क्या होगा हीरामंडी की शर्मिन सहगल का? | What will happen to Sharmin Sehgal of Hiramandi

हीरा मंडी के बाद मेरे मन में कुछ सवाल आ रहे हैं। जो यहाँ मैं आपके सामने रखने जा रहा हूँ nepotism की वजह से अपनी भांजी शर्मिंद सहगल को हीरा मंडी की आलम जेब बनाने वाले भंसाली क्या खुद को कभी माफ़ कर पाएंगे? क्या एक शो में श्रमिन को जबरदस्ती हीरोइन बनाने वाले भंसाली वाकई अपने मकसद में कामयाब हो गए? क्या आज शर्मिंद को साइन करने के लिए उनके घर के बाहर प्रोड्यूसर्स की लंबी लाइनें लगी हैं? क्या नेटफ्लिक्स को अपनी गलती का एहसास हुआ है?

क्या नेटफ्लिक्स आने वाले समय में ये नियम बनाने जा रहा है? कि नेपोटिस्म के नाम पर कोई भी फिल्म मेकर उनके प्रोजेक्ट के लिए अपने रिश्तेदारों को कास्ट नहीं करेगा? क्या नेटफ्लिक्स के इस समय खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं? क्या आपको भी ऐसा लगता है कि आपके भरोसे कई सारे रईसजादों का career चमकाने की बेशर्म कोशिशें की जा रही हैं? जब शर्मिंद ने अपने सोशल मीडिया account पर कमेंट्स को ऑफ किया तो क्या आपको ये लगा कि वो गलती करने के बाद भी उसे मानने तक को तैयार नहीं है?

क्या सनी देओल ने श्री राम को धोखा दिया! | Did Sunny Deol betray Shri Ram?

क्या भंसाली ने उस actress के साथ नाइंसाफी की है? जिसे उन्होंने पहले आलम जेब के रोल के लिए sign किया? और फिर कई महीनों की ट्रेनिंग के बाद उसे अचानक मंडी से निकालकर अपनी भांजी को सिर्फ इसलिए हेरोइन बना दिया क्योंकि वो कर सकते थे। भंसाली पर अपनी इस चॉइस के लिए जो उंगलियां उठी उन सभी बातों को बुरी तरह इग्नोर कर दिया गया। क्या अब कभी भी भंसाली फिर से शर्मिंद को किसी प्रोजेक्ट में cast कर पाएंगे? ये सारे सवाल इसलिए पूछे जा रहे हैं क्योंकि एक फिल्मकार के तौर पर पिछले कई सालों के दौरान भंसाली ने हमारा जो भरोसा जीता था, उसके साथ छल हुआ है।

क्या भंसाली की फिल्मों के दर्शक रहे करोड़ों लोगों को सवाल पूछने का हक नहीं है कि उन्होंने ये धोखा क्यों दिया? बॉलीवुड में जब भी nepotism पर बहस होगी ये सवाल पूछे जाएंगे। ये सवाल कड़वे हैं, कानों में चुभते भी हैं लेकिन गलती करने वाला इन सवालों से बचकर नहीं भाग सकता, खासकर जबकि उसने कई करोड़ों लोगों का भरोसा तोड़ा हो। यहाँ एक बात मैं ये भी कहना चाहूंगा कि वो लायक बच्चे जो nepoced होने के साथ-साथ लायक भी हैं, भविष्य में बॉलीवुड में आने वाले हैं, उनके लिए भी ये खतरनाक है।

सिर्फ दर्शकों के साथ ही नहीं बल्कि भंसाली ने कहानी के साथ भी अन्याय किया है जबकि उन्होंने एक non actor को इसके लीड रोल में cast कर लिया। हो सकता है कोई भंसाली से बेहतर स्टार कास्ट के साथ हिरा मंडी बना था लेकिन अब वो मौका भी भंसाली ने एक खराब शो बनाकर हमेशा के लिए खत्म कर दिया है। जब भी आप गलती करते हैं, आप एक साथ कई संभावनाओं को हमेशा के लिए खत्म कर देते हैं, भंसाली ने ऐसा किया क्योंकि वो कर सकते थे। क्या आप जब भी भंसाली अपना अगला प्रोजेक्ट करेंगे वो दर्शकों से मिले response का ख्याल रखेंगे जो उन्हें हीरा मंडी के जरिए मिला?

या फिर भंसाली इतने ही नॉन expression वाले किसी दूसरे चेहरे को भी cast कर लेंगे, वो भी लीड रोल में एक तरह से भंसाली ने शर्मिंद के सामने आने वाली संभावनाओं को भी हमेशा के लिए खत्म कर दिया क्योंकि अब कोई भी उनको साइन करने का जोखिम नहीं लेगा। अगर वाकई शर्मिंद को एक actor बनाने का ख्वाब भंसाली देख रहे थे, तो वो उनको ट्रेनिंग देने में कुछ महीने या साल लगा सकते थे,

लेकिन वो तो सच में मामू बन गए याद आ रहा है कपिल शर्मा के शो में जब हिरा मंडी की पूरी स्टार कास्ट आई थी उस वक्त कपिल शर्मा ने जैसा उनका लहजा है मजाक-मजाक में पूछा कि आपको ये रोल क्या इसलिए मिला कि वो आप उनकी भांजी है तो शर्मिल ने कहा कि नहीं मेरे तो कई सारे स्क्रीन टेस्ट हुए और वहाँ भी बात-बात में बात निकली कि ये क्या आपने उन्हें मामू बना दिया खैर उसको फिर कपिल ने थोड़ा संभाला और सीधे वो अर्चना पूरन सिंह पर इस joke को ले गए और ये कहने लगे कि अगर अर्चना जी वहाँ होती तो धमका के ले लेती खैर वो बात हंसी की थी लेकिन आप सोचिए कि लोग सच में शर्मिंद सहगल पर हँसते रहे और शर्मिंद से ज्यादा लोग संजय लीला भंसाली पर हँसते रहे क्योंकि शर्मिंदगी तो लोगों के बीच कोई पहचान ही नहीं थी उन्हें तो कोई जानता ही नहीं था हालांकि वो एक फिल्म में काम कर चुकी है मलाल जो कब आई और कब गई किसी को पता नहीं जाहिर है नहीं है तो पता कैसे चलता?

लेकिन लोगों को शक हुआ भंसाली की काबिलियत पर अब आप सोचिए इतने लंबे करियर के बाद अगर आपके एक गलत फैसले से किसी को आपकी काबिलियत पर शक होने लगे तो आपका पूरा का पूरा करियर दांव पर लग जाता है भंसाली की कई फिल्में हिट रही है कई फिल्में फ्लॉप रही है लेकिन कभी भी उनकी काबिलियत पर सवाल नहीं उठाए गए लेकिन ये पहला मौका था हीरा मंडी के वक्त जब वो खुद का शिकार हुए। आंख पर पट्टी बंध गई। और एक नॉन एक्टर को वो लीड स्टार बनाकर ले आए।

और ये सब उन्होंने अपने खर्चे पर नहीं किया ये सब उन्होंने तब किया जब उसमें पैसा लग रहा था नेटफ्लिक्स का तो यहां दो तरह के दर्शक टूट गए हैं। एक तो वो जो भंसाली की पिछली फिल्मों को देखकर उन पर भरोसा करते आए कि वो कैसा भी कंटेंट बनाए लेकिन हम उनके काम में कोई खोट नहीं निकाल सकते। जैसा मैंने पहले कहा कि भंसाली की बहुत सी फिल्में फ्लॉप हुई है लेकिन उनके काम पर कभी उँगलियाँ नहीं उठी लेकिन ये पहली बार है जब उनके काम पर उँगलियाँ उठी और इसमें साथ में आ गया नेटफ्लिक्स भी क्या नेटफ्लिक्स अब ये नियम बनाएगा कि अगले किसी प्रोजेक्ट में कोई अपनी रिश्तेदारी दोस्ती के चलते उनके प्रोजेक्ट का बेडा गर्क ना कर दे।

राजनीति में क्यों फ्लॉप रहते हैं सुपरस्टार?

अब आप खुद सोचिए, जो लोग बहुत समय से हीरा मंडी पर बनने वाली कहानी को देखने का इंतजार कर रहे थे, उनके दिल पर क्या बीती होगी? बहुत साल पहले मैंने महेश भट्ट जी के साथ एक इंटरव्यू किया था, जिसमें उन्होंने इच्छा थी कि वो हिरा मंडी पर फिल्म बनाना चाहते हैं सोचिए ये मैं बात कर रहा हूँ कम से कम सोलह-सत्रह साल पुरानी तब से ये चल रहा था कि हीरा मंडी पर एक फिल्म बनेगी और हमारे आसपास जो subjects होते हैं उनमें कुछ subject ऐसे होते हैं जिनसे जुड़ी कहानियां लोग देखना चाहते हैं हीरा मंडी भी उसमें से एक था और लोगों की उम्मीदें और आशाएं और बढ़ गई जब भंसाली ने कहा कि हम इस पर बनाएंगे लोगों को लगा कि पता नहीं क्या कमाल बनेगा लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि वो lead actor के तौर पर एक चेहरे को introduce कर देंगे जिसे एक्टिंग नहीं आती ये वो लोग कहेंगे जो उनके आम दर्शक हैं।

और जिस वक्त कमेंट्स को ऑफ किया गया वो अपने आप में इस बात को बताता था कि उनके अंदर सच को सुनने की ताकत नहीं है।  जब भी हम परफॉर्मिंग आर्ट्स में होते हैं, पब्लिक फिगर होते हैं, लोगों के सामने जाते हैं, जहाँ हमारा काम लोगों द्वारा सराह जाता है या फिर लोगों द्वारा उस पर रिएक्ट किया जाता है। वहां अगर हम कमेंट्स ऑफ कर रहे हैं, इसका मतलब ये है कि हम अपने कान बंद कर रहे हैं, यानी हम सिर्फ अपनी तारीफ सुनना चाहते हैं, अगर हमें पता है हमने काम खराब किया है और कान बंद कर लेते हैं, इसका मतलब ये है कि हमने सुधार की सारी गुंजाइशों को खुद ही खत्म कर दिया है।

बहुत अफसोस की बात है कि संजय लीला भंसाली के एक इतने बड़े प्रोजेक्ट से जो लोगों के बीच छाप बनी वो ये बनी कि भाई ये भी nepotism करते हैं। बेहद दुःख की बात है, संजय लीला भंसाली की बहुत respect है, वो जो काम करते हैं, जो उनका क्राफ्ट है। उसके प्रति लोग एक ऐसी भावना रखते हैं, कि हाँ हमें भंसाली जी से सीखना चाहिए, ना जाने कितने लोग होंगे, जो भंसाली की फिल्में देखकर सीखते हैं। लेकिन ये आया है वो भी उनके करियर के इस मक़ाम पर. आप सोचिए अगर वाकई भंसाली को सेब्लिश करना था शर्मिंद को एक एक्ट्रेस के तौर पर एक साल, दो साल, तीन साल की ट्रेनिंग दे सकते थे.

मैं मानता हूँ और जानता भी हूँ कि ट्रेनिंग देने से कोई एक्टर नहीं बनता लेकिन कम से कम कुछ समय तो खर्च किया होता। लोग ये तो ना कहते कि इनके हर सीन में एक ही जैसे एक्सप्रेशन है। अब आप सोचिए कि वो लोग जो अपना कीमती समय देकर आपके अह आपके शो को देख रहे हैं उनके दिल से आवाज़ आ रही है कि आपको तो काम ही नहीं आता,  ये बहुत बड़ा विषय है अपने आप में क्योंकि अब इसको देखकर बहुत सारे लोग सीखेंगे।

जैसे भंसाली ने किया, हम भी कर सकते हैं ये ना सिर्फ उन्होंने अपनी craft के प्रति अपराध किया अपने दर्शकों के प्रति अपराध किया बल्कि आने वाली पीढ़ी के सामने भी एक गलत मिसाल रखी है कि हाँ अगर आप बड़े हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि आपका नाम बिकता है। याद रहे नाम बनाने में सालों लगते हैं। और एक पल में वो चला जाता है। अपने दिल पर हाथ रखकर मुझे ये बताइए कि अगला project जब संजय लीला भंसाली का announce होगा तो क्या आपके जेहन में ख्याल नहीं आएगा कि कहीं ये दोबारा ये वाली गलती तो नहीं करने जा रहे? क्या भंसाली ने पर भी इस बात का भरोसा दिलाया है कि वो ऐसी गलती नहीं करेंगे क्योंकि वो बार-बार कहते रहे कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है।

उनके उनके किसी भी बयान में ये बात निकलकर सामने नहीं आई जहाँ उन्हें भी लगा हो कि हाँ ये गलती हो गई है। तो गलती करना एक गलती है और गलती को ना मानना ना समझना ना स्वीकारना दूसरी बड़ी गलती है और तीसरी सबसे बड़ी गलती है कि जो लोग बरसों से आप पर उम्मीद लगाए बैठे हैं उनके विश्वास को छलनी कर देना।

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क्या सनी देओल ने श्री राम को धोखा दिया! | Did Sunny Deol betray Shri Ram?

क्या Sunny Deol ने दिया है भगवान Ram को धोका असल में सनी देओल के बारे में एक अंदर की एक ऐसी खबर मुझे पता चली है जिसे सुनने के बाद आप हैरान रह जाएंगे और आप हो सकता है अपने कानों पर यकीन तक ना करें कि कोई शख्स ऐसे भी कर सकता है। कहानी सनी देओल की ये मामला है गदर टू की रिलीज से कुछ समय पहले का एक राइटर जो कि भगवान राम की जन्मभूमि पर एक फिल्म बनाना चाहता है जो ये चाहता है कि कैसे अदालत में जब हिंदू पक्ष के वकील और मुस्लिम पक्ष के वकीलों ने आपस में जिरह की, बहस की, तो ऐसे कौन से सबूत सामने रखे, जिसके बाद अदालत को ये मानने पर मजबूर होना पड़ा कि हाँ अयोध्या में जो जगह है, जो स्थान है वो भगवान राम के मंदिर के लिए ही सबसे सही स्थान है।

तो वो कौन से सबूत थे? वो कौन-सी बातें थी, जो उस बहस में कही गई, अदालत के सामने कौन से ऐसे साक्ष और प्रमाण रखे गए? ये पूरी फिल्म इसके बारे में बनने वाली थी, इसका टाइटल रखा गया था, जन्म स्थान और इसमें हिंदू पक्ष के वकील के रूप में सनी देओल को साइन किया गया था। और मुस्लिम पक्ष के वकील के रूप में संजय दत्त को साइन किया गया था। इस फिल्म बजट कुछ ज्यादा नहीं था। कुल मिलाकर करीब पचास करोड़ रुपए जिसमें छह करोड़ रुपए सनी देओल को देने थे। और उससे कुछ कम amount में संजय दत्त को साइन किया गया था।

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लेकिन दोस्तों ये पूरी कहानी गदर two के हिट होने के बाद पूरी तरह से पलट गई। असल में इस पर जो प्रोड्यूसर काम कर रहे थे उन्होंने काफी पैसा खर्च किया। यहां मुंबई में अंधेरी इलाके में एक बहुत बड़ा सेट बनाया गया, उस सेट को बनाने में करीब-करीब दस रुपए की लागत आई इसके अलावा जो इस कहानी पर काम कर रहे थे वो महोदय ऐसे थे कि उन्होंने इस सब्जेक्ट को पढ़ने के लिए करीब फोर्टी टू बुक्स पढ़ी और इसके अलावा कई हजार पन्ने के वो डाक्यूमेंट्स पढ़े जो कि कई सालों की रिसर्च के बाद उन्होंने अदालत से निकाले थे अदालत से लिए थे और उसमें वो बहुत कुछ अध्ययन कर रहे थे ताकि वो सारी बातें वो रख सकें

और इस पूरी तैयारी में करीब एक साल का समय लग गया और इस दौरान सनी देओल काफी excited थे और उन्हें लग रहा था कि ये हिंदुस्तान की सबसे बड़ी फिल्म बन जाएगी क्योंकि पहली बार देश की जनता ये जानेगी कि आखिर भगवान राम का जो मंदिर बनाया गया उसके लिए अदालत में ऐसे कौन से प्रमाण रखे गए थे वो जिरह क्या थी वो बातें क्या थी जो अदालत में रखी गई थी सुप्रीम कोर्ट में इस फिल्म की तैयारी चल रही थी सनी देओल को करीब दो करोड़ रुपया दिया जा चुका था।

एक सेट बड़ा बनकर तैयार था इसी बीच गदर टू रिलीज होती है और हिट हो जाती है। गदर टू के हिट होने के बाद सनी देओल पूरी तरह से पलट जाते हैं। वो इस फिल्म को करने के लिए अब छह करोड़ की जगह वो फिफ्टी करोड़ रुपीस की डिमांड रख देते हैं। अब आप सोचिए जो पूरी फिल्म का बजट ही पचास था उसमें अकेले सनी देओल ही कहते हैं मुझे अब फिफ्टी करोड़ चाहिए क्योंकि उन्हें लगता है कि अब गदर टू हिट हो चुकी है तो मुझे मेरी मुँह मांगी कीमत मिलेगी। उन लोगों को ये सुनकर जो उनको साइन कर चुके थे already उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाती है कि ये शख्स एकदम से ऐसा कितना बदल गया साथ ही वो कहते हैं कि पहली बात तो मैं पचास करोड़ लूंगा और दूसरा जो अभी हमें चार दिन बाद शूटिंग शुरू करनी है इस फिल्म की अब इसे भूल जाओ।

मैं पंद्रह दिन बाद एक महीने के लिए अमेरिका जा रहा हूँ जबकि चार दिन बाद शूटिंग शुरू होनी और उस स्टूडियो को करीब डेढ़ महीने के लिए बुक किया गया था। एक भव्य सेट तीन करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ था और उस स्टूडियो का किराया जाना भी शुरू हो गया था, उसका किराया लगभग रोजाना का सवा लाख रुपए था, तो प्रोड्यूसर ने जब ये सामने रखा कि भाई हम तो आपको साइन कर चुके हैं। हम सेट बना चुके हैं, चार दिन बाद से शूटिंग होनी है, आपको वहां पहुंचना है और आप अचानक कह रहे हैं कि मैं पंद्रह दिन बाद एक महीने के लिए अमेरिका जा रहा हूं, क्योंकि मैं काफी थक गया हूं, गदर को प्रमोट कर कर के तो अब होगा उस डेढ़ महीने?

तो उन्होंने कहा आपकी जो मर्जी वो करिए लेकिन मैं तो ये फिल्म अब नहीं करूंगा। तो ना तो उन्होंने एडवांस लिया पैसा लौटाया और पूरी तरह से गैर जिम्मेदारी भरा रवैया उनका सामने आया जिसमें उन्होंने एन मौके पर जब फिल्म की शूट शुरू होने वाली थी उससे चार दिन पहले इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया क्योंकि गदर टू जब हिट हो गई तो उनको एक आमिर खान की फिल्म मिल गई जबकि आप जानते हैं कि पिछले बीस सालों से सनी देओल की कोई भी फिल्म नहीं चल पाई थी उनका करियर बुरी तरह गड्ढे में पड़ा हुआ था वैसे अगर आप बॉलीवुड के गलियारों में घूमेंगे तो आपको ऐसे बहुत सारे लोग मिल जाएंगे।

जो ये कहेंगे कि हमने सनी देओल को advance पैसा दिया था और उन्होंने हमसे कहा कि आप सेट लगाई है मैं आ रहा हूँ और वो आए ही नहीं। अभी कुछ समय पहले सौरव गुप्ता ने भी एक ऐसी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें उन्होंने बताया था कि वो छह सालों के दौरान काफी सारा पैसा देते रहे सनी देओल को लेकिन सनी देओल ने कभी उनके साथ फिल्म शुरू नहीं की दोस्तों ये सिर्फ एक अकेली कहानी नहीं है दूसरी कहानी तो मैंने आपको बता दी और सीधे तौर पर आपको जो रोल मिला था वो हिन्दू पक्ष के वकील का मिला था ये सीधे तौर एक तरह से भगवान राम को दिया गया धोखा है।

क्या आप एक वादा करते हैं, उस फिल्म पर काम शुरू होता है, एक साल तक काम होता है और इस तैयारी में, इस प्रिपरेशन में करीब दस करोड़ रूपए खर्च होते हैं, जिसमें शामिल है तीन करोड़ रूपए का भव्य सेट प्लस सवा लाख रूपए रोज का स्टूडियो का किराया जिससे डेढ़ महीने के लिए बुक किया गया था, इसके अलावा जो उस इस कहानी को लिख रहे थे, तैयार कर रहे थे, उन्होंने इसके लिए हजारों डॉक्यूमेंट्स पढ़े थे। forty two books पढ़ी थी, इसका, इसका narration उन्होंने तैयार किया था चार घंटे का जिसमें उनका दावा था कि ये भारत की सबसे बड़ी फिल्म सकती थी अगर ये बनती अभी तो फिलहाल अधर में लटकी है क्योंकि सनी देओल अपने वादे से मुकर गए हैं।

आपको याद आ रहा होगा कि सनी देओल एक बार और भी वादे से मुकर गए थे जब गुरदासपुर में उनके गुमशुदा के पोस्टर लगे थे। अब आप सोचिए कि कोई भी शख्स अगर उसे अपने शहर में विधायक का चुनाव लड़ना हो या सांसद का चुनाव लड़ना हो तो उसे पूरी जिंदगी मेहनत करनी होती है। अपनी पार्टी के लिए और इन जैसे लोग जो बंबई में बैठे हैं यहाँ वादा खिलाफी करते हैं या लोगों को धोखा देते हैं उन्हें घर जाकर टिकट जाता है। ये वहाँ चुनाव जीत जाते हैं अपने दो-चार फिल्मी डायलॉग बोलकर और फिर वहाँ कभी जाते नहीं, वादा खिलाफी करते हैं।

तो ये तो भारत की देश की जनता के साथ धोखा, भगवान राम के साथ धोखा जिस profession में हैं, उसके साथ धोखा तो ये झूठे और धोखेबाज लोगों का जो बॉलीवुड है, इनकी जो कहानियां हैं, इनकी जो सच्चाई और असलियत है, वो आपके लिए जानना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि आप लोग जब इनकी फिल्में देखने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगाते हैं, अपनी मेहनत का पैसा खर्च करते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि ये लोग within industry किस तरह से behave हैं, अब आप सोचिए सनी देओल जिनको बुढ़ापे में जाकर बीस साल बाद एक फिल्म मिल जाती है, गदर two ।

और उसके बाद उनका दिमाग इतना खराब हो जाता है कि वो जो पिक्चर छह करोड़ में कर रहे थे, उसके लिए वो पचास करोड़ मांगते हैं, और उसके बाद भी ये कहते हैं, कि अब डेढ़ महीने तुम्हें हुई नहीं, जबकि फिल्म की शूटिंग सिर्फ चार दिन बाद शुरू होनी थी। तो ये है सनी देओल की असलियत। जो आपको बहुत कम लोग बताएंगे। आप खुद सोचिए कि इंडस्ट्री के अंदर जिस so called हीरो सनी देओल को हीरो तो consider नहीं जा सकता है ना इतनी कहानियां सुनने के बाद उनके बारे में। खासकर सौरव गुप्ता ने जो कहा। उन्हीं के इंडस्ट्री के लोग मीडिया के सामने जब उनकी सच्चाई और असलियत बताने लगे जब इस देश की जनता खुद देखने लगे कि हमारे देश में जो लोकतंत्र का मंदिर है संसद भवन जिसे कहते हैं, आपको वहां जाना है, गुरदासपुर की जनता को represent करना आप नहीं जाते।

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आपके गुमशुदा के पोस्टर लग जाते हैं, लेकिन आप नहीं जाते। आप प्रोडूसर से पैसे ले लेते हैं, लेकिन शूटिंग पे नहीं जाते। दोस्तों अह आपको याद होगा कि इनकी nineteen में एक हिट फिल्म आई थी बॉर्डर। इनके साथ काम कर अभिनेता ने ये भी बताया था मुझे कि जब पूरी यूनिट रेडी होती थी उस तपते रेगिस्तान में शूटिंग के लिए तब ये सीधे कहलवा देते थे कि आज मेरा मूड नहीं है और ऐसा एक, दो नहीं बल्कि पंद्रह दिनों तक चला, फिल्म का पूरा सेट तैयार रहता था, सारी यूनिट तैयार रहती थी कि कब सनी देओल आएंगे और शूट शुरू करें और ये पंद्रह दिन तक ये कहते रहे कि आज मेरा मूड नहीं है,

तो ये इनकी पुरानी कहानी है अगर आप बॉलीवुड के गलियारों में घूमेंगे तो ऐसे बहुत से लोग मिलेंगे हाँ, हमने सनी देओल को साइन किया था, उनको हमने पैसा दिया था, उन्होंने पैसा रख लिया, हजम कर लिया और उसके बाद हमारे काम पर भी नहीं आए और अब हम बर्बाद हो रहे हैं, अब आप सोचिए उस शख्स का क्या जिसने दस करोड़ रुपए सनी देओल के उस वादे पर खर्च कर दिए कि वो इस फिल्म के लिए करेंगे। और अचानक से वो मना कर देते हैं, ठीक तरह से मना कर देना ही है ना, जब आपकी चार दिन बाद शूटिंग शुरू होनी है और आप सीधे कह दें अब तो मैं पंद्रह दिन बाद एक महीने के लिए अमेरिका जा रहा हूँ।

जो सेट लगा है, उसका तुम देख लो क्या करना है। तो फिल्म इंडस्ट्री जो बदनाम होती है और जो बार-बार कहा जाता है, बॉलीवुड drub रहा है, कंगाल हो रहा है, वो ऐसे लोगों की वजह से हो रहा है। ये कहानियां आपको ज्यादा कोई सुनाएगा नहीं क्योंकि बहुत सारे लोगों को इनसे अपना repo maintain करना होता है इनके साथ अपना एक relation maintain करना होता है इसलिए बहुत सारे लोग ऐसी कहानियों को जानते है पर कहने की हिम्मत कोई नहीं करता तो अब ये सब जानने के बाद अब आप बताइए कि बॉलीवुड के जो हीरोज है क्या आप उनको वो respect दे पाएंगे?

साथ ही मैं जानना चाहूंगा कि इस पूरे scenario को जानने के बाद क्या आपको नहीं लगता कि भगवान राम को सीधे तौर पर धोखा दिया है सनी देओल ने क्योंकि आप उनकी ऊपर बनने वाली फिल्म में अपना वादा करते हैं, पैसा ले लेते पैसा लेना एक बहुत बड़ा commitment होता है और उसके बाद आप वादे से मुकर जाते है क्योंकि Gadar two आपकी हिट हो जाती है just because of और आने वाली जो फिल्में है वो चलेंगी नहीं चलेंगी कोई नहीं जानता इसलिए आप एक ऐसे शख्स को मना कर देते है जिसने आपको आपके खराब दिनों में साइन किया था जब आपकी कोई पिक्चर नहीं चल रही थी खैर गदर टू के बाद भी उनकी फिल्में चलेंगी नहीं चलेंगी कोई नहीं जानता क्योंकि जिस तरीके की सो कॉल्ड गुड विशेस उन्होंने विदन इंडस्ट्री ले रखी है तो आगे उनके करियर का क्या होगा वो सब जानते है उनके जो दोनों बेटे हैं, जिनके मैं नाम भी भूल रहा हूँ वो भी बतौर हीरो फ्लॉप रहे हैं, अपना डेब्यू फिल्म उनकी फ्लॉप रही है दोनों की, तो ये होता है कि जैसे आप कर्म करते हैं वैसा आपको फल भी मिलता है.

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बॉलीवुड की बर्बादी की कहानी | The story of the downfall of Bollywood

क्या बॉलीवुड की हालत वाकई इतनी ख़राब है कि प्रोड्यूसर्स के ऑफिस बिक रहे हैं? क्या बॉलीवुड पहली बार ऐसी आफत का सामना कर रहा है? क्या बॉलीवुड में ऐसा कोई नहीं है जो पहले से ये predict कर पाता कि ये सब होने जा रहा है? क्या आपने पिछले कई सालों के दौरान कभी साउथ के सिनेमा को इतना ऊपर जाते हुए देखा है? क्या आपने पिछले कई सा लो के दौरान कभी मल्टीप्लेक्सेस को सिनेमा डे सेलिब्रेट करते हुए देखा है? क्या पिछले कई सा लो के दौरान आपने कभी नोटिस किया कि फिल्मों के टिकट एक के साथ एक फ्री दिए जा रहे हों?

ये तमाम बातें हाल के कुछ सा लो में हुई है खासकर तब से जब से हमारे देश में कोरोना का लॉकडाउन हुआ, जब से हमारे देश में multiplexes आए, जब से सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मृत्यु हुई, जब से nepotism पर बहस शुरू हुई और जब से अनुराग कश्यप फरहा खान और करण जौहर जैसे लोगों ने सामने आकर ये कहना शुरू किया कि ये जो हीरोज है ये इतनी बड़ी-बड़ी फीस लेते हैं कि अब हम मुश्किल में हैं कि इनका इनका जो लाव लश्कर इनके साथ आता है। इनके साथ इनका बावर्ची आता है, इनके साथ fitness trainer आता है इनके साथ इनका hair dresser जो आता है इनका makeup artist जो आता है और इनके लिए तरह-तरह के खाने इधर-उधर के five star hotel से मंगाए जाते हैं ये हम पर भारी पड़ने लगे हैं।

फिर मुश्किल में फसे संजय दत्त, बादशाह, जैकलीन | Sanjay Dutt, Badshah, Jacqueline in trouble again

ये सब पहले क्यों नहीं हुआ और अभी क्यों हो रहा है और अभी ये क्यों कहा जा रहा है कि बॉलीवुड जो है वो लगभग बिकने के मुहाने पर पहुँच चुका है। वो बात अलग है कि अभी थोड़ी देर पहले का एक स्टेटमेंट आया है जिसमें उन्होंने ये कहा है कि मेरा दफ्तर बिका नहीं है वो तो हम डेढ़ साल पहले से प्लान कर रहे थे हम उस दफ्तर की जगह एक रिहायशी इमारत बना रहे हैं वो ही project है और हम अपने दफ्तर को एक और जगह लेकर जा रहे हैं देखिए तमाम बातें कही जाएंगी की जाएंगी सब जानते हैं बड़े मियां छोटे मिया को लेकर ने क्या कहा था साढ़े तीन सौ करोड़ की पिक्चर है मैं एक हजार करोड़ बनाऊंगा लेकिन वो फिल्म साठ करोड़ भी नहीं बना पाई तो पैसा तो कहीं गया ना और उसके बाद ही ये सारी चीजें हुई देखिए सामने आकर कोई नहीं कहता है कि मैं बर्बाद हो गया क्योंकि एक ब्रांड वैल्यू की भी बात होती है कल को जो financers होंगे वो उनसे मीलों दूर रहेंगे अब कहने के लिए सारी बातें कही जाती सब जानते हैं कि जैकी भगनानी का वो करियर फिक्स नहीं कर पाए।

जैकी भगनानी की शादी हुई, उसमें एक अच्छा खासा खर्च हुआ और अगर हम पिछले कुछ सालों के दौरान बात कर लें, चाहे वो बेल बॉटम हो, गणपत हो या मिशन रानीगंज हो या अब ये बड़े मियां, छोटे मियाँ हो, लगातार इतनी बड़ी-बड़ी फिल्मों का फ्लॉप होते जाना और इसमें से तीन में तो अक्षय कुमार बेल बॉटम में अक्षय कुमार बड़े मियां, छोटे मियां में अक्षय कुमार मिशन रानीगंज में अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ दो में गणपत में और बड़े मियां में तो लगातार फैसले तो गलत हुए हैं लेकिन यहाँ हमें ये भी समझना पड़ेगा कि अगर हम ये सारे आरोप heroes पर लगाते हैं,

ये इतना सारा पैसा charge करते हैं देखिए charge करने को तो कोई कुछ भी charge करेगा, लेकिन आप देते क्यों हैं? क्या ये जो producers हैं, इनकी जो association है, वो आपस में ये समझौता नहीं कर सकती कि हम किसी भी फिल्म के बजट के हिसाब से हीरो को पेमेंट करेंगे, अगर हम प्रोडक्शन पे इतना पैसा खर्च कर रहे हैं, उसका certain percentage जाएगा, ये बहुत आसान है इन सभी के लिए। इन सभी के लिए ये बहुत आसान है, एक साथ साथ बैठना और ये तय कर लेना।

कि हम यहाँ पर rate card fix कर रहे हैं तो आखिर ये क्यों नहीं करते हैं? असल में ये झूठ और दिखावे की दुनिया है। यहाँ बड़ी-बड़ी बातें होती हैं। जब तक कुछ बड़ा नहीं कहा जाएगा। तब तक ऐसा लगेगा ही नहीं कि फिल्म बन रही है। जब ये कहते हैं हमने पांच सौ करोड़ की फिल्म बनाई है तो लोगों को लगता है पता नहीं क्या कमाल होगा? आधे पुरुष का हाल देख लिया आपने। मनोज मुंदेश्वर ने जो डायलॉग्स लिखे थे, मुँह छुपाने की नौबत आ गई है और आज तक मनोज मुंदेश्वर किसी को मुंह दिखाने काबिल नहीं है। क्यों? क्योंकि बड़ी-बड़ी बातें।

क्या कंगाल हो गया बॉलीवुड? | Has Bollywood gone bankrupt?

फिल्म इंडस्ट्री में बड़ी-बड़ी बातें करके ही कुछ बड़ा किया जाता है। आज जितने डायरेक्टर सामने आकर कह रहे हैं कि हम ये बड़े-बड़े स्टार्स की बड़ी फीस नहीं दे सकते इनसे पूछो आप देते क्यों हो? क्या आप पर किसी की जोर जबरदस्ती है? क्या करण जौहर से किसी ने कहा है कि आप इतनी मोटी फीस दीजिए? क्या फराह खान से किसी ने कहा है? क्या अनुराग कश्यप से किसी ने कहा है आज ये ऐसी पोजीशन में है कि नए लोगों को लांच कर सकते हैं? नए writers को मौका दे सकते हैं? नए talent को मौका दे सकते हैं?

और जितने लागत की ये फिल्में बनाते हैं, उससे दस-बीस परसेंट की लागत में यानी सौ करोड़ की फिल्म ना बना के पंद्रह करोड़ और बीस करोड़ की फिल्म बना सकते हैं नए लोगों को लेकर और मुनाफा भी डबल कमा सकते हैं लेकिन ये नहीं कर रहे हैं ये सिर्फ रोना रो रहे हैं। ये आती हुई मुसीबत को देख रहे हैं और चिल्ला रहे हैं लेकिन कर कुछ नहीं रहे हैं। और यही नतीजा है कि आज हमने ये खबर सुनी है। अब ये इस तरीके के clarifications बहुत आएंगे। नहीं मेरा दफ्तर नहीं बिका है।

मेरे स्टाफ को salary मिल रही है। हमने किसी को निकाला नहीं है। तमाम बातें आएंगी क्योंकि कोई कैमरे के सामने आकर मीडिया के सामने आकर ये थोड़ी ना स्वीकारेगा। कि हमने अपनी ही मूर्खता से अपनी वाट लगा ली है। मुंबई की भाषा में कहते हैं अपना खुद का नुकसान कर लिया है ये कोई जाकर नहीं कहेगा बड़ी-बड़ी बातें कैमरे के सामने कहते हैं हम स्टार्स के को पैसा नहीं देंगे हम उनके बावर्ची का पैसा नहीं देंगे खाने का नहीं देंगे उनके उनके उनको चार-चार, पाँच-पाँच वैनिटी चाहिए होती है हम नहीं देंगे अरे तुम journalist के सामने बैठकर ये सारे बयान दे रहे हो actual हकीकत में करते क्यों नहीं?

आप interview में बैठकर बोल देते हैं। कि मैं स्टार को इतनी फीस नहीं दूंगा लेकिन असल में आप कर तो वही रहे होते हैं। अगर इन सारी चीजों पर पहले ध्यान दिया गया होता तो पहले बॉलीवुड की हीरोइनें ये कहकर नहीं रोना रो रही होती कि हमको तो बहुत कम पैसे मिलते हैं। ये प्रोड्यूसर्स ही हैं जो तय करते हैं कि हमें हीरो को इतना पैसा देना है अगर सारे प्रोड्यूसर्स मिलकर तय कर लें कि हमारे बॉलीवुड का एक रेट कार्ड होगा। ए category को हम इतना देंगे, ए प्लस category को इतना देंगे।

बी ग्रेड तो कोई होता नहीं हमारे यहाँ सब खुद को ए ए प्लस, ए प्लस, प्लस कहते हैं, मैंने ये भी देखा है अगर किसी बॉलीवुड वाले के साथ बैठ जाओ, आप पूछो भाई ये इसमें कौन है? बोले सभी है। उसमें categories क्या है? ये ए है, ये ए प्लस है, ए प्लस प्लस है। चलिए आप सब को कर दीजिए लेकिन उसके हिसाब से सबका मेहनताना तो तय ये कीजिए। लेकिन ये जो बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, ये जो फिल्म के तीसरे दिन कह देते हैं, सौ करोड़ हो गए फिर वो ये कैसे कहें, किस मुँह से कहें कि हम घाटे में हैं।

आज ना करण जौहर कह सकते हैं, ना फरा खान कह सकते हैं, ना अनुराग कश्यप कह सकते हैं, कोई नहीं कह सकता कि साहब मेरी फिल्म बहुत बकवास चली है और मेरे पास बिल्कुल पैसे नहीं है। इनको सबके सामने दिखाना भी होता है कि फिल्म तो बहुत चल रही है, बहुत पैसा आ रहा है। लेकिन जब ऐसे दिन देखने पड़ते हैं, जब दफ्तर बंद करने की नौबत आ जाए, जब आपके employees सोशल मीडिया पे जाकर लिखने लगे कि आपको पैसा नहीं मिला, तो क्या होता है?

आज अगर फिल्में चल रही होती तो कंगना राणावत को राजनीति में आने की जरूरत नहीं थी राजनीति में आने की जरूरत इसलिए पड़ी है कंगना राणावत क्योंकि फिल्में पिट रही है जो सच है वो सच है बतौर एक्टर सच बोलना नहीं चाहते बतौर प्रोड्यूसर सच बोलना नहीं चाहते, बतौर डायरेक्टर सच बोलना नहीं चाहते, हाँ जब किसी के podcast में जाएंगे, interview में जाएंगे तो बैठकर बोलेंगे हाँ देखो ये इतना पैसा लेते हैं, अरे लेते तो आपके घर में डकैती थोड़ी डालते हैं वो, आपके घर में कोई डकैती नहीं डालता है, आप अपने हाथ से sign करते हैं, आप अपने हाथ सिग्नेचर करते हैं कि हम आपको इतने करोड़ देंगे।

अगर अक्षय कुमार गलती कर रहे हैं, करोड़ों रूपए लेकर फ्लॉप फिल्में दे रहे हैं, तो अक्षय पर रोक लगा दें। अक्षय को हम पैसा नहीं देंगे, अक्षय को हम इतनी फीस नहीं देंगे या टाइगर श्रॉफ अगर एक्टिंग नहीं कर पाते हैं, जबरदस्ती कर रहे हैं क्योंकि वो श्रॉफ हैं एक तो उनको अहसास कराया जाए। हालांकि खबरें बीच में आई थी कि टाइगर श्रॉफ से कहा गया कि आप अपनी फीस कम करिए जो उन्होंने नहीं की, नहीं की तो अपने घर पर बैठे हैं, उनको कोई साइन ना करें लेकिन होता क्या है ये सब के सब वहां पहुंच जाते हैं क्योंकि ये अपने घुटने टेकते हैं, क्योंकि ये अपनी कमजोरी दिखाते हैं क्योंकि ये अपनी मजबूरी दिखाते हैं या ये जाने क्या दिखाते हैं। इसलिए ये नौबत आती है। आज अगर हम प्रोड्यूसर्स के लिए रोना रो रहे हैं कि अरे प्रोड्यूसर सारे अह कंगाल हो गए, बिक गए, बॉलीवुड तो बिकने की कगार पर आ गया है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

कोई बाहर से लोग थोड़ी ना आए हैं। इन्हीं प्रोड्यूसर्स ने पैसा दिया है ना? इनके घर में किसी हीरो ने डाका तो नहीं डाला था ना? या कोई हीरो पहुंच गए हो कि मैं डाका डालूंगा? आपके तिजोरी में जितना पैसा मेरे को दो। आप ही तय करते हो। आप ही कहते हो इतनी बड़ी फिल्म हमने बना ली है, फिर आप ही कहते हो, पिट गई है, अब हमारे पास पैसे नहीं है। तो ये जो स्थिति आई है, इसके लिए जिम्मेदार वही लोग हैं, जो हीरोज को के पैसा दे रहे थे, जो उनके आगे compromise कर रहे थे।

क्या आपको नहीं लगता कि बॉलीवुड की बर्बादी का कारण ये ही बड़े प्रोड्यूसर्स हैं, जो इतना सारा पैसा इन हीरोज पे खर्च करते हुए थे, ये जानते हुए कि ये हिट की गारंटी नहीं लेकर आते हैं, वरना सलमान खान की फिल्में फ्लॉप नहीं होती, शाहरुख खान की फिल्म फ्लॉप नहीं होती? आमिर खान की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, अक्षय कुमार की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, अनिल कपूर की फिल्म फ्लॉप नहीं होती, रणबीर कपूर की फिल्म फ्लॉप नहीं होती। कौन सा ऐसा एक्टर है, हीरो है जिसकी फिल्म फ्लॉप नहीं होती? अजय देवगन की फिल्में फ्लॉप हुई है, सबकी फ्लॉप हुई है?

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क्या अन्नू कपूर कंगना रनौत से कोई नया पंगा लेने के मूड में है? | Is Annu Kapoor in the mood to take on Kangana Ranaut again?

क्या अन्नू कपूर कंगना रनौत से कोई नया पंगा लेने के मूड में है? आइए आपको बताते हैं इन दोनों के बीच मामला चल क्या रहा है? असल में अन्नू कपूर और कंगना रनौत के बीच सोशल मीडिया पर एक जुबानी जंग चल रही है, इसकी शुरुआत हुई फिल्म हमारे बारह की press conference के दौरान जहाँ अन्नू कपूर ने मीडिया से ये पूछ लिया कि ये कंगना रनौत कौन है? वो सुंदर है क्या? कंगना जी को फ्लैट मारा गया ये कंगना जी कौन है? प्लीज बताओ ना आप कौन हैं?

आप पूछ रहे हैं कि कोई बहुत बड़ी हीरोइन होगी? अनु के इस बयान पर कंगना ने भी उन्हें मुँह तोड़ जवाब देते हुए कहा कि ये जो अन्नू कपूर हैं ये सफल और खूबसूरत महिलाओं से नफरत करते हैं। अब इसका जवाब अन्नू कपूर की तरफ से आया है। अपने बयान पर अन्नू ने एक बार फिर से सफाई दी है और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा-चौड़ा open लेटर लिखा है। इसे share करते हुए उन्होंने लिखा कि मैं जो बोलता हूँ उसके लिए जिम्मेदार हूँ पर दूसरे क्या समझते हैं मेरी जिम्मेदारी नहीं है, जय हिंद, वंदे मातरम। इस caption के साथ अन्नू ने जो open लेटर शेयर किया उसमें उन्होंने लिखा प्रिय बहन कंगना, मैं मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों के जवाबों से कुछ अर्थ निकाल रहा हूँ, इसीलिए मैंने सोचा कि मुझे कुछ तथ्य स्पष्ट कर देने चाहिए।

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मेरे लिए हर महिला आदरणीय और पूजनीय है और इसीलिए मैं कभी भी किसी भी नारी का निरादर तो कर ही नहीं सकता। मैं फिल्में, ओटीटी टीवी न्यूज़ चैनल या समाचार नहीं पड़ता। इसलिए आप चाहे तो मुझे मुर्ख भी बुला सकती हैं। और ऐसा करना कोई अपराध भी नहीं है। किसी व्यक्ति विशेष को ना जानना कोई अपराध नहीं होता। आदरणीय बहन मैं आपको नहीं जानता अतः इस बात को आप स्त्री, गरिमा, निरादर की कोटि में नहीं सम्मिलित करेंगी। मीडिया को मेरे बेबाक जवाबों से वो मसाला मिल गया जो उन्हें चाहिए था।

मैं अत्यंत छोटा और मामूली सा व्यक्ति हूँ। मैंने कोई त्रुटिपूर्ण या अपमानजनक शब्द ना सोचे और ना ही मैं जो बोलता हूँ उसके लिए जिम्मेदार हूँ पर दूसरे क्या समझते हैं वो मेरी जिम्मेदारी नहीं है। परन्तु फिर भी यदि मेरी किसी बात से आप खफा हो गई हैं तो मेहरबानी मुझे माफ़ करें। आप अपने ध्येय में सफलता प्राप्त करें ऐसी ही मंगल कामना है। आप जानते ही हैं कि हाल ही में अन्नू कपूर से जब सवाल पूछा गया था कंगना राणावत के थप्पड़ कांड के बारे में तो उस सवाल के जवाब में उन्होंने मीडिया से एक सवाल पूछ लिया कि ये कंगना जी कौन है?

प्लीज बताओ कौन है? जाहिर अह आप पूछ रहे हैं तो कोई बड़ी हीरोइन होंगी, वो सुंदर हैं क्या? ऐसा कुछ कहा था, अन्नू कपूर ने। अब अन्नू के इस बयान पर कंगना को ये लगा कि मुझे ignore कर दिया, वो मुझे नहीं जानते। तो उन्होंने जो अपनी स्टोरी share की थी, उसमें उन्होंने लिखा था कि क्या आप अन्नू कपूर जी से सहमत हैं कि हम सफल महिलाओं से नफरत करते हैं, अगर वो खूबसूरत हैं, तो उनसे और भी ज्यादा नफरत करते हैं और अगर वो शक्तिशाली हैं, पावरफुल हैं, तो उससे और भी ज्यादा नफरत करते हैं। क्या ये सच है? ये उन्होंने सीधे तौर पर कपूर के कहे पर कटाक्ष माना माना था।

अच्छा पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद चुनी गई है कंगना रनौत और इनको चंडीगढ़ एयरपोर्ट पे घटना ये हुई थी कि एक सीआईएसएफ की कांस्टेबल थी कुलविंदर कौर उन्होंने थप्पड़ मार दिया। और उनका ये कहना था कि वो कंगना से वो खफा हैं इस बयान को लेकर जो कंगना ने कई साल पहले दिया था जब किसान धरने पर बैठे थे कि ये जो महिलाएं हैं, ये महिला किसान हैं, ये सौ-सौ रुपए लेकर धरने पर बैठते हैं। और उस धरने में ये जो थप्पड़ मारने वाली कांस्टेबल थी, इनकी मौजूद थी और इसी को लेकर काफी विवाद हुआ था। दोस्तों ये जो पूरा मामला है वो अपने आप में काफी उलझा हुआ भी है।

और इसलिए क्योंकि कंगना ने जब राजनीति की तरफ अपनी मारना शुरू किया था, जब वो जाना चाहती थी, राजनीति की तरफ राजनीति के पाले में गिरना चाहती थी, तो उन्होंने कई सारे ऐसे बयान दिए थे, सोशल मीडिया पर आती थी, तमाम तरह की बयानबाजी करती थी, उसके बाद क्या हुआ कि लोगों का ध्यान उन पर जाना शुरू हुआ, पर लोगों ने कहा कि अच्छा ये actress के अलावा ये सब भी कर लेती हैं, जो कि को करना आना चाहिए उसके बाद उन्होंने एक के बाद एक nepotism पर बयान दिए, उसके बाद उन्होंने ऋतिक रोशन पर बयान दिए, फिर उनका एक कोर्ट केस चलने लगा, फिर उनका दफ्तर तोड़ा गया, फिर वो उद्धव ठाकरे पर बोलने लगी, फिर उनको सिक्योरिटी मिल गई,

फिर वो अपने आप को एक पॉलिटिशियन की तरह पोट्रे करने लगी, फिर वैसी ही फिल्में करने लगी, हालांकि एक ऐसी फिल्म उनकी रुकी पड़ी है इमरजेंसी तो कुल मिलाकर वो धीरे-धीरे, धीरे-धीरे मैं आऊं, आऊं, आऊं मैं आई, आई, आई और राजनीति की तरफ चली गई वो, इस हद तक चली गई कि बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर वो सांसद बन गए। आज वो हमारे देश की law maker है। अब हमारे देश की जो law maker है उनके बयान पहले कैसे रहे वो आपने देख लिया। अब इस सबके बीच अन्नू कपूर आ जाते है और अन्नू कपूर कहते है कौन कंगना? अब ये कंगना की ego पर चोट थी उनके अहम पर एक बहुत बड़ा एक घात था।

अच्छा मुझे नहीं जानते मैं फिल्मों की हीरोइन हूँ अब तो मैं सांसद भी हूँ, मैं सुंदर भी हूँ, पावरफुल भी हूँ, मैं सब कुछ हूँ और तुम मुझे नहीं जानते। तो ये जो उनका अहम था। उस पर अन्नू कपूर के स्टेटमेंट की सीधे जब चोट लगी, तो वो भड़क गई। अब हुआ ये कि उसके बाद जो अन्नू कपूर ने बयान दिया, वो और भी ज्यादा उन्हें चौंकाने वाला था, क्योंकि उन्होंने इस बात को सिरे से नकार दिया कि मैं कोई न्यूज़ पेपर नहीं पड़ता, वो टीटी नहीं देखता, फिल्में नहीं देखता, आप मुझे मूर्ख चाहें तो बुला सकती हैं।

ना जानना कोई अपराध नहीं है, सही बात है अगर आप किसी बात को नहीं जानते हैं। अगर आप किसी शख्स को नहीं पहचानते, तो ये अपराध की श्रेणी में तो आ ही नहीं सकता और जब आप किसी को जानते ही नहीं है, तो उसका निरादर कैसे करेंगे? तो कुल मिलाकर अन्नू कपूर ने एक बहुत अच्छा दांव खेला, सभी जानते हैं, कपूर भी कंगना राणावत को जानते हैं। और क्योंकि वो जानते हैं इसीलिए वो इस तरह की चिट्ठी लिखते हैं, कहते हैं मैं आपको नहीं जानता क्योंकि उनको मालूम था कि जवाब कैसे देना है।

अन्नू कपूर काफी दिमाग वाले व्यक्ति हैं बहुत लंबे समय तक वो अभिनय करते रहे हैं और एक व्यक्ति जो अभिनय करता है वो जीवन, दुनिया, समझ, ना समझ, approach सोच सबको बहुत अच्छे से समझता है, तो अन्नू कपूर की तरफ से इस तरीके का लेटर आना और सीधे तौर पर ये स्वीकारना कि मैं जानता ही नहीं कंगना कौन है और ना जानना कोई नहीं है, अख़बार में पड़ता नहीं। मतलब उन्होंने बहुत ही safe गेम खेला और एक तरह से कंगना को आईना भी दिखा दिया।

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बहुत सारे लोग हैं जो अन्नू कपूर को ट्रोल कर रहे हैं, बहुत सारे लोग हैं जो कंगना को भी अह जब कंगना के साथ कांड हुआ था तो कंगना के खिलाफ भी खड़े थे, तो कुल मिलाकर सोशल मीडिया तो एक अखाड़ा बना ही हुआ है लेकिन इन सारी बयानबाजियों के बीच बॉलीवुड की एक तस्वीर बनकर उभरती है। अगर अन्नू कपूर ने कंगना रनौत की किसी फिल्म में काम किया होता तो वो ये कह नहीं पाते, अगर किसी मंच पर दोनों का आमना-सामना हुआ होता तो वो कह नहीं पाते। लोग फलां लोग याद दिलाते कि आपने फलां फिल्म में काम किया फलां सीन में साथ में थे तो कुल मिलाकर इस खेल में अन्नू कपूर जीतते हुए दिखाई दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने खुद को ही मूर्ख कह दिया है, उन्होंने कह दिया मैं आप मुझे मूर्ख समझ सकते हैं, मैं तो जो कह रहा हूँ उसके लिए responsible हूँ, अब आप क्या समझ रहे हैं, उसके लिए मैं responsible नहीं हूँ,

दोस्तों आज के समय में जब हम देखते हैं कि सोशल मीडिया पर अह एक अलग तरह के जंग छिड़ी रहती है, trollers आ जाते हैं, एक-दूसरे पे आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं में ये कहकर साफ बच के निकल जाना कि मैं तो जानता ही नहीं, मुझे तो पता ही नहीं, आपने क्या कहा, मैंने सुना ही नहीं। मैंने तो आपको कभी देखा ही नहीं। ये एक ऐसा हथियार है जो मुझे लगता है कि इस episode के बाद आगे बहुत सारे लोग इस्तेमाल करेंगे। अब आप सोचिए कि आप किसी बहुत मशहूर व्यक्ति के लिए ये कह दें कि मैं आपको जानता नहीं।

तो एक तरह से ये ही उसके लिए गाली हो जाती है। यही उसके लिए अपशब्द हो जाते हैं कि आप उसे जानते नहीं। तो उसको लगता है कि मैंने जीवन भर में जो किया, मैंने इतने national award जीते, पद्मश्री जीता। मैं सांसद बनी, मैं अभिनेत्री बनी ये तो सब बेकार हो गया। क्योंकि मेरे ही fraternity के व्यक्ति ने कह दिया मैं आपको जानती नहीं। आप सोचिए कि कितना बड़ा जवाब अन्नू कपूर ने अपनी तरफ से दिया है। इससे बड़ा जवाब क्या हो सकता था। इससे बड़ी बेचैनी वो और क्या दे सकते थे। अब अन्नू कपूर को जब भी देखेंगी कंगना रनौत तो उनको याद आएगा।

वैसे कंगना रनौत जब भी किसानों को देखेंगी तो उन्हें बहुत कुछ याद आएगा। जब भी चंडीगढ़ का नाम सुनेंगी उन्हें बहुत कुछ याद आएगा। और जब भी वो अह ट्रोलर्स को ये देखेंगी। जो तरह-तरह के आरोप लगाते हैं एक-दूसरे पर उनको बहुत कुछ याद आएगा और हो सकता है जाने-अनजाने में अन्नू कपूर अपनी तरफ से एक गिफ्ट दे गए हों उन लोगों को जो कि कई बार ट्रोलर से परेशान हो जाते हैं और उन्हें समझ नहीं आता कि निकलना कैसे है इससे बाहर तो सबसे बढ़िया तरीका है आप कहे मैं कुछ जानता ही नहीं मैंने कुछ देखा नहीं पढ़ा नहीं मैंने कुछ जाना ही नहीं और ना जानना अपराध नहीं है ना पहचानना अपराध है तो जब आप जान और पहचान से परे है तो आप बाद में करेंगे। तो कुल मिलाकर ये मामला ये है।

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रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर: 17 दिनों के रेलवे बंद होने के बाद कैंसिल ट्रेनें पटरी पर लौट आईं।

पिछले दिनों दूसरी और तीसरी रेल लाइन के निर्माण के कारण अनूपपुर और कटनी स्टेशनों के बीच रेलवे ब्लॉक से परेशान यात्रियों को खुशखबरी मिली है।

इस रूट पर ब्लॉक अब खत्म हो गया है और इसके चलते रद्द ट्रेनें फिर से शुरू हो गई हैं। कटनी रूट पर 97 किलोमीटर की तीसरी लाइन अब चालू हो गई है, जिससे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिली है। इससे पहले अनूपपुर और कटनी के बीच रेलवे ब्लॉक के कारण पिछले 17 दिनों से इस रूट की कई ट्रेनें रद्द थीं,

जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी हो रही थी। अब ब्लॉक हटने के बाद फिर से ट्रेनें पटरी पर दौड़ने लगी हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि तीसरी रेल लाइन के लिए इंटरलॉकिंग का काम 13 जून से चल रहा है। कई ब्लॉक के बाद तीसरी लाइन के पूरा होने से कनेक्टिविटी बढ़ेगी और ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ेगी।

साथ ही एक सप्ताह के ब्लॉक के दौरान घुंघूटी और मुदरिया स्टेशनों के बीच नॉन इंटरलॉकिंग के तहत 11 किलोमीटर रेल लाइन के लिए मुदरिया स्टेशन पर कमीशनिंग का काम पूरा किया गया। गर्मी के इस मौसम में कटनी रेलवे लाइन के साथ ही नागपुर रेलवे, सिकंदराबाद रेलवे, चक्रधरपुर रेलवे और अब भोपाल रेलवे मंडल भी ब्लॉक से गुजर रहा है। रेलवे द्वारा 5 जुलाई तक लिए गए ब्लॉक के कारण 100 से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है।

जून में 17 दिनों के ब्लॉक के दौरान ट्रेनों के रद्द होने के कारण रेलवे को रायपुर रेल मंडल के आरक्षण काउंटरों पर यात्रियों को कुल 1 करोड़ 8 लाख 86 हजार रुपए रिफंड करने पड़े हैं। ऐसी स्थिति में अक्सर यात्रियों को महीनों पहले कराए गए कन्फर्म आरक्षण के लिए भी रिफंड मांगना पड़ता है।

कैसे अक्षय कुमार ने बर्बाद कर दिया बॉलीवुड | How Akshay Kumar ruined Bollywood

बड़े मियां, छोटे मियां जैसी फ्लॉप फिल्म बनाने के बाद जब से वासु भगनानी के ऑफिस के बिकने की खबर आई है, हर कोई अक्षय कुमार को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है। सिर्फ अक्षय कुमार इस एक फिल्म के लिए नहीं बल्कि कई सारी फिल्मों के लिए responsible माने जाते हैं, जो उन्होंने पिछले कुछ सा लो में की और जो वो नहीं चली। अक्षय कुमार ने कभी अपनी फीस कम नहीं की, लेकिन लगातार उनकी फिल्मों का फ्लॉप होना नहीं रुका।

बात चाहे की हो, लक्ष्मी बॉम्ब की हो, मिशन रानीगंज की या हाल ही में आई बड़े मिया छोटे मिया की लेकिन ये जो इंडस्ट्री है ये चमचों से भरी पड़ी है और ऐसे में बहुत सारे लोग निकल कर आ जाते हैं आपको डिफेंड करने अहमद खान जो कोरियोग्राफर से डायरेक्टर बने थे उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया और वो अक्षय कुमार को काफी डिफेंड करते हुए नजर आए हैं exactly क्या कह रहे हैं अहमद खान मैं आपको बताता हूं ये बताया ये कहते हैं कि अक्षय सर को सफलता और असफलता से कोई फर्क नहीं पड़ता। अब ये लाइन अपने आप में ही गड़बड़ है।

सफलता और असफल आपको फर्क क्यों नहीं पड़ता जब आप करोड़ों रुपए की फीस लेते हैं तो आपको असफलता से फर्क पड़ना चाहिए। खैर सुनते हैं अहमद खान आगे क्या कह रहे हैं ये कहते हैं अक्षय सर को सफलता और असफलता से कोई फर्क नहीं पड़ता वो अपनी असफलताओं के बारे में कभी नहीं बताते उन्हें सिर्फ इस बात की परवाह होती है कि फिल्म में उन्होंने अपना हंड्रेड परसेंट दिया या नहीं वो समय के बहुत पाबंद है। देखिए समय का पाबंद होने का अच्छी एक्टिंग से कोई सीधा ताल्लुक तो है नहीं। बहुत सारे ऐसे actors हैं जो लेट लतीफ रहे हैं, लेट आने के लिए बदनाम रहे लेकिन काम बहुत अच्छा किया।

गोविंदा, राजेश खन्ना इसके examples हैं रही बात उनके hundred परसेंट देने की तो उन्होंने एक फिल्म की थी यशराज के साथ पृथ्वीराज क्या उसमें उन्होंने अपना hundred परसेंट दिया था क्योंकि उसमें hundred परसेंट अक्षय कुमार ही लग रहे थे। वो आगे कहते हैं शूटिंग पर वो कभी देर से नहीं आते सुबह सात बजे की शुफ्ट में मेरे पास साढ़े छह पर ही कॉल आता है कि अक्षय सर पहुँच गए हैं उन्होंने कभी इंतजार नहीं कराया अगर कभी हम लोग लेट पहुंचते थे, वो गुस्सा नहीं करते थे, ये भी कभी महसूस नहीं होने दिया कि हमने इंतजार करवाया।

नेशनल अवार्ड लेने का मन नहीं था, सैफ अली खान | I did not want to accept the National Award: Saif Ali Khan

अरे आप जब रुपए की फीस लेंगे उसके बाद भी आपकी पिक्चर फ्लॉप हो जाएगी तो आप अगर उसके बाद भी असफलता और सफलता की बात ना करें और सिर्फ इस बात की दुहाई देते रहें कि मैं समय पर आता हूँ, समय पर जाता हूँ और हंड्रेड परसेंट देता हूँ तो आपके hundred परसेंट का आचार तो पड़ेगा नहीं? Hundred percent दिया होता तो फिल्में फ्लॉप नहीं होती? या ये समझा जाए कि वो अपनी किसी फिल्म की नाकामी की जिम्मेदारी अपने कंधों पर नहीं लेना चाहते? आगे क्या कहते हैं अहमद खान?

ये मैं आपको दैनिक भास्कर के हवाले से बता रहा हूँ ये कहते हैं अक्षय कुमार एक साल में कई सारी फिल्में करते हैं उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाई नहीं कर पा रही हैं तो अहमद खान कहते हैं कि लोग समझते हैं कि अक्षय सर पैसों के लिए फिल्में करते हैं जबकि ऐसा नहीं है उन्हें पैसे की क्या जरूरत है काम करना उनका पैशन है वो कहते हैं कि हर फिल्म को ऐसे करो जैसे करियर की आखिरी फिल्म हो वाकई अगर आप इस तरह से काम करते रहेंगे अक्षय कुमार तो आप नहीं जानते कि कौन-सी फिल्म आपकी आखरी फिल्म साबित हो जाए

क्योंकि अब लोग आपको साइन करने से पहले दस बार सोचेंगे आपको इतनी बार साइन करने वाला प्रोड्यूसर अगर अपना दफ्तर बेच रहा है आपके साथ तो आप सोचिए कि आप किस तरह की जगह रखते हैं बॉलीवुड के अंदर वैसे मैं आपको बता दूँ कि बड़े मियाँ छोटे मियाँ तो फ्लॉप हुई है मतलब ये फिल्म बनी थी करीब साढ़े तीन सौ करोड़ों रुपए में और ये साठ करोड़ भी नहीं कमा पाई।

और इस समय कहा जा रहा है कि वाशु बगनानी को ढाई सौ करोड़ का नुकसान हुआ है और ढाई सौ करोड़ का नुकसान पूरा करने के लिए उन्होंने अपना दफ्तर बेच दिया जो कि सात माले की बिल्डिंग थी और अब वो अपना दफ्तर एक टू बेडरूम अपार्टमेंट में शिफ्ट कर चुके हैं। वैसे अहमद खान welcome to the जंगल में अक्षय को direct कर रहे हैं। अब ये बताइए अहमद खान साहब अगर आपकी ये फिल्म flop हो जाती है, welcome to the जंगल तो आप यही कहेंगे ना कि अक्षय तो टाइम पर आते थे, टाइम पर जाते थे, अपना hundred percent देते थे, अब फिल्म flop हो गई तो मैं क्या करूँ?

तो ये जिस तरीके के स्टेटमेंट्स दे रहे हैं, अक्षय कुमार के बारे में अहमद खान, मुझे लगता है कि इनको दोबारा सोचने समझने की जरूरत है, जब आप करोड़ों रुपए की फीस लेते हैं, तो आपके कंधों पर कंधों पर जिम्मेदारी होती है, उस फिल्म को आगे ले जाने की, अगर आप ये जिम्मेदारी नहीं उठा सकते तो फिर करोड़ों रुपए की फीस लेना बंद कर दीजिए। कुछ दिनों पहले अनुराग कश्यप ने, फरार खान ने, करण जौहर ने, लोगों ने कहा था कि ये जो बड़े-बड़े stars हैं इतना मोटा पैसा लेते हैं इतनी ज्यादा fees लेते हैं उतने इनके tantrms होते हैं उसके बाद भी फिल्में पीट जाती हैं क्योंकि ऐसा तो कोई स्टार ही नहीं है इसकी फिल्में ना पीटती हों। तो उसके बाद ये कह देना कि वो time पर आते हैं समय के पाबंद हैं hundred percent देते हैं उन्हें असफलता सफलता से कोई फर्क नहीं पड़ता।

अरे उन्हें क्यों पड़ेगा जब उनको पूरी fees मिल जाती है तो उनको क्यों पड़ेगा। और उन्हें अगली फिल्में भी मिल जाती हैं। लेकिन ये सिलसिला बहुत ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। और अक्षय कुमार जिस तरह से हर फिल्म को करते हैं अपनी आखरी फिल्म समझकर ये समझना चाहिए कि वाकई में उनकी कोई फिल्म आखिरी हो सकती है अगर इस तरीके का उनका ग्राफ जाता रहा करियर का तो आप लोग क्या सोचते हैं अहमद खान के स्टेटमेंट के बारे में अक्षय कुमार की लगातार फ्लॉप होती फिल्मों के बारे में और जो बॉलीवुड की जर्जर स्थिति हो गई है जो चरमराकर सब गिरने वाला है क्योंकि खराब कहानियां हैं,

आप कहानियों पर काम नहीं करते, आप नई कहानियों पर प्रयोग नहीं करते, आप दोबारा-दोबारा वही चेहरे घिसे पिटे लेकर आते रहते हैं, ना जाने कितनों को relaunch करते हैं, तो क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड इससे पाएगा या वाकई अब अह बॉलीवुड को रुककर सोचने की जरूरत है कि गलती कहां और क्यों हो रही है?

मेरे सांथ भी हुई गन्दी बात , ईशा कोपिकर ने शेयर किया कास्टिंग काउच किस्सा | Dirty things happened to me too, Isha Koppikar shared the casting couch story

क्या कंगाल हो गया बॉलीवुड? | Has Bollywood gone bankrupt?

बॉलीवुड इस समय एक बड़े कंगाली के दौर से होकर गुजर रहा है क्योंकि इस वक्त की सबसे बड़ी खबर ये है कि वाशु भगनानी का जो प्रोडक्शन हाउस है जिसने कुछ दिनों पहले बड़े मियां छोटे मियां बनाई थी टाइगर श्रॉफ और अक्षय कुमार के साथ उन्होंने अपना सात माले का बिल्डिंग बेच दिया है एक बिल्डर को क्योंकि अब उनके पास अपने financers को चुकाने के पैसे नहीं है ये फिल्म जिसके बारे में कह रहे थे वासु भगनानी की करीब ग्यारह सौ करोड़ रुपए कमाएगी इसने सिर्फ साठ करोड़ रुपए बॉक्स ऑफिस पर और उसके बाद धाराशाही हो गई।

इसके पहले उनकी हमशक्ल्स नाम की फिल्म भी पिट चुकी है, इससे पहले मिशन रानीगंज भी पिट चुकी है, इससे पहले गनपत भी पिट चुकी है और इतनी सारी फिल्मों के पिटने के बाद नौबत ये है कि इनकी जो प्रोडक्शन हाउस है, पूजा एंटरटेनमेंट उसके जो employees हैं, अब वो सोशल मीडिया पर आकर ये शोर मचा रहे हैं कि दो-दो साल पूरे होने के बाद भी उन्हें उनकी सैलरीज नहीं मिली है, जबकि फिल्म इंडस्ट्री में होता ये है कि आपको पैंतालीस से साठ दिन के भीतर जैसी प्रोजेक्ट पूरा होता है,

क्या कपिल शर्मा ने सुमोना चक्रवर्ती को दे दिया है धोखा? | Has Kapil Sharma betrayed Sumona Chakravarti?

आपको आपका पेमेंट मिल जाता है, ये जो पूजा एंटरटेनमेंट के एम्पलाइज हैं एक रुचिता कामले हैं उन्होंने पोस्ट किया है सोशल मीडिया पर और उसके बाद से ये सोशल मीडिया पोस्ट भी वायरल हो रहा है इसको लेकर तमाम खबरें आपने सुनी होंगी अब ताज़ा खबर ये आ रही है कि वाशु भगनानी ने अपना ऑफिस भी भेज दिया और कहा ये जा रहा है कि यहाँ पर एक नई बिल्डिंग खड़ी होगी और उस बिल्डर से इन्हें ढाई सौ करोड़ रुपया मिलेगा जिसका इस्तेमाल ये अपने जो इनके जिनसे कर्जा लिया है जिनसे finances इन्होंने लिए थे उनका कर्जा चुकाने के लिए किया जाएगा तो इस समय स्थिति ये बनी हुई है,

कई बार इस बात को कहा गया है कि बॉलीवुड फिल्मों में जो हीरो, हीरोइन है, हीरोइन को तो मैं अलग रख देता हूँ, हीरो की बात कर लेते हैं, वो फिल्म का sixty seventy और कई बार तो eighty percent बजट तक खा जाते हैं यानि फिल्मी हीरोज पर इतना पैसा खर्च होता है कि प्रोड्यूसर कंगाली की नौबत तक पहुँच जाता है और इस समय वासु भगनानी के साथ माले की बिल्डिंग का बिकना इस बात को बताता है कि बॉलीवुड बहुत ही खराब दौर से होकर गुजर रहा है, एक तरफ उनका ऑफिस बिक रहा और दूसरी तरफ उनके यहाँ जो काम करने वाले employees हैं

वो सोशल मीडिया पर निकलकर सामने आ गए हैं और इस बात को बता रहे हैं खुलकर कि उन्होंने जिस प्रोजेक्ट पर काम किया दो साल पहले उसका पैसा उन्हें आज तक नहीं मिला है अब आप सोचिए हर तरफ थू-थू हो रही है और ऐसे जो प्रोड्यूसर हैं वो टाइगर श्रॉफ और अक्षय कुमार जैसे अह हीरोज के साथ फिल्म बना रहे हैं वो फिल्म बुरी तरह पिट जाती है जबकि दावा किया गया था कि ये एक हजार एक सौ करोड़ रुपए तक कमा सकती है। मिशन रानीगंज हालांकि फिल्म अच्छी बनी थी बुरी तरह फ्लॉप हुई। और इसी तरह गणपत जो टाइगर श्रॉफ को लेकर बनाई थी वो भी बुरी तरह फ्लॉप हुई। कुछ लोगों का ये कहना है कि गलत तरह की स्क्रिप्ट्स का चुनाव इस प्रोडक्शन हाउस को यहाँ तक लेकर आया है। पूजा एंटर

टेनमेंट की शुरुआत nineteen eighty सिक्स में हुई थी उसके बाद उन्होंने हीरो नंबर वन अह कुली नंबर वन बीवी नंबर वन ऐसी तमाम फिल्में बनाई उस वक्त काफी नाम था वासु भगनानी का लेकिन आज स्थिति ये है कि बिल्डिंग बिकने को तैयार है, बिक चुकी है और अब ऐसा लगता है कि पूजा एंटरटेनमेंट हो सकता है आगे कोई ना बनाए हालांकि कहा ये जा रहा है कि शाहिद कपूर के साथ ये अश्वत्थामा नाम की कोई फिल्म शुरू कर रहे हैं लेकिन इस समय जो हालत है वो काफी ख़राब है दोस्तों ये बात बार-बार कही गई है कि बॉलीवुड अगर इसी तरह अनाप-शनाप पैसा खर्च करता रहा तो बहुत सारे प्रोड्यूसर्स इसी तरह बिकने की कगार पर आ सकते हैं.

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क्या कपिल शर्मा ने सुमोना चक्रवर्ती को दे दिया है धोखा? | Has Kapil Sharma betrayed Sumona Chakravarti?

क्या कपिल शर्मा ने सुमोना चक्रवर्ती को दे दिया है धोखा? और क्या भूरी हो गई है कपिल से खफा इस वीडियो में हम आपको इन दोनों बातों का पूरा सच बताने जा रहे हैं क्योंकि भूरी यानी सुमोना चक्रवर्ती ने हिंदुस्तान टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया है। और उस रिपोर्ट के आधार पर हमने ये जानने की कोशिश की है कि सुमोना के साथ क्या हुआ है?

सबसे पहले हम आपको बता दें कि सुमोना चक्रवर्ती एक जानी-मानी हस्ती हैं और वो कपिल के अलावा कई शो में अपनी एक्टिंग से अपना हुनर ​​साबित करती रहती हैं। बड़ी अच्छी लगती है कसम से कस्तूरी, जमाई राजा ऐसे कई शो में हाथ आजमाने के बाद फिर वे कपिल शर्मा के साथ वो जुड़े। और फिर उन्हें अपार सफलता मिली। आह वो कहानी कॉमेडी सर्कस की कॉमेडी नाइट्स विद कपिल ऐसे कई सारे शो में कपिल के साथ रहीं। कपिल शर्मा शो के तीन सीजन का हिस्सा रहे।

कपिल शर्मा शो से निकलने के बाद अब फूटा सुनना का दर्द | After leaving Kapil Sharma show, now the pain of listening has burst out

हालांकि जब से कपिल आधार पर गए हैं। तब से वह कपिल के साथ दिखाई नहीं दे रही हैं तो हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट आई है जो बताती है कि सुमोना चक्रवर्ती के तौर पर कपिल शर्मा से हैरान, परेशान और नाराज हैं। क्योंकि सुमोना को अपने नेटिजन वाले शो द ग्रेट इंडियन कपिल शो का हिस्सा नहीं बनाया गया है, अब तीस सुमोना लगभग दस सा लो से कॉमेडियन कपिल के साथ जुड़ी हुई थी इसलिए कथित तौर पर उन्हें उम्मीद थी कि पिछले सीजन के सभी कलाकारों को नेटिजन पर निरंतर रखा जाएगा।

रखा जाएगा लेकिन जब उनके साथ ऐसा नहीं हुआ तो वो काफी हैरान हुई इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि उन्हें उम्मीद थी कि शो के डिजिटल वर्जन के लिए पूरी कास्ट को पहले जैसा रखा जाएगा लेकिन उन्हें कपिल की ओर से कोई फोन नहीं आया इसके अलावा सुनील गोवर के शो में वापस आने के बाद कपिल केवल कृष्णा, अभिषेक और कीकू शारदा को ही अपने साथ लेकर आए।

इसी रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सुमोना चक्रवर्ती ने कपिल शर्मा के शो में जबरदस्त काम किया था और इस तथ्य को लेकर उन्होंने माना कि उनके पंच लाइन्स और डायलॉग्स ने शो में ज्यादा कुछ नहीं किया, हालांकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यह शो असरदार होगा। कास्टिंग पर ही गर्व। अ सुमोना का गुस्सा अब जाहिर है क्योंकि इस कपिल वाले शो को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में उनका काफी बड़ा योगदान रहा है, इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उन्हें हमेशा से ही लगता था कि उनके डायलॉग पसंद किए जाते हैं। और इसको लेकर कास्टिंग प्रभावित नहीं होगी और इस पूरे मामले को लेकर वो काफी गुस्से में भी हैं,

लेकिन उन्होंने अपनी चुप्पी बनाई है और इसके बारे में बात ना करते हुए इस पूरे मामले से निपटने का फैसला किया है यानी अह कपिल ने सुमोना के साथ जो किया सोमोना उसे अपने दिल में पीने बैठी हैं। जाहिर नहीं बोल रही हैं। लेकिन काफी कुछ है जो उनके मन में चल रहा है। और वो सामने उस तरह से बोलना नहीं चाहता है इसलिए अब उनकी कोशिश है कि वो चुप रहकर अपनी बातों का, अपनी बातों से इस बात का जवाब दें कि वो कपिल से खफा है।

देखिए सुमोना का जब भी मीडिया से सामना हुआ है, उनसे पहला सवाल यही पूछा जाता है कि आप नेता वाले शो में क्यों नहीं हैं, वैसे सुमोना के पास फोन नहीं आया और ये सुमोना और कपिल के बीच एक दूरी का कारण भी बना है लेकिन इस बीच एक बात ये भी जा रही है कि अब जब भरोसे पर दूसरा सीजन आएगा। तो हो सकता है कि उसमें सुमोना की वापसी हो या सुमोना को सीज़न के लिए पेश किया जाए।

बरहाल जब तक दूसरे सीजन के ट्रेलर सामने नहीं आते इस बात को कहना बहुत मुश्किल होगा कि कपिल के शो में श्रद्धा पर जो उसके दूसरे सीजन में सुमोना दिखेगी या नहीं लेकिन हां इतना ज़रूर है कि सुमोना खुद को ना बुलाए जाने से नाराज़ हैं, ख़फ़ा उन्होंने फैसला किया है कि इस बारे में वह किसी से बात नहीं करते हैं, लेकिन जो हुआ वह उनके दिल में एक जख्म की तरह चुभा जरूर है।

मेरे सांथ भी हुई गन्दी बात , ईशा कोपिकर ने शेयर किया कास्टिंग काउच किस्सा | Dirty things happened to me too, Isha Koppikar shared the casting couch story

मेरे सांथ भी हुई गन्दी बात , ईशा कोपिकर ने शेयर किया कास्टिंग काउच किस्सा | Dirty things happened to me too, Isha Koppikar shared the casting couch story

ईशा कपिकर के दो इंटरव्यू इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और इन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इंटरव्यू में ईशा कपिकर ने अपने उन दिनों को याद किया है जब वो बॉलीवुड में बतौर हीरोइन काम करती थीं और ईशा को पेपरकर बताती हैं। कि मैं एक फिल्म साइन कर रही थी उस फिल्म के निर्माता ने मुझसे कहा कि जो फिल्म का हीरो है वो आपसे मिलना चाहता है तो आप उसे फोन करें।

उसने उसे फोन किया तो उस हीरो ने अपना पूरा बताया कि मैं सुबह इतनी जल्दी उठकर सुबह-सुबह मेरा दिन शुरू होता है, फिर मैं ये करता हूँ, ये करता हूँ, ये करता हूँ और ईशा को से कहा कि तुम इसके बीच में मुझसे मिलो आइए, क्योंकि उन्होंने अपना पूरा शेड्यूल बता दिया था, इतने बजे डबिंग है, इतने बजे जिम है, इतने बजे एक और मीटिंग है। तो ईशा को ने कहा कि ठीक है, मैं आपसे मिलने आती हूँ, तो उस अभिनेता ने कहा कि लेकिन आप कैसे आ रही हैं, मुझसे मिलने? उसने कहा कि मैं आऊंगी अपनी गाड़ी से, मेरा ड्राइवर मुझे लेकर आएगा, तो उसने कहा नहीं। ये ड्राइवर को साथ में मत लाना, अकेले आना क्योंकि मेरा नाम कई हीरोइनों के साथ जोड़ दिया गया है। ये ड्राइवर ही सारी अफवाहें फैलाते हैं।

कपिल शर्मा शो से निकलने के बाद अब फूटा सुनना का दर्द | After leaving Kapil Sharma show, now the pain of listening has burst out

अब आप लोग ये बताइए कि ईशा को गर्भवती करने का इशारा किस तरफ है? बॉलीवुड में कौन सा ऐसा हीरो है जो सुबह-सुबह उठता है? क्यों कई सारे हीरोइन के साथ नाम जुड़ चुके हैं? जो ईशा कोहली जब हीरोइन बनी थी तब भी वो हीरो बनती थी? तो आपको क्या लग रहा है? क्या आप उस उत्तर के बहुत करीब हैं? क्योंकि ईशा को पीपीटीकर ने सब कुछ बता दिया, बस नाम नहीं बताया है? और एक नहीं, दो-दो इंटरव्यू ऐसे होते हैं? ईशा को पीपीएच करके यह भी बता दें कि मैंने भी कास्टिंग काउच का सामना किया है, हमारे समय में तो हाथ तक मरोड़ देते थे। वह हीरो के साथ दोस्ताना होने को तैयार थे।

अब ये वो हीरो है जिसका जिक्र कर रही है, जो सुबह-सुबह उठने वाला है, वो उन्हें मिलने भी बुलाता है और ये भी कहता है कि ड्राइवर के साथ मत आना। क्योंकि ये ड्राइवर ही अफवाहें फैलाते हैं, मेरा तो नाम इसीलिए कई सारी लड़कियों के साथ जुड़ गया, तो कौन है? थोड़ा अपने दिमाग पर जोर दीजिए और टिप्पणी करके बताइए कि आपको क्या लग रहा है? किसकी तरफ इशारा कर रही है? ईशा को पसंद करने वालों को समझ में नहीं आ रहा, क्या आपको समझ में आ रहा है?

जो भी जवाब समझ में आ रहा हो वो आप इस वीडियो के नीचे कमेंट करके बता सकते हैं साथ ही मैं आपसे ये भी जानना चाहता हूँ कि जब भी कोई कास्टिंग काउच वाला वीडियो आप देखते हैं तो आपके मन में क्या चलता है कैसी फीलिंग आती है इन हीरोज के लिए इतनी स्टार वर्कशॉपिंग होती है, फैन्स होते हैं, फैन क्लब होते हैं, उनकी अगली रिलीज का इंतजार किया जाता है, उनके जैसे हेयरकट, उनकी जैसी शर्ट, उनकी जैसी स्टाइल कॉपी करने की कोशिश करते हैं लोग तो आपके मन में क्या आता है?

और क्या लग रहा है अब एक-एक करके सभी हीरोइनों को आने वाले बाकायदा का नाम लेकर बताना चाहिए कि उनके साथ किसने क्या किया है क्योंकि कोई तो होगा। जो ये हिम्मत करेगा और उसके बाद बहुत सारे लोगों की जो छवि बनी हुई है। झूठी छवि वो टूटेगी। क्या आप इस तरह के कास्टिंग, काउच, घटनाओं के बारे में सोचते हैं कि आपको ईशा को किस तरह से चेतावनी दे रही है और क्या आपको लगता है कि संभवतः लोग सिर्फ पहुंच के साथ हुए हैं?

उन लोगों का क्या जो ये कोई मीडिया कवर नहीं करते लेकिन उनके साथ भी बहुत कुछ हुआ है। उनका साक्षात्कार कोई नहीं करेगा क्योंकि वह शायद बहुत मशहूर नहीं है या मीडिया को बहुत उपलब्ध नहीं है। क्या आप इस तथाकथित हीरो के बारे में जानते हैं जिसका जिक्र कर रही है ईशा को पीकर अपने इस इंटरव्यू में जो उन्हें मिलने तो बुलाता है लेकिन बिना ड्राइवर के क्योंकि वह सुबह जल्दी उठने वाला व्यक्ति है और उसका नाम भी कई सारी हीरोइनों के साथ जुड़ गए हैं.

बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं , कार्तिक आर्यन | Kartik Aaryan: I have no friends in Bollywood

बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं , कार्तिक आर्यन | Kartik Aaryan: I have no friends in Bollywood

कार्तिक आर्यन का बॉलीवुड में कोई दोस्त नहीं है। कार्तिक आर्यन बॉलीवुड में किसी के साथ कुछ खास सूखते-मिलते नहीं है। वो सिर्फ काम से काम रखते हैं और काम के अलावा जो उनके दोस्त हैं वो बॉलीवुड के बाहर हैं। ये बात खुद कार्तिक आर्यन ने एक इंटरव्यू में बताई है और उन्होंने ये भी कहा कि मैं जब से आया हूँ बॉलीवुड में मेरे साथ कुछ ऐसे अनुभव हुए हैं जिसके बाद मैंने समझा कि यहाँ उस तरह से दोस्तियाँ नहीं हो सकतीं जैसे कि आम तौर पर ज़िन्दगी में होती हैं।

इस इंटरव्यू में वे ये आये कि क्योंकि उनके काम करने का जो ठिकाना है वो बदल रहता है मान लीजिए छह महीने एक साल किसी फिल्म के सेट पर है अगले साल किसी दूसरी फिल्म के सेट पर है तो ये संभव भी नहीं है कि आप किसी से इतनी वास्ता रख पाए जब तक आप उनके साथ काम नहीं कर रहे होते लेकिन इस बात को बहुत जोर देकर कह रहे हैं कार्तिक आर्यन और जब से कार्तिक ने ये बयान दिया है बहुत सारे लोग इस बात से आह इस बात को लेकर हैरान भी हैं कि तेरह साल हो चुके हैं बॉलीवुड में कार्तिक आर्यन को लेकिन उनका कोई दोस्त नहीं है

कल्कि टीजर रिव्यू: कल्की को भी पक्का क्रिटिसिज्म मिलने वाला है

बॉलीवुड में दोस्तों कार्तिक आर्यन की इस बात को अगर आप कमतर समझते हैं तो बॉलीवुड में काम करने का तरीका आपको जानना होगा यहाँ जिस तरह से काम होता है पहली बात तो ये हर शुक्रवार सबकी किस्मत बदल जाती है जो एक बड़ा स्टार बन जाता है फिर वो अपने से छोटे लोगों के साथ मिलना भी नहीं चाहता उसके साथ उठना भी नहीं चाहता क्योंकि यहाँ पर सबके भी रिश्ते हैं वो गाना आपको याद है ना का कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पर तो सच में बहुत अजीब रिश्ते हैं बॉलीवुड के और ये सारी बातें मैं आपको इसलिए बता रहा हूँ क्योंकि बॉलीवुड में जिस तरह से परदे पर शो जाता है रोमांस के बारे में, दोस्तों के बारे में जैसा कि आप देखते हैं जौहर के शो में जिस तरह की बातें होती हैं वो सब इतना बड़ा दिखावा है कि असल में जो जिंदगी को लोग जीते हैं

वही आपको असल बात बता सकते हैं अगर वो कार्तिक आर्यन की तरह ईमानदार हो और बाहरी भी हो क्योंकि बहुत सी चीजें आपको सिर्फ इंडस्ट्री में रहने के लिए करनी होती है तो उनकी दोस्ती से आपसी रिश्ते से कोई लेना-देना नहीं होता। अगर बॉलीवुड में आपसे मिल रहा है तो इसलिए क्योंकि आप लोकप्रिय हैं, आप कामयाब हैं, आप उसके काम के हैं, आप उसके साथ अगली फिल्म कर रहे हैं। आपका यह काम का सच है।

लेकिन अगर काम नहीं है तो फिर मिलता भी नहीं है क्योंकि यहाँ हर किसी को अपने काम की, नाम की और दाम की पड़ी है और एक तरह से कृतिकार्य ने बात बनाने की कोशिश भी की है। उनसे पूछा गया कि आप तो बाहरी थे, उन्होंने कहा थे मैं अभी भी नहीं हूँ और साथ में बैठे थे कबीर खान उन्होंने भी हां में हां मिलाई उन्होंने कहा हां मैं भी बाहरी था और क्योंकि मैं भी दिल्ली से आता हूँ मेरे पिता भी प्रोफेसर थे और मैंने भी दिल्ली से अपने करियर की शुरुआत की और डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर यहीं कार्तिक भी ग्वालियर से आते हैं मम्मी पापा इनके डॉक्टर हैं तो ऐसे लोग जो बॉलीवुड के बाहर की फैमिली से आते हैं जिनके प्रवक्ता यहां नहीं होते जिनके मम्मी डैडी यहां नहीं होते होते कितने परिवार वाले दोस्त यहाँ नहीं होते वो करियर में कितने ही पुराने क्यों ना हो जाए वो बाहरी जैसा ही महसूस करते है

क्योंकि इस इंडस्ट्री के रंगना बहुत मुश्किल होता है खासकर उन लोगों के लिए जो बाहर से आते हैं क्योंकि आमतौर पर जिस तरह के रिश्ते होते हैं इस इंडस्ट्री के बाहर उनमें बहुत हद तक कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं, जो जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ मतलब के लिए मिल रहे हैं, लेकिन खासकर बॉलीवुड ये एक ऐसी चमकती हुई दुनिया है, जिसका मतलब यहां बिना किसी से मिल सकता है। के किसी भी साथ फोटो नहीं खाना चाहिए क्योंकि ना जाने आपकी किस मुलाकात को कौन कैसे भुना सकता है और कहां किस तरह की बात उड़ जाइए

तो ये तमाम बातें आपने देखी ही कि करण जौहर ने जो किया कार्तिक आर्यन के साथ फिर कैसे उन्हें पलटी भी मारनी पड़ी सिर्फ इसलिए क्योंकि जो किया था वो भी दिल से नहीं था और जो बाद में पलटे वो भी दिल से नहीं था सब कुछ काम के लिए था और काम के लिए सब लोग इतने लचीले होते हैं कि यहाँ पर असली रिश्ते की कोई जगह नहीं रहती क्योंकि असली रिश्ता वहीं होते हैं जहाँ दिल से दिल मिलता है लेकिन यहाँ सब अनुभव ऐसा है कि दिल से दिल भी मिला तो कैसे निकले?

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स्वरा भास्कर ने बकरीद पर बकरियों को बचाने के लिए मुस्लिम वेश धारण करने वाले जैन लोगों पर कटाक्ष किया

स्वरा भास्कर एक बार फिर से सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गई हैं और खुलकर अपनी बात रख रही हैं यानी वो एक बार फिर से ट्रोल हो रही हैं। जी हाँ, बकरीद पर जीव हत्या का विरोध करने वाले शाकाहारियों पर निशाना उन्होंने कुछ दिनों पहले ही साधा था और उसके बाद उन्होंने बकरों को बलि होने से बचाने वालों पर भी कटाक्ष किया है। स्वरा का कहना है कि अगर उन्हें बचाते हो तो आगे की जिम्मेदारी भी लो।

स्वरा ने ट्विटर पर उन लोगों पर अपना निशाना साधा जिन्होंने दिल्ली में मुसलमानों की पहनकर बकरों की जान बचाई थी। आपको बता दें कि जैनियों के एक समूह ने बकरीद पर बकरों को खरीदा था और उनकी बलि चढ़ने से उन्हें बचा लिया था। अब स्वरा भास्कर ने उन लोगों से पूछा है कि आपने उन बकरों का क्या किया? ट्विटर पर स्वरा लिखती हैं मुझे उम्मीद है कि बकरों को बचाव कर्ताओं ने अपना लिया होगा। और उनके साथ पालतू जानवरों की तरह पेश आ रहे होंगे।

क्या है सोढ़ी के 10 बैंक खातों का सीक्रेट | What is the secret of Sodhi’s 10 bank accounts?

अगर बचाव करना है तो आगे की जिम्मेदारी भी लो। स्वरा की इस पोस्ट के लिए लोगों ने उन्हें खूब ट्रोल किया है। नलिनी उजागर एक फ़ूड ब्लॉगर ने ट्विटर पर अपने खाने की प्लेट की तस्वीर शेयर की थी जिसमें उन्होंने लिखा था मुझे vegetarian होने पर गर्व है। मेरी प्लेट आंसुओं, क्रूरता और पाप से फ्री है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए स्वरा ने लिखा था, सच कहूं तो मुझे vegetarian लोगों की एक बात समझ नहीं आती, आप लोगों की सारी डाइट गायों को जबरन गर्भवती कराकर फिर उन्हें उनके बच्चों से अलग करने और उनका दूध चुराने से बनती है।

इसके अलावा आप जड़ वाली सब्जियां खाते हैं पौधे से अलग करने के बाद वो पौधा भी पूरी तरह खत्म हो जाता है। बेहतर होगा कि आप relax करें क्योंकि आज बकरी ईद है। अब आपको बता दें कि स्वरा भास्कर कुछ ही महीनों पहले माँ बनी है और अब motherhood enjoy कर रही हैं। वो शादी के बाद से सोशल मीडिया पर थोड़ा active नहीं थी बच्ची के साथ बिजी थी लेकिन अब वो फिर से लौट आई हैं और हर मुद्दे पर अपनी राय रख रही हैं।

अह आप जानते ही हैं कि उन्होंने कुछ महीने पहले फाद अहमद से शादी की थी और उसके कुछ महीने बाद बेटी का जन्म हुआ। और इस बार जन्म के बाद पहली ईद थी जिसे उन्होंने धूमधाम से मनाया था और अब उन्होंने अ खुलकर इस बात को एक बार फिर से कहना शुरू कर दिया है कि लोग बेवजह तिल का ताड़ बनाते है बहुत खुलकर बोलती रही है स्वरा भास्कर इसी वजह से काफी ट्रोल होती है और उन्होंने खुद इस बात को माना है कि अक्सर उनसे फिल्में इसीलिए छिन जाती है क्योंकि वो बिना सोचे बोलती है जो दिल में आता है बोलती है।

अब मैं एक सवाल आप लोगों के सामने रखने जा रहा हूँ दोस्तों कि क्या आप लगता है कि बकरीद जैसे त्यौहार को लेकर शाकाहारी और मांसाहारियों के बीच बहस होनी चाहिए। जबकि हमारे देश में बकरीद मनाना कोई अपराध तो है नहीं। बकरीद तो सब मनाते हैं। जितने लोग मानते हैं। रही बात vegetarian लोगों की जो तर्क दिया है स्वरा भास्कर ने क्या आप उससे इत्तेफाक रखते हैं? और बहुत सारे लोग तो अब vegan हो गए हैं। जो दूध का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं।

जो ये कहते हैं कि गाय का दूध बछड़े के लिए है। तो हम उसे नहीं पीएंगे। तो अब एक तीसरी जमात और आ गई है जो vegan है आप में से कुछ लोग हो सकता है vegetarian होंगे कुछ non-vegetarian होंगे और हो सकता है कुछ vegan हो गए हो तो ये जो खाने को लेकर बहस होती है फिर उसमें बीच में त्यौहार आ जाते हैं धर्म और मजहब आ जाता है कई बार बहस छिड़ जाती है सोशल मीडिया एक अखाड़ा बन जाता है सोशल मीडिया कुरुक्षेत्र बन जाता है इस सारे scenario के बारे में आप अपनी जो भी राय रखते हैं वो मेरे वीडियो के नीचे आप शेयर कर सकते हैं ताकि हम भी जाने कि स्वरा भास्कर लोगों के बारे में हमारे देश की जनता क्या सोचती है? और स्वरा भास्कर भी जाने कि जिन दर्शकों के लिए वो फिल्मों में काम करने की इच्छा रखती है उनकी सोच उनके बारे में क्या है?

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बिग बॉस में नहीं दिखेंगी सोनम खान | Sonam Khan will not be seen in Bigg Boss

बिग बॉस आज से शुरू हो रहा है मैं बात कर रहा हूँ बिग बॉस ओटीटी सीजन तीन का जिसमें बहुत सारे लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और इस बार सबसे बड़ी हाईलाइट ये है कि इसमें सलमान खान नहीं हैं इसमें अनिल कपूर दिखने वाले हैं। इसके अलावा प्रतियोगी भी फाइनल हो चुके हैं। इसमें वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित दिखने वाली हैं, रैपर माज़ी हैं वो दिखने वाली हैं और खबर ये भी थी कि नब्बे के दशक की जो सबसे खूबसूरत अभिनेत्री हैं सोनम खान वो भी इस शो में नजर आने वाली हैं और अगर ऐसा होता है वो लंबे समय के बाद पॅक पर नजर आने वाली है क्योंकि वो बहुत समय से फिल्म इंडस्ट्री से गायब है।

कपिल शर्मा शो से निकलने के बाद अब फूटा सुनना का दर्द | After leaving Kapil Sharma show, now the pain of listening has burst out

इस बीच सोनम खान की इस तरह की खबरों के बारे में एक प्रतिक्रिया भी सामने आई है जो काफी चर्चा में है, उन्होंने वास्तव में अपने इंस्टाग्राम पर मुस्कुराते हुए अपनी एक सेल्फी शेयर की है और इसे शेयर करने के साथ ही उन्होंने ये लिखा है है कि बहुत सारी अफवाहें हैं लेकिन अभी तक मैं खुद की बॉस हूँ। इसके साथ ही उन्होंने बिग बॉस नहीं करने का हैशटैग भी दिया है, उनके इस पोस्ट के बाद सारे अटकलों पर अब विराम लग गया है वहीं सोमी अली ने भी इस पर कमेंट किया है,

उन्होंने लिखा है बिल्कुल हां सही कह रहे हैं आप एक फैन लिखते हैं कि इसमें कोई शक नहीं कि आप अपने खुद के बॉस हैं तो लोग उनकी इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और एक तरह से ये प्रतिक्रिया भी आने लगी है कि सोनम खान इस बार बिग बॉस का हिस्सा नहीं होंगी। दोस्तों ऐसी बहुत सारी अभिनेत्रियाँ हैं। जिन्होंने लाइमलाइट में वापसी के लिए कई बार अफवाहों का इस्तेमाल किया। कई बार बिग बॉस का भी इस्तेमाल किया गया।

कई बार ऐसे वास्तविकता का इस्तेमाल किया। जिसके बाद वो फिर से चर्चा में आई सोनम खान को लेकर भी काफी तरह की चर्चाएं हुई और उनका अपना एक हिस्ट्री रही है कि किस तरह से वो अंडरवर्ल्ड के डर से बॉलीवुड छोड़कर भाग गई थी, चली गई थी फिर से वो वापस मैं हूं। और अब सुनने में आया है कि वो फिर से एक्टिव हैं, कुछ काम करना चाहती हैं, तो जब भी इस तरह की खबरें आती हैं कि कोई पुरानी जमाने की अभिनेत्री है, वो वापस आ रही है, फिर उसकी पुरानी सारी चीजें एकदम से सतह पर पाए जाने वाले, इंस्टाग्राम पर दिखने वाले बहुत कुछ लगते हैं।

हाल ही में आह जीनत अमान जी भी वापस आई थी, वापस मतलब वो कहीं नहीं गई थी लेकिन हाँ वो काफी समय से फिल्मों में सक्रिय नहीं थी और फिर उनकी वापसी हुई थी इंस्टाग्राम पर काफी कुछ चर्चा में रहा, उन्होंने फिर लिव इन रिलेशनशिप पर भी रिपोर्ट दिया था, तो ऐसी तमाम चीजें होती रहती हैं, आजकल सोशल मीडिया में एक टूल बन गया है अगर आप चर्चा में नहीं हैं तो आप सोशल मीडिया पर जाइए, कुछ ऐसी लेखनी, बोलिए, कहिए कि आपकी फिर से चर्चा हो रही है

तो दोस्तों आप लोग सोशल मीडिया को कितनी गंभीरता से लेते हैं? क्या आप लोगों के लिए सोशल मीडिया एक समय या जानकारी लेने की जगह है या किसी दूसरे की जिंदगी में कूदने की जगह है? आप लोग इंस्टाग्राम के बारे में या सोशल मीडिया के बारे में वो मेरे वीडियो के नीचे कैसे बता सकते हैं। क्या आप इंस्टाग्राम पर कुछ खास बातों को बहुत गंभीरता से लेते हैं? या आपको लगता है कि ये सब टाइम पास है और आपको ही चलते रहना चाहिए, खासकर वो बातें जो कि सेलिब्रिटीज अपने करियर या पेशे को लेकर चलते हैं?

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कपिल शर्मा शो से निकलने के बाद अब फूटा सुनना का दर्द | After leaving Kapil Sharma show, now the pain of listening has burst out

कपिल शर्मा की पत्नी का रोल करने वाली सुमोना चक्रवर्ती के एक दर्द के बारे में लेकिन उससे पहले मैं आपसे एक सवाल पूछता हूँ मान लीजिए आप मुंबई शहर में रहते हैं और आपकी तनख्वाह है बीस हजार रुपए। और दूसरी तरफ एक actor है जो टीवी पर आता है जो मशहूर है। जिसकी कमाई जाहिर है आपसे कहीं ज्यादा है। क्या लगता है आपको? बैंक से अगर कोई लोन लेने जाएगा तो पहले लोन किसे मिलेगा।

शायद आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन आप कितने ही टीवी actor क्यों ना हो लेकिन आपको बैंक अपना लोन देने में आनाकानी करेगा जबकि सिर्फ बीस हजार रुपए की सैलरी पाने वाले को बैंक लपक कर लोन देगा, जानते हैं क्यों? ये किस्सा share किया है, खुद सुमोना चक्रवर्ती ने जो इस दर्द से होकर गुजरी हैं, उनका ये कहना है कि मैं छब्बीस साल की थी जब मैंने मुंबई में अपना घर खरीदा था, लेकिन आपको क्या बताऊँ कि मैं किस हाल से होकर गुजरी।

क्या है सोढ़ी के 10 बैंक खातों का सीक्रेट | What is the secret of Sodhi’s 10 bank accounts?

उनका कहना है कि एक तो अकेली और ऊपर से लड़की ऐसे में किराए का घर मुंबई में ढूंढना होता था बहुत मुश्किल, तो सोचा कि अपना घर खरीद लिया जाए। थोड़े पैसे पास में थे, सोचा थोड़ा home loan ले लेंगे, लेकिन पता ये चला कि बैंक में घुसती थी, तो जो बैंक के कर्मचारी होते थे, वो मेरे फैन होते थे, कहते थे mam हमने आपको टीवी पर दिखाया, आप तो टीवी शो में आती हैं। लेकिन जब उनसे कहा जाता कि आप मुझे लोन देंगे, तो बेचारे बगले झांकने लगते, क्योंकि बैंक की गाइडलाइन ऐसी होती है कि ये जो actors होते हैं, इनका पैसे का कोई निश्चित मामला रहता नहीं, कभी बहुत आता है, कभी बिल्कुल नहीं आता, शो चल रहा है तो बहुत सा पैसा आया, नहीं आया तो छह महीने तक कोई पेमेंट नहीं आया और ऐसे में बैंक ऐसे actors को लोन देने में आनाकानी करता है, जबकि उन्हीं के सामने आए बीस हजार, पच्चीस हजार रुपए महीने की सैलरी वाले लोगों को लपक कर लोन देता है क्योंकि उनके पास गारंटी होती है कि हर महीने पैसा आएगा,

दोस्तों ये बात सोमोना चक्रवर्ती ने अपने एक इंटरव्यू में कही है और मैं आपको इसलिए बता रहा हूँ, क्योंकि मेरी हमेशा एक कोशिश रही कि मैं आपको ग्लैमर की दुनिया का सच बताता चलूँ। अगर आपको लगता है कि बीस हजार रूपए की नौकरी से कहीं ज्यादा अच्छा है टीवी का, फिल्मों का एक्टर हो जाना तो उसके अपनी challenges हैं और इन्हीं challenges के बारे में बात कर रही हैं, सो मोना चक्रवर्ती, वो बताती हैं कि एक actor होने के नाते काफी मुश्किल हो जाता है, हमारी कोई रेगुलर इनकम नहीं होती, अचानक शो बंद हो जाता है, कई बार शो छोड़ना पड़ता है, नब्बे दिन का credit तो चलता ही है, यानी हमारे काम करने के नब्बे दिन के बाद, तीन महीने के बाद पेमेंट मिलती है।

ऐसे में कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है। उन लोगों के लिए अपने घर का खर्च चलाना जो दुनिया के लिए बड़े मशहूर हैं। फेमस हैं। लेकिन उनकी रेगुलर इनकम उतनी रेगुलर नहीं है जैसे कि किसी महीने की सैलरी वाले की होती है। दोस्तों इन बातों को मैं आपके सामने समय-समय पर इसलिए लाता रहा हूं क्योंकि मेरे ऐसे बहुत से दर्शक हैं जो छोटे शहरों में रहते हैं जो वहां से आकर मुंबई में एक्टर बनना चाहते हैं, हीरो बनना चाहते हैं, फिल्मों में काम करना चाहते हैं।

ऐसे में बनता है कि मैं इस दुनिया की जो काली सच्चाई है वो आपको बताता रहूँ ताकि आपके मन में ये कोई शंका ना रहे कि अरे एक बार टीवी पर आ गए तो फिर लाइफ बन जाएगी, जी नहीं लाइफ मेहनत करने से बनती है, टीवी पर आने से नहीं, हाँ टीवी पर अगर आप आते हैं अच्छी बात है लेकिन उसके लिए आपको बहुत मेहनत की जरूरत होती है और ऐसा कुछ भी नहीं कि आप एक बार अगर मशहूर हो जाएंगे, स्क्रीन पर आने लगेंगे तो फिर आपकी लाइफ हमेशा के लिए बदल जाएगी, उसके अपने challenges होते हैं जो लगातार साथ चला हैं.

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ये कंगना कौन है? सुंदर है! अन्नू कपूर | Who is this Kangana? She is beautiful! Annu Kapoor

ये कंगना है कौन? कुछ ऐसा ही सवाल पूछ रहे हैं अन्नू कपूर। असल में आप जानते हैं कि अन्नू कपूर अपनी upcoming फिल्म हमारे बारह को लेकर इन दिनों खबरों में है। ये फिल्म पिछले कुछ दिनों से विवादों में फंसी हुई थी जिसकी वजह से रिलीज नहीं हो पा रही थी अब इसे कोर्ट की ओर से हरी झंडी मिल गई है और नई रिलीज़ डेट भी सामने आ गई है।

लेटेस्ट अपडेट बताते हैं कि इसे इक्कीस जून को सिनेमा घरों में रिलीज किया जा रहा है। यानि आज के दिन ऐसे इस फिल्म को लेकर एक प्रेस conference रखी गई जिसमें अन्नू कपूर भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने कंगना रनौत को पहचानने तक से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने संजय लीला भंसाली पर हिंदूओं का मजाक उड़ाने का आरोप भी लगाया। आपको बताते हैं कि अन्नू कपूर ने exactly क्या कहा। असल में हमारे की ये press conference चल रही थी।

ये है डंकी की असली कहानी | ye hai Dunki ki asalee kahani

और इस बीच मीडिया ने अन्नू कपूर से कंगना रनौत के थप्पड़ कांड को लेकर सवाल पूछने शुरू कर दिए। तो इस पर उन्होंने कंगना को पहचानने से इंकार कर दिया, ये कंगना कौन है? कोई बड़ी हीरोइन है? सुंदर है इसके बाद सामने से कोई कहता है कि वो नवनिर्वाचित सांसद है इस पर अनु shocking reaction देते हैं और कहते हैं ओहो वो भी हो गई इतना ही नहीं अंत में अन्नू कपूर ने कहा कि अगर मैंने ऐसी कोई बात कही है तो सबसे पहले अनु कपूर बेकार की बात करता है फिर अगर किसी ने मुझे थप्पड़ मारा तो मैं इसके लिए कानूनी प्रक्रिया से गुजरूंगा इस press conference का एक video भी social media पर viral हो रहा है जिसमें उन्होंने कंगना के बारे में क्या कहा है आप सुन सकते हैं पहले आप सुनिए ये video कंगना जी को black मारा ये कंगना जी कौन है?

Please बताओ ना आप कौन है? Asah जी आप पूछ रहे है तो कोई बहुत बड़ी heroine होंगी? नहीं sir अभी सुंदर है क्या? सुंदर है। अच्छा oho वो भी इसके अलावा अन्नू कपूर ने संजय लीला भंसाली पर भी गुस्सा निकाला, उन्होंने कहा कि संजय लीला भंसाली की पिटाई जूतों से भी हुई है। उन्होंने कहा कि उन्हें धर्म में विश्वास नहीं है। उन्होंने खुद को नास्तिक बताया और कहा कि वो कभी भी मजहबी बहस में नहीं पड़ते हैं, इतना ही नहीं अन्नू कपूर ने संजय लीला भंसाली पर आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदुओं का मजाक उड़ाया था, उन्होंने ये आरोप फिल्म पद्मावत के लिए लगाया।

बहरहाल अब अगर अन्नू कपूर की फिल्म हमारे बारह की बात करें तो पहले ये सात जून को release हो रही थी, फिर ये चौदह जून को release होने वाली थी, लेकिन अब इसके बाद ये finally इक्कीस जून यानी आज के दिन release हो रही है, court की हरी झंडी मिल गई है। लेकिन अगर की बात की जाए तो इस पर एक खास समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।

और इस फिल्म के खिलाफ लोग कोर्ट पहुंचे थे और उसी को लेकर ये सारी press conference हुई जब ये सारा मामला clear हो गया लेकिन यहाँ आकर अन्नू कपूर ने एक नया बवाल कर दिया वो कंगना रनौत को पहचान नहीं रहे है वो कह रहे है कौन है? क्या वो सुंदर है उन्हें बताया जाता है वो सांसद हो गई है जो कहते है अच्छा वो भी हो गई है। तो जाते-जाते आप एक बार फिर से सुनिए कि अन्नू कपूर exactly कंगना के नाम पर क्या reaction दे रहे है? कि Kangana जी को flat मारा गया ये Kangana जी कौन है? प्लीज बताओ ना आप कौन हैं? आप पूछ रहे हैं तो कोई बहुत बड़ी हीरोइन होंगी? नहीं सर अभी सुंदर है क्या?

किस मैसेज को पढ़कर दर्शन ने किया रेणुका का मर्डर | After reading which message did Darshan murder Renuka?

किस मैसेज को पढ़कर दर्शन ने किया रेणुका का मर्डर | After reading which message did Darshan murder Renuka?

आखिर वो कौन सा मैसेज था जिसे पढ़ने के बाद दर्शन थुगोदीपा ने ये फैसला कर लिया कि वो रेणुकास्वामी नाम के अपने उस फैन को ख़त्म कर देगा जिसने उसकी प्रेमिका पवित्रा गौरा को वो वाला मैसेज भेजा है दोस्तों आमतौर पर मैं इस तरह की खबरों पर थोड़ा नियंत्रण रखता हूँ लेकिन क्योंकि बहुत सारे लोगों ने पूछा है कि आखिर ऐसा क्या लिख दिया था रेणुका स्वामी ने तो दोस्तों वो भी सारा मामला निकल कर आ गया है कहा ये जा रहा है कि रेणुका स्वामी लगातार ये मैसेजेस तो कर ही रहा पवित्रा गौड़ा को कि उसे दर्शन से दूर रहना चाहिए

क्योंकि दर्शना पहले से शादीशुदा है। लेकिन एक वो मैसेज जिसे देखकर दर्शना का और पवित्रा गौड़ा का दिमाग खराब हुआ वो असल में एक बहुत ही गंदा मैसेज था। रेणुका स्वामी ने एक अपने प्राइवेट पार्ट का पिक्चर क्लिक किया और साथ में अपना फोटो रखा फेस का और वो उसने पवित्रा गौड़ा को भेजा और ये पूछा कि तेरे हीरो का मुझसे भी ज्यादा पावरफुल है। मैं दावे के साथ कहता हूँ कि ये उससे भी ज्यादा पावरफुल है, तो ये बहुत ही गंदा मैसेज था, अश्लील मैसेज था, भाषा बहुत गंदी थी, कहते हैं कि ये मैसेज जब पवित्रा ने दर्शन को दिखाया, उसी वक्त दर्शन ने ये फैसला कर लिया कि अब तो इसका चेहरा भी मेरे सामने आ चुका है और अब मैसेज छोड़ूंगा।

फिर मुश्किल में फसे संजय दत्त, बादशाह, जैकलीन | Sanjay Dutt, Badshah, Jacqueline in trouble again

दोस्तों, ये एक ऐसा हादसा हुआ है, जिसको लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि शायद भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि एक सुपरस्टार ने अपने ही फैन को इतनी बुरी तरह मरवा दिया, हालाँकि अभी तक ये पूरा मामला साबित होना बाकी है उधर ये कहा जा रहा है कि दर्शन थोबी दीपा ने इक़बाले जुर्म कर लिया है और एक हद तक कहें तो ये केस बहुत हद तक सुलझा हुआ भी लग रहा है लेकिन अभी बहुत कुछ सामने आना बाकी है बहुत सारे दर्शक थे जो बार-बार ये मैसेज करके जानना चाह रहे थे कि आखिर ऐसा क्या लिखा था रेनुकास्वामी ने जिसको देखने के बाद इतना भड़क गया दर्शन जो भी हुआ है वो काफी निराशाजनक है और कई तरह के सवाल भी खड़े करता है।

हमें शायद नए सिरे से समझने की जरूरत है कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल को हम किस स्तर तक ले जा सक हैं? क्या हम किसी की जिंदगी में झांकने का इतना हक रखते हैं? दूसरी तरफ जो लोग सोशल मीडिया के मैसेज पढ़कर इतना प्रभावित हो जाते हैं कि जिंदगी में इतने बड़े फैसले कर लें, उनको भी समझने की जरूरत है कि सोशल मीडिया हमारी सुविधा के लिए है हमारी एक ऐसी parallel दुनिया है, जो हमारी जिंदगी के साथ चलती है, ऐसे में हमें इस बात को समझना है कि जो मैसेजेस किए जा रहे हैं,

या जो भी आदान-प्रदान हो रहा है, कम्युनिकेशन हो रहा है, उसकी क्या हो वो किस हद तक हमें प्रभावित करें और किस हद के बाद हम ये तय करें कि ठीक है ये एक parallel दुनिया है। हम इसे अपनी जो निजी जिंदगी है उसमें दाखिल होने से रोक दें। तो दोस्तों ये वो मैसेज था जिसके बारे में आप लोग पूछ रहे थे। आमतौर पर मैं ऐसी खबरों को कवर करने से बचता हूँ क्योंकि मेरा शो सभी तरह के दर्शक देखते हैं, बहुत सारे अह फैमिली में भी देखा जाता है, सब तरह के लोग देखते हैं लेकिन क्योंकि बहुत सारे दर्शकों ने मुझसे पूछा था।

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