वाला जो पिछले दिनों काफी सोशल मीडिया सेंसेशन बन गए थे, उनकी भी एंट्री हो सकती है।
उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से डॉली चायवाला के साथ अपनी तस्वीर शेयर की थी और उसके बाद पूरा हिंदुस्तान उन्हें जानता हुआ लगा था। एक और रैप हैं समाजवादी साल के रोहित कुमार चौधरी इनको यूट्यूब पर करीब एक दशमलव आठ मिलियन प्रशंसक हैं तो कहा जा रहा है कि इनसे भी बात चल रही है और इन्हें भी बिग बॉस के घर का हिस्सा बनाया जा सकता है तो कुल मिलाकर ये जो सोशल मीडिया वाला यानी ओटीटी वाला जो सीजन तीन में बिग बॉस का ऐसे ही बदलावों से भरा रह सकता है
जो अक्सर सोशल मीडिया पर ही बॉलीवुड रहते हैं एक शो आया था इमली में साईं केतन राव ने काम किया था तो साईं केतन राव भी बिग बॉस ओटीटी तीन में दिख सकते हैं एक रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक उन्होंने ये शो साइन कर लिया है और तैयारियां शुरू कर दी है तो कुल मिलाकर टीवी और सोशल मीडिया के जो मिले-जुले चेहरे हैं वो आपको देखेंगे एक तरफ नब्बे के दशक की एक पुरानी अभिनेत्री हैं जो आ रही हैं अमीषा पटेल को भी हम पुराने में गिने जाएंगे।
सोशल मीडिया पर वह सनसनी है, जो डोली चाय वाला या वडापाओ गर्ल और सना सुल्ताना का नाम भी सुनने को आया है दिलवाले, गुस्ताखी और रूह जैसे एक बॉलीवुड म्यूजिक वीडियो में दिख चुकी है सना सुल्तान और यह बिग बॉस ओटीटी तीन का हिस्सा बनने वाली है।
कहा जाता है कि उनकी एंट्री अभी तक कन्फर्म हो चुकी है, अरमान मलिक जो यूट्यूब पे काफी पॉपुलर हैं अपनी दो-दो शादियों की वजह से लोग उन्हें काफी देखते हैं, तो अरमान मलिक भी शो का हिस्सा हो सकते हैं और कहा कि सोशल मीडिया पर उनका जो क्लेम टू फेम है वो ये है कि तस्वीरें दो शादियों की है और इस वजह से लोग इनके बारे में जानना चाहते हैं उनकी जिंदगी को बहुत करीब से देखते हैं लोग ज्यादातर लोगों का ये कहना है कि घर में एक बीवी को संभालना मुश्किल होता है ये दो को कैसे संभालते हैं
तो कुल मिलाकर इनके जो चार यूट्यूब चैनल हैं उसपे करीब ट्वेंटी एट प सब्सक्राइबर हैं तो सोशल मीडिया पर ये काफी बड़ा नाम है इसके अलावा ये जा रहा है कि खुशी चौधरी अपने पति के साथ आ सकती है सोशल मीडिया सेंसेशन खुशी चौधरी वो अपने पति विवेक चौधरी के साथ इस शो का हिस्सा बन सकती है उन्हें भी शो ऑफर किया गया है हालांकि वो अब तक नजर नहीं आए वन पॉइंट टू फैन्स के अलावा सना मकबूल भी एक खतरे के खिलाड़ी सीजन ग्यारह में दिखी थी वो अब बिग बॉस के ओटीटी सीजन तीन का हिस्सा हो सकती हैं,
टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं सना मकबूल ये बिग बॉस ओटीटी तीन का हिस्सा बन रही हैं ऐसी खबर है कि सना को आखिरी बार एक रियलिटी शो आया था, खतरे का शुरुआती सीजन ग्यारह में देखा गया था इसके अलावा अहप्रेन इस प्यार को क्या नाम दूँ, कितनी मोहब्बत है। अर्जुन और आदत से मजबूर जैसे शोज भेजे गए हैं, तारक मेहता का उल्टा चश्मा में टप्पू का किरदार जो भव्यता से प्रचलित है, उन्हें भी बिग बॉस ओटीटी थ्री के निर्माताओं ने संपर्क किया है। आह मैं आपको बता दूं कि भव्या गांधी ने दो हज़ार सत्रों में ही ये शो छोड़ दिया था।
और उसके बाद फिर राज आ गए इस शो में तारक मेहता में तो इनको भी अप्रोच किया गया है और ये तो आप जानते ही हैं कि इस बार इस शो को सलमान खान नहीं बल्कि अनिल कपूर बड़े झटका स्टाइल में होस्ट करेंगे ये जो नई जुगलबंदी होने वाली है इतने सारे सोशल मीडिया एंट्री में कुछ टीवी के कलाकार एक नाइंटीज की हीरोइन एक और पुरानी हीरोइन जब एक घर में बंद होंगे और उन पर कोई सेंसर भी नहीं होगा
क्योंकि ओटीटी वाले बिग बॉस में तो कोई सेंसर नहीं होता आप कुछ भी बोल सकते हैं गालियां तक देते हैं लोग तो देखते हैं ये सब क्या करते हैं हालांकि कहा जाता है कि सलमान की जगह अनिल कपूर इस शो को थोड़े अलग तरह से होस्ट करेंगे और इसके अधिकारियों की घोषणा भी हो चुकी है तो कुल मिलाकर देखते हैं कि ये जो सीजन बदलेगा, हीट बदलेगा.
ये जो नया प्रोमो आया था एक के आने से अब सब बदलेगाबिग बॉस ओटीटी थ्री के इस खास सीजन के लिए तैयार हो जाइए। तो ये जो नए होस्ट हैं अनिल कपूर ये क्या गुल खिलाते हैं इंतजार रहेगा और ये भी कहा जा रहा है कि सलमान खान जहां एक एपिसोड को होस्ट करने के बारह करोड़ लेते थे तो अनिल कपूर की फीस सिर्फ दो करोड़ है।
और कहा गया है कि यह जो बिग बॉस ओटीटी तीन है इसे होस्ट करने के लिए अनिल कपूर दो करोड़ रुपए लेंगे और हर हफ्ते वो चार करोड़ रुपए लेकर अपने घरलोग सलमान खान के सबसे ज्यादा खर्चा हुआ था और कहा ये भी जा रहा है कि सलमान खान को जो धमकियां मिलती रहती है उसकी वजह से भी ये फैसला लिया गया है कि इनमें बदलाव किया जाए और अनिल कपूर को लाया जाए आखिरकार बारह करोड़ और दो करोड़ में अच्छा खासा अंतर आता है तो आप लोग क्या भरोसेमंद हैं
आह ओटीटी थ्री जो बिग बॉस बिग बॉस पर का जो ओटीटी तीन सीजन आ रहा है उसके लेकर आपके मन में क्या विचार है, क्या सवाल है, क्या लगता है आपको कितना रोमांचक होगा क्या आप सलमान को मिस करेंगे? आपको लगता है कि अनिल कपूर के आने से थोड़ा सा स्वाद बदल जाएगा जो भी मजबूत हैं वह मेरे इस वीडियो के नीचे टिप्पणी अनुभाग में बता सकते हैं।
आज तो शायद ही कोई ऐसी हीरोइन होगी जो बिकिनी पहनने के लिए बहुत बड़ी बात हो लेकिन सत्तर के दशक का वह समय था जब ये बहुत बड़ी बात मानी जाती थी कि कोई बड़े पर्दे पर एक हीरोइन जो है वो बिकनी में आ गई और उस वक्त मुझे याद है कि शर्मिला टैगोर, परवीन भाभी, जीनतमान, निंबल कपाड़िया ये वो वक्त हिम्मत दिखा चुकी थी और रावण में से एक मुमताज भी थी उन्नीस सौ बहत्तर में एक फिल्म आई थी अपराध।
इस फिल्म में उन्होंने बिकनी पहनी थी, बिकनी पहनने का अपराध नहीं किया था, अपराध ने बिकनी पहनी थी और अभी हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू दिया में उन्होंने अपनी उस बिकनी वाले के बारे में बात की और उन्होंने बताया कि वो ये सब करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थी लेकिन फिरोज खान ने उनसे कुछ ऐसा कहा जिसे सुनने के बाद उन्होंने फैसला किया कि उन्हें अब स्क्रीन पर बिकनी पहननी चाहिए मुमताज है कि मैं उस वक्त में टॉप हीरोइनों में से एक थी और मैं अगर चाहती तो मैं कहूँगी कि मुझे ऐसा नहीं करना है मुझे नहीं पहननी बिकनी बात भी माननी है
क्योंकि मैं टॉप पर थी लेकिन मैंने सिर्फ फिरोज खान के कहने पर ऐसा किया उन्होंने मुझे भरोसा था कि अगर मुझे अच्छा नहीं लगा तो फिर वो फिल्म से उस सीन को एडिट कर हटा देंगी मुमताज कहती है कि जब फिल्म बनी और उनके सीन दिखाए गए तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी बॉडी को लेकर उस वक्त कॉन्फिडेंट नहीं थी और मुझे लगता था कि मैं ऑन स्क्रीन बिकनी में अच्छी नहीं लगूंगी और वो भी जा रहे थे कि अगर अच्छा नहीं लगेगा तो सीन हटा दूंगी मैं उन पर भरोसा भी कर सकती थी और इसीलिए मैं क्योंकि मैं करती कि फिरोज खान मुझे धोखा नहीं देगा।
फिर जब सीन आया और जब मैंने सीन देखा तो मुझे लगा कि मैं तो उनमें बहुत अच्छी लग रही हूं, बाद में कई निर्माताओं ने मुझे ऐसे रोल ऑफर किए जिनमें बोल्ड आउटफिट या बिकिनी पहनी थी, लेकिन मैंने मना कर दिया और उसके बाद फिर मैंने कभी बिकिनी नहीं पहनी। आज पचहत्तर साल से भी ज्यादा की हो चुकी है। आह मुमताज और अब वो उस जमाने को याद कर रही है।
अहा मुमताज ये भी कहती है कि आज का जो बॉलीवुड है वो अब काफी प्रोग्रेसिव हो चुका है और अब अभिनेत्रियों का बिकिनी पहनना या स्विम सूट पहनना कोई इतनी बड़ी बात नहीं है, हर कोई पहनता है दरअसल अगर कोई मना करता है तो खबर आएगी कि बिकिनी पहन मना कर दिया
और पहले ये उल्टा हुआ था कि पहले अगर पिकनिक पहनती थी हीरोइन तो खबर आई थी और मुमताज ये भी कहती है कि उस वक्त में आप इतना खुला कपड़ा नहीं पहन सकती थीं लेकिन फिलहाल की हीरोइनें तो काफी बोल्ड है और वैसे मुमताज ने काफी सारी हिट फिल्मों में काम किया है उस वक्त में बिकनी पहने बिना भी फिल्में हिट हो जाती थी ऐसा नहीं है कि अगर आप दीपिका पादुकोण हैं तो आप भगवा कलर की बिगनी रूपहले पर्दे शाहरुख के साथ नाचेंगी तभी आपकी चर्चा होगी उस वक्त में बिकनी पहने भी बहुत सी हीरोइनों का नाम कमा लिया था
और नाम भी जाता था तो कुल मिलाकर मामला ये है कि मुमताज ने उस ज़माने को याद किया है और ये बताया है कि उस फिल्म के हीरो ने मुझ पर भरोसा किया था कि अगर मैं अच्छी नहीं लगूंगी तो मेरा सीन डिलीट हो जाएगा और फिर मैंने खुद ही कहा कि नहीं यार मैं तो बड़ी अच्छी लग रही हूँ तो उसके बाद उनका सीन वो रखा गया दोस्तों आप लोगों को क्या लगता है क्या आप बॉलीवुड में जो खुलापन आया है इसकी वजह से जो अंदर का कलाकार है वो समझौता करता है या वैसे सीन डलवा जाते हैं या लोगों को लगने लगा है कि अगर आप दिखाओगे तो उतनी ही ज्यादा बिकोगे वो कहते हैं ना कि दिखाओगे तो बिकोगे मजबूत हैं आप इस पूरे परिदृश्य के बारे में मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन में हमें बता सकते हैं।
बॉलीवुड में हुआ है एक बड़ा घोटाला और इस घोटाले में सामने नाम आया है एक फ़िल्मी हीरोइन का और इसमें नाम आ रहा है गोविंदा और अक्षय कुमार का भी। अक्सर लोग ये कहते हैं कि नाम में क्या रखा है? लेकिन फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है जहाँ नाम में ही सब कुछ रखा है। जब बड़ा नाम हो जाता है।
तो फिर आप उस नाम के पैसे चार्ज करने लगते हैं। ये जो घोटाला गया है ये घोटाला सामने आया है शो स्टॉपर नाम की एक वेब series से असल में शो स्टॉपर नाम की ये जो वेब सीरीज है ये इसलिए चर्चा में आई थी क्योंकि इससे कमबैक हो रहा था जीनत अमान का फिर खबर ये आई कि किन्हीं वजहों से ये सीरीज नहीं बन रही है प्रोड्यूसर ने कह दिया है कि कुछ नुकसान हो गया है घाटा हो गया है लेकिन अब जो खबर आ रही है सामने वो बड़ी चौंकाने वाली है असल में इस वेब सीरीज में दीकांगना सूर्यवंशी नाम की एक एक्ट्रेस को साइन किया गया था जो की हीरोइन रह चुकी है,
गोविंदा के साथ एक फिल्म कर चुकी है, उन्होंने इस प्रोड्यूसर को ये भरोसा दिलाया कि वो इस शो के प्रेजेंटर के तौर पर अक्षय कुमार को लेकर आ जाएंगी, वो अक्षय कुमार को जानती है पर्सनली और वो अक्षय को कन्विंस कर लेंगी, इतना ही नहीं देकांगना ने ये भी कहा कि अक्षय कुमार इस शो को present करने के छह करोड़ रूपए फीस चार्ज करेंगे और मैं ये डील करवाने के लिए पचहत्तर लाख रूपए चार्ज करुँगी, और ये सब उन्होंने इतने भरोसे के साथ कि प्रोड्यूसर ने यकीन मान लिया। फिर क्या हुआ?
फिर दिव्यांगना ने कहा कि असल में अक्षय आजकल अजमेर में शूटिंग कर रहे हैं। ज्वली एलर्बी पार्ट three की तो आप एक काम कीजिए कि इस अह इस इसकी वेबसीट्स से जितने एपिसोड शूट हो गए, वो आप मुझे एक आईपैड में दे दीजिए। मैं उनको पहले दिखा देती हूं तो बाकायदा आईपैड में वो कुछ अह episodes डाले गए। ये लेकर अजमेर भी गई। लेकिन कमरे के अंदर ही अकेली गई है, उन्होंने कहा कि मैंने अक्षय को सब दिखा दिया है। तो लेकिन बाद में पता चला कि गड़बड़ घोटाला था।
ना तो अक्षय इस बात के लिए तैयार हुए थे, ना कोई छह करोड़ की डील थी और ना ही ये कुछ होने वाला था। ये जो दीगांगना है, ये सिर्फ पैसा ऐंठने के लिए ये कर रही थी, अब जब ये बात शो के प्रोड्यूसर को समझ में आई, तो उन्होंने अब पुलिस में ये मामला दर्ज करा दिया है। दीकांगना के खिलाफ उनके स्टाफ के खिलाफ, उनके मेकअप मैंने का नाम भी इसमें आ रहा है, तो दोस्तों ये होता है।
फिल्म इंडस्ट्री में अगर आप थोड़ी बहुत किसी से जान पहचान रखते हैं, तो आप से लोगों को इस तरह से वो कहते हैं ना हिंदी में उलटे-उलटे उस तरह से मूड सकते हैं मतलब पैसा निकाल सकते हैं और सोचिए दीकांगना ने ये किया अब उनके खिलाफ ये शिकायत गई है जब इस तरह के मामले बॉलीवुड में सामने आते हैं तब इस बात से यकीन उठ जाता है कि ये जो चिकने-चुपड़े चेहरे हैं ये असल जिंदगी में कभी सच भी बोलते हैं क्या?
या हर समय एक्टिंग करते हैं। अब आप सोचिए छोटे शहरों में बैठे लोग बड़े सपने देखते हैं, काश हम फिल्मों में आ जाएं, हम वेब सीरीज में आ जाएं, अक्षय कुमार को मिल लें, हम उसे देख लें। लेकिन ये जो करते हैं यहाँ इंडस्ट्री में आकर ये सब एक दूसरे को बेवकूफ बनाते हैं, यहाँ से पैसा उठाया वहाँ से पैसा उठाया, अनाप-शनाप खर्चे हैं, क्या करें? खर्च नहीं चलता, तो इस तरीके से लोगों को बेवकूफ बनाते हैं और ये इंडस्ट्री में हुआ कोई पहला ऐसा मामला नहीं है, ये इंडस्ट्री भरी पड़ी है।
ऐसे किस्सों से कुछ समय पहले ये भी सामने आया था कि कार्तिक आर्यन को साइन कराने के लिए एक व्यक्ति ने काफी सारा पैसा उड़ा दिया। एक अस्सी लाख रुपए के आसपास उड़ा दिया। कैसे? एक प्रोड्यूसर थी उसके संपर्क में आया। उन्होंने कहा भाई मुझे कार्तिक आर्यन को लेना है अपनी फिल्म में तो इंजनाब ने कहा हाँ हाँ मैं तो उसे जानता हूँ वो यहाँ शूटिंग कर रहा है वहाँ शूटिंग कर रहा है मेरी तो कल ही बात हुई थी उसने इतना भरोसा दिला दिया।
उसके बाद क्या हुआ वो महिला उन पर यकीन करने लगी और कभी दस लाख, कभी बीस लाख, कभी पांच लाख करते-करते उसको दो साल में उन्होंने करीब अस्सी लाख रुपए दे दिया। बाद में पता ये चला कि वो साहब गायब हो गए ना उन्हें कार्तिक आर्यन को sign कराना था ना कुछ था वो तो बस ऐसी बड़ी-बड़ी बातें करके उस महिला से पैसा निकाल रहे थे तो ये किस्सा भी अभी हाल ही में सामने आया था।
ये सारी बातें मैं आपको अपने चैनल पर इसलिए बताता हूँ दोस्तों क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में झूठ बोलकर पैसा कमाना बड़ी-बड़ी बातें करना लोगों को धोखा देना उलझा के रखना इस तरह के ब्लफ मास्टर्स जो हैं भरे पड़े हैं इस तरह के नटवर लाल भरे पड़े हैं। तो कभी अगर आपका सामना हो जाए ऐसे किसी से जो कहे इतने पैसे दे दो मैं ये करा दूंगा। कपिल शर्मा शो में चलने के लिए भी बीच में चला था कि आओ पैसे दीजिए हम आपको कपिल शर्मा के शो में ले चलते हैं।
केबीसी को लेकर भी कई बार आया तो इस तरह की चीजें इंडस्ट्री में बहुत होती है क्योंकि नाम बड़ा है बहुत कम है तो जो यहाँ बातें बनाकर लोगों से पैसे ऐंठ लेता है। वो फिर उसकी दुकान चल निकलती है लेकिन ऐसे किसी भी झांसे में मत आइए आप कोई छोटे शहर में रहने वाले फिल्म मेकर हो सकते हैं आप भी ख्वाब देख रहे हो मैं फिल्म बनाऊंगा मैं सीरियल बनाऊंगा लेकिन ऐसे किसी से टकरा जाएं तो जरा बच के क्योंकि इंडस्ट्री ऐसे लोगों से भरी है.
किसी फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार अगर किसी भी एक्टर के लिए भारत में बहुत शान की बात होती है लेकिन हमारे सैफ अली खान जो छोटे नवाब है उनका ये कहना है कि दो हजार पांच में जब उन्हें हम तुम्हारे लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया तो उनका उस पुरस्कार समारोह में आने का मूड नहीं था। उन्हें लग रहा था कि वह वक्त लंदन में मौजूद है और पांच लाख रुपए का टिकट लेकर उन्हें बिजनेस क्लास या फर्स्ट क्लास में वापस जाना होगा।
वो उसी वक्त लंदन पहुंचे थे अचानक उन्हें किसी ने फोन पर बताया कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल रहा है तो उन्होंने कहा कि मुझे क्या करना चाहिए, मतलब सोचिए कि राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा हुई है, आपका नाम आया है और जिस अभिनेता का नाम आया है, वो भारत से दूर लंदन में बैठा है और ये सोच रहा है कि मैं जाऊँ भी या नहीं।
राष्ट्रीय पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। एक अलग ही शान, एक अलग ही बात होती है, आपके करियर में चार चांद लग जाते हैं, आप कई जगह बड़े शान से कह सकते हैं कि मैं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हूं लेकिन सोचिए कि सैफ अली खान का उस वक्त रिएक्शन क्या था?
असल में जूम को इंटरव्यू दे रहे थे सैफ अली खान उन्होंने उस विवाद का भी जिक्र किया क्योंकि ये दो हजार पांच की बात है और उस दौरान उनकी मां शर्मिला टैगोर सेंसर बोर्ड से जुड़ी हुई थीं और उस वक्त ये कहा जा रहा था कुछ अखबारों में गॉसिप थी कि क्या सैफ अली खान को इस अवॉर्ड दिलवाने में उनकी मां शर्मिला टैगोर की भूमिका निभा रही है।
दोस्तों ये तो बात एक तरफ अलग रह रही है, भूमिका रह रही है या नहीं रह रही है, हालांकि सैफ अली खान इससे नकारते हैं और वो कहती हैं कि अरे मेरी माँ अगर मुझे मेरे लिए कुछ करना चाहती हैं, कुछ कर सकती हैं, तो पुरस्कार क्यों? उन्होंने कहा कि कहीं कुछ बेहतर और बढ़ा देती है तो उन्होंने एक तरह से उस राष्ट्रीय पुरस्कार के पूरे दृश्य को अपने जीवन में पहले बहुत ही छोटा बताया तो वो ये कहते हैं कि मुझे लगा ही नहीं कि हम तो मैं एक ऐसी फिल्म थी जिसके लिए मुझे मिल सकता है
राष्ट्रीय पुरस्कार ये बात भी उनकी सही है कि हम तो बहुत शानदार फिल्म थी और उसमें ऐसा कोई किरदार भी नहीं था उनका हां वो बात अलग है कि यार ओंकारा के लिए मिला होता तो वो एक जबरदस्त किरदार था लेकिन फिर भी अगर राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा हुई है, तो आप ये कैसे नहीं कह सकते कि मेरा जाने का मन नहीं था मुझे लगा कि मुझे पांच लाख रुपए की टिकट खरीदनी होगी या फिर से वापस भारत? क्या इस तरह का जवाब सैफ अली खान की तरफ से आ रहा है?
और इधर बातें चल रही हैं उस जमाने में दो हज़ार पांच में कि क्या ये उनकी माँ की वजह से उन्हें मिला है? फिर उस इंटरव्यू में वो काफी कुछ बताते हैं कि मेरे पिता और मेरी माँ दोनों ऐसे रहे हैं कि वो बिल्कुल ही स्वाभाविक रूप से कमजोर हैं, उनके मन में कभी ये ख्याल नहीं आता कि हमारे बच्चे हैं, इसलिए हम उनके लिए थोड़ा सा आंशिक हो जाए और मेरे पिता दस साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान इसीलिए रहे क्योंकि वो हमेशा बहुत सही फैसला लेते थे,
वो किसी तरफ झुकते नहीं थे, तमाम बातें उन्होंने की हैं। लेकिन इस बातचीत में एक बात जो मुझे खटकती है, वो ये कि अगर आपके नाम पर राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा भारत की सरकार ने की है, उस जूरी ने किया है, तो आपको सिर्फ पुरस्कार लेना होगा और आप वह पुरस्कार लेने जाएंगे।
को इतना छोटा बना रहे हैं, कि अरे कौन होगा? जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए? मैं क्यों जाऊँ, इतना महंगा टिकट मुझे लेने दूँगा, आप सोचते हैं कि ये सैफ अली खान है वो बता तो रहे थे कि जो विवाद हुआ था कि मेरी माँ की वजह से मुझे अवॉर्ड मिला ऐसा नहीं है लेकिन वो का जवाब देते-देते उन्होंने कहा एक इतनी बड़ी खुद ही खड़ी कर दी कि उनका मन नहीं था।
ये वे लग रहे थे कि बहुत छोटी सी चीज है। अब आप सोच रहे होंगे कि अक्सर ऐसा होता है, हालांकि कुछ लोगों ने ये भी कहा कि वो वक्त स्वदेश था और उसमें शाहरुख खान थे और उस वक्त शाहरुख खान का वो रोल काफी पसंद भी किया गया था। इनफेक्ट सुरेश मिश्रा जो कि उस जूरी में थे, उन्होंने ये बात सैफ अली खान से कही थी, उन्होंने इस इंटरव्यू में बताया कि कई बार उन्हें नेशनल अवॉर्ड इसलिए नहीं मिलता कि वह बहुत महान परफोर्मेंस दी हैं।
कई बार आपको ये मिल जाता है कि उस साल आप सबसे बेहतर थे। तो ये बात भी उन्होंने कही है यानी एक तरह से उन्होंने बताया है और आप खुद सोचते हैं कि अगर आपने देखा होता तो सैफ अली खान का प्रदर्शन इतना महान नहीं था कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल जाए। लेकिन फिर भी दिया गया और जब दिया गया तो बड़े नखरे दिखाते हुए सैफ अली खान पहुंचे और साथ में यह विवाद जुड़ गया कि कहीं उन्हें उनकी मां की वजह से तो नहीं मिला। क्या आप सैफ अली खान के इस रवैये के बारे में सोचते हैं या राष्ट्रीय पुरस्कार मिल रहा है? वे जाऊं कि दिलवा में नहीं थे, उनके लिए कोई बहुत बड़ी बात नहीं थी, बहुत छोटी बात थी, फिर भी उन्हें मिला।
अगर कोई अपनी पहली दूसरी फिल्म में ही किसी को यूँ ही साइड लाइन कर दे और सारी लाइमलाइट बटोर ले तो आप उसे क्या करेंगे? एक शातिर स्टार और एक शातिर स्टार मल्लिका शेरावत थीं, जिन्होंने फिल्म मर्डर की शूटिंग के दौरान एक ऐसा गेम खेला था कि उस फिल्म में ये हुआ कि जब मर्डर का नाम लिया जाता है तो आज आपको मल्लिका शेरावत याद आती हैं? हज सेहत आप इमरान हाशमी के बारे में सोचेंगे, लेकिन आपको दिमाग पर बहुत ज़ोर देना पड़ेगा, यह याद रखने के लिए कि इस फिल्म में मल्लिका के हसबैंड का रोल अश्विन पटेल ने वहीं अमीषा पटेल के भाई ने किया था।
लेकिन ये पूरी प्लानिंग कैसे हुई? दरअसल अश्विन पटेल ने अब इसका खुलासा किया है। अश्विन पटेल कहते हैं कि जिस वक्त मर्द की शूटिंग चल रही थी उस फिल्म में मेरा रोल ऐसा था कि मैं मल्लिका शरावत का पति बनी थी और हमारी काफी अनबन थी उसमें एक सीन था जिसमें मुझे मल्लिका का गला दबाना था।
तो अश्विन कहते हैं कि मैं पहली बार एक सीन दबा रहा था तो मैंने जो महान अभिनेता नसीरुद्दीन शाह से पूछा कि सर मुझे एक फिल्म में गला दबाना है मुझे कैसे करना चाहिए तो नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें सलाह दी कि जब आप हाथ से गला दबा तो हाथ में तो बिलकुल प्रेशर ना हो लेकिन चेहरे पर सारा भाव होना चाहिए क्योंकि वही कैप्चर होते है तो कहता है कि मैंने उसी तरह से मल्लिका का गला दबाया जिसे देखने के लिए लेकिन मल्लिका ने उस सीन के शूट होने के बाद बहुत बड़ा बवाल किया कर दिया और सीधे तौर पर कहा कि उसने वाकई मेरा गला दबाने की कोशिश की है, मुझे उसने चोट पहुंचाई है।
और ये बात बढ़ते-बढ़ते महेश भट तक पहुँच गयी। और जब तक ये बात पहुंची तो महेश भट ने काफी जोर से चिल्लाया अश्विन पटेल को और फिल्म की पूरी यूनिट के सामने का सीन ये हो गया कि अश्विन पटेल जो हैं वो सही से व्यवहार नहीं कर रहे हैं। इसका असर क्या हुआ? मर्डर का जब प्रमोशन शुरू हुआ तो अश्विन पटेल को साइड लाइन कर दिया गया कि जवाब तो फिल्म में ही सही से काम नहीं किया है और हर जगह मल्लिका शेरावत बड़े-बड़े चैनलों पर बड़े-बड़े प्रकाशनों में इंटरव्यू दे रही थी, वो लाइमलाइट में आ रही थी। ये उनकी दूसरी फिल्म थी, लेकिन इस फिल्म से उन्हें काफी लोकप्रियता मिल रही थी।
दूसरी तरफ अश्मित पटेल को ज्यादा इंटरव्यू नहीं दिए गए, वे कहीं नहीं दिखाए गए, मतलब वो फिल्म में थे तो सिर्फ थे। कहीं नहीं गया। उनकी चर्चा नहीं हुई, उनकी बात नहीं हुई। और आप भी आज अगर याद करें फिल्म मर्डर को तो आपको याद आएगी, मलिका शेरावत, हद से हद इमरान हाशमी और वो भीगे होठ तेरे वाला गाना, यही वो चीजें हैं, जो सबसे पहले आपको याद आती है, क्या आपको इसमें कहीं अश्विद पटेल दिखाई देते हैं? कहीं नहीं।
तो ये वो तकनीक है जिसके जरिए आप अपने ही किसी सह-अभिनेता को इस तरह से साइड लाइन दे रहे हैं कि किसी को पता भी न चले। अब सोचिए अगर अश्विन पटेल ने सामने आकर ये कहानी न बताई होती तो किसी को पता ही नहीं चलता कि आखिर वो वक्त सीन हुआ क्या था। बॉलीवुड की ऐसी कई सारी कहानियां हैं, कई सारे दर्द हैं, बहुत से लोगों के जहां उन्हें बस यूं ही दफन कर दिया गया।
अब अश्विन पटेल सामने आए हैं और इन सारी बातों का जिक्र कर रहे हैं। वो बात अलग है कि शेरावत अब खुद गायब हो चुकी है, कोई नहीं जानता वो कहाँ है? क्या कर रही है? उनका करियर भी कुछ ज्यादा लंबा नहीं चला। और एक खास तरह की फिल्मों में एक खास तरीके की आह उनकी कास्टिंग होती थी, उसी तरह के रोल में वो रह गई?
ऐसी कोई बहुत महान कलाकार नहीं बन पाई, लेकिन सोचिए कि पहली दूसरी फिल्म में ही उन्होंने ऐसा किया था। आप क्या सोचते हैं? बॉलीवुड के इन काले चिट्ठों के बारे में और इन काले सच के बारे में आपको क्या लगता है कि इसी तरह जैसे कि अश्मिन पटेल ने सामने आकर सब कुछ बताया है। सबको सामने आ बताना चाहिए। मैं आपकी टिप्पणियों को पढ़ने की प्रतीक्षा कर रहा हूँ.
फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर बड़े प्रोडक्शन हाउस पर ये आरोप लगता रहता है कि वो एक्टर्स को अपने हिसाब से काम करने के लिए मजबूर करते हैं और उन पर धौंस भी जमाते हैं। और इस मामले में यशराज फिल्म्स का नाम भी लिया जाता है। आपको याद होगी यशराज फिल्मों की वो सुपरहिट फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और अगर आपको याद होगा इस फिल्म को तो आपको शाहरुख और काजोल के साथ फरीदा जलाल भी याद होंगे जिन्होंने काजोल की मां का रोल किया था।
हाल ही में फरीदा हीरा मंडी में नजर आईं और इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में एक बात का खुलासा किया है उन्होंने कहा कि यशराज फिल्मों के साथ उनके रिलेशन बहुत अच्छे थे उन्होंने डीडीएलजे में काम किया उसके बाद उन्हें रोल में दिल तो पागल मिला है लेकिन उसके बाद से फिर कभी उन्हें यशराज फिल्म से कॉल आया ही नहीं उन्होंने इस बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि एक वक्त था जब यश जी यानी यश चोपड़ा उनसे ये कहते थे कि अगर मेरे ऑफिस से फोन आए तो सिर्फ हां कहना रोल के बारे में अगर आपको ज्यादा नहीं बताया जाता तो भी आपको सिर्फ हां कहना है और मैंने ये रिश्ता बखूबी उनके साथ निभाया लेकिन मुझे शिकायत है कि यश चोपड़ा के प्रोडक्शन हाउस ने मुझे दिल तो पागल कब किया था?
नब्बे के दशक के बिल्कुल अंत में अट्ठानबे के बाद से मुझे कभी कॉल ही नहीं किया तो उनका ये कहना है कि मैंने अपना वादा निभाया। मैंने उनके हर छोटे-मोटे रोल के लिए हां किया और बहुत अच्छा काम करके दिया लेकिन यशराज फिल्मों ने मुझे धोखा दिया और उसके बाद कभी कॉल नहीं किया। दोस्तों आपको सुनने में ये छोटा सा वाकया लग रहा हो लेकिन आप जरा सोचिए उन अभिनेताओं के बारे में जिनके पास रोजी रोटी टिकी होती है वो लोग प्रोडक्शन हाउस पर और वो किस तरह से इनपर अपनी कई बार धौंस जमाते हैं।
क्योंकि जाहिर है आप बहुत ज्यादा बाहर नहीं जा सकते काम इंसानों के लिए वही लिमिटेड बड़े प्रोडक्शन हाउस में फिर वो अपनी मूंछ भी करते हैं। फरीदा जलाल जैसी अभिनेत्री जो लगभग पांच दशक से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रही है अगर वो किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस के बारे में इतनी बड़ी बात कह रही हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ना जाने कितने ऐसे होंगे जो इस बारे में बात भी नहीं करती कर रहे होंगे क्योंकि उन्हें अपने करियर की चिंता है आने वाले समय को लेकर मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि कपिल शर्मा के साथ भी यशराज फिल्म्स की एक फिल्म बनाना चाहते थे,
बाद में फिल्म नहीं बन पाई और उसके लिए यही कहा गया कि यशराज फिल्म्स की नजरें थीं। कपिल के प्रतिभाशाली प्रबंधन पर वे लग रहे थे कि कपिल को काफी एंडोर्समेंट ऑफर मिल सकता है। कई सारे शोज के ऑफर मिल सकते हैं। तो यशराज फिल्म्स की ये कोशिश थी कि हम कपिल का टैलेंट मैनेजमेंट भी शुरू कर देंगे। यशराज फिल्म्स जो है लोगों का टैलेंट मैनेज भी करता है, बहुत सारे बड़े सो कॉल्ड बड़े स्टार्स है जिनके टैलेंट मैनेजमेंट का काम भी वो करता है यानी वो कौन सा ब्रांड एंडोर्स करेगा वो किस इवेंट में शामिल होंगे, यशराज फिल्म्स का एक डिपार्टमेंट भी है जो मैनेज करता है।
कुल मिलाकर इंडस्ट्री में कुछ प्रोडक्शन हाउस ऐसे हैं जो अभिनेताओं पर एक ऐसी धौंस जमा कर रखते हैं कि वो सिर्फ हमारे मिसलीया से काम करें और इसके अलावा वो कहीं बाहर ना जाए अपनी मर्जी से कोई फैसला ना ले पाएं और आप तो जानते ही हैं कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ था पानी फिल्म जो बनने वाली थी वो नहीं बन पाईं, क्योंकि तमाम बातें होती रहीं, बाद में शेखर कपूर ने भी बहुत सी बातें कही,
अब जब फरीदा जलाल का ये घटनाक्रम आया है उससे एक बार फिर से ये इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या इंडस्ट्री में कुछ जो बड़े प्रोडक्शन हाउस हैं, वो एक्टर्स को इतनी दबाव में रखते हैं, इतनी पकड़ बनाते हैं, आप लोग इस बारे में राय रखते हैं, अगर आप मिला-जुला कर देखें तो आपको क्या लगता है क्या ये एक अच्छा अभ्यास है?
क्या आपको लगता है कि एक खुला माहौल है जो विशेषकर नए लोग काम कर सकेगा? अब इतनी पुरानी एक्ट्रेस अगर इस बात को कह रही है कि मुझे उसे कंट्रोल करने की कोशिश की गई? और उसके बाद काम नहीं दिया गया? तो ये आपके लिए एक बहुत बड़ा सवाल जरूर है कि क्या इस तरह की प्रैक्टिस बॉलीवुड में चल रही है और फिर जब बात करते हैं बॉलीवुड के काले चिट्ठे की, कच्चे चिट्ठे की तो सारी बातें निकल कर सामने आती हैं।