अभिजीत ने शाहरुख और फराह पर दिया विवादित बयान | Abhijeet gave a controversial statement on Shahrukh and Farah

एक समय में सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य को शाहरुख खान की आवाज के तौर पर जाना जाता था। अब अभिजीत ने शाहरुख खान के लिए कुछ कहा है ऐसा जिसकी वजह से उनका इंटरव्यू वायरल हो रहा है। मैं आपको बता दूँ कि अभिजीत ने शाहरुख खान के लिए दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे यस बॉस और बादशाह से लेकर मैं हूं ना और ओम शांति ओम जैसी कई फिल्मों में आवाज दी है हालांकि फिल्म मैं हूं ना के बाद दोनों के बीच कुछ ऐसा झगड़ा हुआ कि दोनों ने आपस में बात करना बंद कर दिया। दोनों के मतभेद कारण सिंगर अभिजीत को फिल्म में क्रेडिट न दिए जाने से शुरू हुआ अब सालों के बाद अभिजीत भट्टाचार्य ने शाहरुख से हुए मतभेद पर बात की है.

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अभिजीत भट्टाचार्य ने पिंक विला को एक इंटरव्यू दिया है और इसमें वो कहते हैं ये वो बात है जिसे शाहरुख़ खान भी अच्छी तरह जानता है. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. हमारा बर्थडे भी एक दिन के अंतर पर होता है. हमारा एक जैसा व्यवहार है, हम दोनों को ही पता था कि हम क्या कर रहे और क्या बनने वाले हैं अगर आज मैं उसके पास जाऊँ इस हैसियत से कि मैं उसका सीनियर हूँ छह-सात साल तो सीनियर हूँ ही तो मैं उसका कान पकड़कर ये कहूँ कि बहुत हुआ ड्रामा तुम एक स्टार हो और हमेशा रहोगे लेकिन अगर मैं पिक्चर में वापस आ जाऊँ तो फिर मैं ही रहूँगा। आगे वो कहते हैं कभी-कभी मुझे लगता है कि वो इतराता है। या शायद उसके पास बिल्कुल टाइम ही नहीं है लेकिन वो ऐसा है नहीं।

मैं खुद को और उसको अच्छी तरह से जानता हूँ जबकि हमारा कोई क्लोज बॉन्ड नहीं है वो जानता है कि मुझे चोट पहुंची है और ये जितने भी स्टार्स है ये एक दूसरे के नाम का **** पालते हैं। लेकिन जब कुछ होता है तो एक दूसरे को गले लगाने भी पहुंच जाते हैं। तो एक तरह से उन्होंने सब को लपेटे में ले लिया। फिर अभिजीत भट्टाचार्य से इसी इंटरव्यू में पूछा गया। कि क्या कभी ऐसा होगा कि अपने चाहने वालों के लिए अपने फैंस के लिए आप एक साथ आएंगे दोबारा। तो इस पर उन्होंने कहा कि मैं सोच सकता हूं लेकिन वो बहुत कमर्शियल हो गया है। अब उसे पता ही नहीं कि उसका गाना किसने गाया? वो इस बारे में क्यों सोचेगा? वो इन सबसे आगे निकल चूका है, कुछ फर्क नहीं पड़ता। अब आपको बता दें कि असल में दो हजार चार में आई थी ये फिल्म।

मैं हूँ ना जिसे अह फरा खान ने बनाया था। और असल में अभिजीत ने इस फिल्म का एक गाना गाया था। अह तुम्हें जो मैंने देखा। जिसके बाद इसे शाहरुख खान पर फिल्माया गया लेकिन बाद में हुआ ये कि इस गाने को लेकर फिल्म में जो credit मिलना चाहिए था अभिजीत को, वो उन्हें नहीं मिला और उस वक्त उन्होंने कहा था कि इस फिल्म में स्पॉट बॉय और हेयर ड्रेसर से लेकर असिस्टेंट हेयर ड्रेस मेकर को भी credit दिया गया लेकिन मेरा नाम तो सबसे नीचे था।

फिर उन्होंने आने के कई साल बाद two thousand twelve में टाइम्स of इंडिया को एक इंटरव्यू दिया था जिसमें अभिजीत ने साफ तौर पर कहा था कि मुझे नहीं पता क्यों हमारे फिल्म मेकर्स कभी सिंगर्स को क्रेडिट नहीं देते मैं हूँ ना के एंड क्रेडिट में सिंगर का नाम सबसे आखिर में दिया गया और सबसे बुरी बात ये थी कि उस सेगमेंट को चाय वालों और ड्रेसमैन के साथ शूट किया गया था लेकिन सिंगर के साथ नहीं मेरे परिवार ने जब ये फिल्म देखी तो उन्हें ऐसा लगा कि मेरे साथ धोखा हुआ है। और यही ओम शांति ओम के साथ भी हुआ जबकि मैं शाहरुख खान की आवाज था.

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मैंने शाहरुख खान और फराह खान दोनों से अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी. अं जाहिर है इन दोनों ही फिल्मों को फराह खान की फिल्म के तौर पर भी जाना जाता है चाहे की बात करें या ओम शांति ओम की. तो फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर ऐसा होता है ईगो जब टकराते हैं तो कुछ ऐसा होता है जिसके बाद इस तरह की बातें निकल कर आती हैं हालांकि कुछ लोगों का ये कहना है कि अभिजीत ने कुछ ज्यादा ही तिलका ताड़ बना दिया. सब जानते थे कि वो शाहरुख खान की आवाज हैं. सब उनकी आवाज को सुनते थे और ये बात किसी से छिपी नहीं थी, ऐसा नहीं था कि कोई जानता नहीं था कि कौन गा रहा है? लेकिन होता है अगर एक्टर्स को अह क्रेडिट ना मिले तो वो नाराज हो जाते हैं, सिंगर्स को ना मिले तो वो नाराज हो जाते हैं। खैर इस समय इंडस्ट्री इतने खराब दौर से गुजर रही है कि मुझे लगता है इन सारे एक्टर्स और सिंगर्स को उन्हें क्या मिला? क्या नहीं मिला?

और कितना क्रेडिट मिला और बाद में मिला कि पहले मिला, इस सब से अलग होकर सोचना ये चाहिए कि ये जो डूबता हुआ बॉलीवुड है इसको ये कैसे बचाएं? क्योंकि अगर बॉलीवुड ही नहीं बचेगा तो फिर इनको क्रेडिट अह चाहे मिले, मिले क्या फर्क पड़ता है क्योंकि जब industry ही नहीं रहेगी और हाल के दिनों में देखा गया है कि लोग industry के बारे में बिलकुल सोच नहीं रहे है ये लोग इस industry से जुड़े हुए तो है लेकिन आप ये देखेंगे कि कभी ना तो content को लेकर एक समझदारी वाली बात होती है ना नए writers को मौका दिया जाता है बस वही पुराने लोगों को घिसवा पिटा रवैया है और बार बार वही चीजें repeat हो रही है और यही वजह है कि अब दर्शक इनसे bore हो गए हैं और bore होने की वजह से इनकी दुकानें बंद होने की नौबत आ चुकी है

Industry में बहुत खराब माहौल है दोस्तों इस समय अगर इंडस्ट्री से जुड़े किसी भी व्यक्ति से बात करें वो ये कहता है कि बस कुछ मिल जाए वो बड़ी बात है इस समय ना तो प्रोजेक्ट्स बन रहे हैं ना पैसा मिल रहा है लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि किया क्या जाए असल में संभलने के लिए कई साल मिले थे लेकिन पिछले कुछ चार-पांच सालों के दौरान भी बॉलीवुड नहीं संभला और लगातार बॉयकॉट बॉलीवुड और तमाम तरह की जो चीजें चलती रही उसको लेकर इस समय लोगों में भी काफी गुस्सा है और यही वजह है कि अब आपस में पुराने किस्से और झगड़े याद कर रहे हैं उनको लांछन लगा रहे हैं, आरोप लगा रहे हैं तुमने मुझे credit नहीं दिया था, तुमने मुझे ये नहीं दिया था,

अब आप खुद सोचिए कि मिलकर अगर आप बैठकर देखें तो आज की date में credit दिया था, credit नहीं दिया सिर्फ बड़ी बात ये होनी चाहिए कि अभी जो industry डामाडोल है उसको कैसे बचाएं? भाई ये लोग फिल्मों में गाना गाते थे, अह बहुत कम पैसा लेते थे। फिल्में हिट होती थी, तो उन्ही हिट हुए गानों की बदौलत इनको शोज मिलते थे, बाहर जाते थे, events करते थे, वहां से पैसा आता था, तो कोई भी सिंगल जो है, फिल्म में गाना गाकर कमाता नहीं रहा है इन singers का सबका ये हाल है आपने कई कहानियाँ सुनी होंगी ग्यारह रूपए में गाना किया इक्कीस रूपए में गाना किया एक रूपए में गाना किया सवा रूपए में गाना किया जानते है क्यों करते है film इनके लिए एक marketing tool हो जाती है आपने एक बड़ी film में बड़े hero के लिए गाया आप hit हो गए

फिर आपने कहा कि मुझे आना है आपके शहर में show करने अब लाइए लाखों रुपए तो ये हमेशा से चल रहा था अब Abhijit का Kya Hua Shah Rukh Khan के साथ वो दोनों ही बेहतर जानते होंगे लेकिन मुझे लगता है कि काम में अगर जब ego आ जाता तो वो काम फिर crash हो जाता है। अह फिर वो मिट्टी में मिलने लगता है क्योंकि आप ये सोचने लगते हैं कि अरे मुझे ऐसा होना चाहिए था, मेरी ये शर्त पूरी नहीं हुई। पहले तो होता क्या है कि industry में लोग काम पाने के लिए तरसते हैं।

फिर जब काम मिल जाता है तो नाम पाने के लिए तरसते हैं। फिर जब काम भी मिलने लगता है, नाम भी मिलने लगता है, दाम भी मिलने लगता है फिर उनके भाव और चढ़ने लगते हैं और फिर वहां पर एक अहंकार, एक ego आता है। मैं सिर्फ शाहरुख़ और अभिजीत की बात नहीं कर रहा हूँ, मैं in general बात कर रहा हूँ कि किस तरह के झगड़े इंडस्ट्री में होते रहे हैं। और ज्यादातर झगड़े इंडस्ट्री हो, इंडस्ट्री के बाहर हो, अहम पर शुरू होते हैं, ego पर शुरू होते हैं। तुमने मुझे ये नहीं किया, तुमने मुझे ये नहीं दिया, तुमने मुझे वो नहीं दिया, इन सारी चीजों को लेकर जो चीजें चलती हैं, उसके बाद क्या होता है कि काम खराब होना शुरू होता है।

याद होगा आपको कैसे शाहरुख खान को चार साल घर पर बैठना पड़ा था? So called king of रोमांस, सुपरस्टार पता नहीं क्या-क्या बादशाह खान और king खान घर पर बैठना पड़ा था क्यों? क्योंकि public ने नकार था आज पूरे बॉलीवुड की वो स्थिति हो रही है सिर्फ शाहरुख खान की नहीं अब आप याद करके बताइए पिछले छह महीने में आपने कौन सी सुपरहिट फिल्म के बारे में सुना है दो हजार चौबीस आधे से ज्यादा निकल चुका है एक भी हिट फिल्म नहीं आई है और यहाँ ये पुराने झगड़ों को याद कर रहे हैं तुमने मुझे क्रेडिट नहीं दिया था तुमने मेरा नाम नीचे लिखा था तुमने मुझे सबसे बाद में बुलाया था तुमने मेरे नाम की लाल पट्टी नहीं चलाई थी तुमने मेरे नाम का जयकारा नहीं लगाया था ये छोड़िए कुछ काम करिए कि पब्लिक आपके नाम का जयकारा लगाए और जब काम अच्छा होता है तो काम बोलता है फिर चाहे नाम अंत में लिखा हो, बाहर लिखा हो, ना लिखा हो कोई फर्क नहीं पड़ता। आपका काम बोलता है और खासकर जो लोग पब्लिक फिगर्स हैं जो अह एक ऐसे बिजनेस में हैं जहाँ पर आप मंच पर जाकर दिखते हैं। उसमें फिर आपको credit का क्या इतना होना चाहिए क्योंकि सभी जानते हैं अभिजीत की आवाज है।

शाहरुख खान का गाना है, सभी जानते हैं। अब उसमें आप credit रोल में कौन से नंबर पे था और सोचिए कौन होता है जो बैठकर सिनेमा घर में दिखेगा कि सिंगर का जो है ना कहाँ पर आ रहा है? End में आ रहा है कि सेकंड लास्ट आ रहा है कि पहले आ रहा है? गाना हिट हो गया? आप हिट हो गए? आपको मशहूरियत मिल जाती है, शोहरत मिल जाती है, दाम मिलने लगता है। लेकिन ये सब समझ में आते-आते अक्सर कैरियर के कई साल खराब हो जाते हैं। मुझे लगता है कि शायद अभिजीत के साथ भी ये हुआ है, अब उन्हें एहसास हो रहा होगा। अब वो किसके कान पकड़ेंगे और कौन किस से सीनियर है? इस तरह की बातों में अगर उलझना है, तो इस सब में क्या होता है, काम सफर कर जाता है, जो सफर नहीं करना चाहिए और मुझे लगता है कि बॉलीवुड को सीख लेना चाहिए अब तक।

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ध्रुव राठी ने बॉलीवुड को फेंकनेस पर क्यों वीडियो बनाई | Why did Dhruv Rathee make a video on fackeness Bollywood?

ध्रुव राठी अगर बॉलीवुड की fakeness पर वीडियो बनाने लगे हैं और उस वीडियो को millions में views आने लगे हैं तो आप समझ लीजिए कि कुछ ना कुछ तो जरूर चल रहा है। आप खुद सोचिए कि ध्रुव राठी का जो recent वीडियो है बॉलीवुड की fakeness के बारे में उसमें उन्होंने कुछ भी नया नहीं बताया है। ऐसा कुछ भी नहीं है जो पहले कहा नहीं गया awards के खरीदे जाने से लेकर पेपराजी को पैसे देने तक और फिल्मों के गलत बॉक्स ऑफिस आंकड़ों से लेकर जितनी भी fakness बॉलीवुड में फैली हुई है उसके बारे में लोग खुलकर बातें करते रहे हैं।

मैंने खुद अपने चैनल पर आपको कई बार बताया है कि किस तरीके से आपके सामने पर्टिकुलर कंटेंट को परोसा जाता है, के जरिए किस तरह पेड पीआर काम करता है, किस तरह से पेड पॉडकास्ट काम करते हैं, कैसे अपनी फिल्म की रिलीज से पहले बहुत सारे सेलिब्रिटीज और फिल्म स्टार्स अपने बारे में बात करने लगते हैं, उनकी फोटोज लीक होने लगती हैं, कई बार तो फिल्म की शूट के दौरान लीक किए गए फोटोग्राफ्स भी ये पहले से ही प्लान्ड होते हैं लेकिन इस सब के बारे में ध्रुव राठी को बात करने की जरूरत क्यों पड़ गई?

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असल में हुआ कि ध्रुव राठी अभी तक education वाले videos बनाया करते थे लोग उनसे जुड़े हुए थे फिर political माहौल जब देश में शुरू हुआ इलेक्शन के आसपास तो उन्होंने इलेक्शन के around बहुत सारे political scenario पर videos बनाए और उसको लेकर कई तरह के उनके responses देखने को मिले कुछ लोगों ने उन videos को पसंद किया कुछ ने नापसंद किया और अब जब elections over हो चुके हैं और कुछ भी ऐसा देश में नया नहीं हो रहा है तो ध्रुव राठी को भी जरूरत है कि वो बॉलीवुड पर बात करें क्योंकि बॉलीवुड एक ऐसा topic है जो साल में बारह महीने चलता है

आप हैं कि बॉलीवुड को कैसे हमारे politicians भी इस्तेमाल करते हैं जब भी कोई देश में बड़ी घटना होती है तो बॉलीवुड से जुड़ा कोई बड़ा कांड सामने आ जाए न्यूज़ चैनल से उसे कवर करने लगे सोशल मीडिया पर उसके बारे में बात होने लगे तो लोग देश के उस बड़े कांड को भूलने सा लगते हैं और वैसे भी हर बार बॉलीवुड को इस्तेमाल किया जाता रहा है content creators द्वारा लोगों को attract करने के लिए साथ ही views बढ़ाने के लिए लेकिन जब ध्रुव राठी जैसा वीडियो बनाने वाला content creator जो कि education वीडियो बनाते थे वो अगर बॉलीवुड पर वही घिसी पिटी बातें आपको लगे हैं जो हर बार, हर रोज, हर जगह कही जाती है आप मेरे प्लेटफार्म पर तो देखते ही रहे हैं कि किस तरीके से बॉलीवुड की जितनी भी काली सच्चाई है उसको सामने लाता हूँ और आपके सामने कई बार ये बताता रहा हूँ कि कैसे अवार्ड्स खरीदे जाते हैं, खुद ऋषि कपूर ने अपनी बुक में लिखा था कि उन्होंने अवार्ड्स खरीदे थे शाहरुख खान कितनी बार कह चुके हैं आलिया भट्ट ने कितनी बार कहा है कि हाँ मैं तो अवार्ड्स मुझे पसंद है

मुझे attention मिलता है, importance मिलता है और जिस तरीके से की भीड़ देखते है और जिस तरीके का इंस्टा फीड आता है आप लोगों के लिए वो सब बताता है बॉलीवुड किस तरीके से पेड पीआर के थ्रू आप लोगों के दिल में घर बसाने की चाहत रखता है और अगर कभी भी वो उसमें नाकाम रहे तो कुछ ना कुछ चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे पेड पब्लिसिटी पेड पीआर और ऐसी कई सारी चीजें जो उन्हें आप तक मुफ्त में या कई बार पैसा देकर पहुंचाती है और कुछ लोग इसको एक पेशे के तौर पर भी इस्तेमाल करते रहे हम बात कर सकते है कि किस तरीके से पिछले कुछ सालों के दौरान बॉलीवुड ने हमारे इंस्टाग्राम ट्वीट पर कब्ज़ा किया हुआ है आप बॉलीवुड को किए बिना अपना इंस्टाग्राम नहीं देख सकते, आपको कोई ना कोई स्टार, नहीं तो कोई स्टार के, नहीं तो उनकी कोई controversy, कोई गॉसिप, कुछ ना कुछ आपको इंस्टाग्राम में दिखेगा या फिर सोशल मीडिया फीड में दिखेगा और ये इस हद तक हावी हो चुका है हिंदुस्तान में कि अगर आपको हिंदुस्तान में कोई भी बात करनी है, ज्यादा लोगों तक पहुंचानी है तो उसमें आपको फिर बॉलीवुड का इस्तेमाल करना पड़ता है, पूरी की पूरी एड इंडस्ट्रीज पर चल रही है,

बहुत सारे ब्रांड्स बॉलीवुड को सिर्फ इसलिए हायर करते हैं बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को ताकि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके, लेकिन मुझे बड़ी हैरानी हुई। कि कुछ समय पहले है निकिता ठाकुर उन्होंने भी बॉलीवुड पर वीडियो बनाया था अब ध्रुव राठी ने भी बनाया है तो इतने सारे लोग जो कि अलग-अलग काम कर रहे थे जिन्हें अभी तक बॉलीवुड के बारे में कोई खास knowledge नहीं थी जो बॉलीवुड को बहुत करीब से जानते नहीं हैं वो भी इधर-उधर के आर्टिकल पढ़कर वीडियोज बना रहे हैं और लोग उन्हें देख रहे हैं दोस्तों चिंता इसलिए बढ़ती जाती है क्योंकि ऐसे लोग कई बार जानकारी ना होने की वजह से या कम जानकारी होने की वजह से आप तक कुछ गलत चीजें भी पहुंचा सकते हैं इसलिए मैं आपसे बार-बार ये कहना चाहूँगा कि अगर आप बॉलीवुड से कोई भी authentic वीडियो देखना चाहते हैं तो आपके मन में सबसे पहले ये सवाल आना चाहिए कि जो शख्स आपको सामने बैठकर बॉलीवुड के बारे में बता रहा है वो खुद बॉलीवुड को कितना जानता है का वीडियो देखने से बनाने से मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन पहला सवाल ये आता है कि अभी तक ध्रुव राठी कहाँ थे?

बॉलीवुड में बहुत कुछ चल रहा था लेकिन ध्रुव राठी अ बॉलीवुड पर कोई वीडियो बनाते हुए मुझे दिखाई नहीं दिए उन्होंने पिछले काफी समय से सिर्फ देश के political scenario पर वीडियोज बनाए क्योंकि जनता के बीच उस तरह की बातें हो रही थी लेकिन अब ये वीडियो उन्होंने पेश किया है वो उनके तमाम वीडियो से बिल्कुल उलट इसलिए दिखाई देता है क्योंकि इस वीडियो में कोई नई जानकारी नहीं है सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस वीडियो को बनाने के पीछे मकसद क्या था? क्या वो फेक अवार्ड्स के बारे में बताना चाहते थे? इसके बारे में दुनिया पहले से जानती है? क्या वो फेक पापराजी के बारे में बताना चाहते थे?

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जिसके बारे में लोग पहले से जानते हैं? क्या वो फेक पब्लिसिटी और गलत बॉक्स ऑफिस आंकड़ों के बारे में बात करना चाहते थे? जिनके बारे में पब्लिक पहले से जानती है और सबसे बड़ी बात ये है कि अह जहाँ तक मैं समझता हूँ और जानता राठी का बॉलीवुड से कोई खास लेना-देना नहीं रहा है, उन्होंने यहाँ आकर इंडस्ट्री में किसी से बात नहीं की है, यहाँ आकर इंडस्ट्री में समय नहीं बिताया और उसके बाद वो एक बाहर बैठकर एक वीडियो बनाते हैं और उसमें सिर्फ वही घिसी पिटी बातें करते हैं, तो हैरानी तो होगी क्योंकि ध्रुव राठी जैसे कॉन्टेंट क्रिएटर से लोगों को एक्सपेक्टेशंस बहुत है, लोग चाहते हैं कि ध्रुव राठी जैसा कंटेंट क्रिएटर अगर उनके बीच कोई टॉपिक लेकर आ रहा है, तो वो उस टॉपिक से जुड़ी हर बात बताएं उस तरह से जैसे कि पहले ना बताई गई हो, लेकिन ध्रुव राठी का वीडियो देखकर मुझे disappointment इसलिए भी हुआ क्योंकि इसमें कुछ भी नया नहीं था।

चीजों को रिपीट किया गया था। आप बाहर बैठकर, दूर बैठकर उन चीजों को उसी तरह बताते हैं, जिस तरह से बहुत सारे लोग पहले भी बताते रहे हैं। as a content creator मैं भी बहुत सारे अह जो content creators हैं, उनके वीडियोज देखता हूँ, अलग-अलग टॉपिक पर देखता हूँ, ध्रुव राठी के वीडियोज मैंने हमेशा इसलिए देखे क्योंकि मुझे लगता है कि वो शायद कुछ नई तरीके से चीजों को समझाने की कोशिश करते हैं। लेकिन मुझे बड़ा अफसोस हुआ कि उनकी वीडियो देखने के बाद लोग यही कहेंगे कि आपने इसमें नया क्या बताया?

ये तो हम सब पहले से कितने सारे लोग आजकल यही बातें करते रहते हैं कि किस तरीके से अह बॉलीवुड की जो fakeness है वो हम पर इस हद तक हावी होती जा रही है कि उसके बीच में बॉलीवुड खुद फंसा हुआ है ये fakeness उनको अपने असल दर्शकों से भी दूर कर रही है असल मुद्दों से असल subject से दूर कर रही है हाल ही में को लेकर जो खबर आई जिसमें कहा गया कि उन्होंने साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए खर्च करके जो फिल्म बनाई जो साठ करोड़ भी नहीं गंवा पाई और अब उसको लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने कई सारे लोगों के बकाए नहीं चुकाए हैं उसको लेकर जिस तरह की बातें ये सारी चीजें हाल ही में हुई ये सारी चीजें बताती है कि बॉलीवुड कितना फेक है और अगर हम इस पूरी बात को समझना चाहते हैं किसी नए content creator के द्वारा तो हो सकता है हम ये चाहें कि वो हमें कुछ नया बताएं कुछ अलग हटकर बताएं लेकिन मुझे बड़ी हैरानी हुई कि इसमें कुछ भी नया नहीं था दोस्तों मैं अब आप लोगों से जानना चाहता हूँ कि जब भी आप बॉलीवुड पर बना हुआ कोई वीडियो देखते हैं

क्या आपको लगता है कि चीजें बहुत रिपीट हो रही हैं वही बात आपको हर कोई बताता है वही चीजें आपको बार-बार बताई जाती हैं कि को पैसे दिए जाते हैं, awards खरीदे जाते हैं, बॉक्स ऑफिस आंकड़े गलत होते हैं। या फिर अह जो अह corporate हैं। उनको invite करके फिल्म दिखाई जाती है ताकि seats ज्यादा बुक हो जाए। या फिर अह जो फिल्म के रिलीज होने का पहला दूसरा दिन होता है उसमें ये लोग खुद ही सिनेमा की टिकट खरीदते हैं ताकि हॉल भरा हुआ लगे, ये तमाम बातें आपको कितनी बार बताई जा चुकी है, क्या इसमें से कुछ भी नया है जो आपको नए सिरे से समझने या जानने की जरूरत है क्योंकि यही वो बातें है जो पिछले काफी समय से बार-बार करके बताई जा रही है और अब तो जो लोग बॉलीवुड पर वीडियो नहीं भी बनाते हैं वो भी इस बात को बताने लगे हैं कि ये हो रहा है अब ये सब इतना open है ये ठीक उसी तरह है कि जैसे जब भी कोई आप advertisement देखते हैं टीवी पर और वहाँ कोई celebrity खड़ा होकर आपको कोई product बेच रहा होता है

आप अच्छे से जानते हैं कि ये जो celebrity है इसने इस ब्रांड से पैसा लिया है। इसलिए इस ब्रांड को endorse कर रहा है वरना असल जिंदगी में ये इस ब्रांड की तरफ देखता भी नहीं होगा। ये इतना open सीक्रेट हो चुका है को सब जानते हैं। अब मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि क्या बॉलीवुड के बारे में ऐसी कोई चीज बाकी है जो आप नहीं जानते हैं जो आपके लिए नई हो, चाहे वो casting couch हो चाहे वो nepotism हो, ये सारे topics इतनी बार discuss हो चुके हैं, इतनी बार आपको बताए जा चुके हैं कि मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी अब नया बचा है, बताने के लिए कि बॉलीवुड में कितनी गंदगी है, कितना नकलीपन है?

इतना दिखावा है, कितना शो ऑफ है और यही बातें बार-बार धनु राठी अपने वीडियो में बताते रहे हैं, अभी कुछ समय पहले मैंने निकिता ठाकुर जो एक और यूट्यूबर है, उनका भी वीडियो था उसमें भी यही सब था। मेरी समझ के बाहर है कि दर्शकों को इसमें अब और क्या नया जानने को मिल रहा है और कौन वो लोग है जो इन वीडियोज को बार-बार देखते हैं क्या वो यही बातें बार-बार सुनना चाहते हैं, अलग-अलग तरीके से देखना चाहते हैं क्योंकि अब बॉलीवुड के बारे में कुछ भी साबित करने के लिए नहीं रह गया है, बॉलीवुड के बारे में बहुत कुछ साबित हो चुका है। तो फिर ये जो नकली पन की बातें हैं, वो इतनी बार अलग-अलग तरह के कंटेंट क्रिएटर जब करते हैं, तो उससे जो दर्शकों का take away है, दर्शकों को क्या मिलता है? मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि इस तरह के वीडियोज आप कितनी बार और देख सकते हैं जिसमें बॉलीवुड की काली सच्चाई के बारे में बताया गया हो।

बिग बॉस में अनिल कपूर ने क्यों सलमान को रिप्लेस किया | Why did Anil Kapoor replace Salman in Big Boss

बिग बॉस को बेवकूफ बनाया, दिल्ली की वड़ा पाव गर्ल | Delhi’s Vada Pav girl fooled Big Boss

क्या बिग बॉस में एक-दूसरे को बनाने का खेल चल रहा है? या फिर जितनी ये जो फौज इकट्ठी हुई है बिग बॉस के घर में ये सारे के सारे बिग बॉस को मिलकर मना रहे हैं क्योंकि इनको जिस वजह से बुलाया गया है वो अगर आप कारण देखेंगे तो आपको सारी बातें समझ में आ जाएंगी, हम बात करते हैं दिल्ली की वडापाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित की चंद्रिका दीक्षित जो हैं उनके जितने वीडियोज आए वो बड़े रोते हुए आए हैं, ऐसा लग रहा था बड़ी दुख की मारी हैं, इनपर ना जाने कौन सा दुःख का पहाड़ टूट पड़ा हैं, उन्होंने कहानी भी अपनी यही सुनाई की छोटा बच्चा हैं, उसे छोड़कर नहीं जा सकती, लेकिन अब जब वो Bigg बॉस के घर में आई हैं तो पहला सवाल यही है कि जिस बच्चे को छोड़कर वो काम पर नहीं जा पा रही थी उस बच्चे को छोड़कर वो big बॉस के घर आ गई एक बात, दूसरा उन्होंने कहा कि उनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है।

उनकी जो कमाई होती है वो बहुत कम है लेकिन big बॉस के घर में आने के बाद खुलासा ये भी हो गया कि वो दिन के चालीस हजार रूपए तक कमा रही थी तो क्या हिंदुस्तान में चालीस हजार रूपए प्रतिदिन कमाने वाला व्यक्ति गरीब कहलाएगा? दूसरी तरफ लव कटारिया की entry हुई है। अब लव कटारिया को लाने का कारण क्या है सब जानते हैं। पिछले सीजन में हमने देखा कि अल्वेश यादव जो थे वो wild card entry थे। सारा गेम पलट गया उनके आते ही और ऐसा पलटा कि वो winner बन गए और winner बनने के बाद उनकी जिंदगी में भी तमाशे शुरू हो गए कभी वो सांप का जहर पीने का मामला सामने आया तो कभी किसी के साथ मारपीट सामने आई इसी सबके बीच लोगों ने देखा कि लव कटारिया भी है जो कि उनके करीबी दोस्त थे।

बिग बॉस में अनिल कपूर ने क्यों सलमान को रिप्लेस किया | Why did Anil Kapoor replace Salman in Big Boss

अब एक तरह से बिग बॉस ने Luv Kataria को शायद इसलिए बुलाया कि ये जो Elvish वाली fan following है वो Luv Kataria के through उन्हें मिल जाए क्योंकि Alvish तो भले ही पिछले season में थे अब इस season में तो आ नहीं सकते तो Elvish से जुड़ा हुआ एक angle वो लेकर आ गए उधर Arman Malik है उनका तो seen ही दूसरा चल रहा है वो तो दुनिया को बता रहे हैं कि दो शादियाँ करना ही दुनिया की सबसे अच्छी बात है क्योंकि दो शादी करके आप video भी बना सकते हैं अमीर भी बन सकते हैं खुश भी रह सकते हैं और लोगों को jealous भी feel करा सकते हैं तो कुल मिलाकर ये सारे के सारे जो हैं मिलकर या तो बिग बॉस को बना रहे हैं या बिग बॉस इनके साथ मिलकर दर्शकों को बना रहे हैं क्योंकि इस शो में मिलने वाला कुछ भी नहीं है।

दोस्तों इस शो के जो होस्ट हैं अनिल कपूर मुझे ऐसा लगता है personally कि बहुत जल्द ऐसा हो सकता है कि सलमान खान को आकर इस शो को संभालना पड़े एक या दो एपिसोड में क्योंकि आपको याद होगा कि संजय दत्त भी जब आए थे उस वाले सीजन में भी सलमान को आना पड़ा था और ये जो शो है पिछले काफी समय से देखते-देखते लोगों को आदत पड़ चुकी है सलमान खान को देखने की इस बार क्योंकि सलमान खान किसी से available नहीं थे। इसलिए अनिल कपूर को लिया गया कम पैसों में और दूसरा ये सारे लोगों को जुटाया गया। सुनने में ये भी आया था कि डॉली चाय वाला को भी इन्होंने अप्रोच किया था लेकिन डॉली चाय वाला ने ये कह दिया कि मैं अपनी माँ को छोड़कर नहीं आ सकता।

तो इसलिए डॉली चाय वाला यहाँ दिखाई नहीं दिए। लेकिन ये जो चंद्रिका आई हैं या शिवानी आई हैं, वो जिस तरीके का सब तमाशा create कर रहे हैं, आप ये समझ लीजिए कि हमारे youth को इनसे कोई ढंग का मैसेज मिलने वाला नहीं है। ये सब के सब एक नंबर लोगों को बनाने में तेज़ हैं। लोगों को बेवकूफ बनाते हैं, पैसा ऐंठते हैं। क्या चंद्रिका दीक्षित वाकई में दुखी हैं? क्या शिवानी की स्थिति वाकई खराब है? जो वो बात-बात पर रोती दिखाई देती हैं? क्या अरमान मलिक वाकई एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं? अगर उनकी जिंदगी से पैसा माइनस कर दिया जाए? और स्ट्रगल भर दिया जाए तो क्या वो दो बीवियों के साथ खुश हैं?

या उनकी जिंदगी के कॉन्टेंट का बनना इसी बात पे डिपेंड करता है, कि उनकी दो बीवियां हैं? ये तमाम इस पर बात करना इसलिए जरूरी हो जाता है क्योंकि इस पूरे गेम में हर कोई एक दूसरे को बना रहा है। कहीं पर आपको लगेगा ये सारे contestants मिलकर बिग बॉस को बना रहे हैं और कहीं आपको लगेगा कि बिग बॉस इनके साथ मिलकर जनता को बना रहे हैं। किसी ना किसी तरह एक कोशिश है कि वो जनता जो यूट्यूब पर लगी हुई थी, फेसबुक पर लगी हुई थी, कहीं दिल्ली के वडापाव वाले गर्ल के वीडियो देखे जा रहे थे, कहीं अरमान मलिक के वीडियो देखे जा रहे थे, इन सब को खींचकर अपने platform पर ले आओ। और इधर मिलकर दर्शकों को बना रहे हैं। कि हमारा और तो कोई धंधा चल नहीं रहा था।

चलो यही सही अब सोचिए चंद्रिका दीक्षित जो है वो कहाँ दिल्ली में खड़े होकर वडापाव बेच रही थी और कहाँ वो बच्चे को छोड़कर काम पर जाने को तैयार नहीं थी और कहाँ वो तीन महीने के लिए यहाँ आ जाती है तो दोस्तों ये जो पूरा मामला है ये बहुत ज्यादा उलझा हुआ है और उलझा होने के साथ-साथ यहाँ ये समझ में नहीं आ रहा है कि कौन किसको बना रहा है ultimately दर्शक ही बन रहे हैं क्योंकि दर्शक इसको देखने के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं, सबसे बड़ी बात अपना टाइम खर्च कर रहे हैं और उससे भी बड़ी बात कि उनको मिल कुछ नहीं रहा prize money दर्शकों को नहीं मिलेगी। जो वक्त गया वो वापस नहीं आएगा।

सारी चकलस होगी उसका गॉसअप आप करेंगे। ठीक इस तरीके का scenario बना हुआ है कि जो गॉसिप जो चकर्लस आप अपने मोहल्ले के बारे में करते थे। अपनी बिल्डिंग सोसाइटी कॉलोनी के बारे में करते थे। अब वो इस तरीके की चकलस हो रही है जो कि बिग बॉस के घर में जो लोग बंद है उनके बारे में बातें हो रही है। तो कहीं ना कहीं इसमें जो बन रही है वो पब्लिक है। जो बना रहे हैं वो बिग बॉस के में बैठे लोग हैं और बिग बॉस के लोग भी ऐसे लोगों को छांटकर लाए हैं कि हाँ इनके पीछे पब्लिक भागती थी सोशल मीडिया पर इनको लेकर आ जाओ।

बिग बॉस OTT में होने वाला है गंदा खेल | A dirty game is going to happen in Bigg Boss

अब आप देखिए एलवेश यादव जो इनके घर से निकले थे उन्होंने घर से निकलते ही कितने कांड कर डाले? क्या कोई माँ-बाप चाहेगा कि उनका बच्चा अल्वेश यादव जैसा बन जाए? अब उस अल्वेश यादव वाले फ्लेवर को बना के रखने के लिए लव कटारिया को ले आए। यहाँ पर आपको अह राखी सावंत तो उर्फी जावेद भी दिख जाएंगी मतलब not exactly सावंत और जावेद उनकी type के characters रणवीर शौहरी को लाया गया है मालूम है उनके पास काम नहीं है तो उनकी जो एक तरह से बेरोजगारी है उसका मजाक उड़ेगा उसको लेकर जो नए-नए लड़के हैं उन पे comment कसेंगे पुरानी बातों को पूछेंगे पुरानी बातें याद दिलाई जाएगी उन्होंने बात करनी शुरू भी कर दी है पूजा भट्ट के बारे में एक जमाने में पूजा भट्ट के वो बॉयफ्रेंड हुआ करते थे तो ऐसी तमाम बातों का तमाशा यहाँ पर मचाया गया है लेकिन इतना तय है कि यहाँ हर कोई किसी ना किसी को बना रहा है और मुझे तो लगता है सब मिलकर बिग बॉस को बना रहे हैं।

कि जो रोना रोया चंद्रिका दीक्षित ने वडा पाव के ठेले पे खड़े होकर और उसके बाद उन्होंने सीधे यहाँ का टिकट कटा लिया यानी वो अपने मकसद में कामयाब हो गई। अरमान मलिक को क्या चाहिए था अपने घर पर वीडियो बनाते थे दो बीवियों के साथ अब बिग बॉस के घर में बना रहे हैं। तो कुल मिलाकर मामला ये है कि यहाँ सब एक-दूसरे से कुछ ना कुछ खींचने में लगे हैं और जो बेवकूफ जनता है वो उसको देखने में लगी है और हमारे जैसे लोगों को उस पर comment इसलिए करना पड़ता है क्योंकि हमारे पास messages आते हैं। अरे सर आपने बिग बॉस पर बात नहीं इसमें फलां-फलां चीज हो गई है आपने देखा नहीं।

तो हो तो हमारे समाज के बीच में रहा है। बिग बॉस किसी दूसरे प्लेनेट पर तो हो नहीं रहा है। बिग बॉस इसी प्लानेट पर हो रहा है, इसी दुनिया के लोग उसे देख रहे हैं, इसी दुनिया के लोग इसी दुनिया का टाइम खर्च करके पैसे खर्च करके उसे देख रहे हैं और उसके बारे में जानना चाहते हैं, बातें करते हैं। करोड़ों-करोड़ों लोग एक साथ बैठकर देख रहे होते हैं, अगर आप जियो सिनेमा के ऐप पर चले जाएं तो आप देखेंगे करोड़ों लोग बैठकर यही देख रहे होते हैं और इस सब में एक यही analysis बचता है कि यहाँ कौन किसको बना रहा है क्योंकि हर कोई किसी ना किसी के पीछे पड़ा है। बिग बॉस को इन लोगों का जो फैन फोल्लोविंग है वो चाहिए। इन्हें बिग बॉस से पैसे चाहिए और इन सबको मिलकर आपका टाइम चाहिए।

आपकी जिंदगी चाहिए। वो काम वो समय जो आप काम में लगा सकते थे, वो चाहते हैं ये इनको दे दें। बहुत से लोग तो रात में उठ-उठ के देख रहे हैं। रिपीट भी देख रहे हैं, एक दिन पहले का देख रहे हैं, एक दिन बाद का देख रहे हैं, तमाम चीजें चल रही हैं। लेकिन कोई ये इस बात को नहीं समझता कि इसमें बन कौन रहा है? सच बताऊं आपको? इसमें आप रहे हैं। क्योंकि आप इसको देख रहे हैं आपको कुछ भी मिलने वाला नहीं है।

जो contestants हैं उनको दो चीजें मिलेंगी। एक तो पैसा और दूसरी थोड़े बहुत समय की शोहरत और हो सकता है यहाँ से निकलने के बाद थोड़ा-बहुत काम भी जैसे चंद्रिका के बारे में कहा जा रहा है उन्हें वेब सीरीज ऑफर हो चुकी है ऐसी चीजें हैं तो अगर आप बिग बॉस देखते भी हैं तो इस बात को समझकर देखें कि ये आपका सबसे बड़ा नुकसान है। आपके टाइम की कीमत मिल किसे रही है contestants को वसूली किससे जा रही है? एडवरटाइजर से। आइए आप एड दिखाइए, पैसे दीजिए, जनता इनको बैठ के देखेगी। और हम इसका मुनाफा कमाएंगे। तो दोस्तों इस खेल को समझिए। और कोशिश कीजिए कि आप इस खेल में मूर्ख या बेवकूफ बनने से बचें।

बिग बॉस में नहीं दिखेंगी सोनम खान | Sonam Khan will not be seen in Bigg Boss

नाना पाटेकर ने राजदीप सरदेसाई को धो डाला | Nana Patekar washed away Rajdeep Sardesai

नाना पाटेकर ने आखिर पत्रकार राजदीप सरदेसाई को ऐसा क्या कहा जो लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया कि नाना ने राजदीप को धो डाला? असल में ये पूरा मामला शुरू हुआ एक शो से और ये शो आया लल्लन टॉप पर लल्लनटॉप पर एक शो आता है गेस्ट इन द न्यूज़ रूम इसका hundred episode था और उसमें आए नाना पाटेकर सौरभ द्विवेदी इसमें host होते हैं, interview करते हैं। बहुत popular शो है और खासकर ये बहुत लंबा रहा, करीब चार घंटे का ये एपिसोड था। जिसमें नाना पाटेकर की जिंदगी से जुड़ी सब बातों पर discussion चल रहा था। अचानक से इस बातचीत में entry होती है, राजदीप सरदेसाई की।

आप जानते ही हैं कि टीवी टुडे ग्रुप को बिलॉन्ग करता है, जिस ग्रुप को हेडलाइंस टुडे और आज तक और ये सारा सब एक ही ग्रुप है। राजदीप सरदेसाई लल्लनटॉप के न्यूज़ रूम में आते हैं। नाना पाटेकर पर नजर पड़ती है। और फिर वो उनसे थोड़ा मराठी में संवाद करते हैं फिर तारीफ करते हैं लल्लनटॉप की और तारीफ करते-करते ये भी कहते हैं कि ये हिंदी भाषी लोग हैं और आपस में मराठी में बात कर रहे होते हैं तो नाना उन्हें वहाँ पर रोकते हैं और कहते हैं कि भाई जिस दिन हम ये तय कर लेंगे कि ये तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी, बंगाली सब एक ही हैं तो उस दिन हम सही मायने में अपने देश से प्यार करते हैं ये साबित होगा और इस तरीके की बातें होती हैं फिर अह राजदीप तारीफ करते हैं।

मलाइका बनी सलमान अर्जुन के बीच का कांटा | Malaika became the thorn between Salman and Arjun

लल्लनटॉप की कि ये लोग आज के समय में बहुत अच्छी पत्रकारिता कर रहे हैं और अह मैं इसीलिए आ जाता हूँ कभी-कभी टहलता हुआ दफ्तर में तो इस पर नाना पाटेकर सीधे तौर पर कहते हैं राजदीप सरदेसाई से कि तू क्यों नहीं करता ऐसी पत्रकारिता तो जो बुरा ही बुरा क्यों दीखता है अब वो सबके सामने अचानक नाना पाटेकर ने जो कहा तो राजदीप सरदेसाई एकदम ठिठक गए उनको कोई जवाब नहीं सूझा और वो बेचारे बस इतना ही कह पाए कि अब हम भी इतने बुरे नहीं है मतलब कहीं ना कहीं उन्हें लगा कि वो बुरे हैं क्योंकि आमतौर पर होता क्या है दोस्तों कि एक जमाना अलग था जब पत्रकारों को बहुत ही सम्मान पूर्वक दृष्टि से देखा जाता था आज लोग बंट चुके हैं कोई सीधे हाथ की तरफ है कोई बाएं हाथ की तरफ है आप समझ ही रहे हैं राइट एंड लेफ्ट हो चुका है तो अब लोगों के मन में बातें भी आती हैं प्रश्न भी आते हैं और खासकर राजदीप सरदेसाई की अगर बात करें तो उनकी पत्नी जो है वो टीएमसी से अब राज्यसभा सांसद है तो ऐसे में राजदीप सरदेसाई अ को लेकर लोगों के मन में न्यूट्रल भाव तो नहीं होगा क्योंकि जब का एक सदस्य एक पार्टी से सांसद बन जाता है।

और आप ये दावा कर रहे हैं कि आप पत्रकार हैं वो भी न्यूट्रल पत्रकार तो फिर लोगों को उस पर संशय होता है और जिस तरीके से नाना पाटेकर ने सबके सामने कहा कि तो तू क्यों नहीं करता ऐसी पत्रकारिता। तो जो बुरा ही बुरा क्यों दिखता है? तो ये साफ दिखता है कि वो लोग जो राजदीप सरदेसाई को बहुत लंबे समय से जानते हैं उनके मन में भी ऐसी बातें आती रहती हैं। इस पूरे अह एपिसोड में हमने ये भी देखा कि अह राजदीप तो थोड़ी देर के लिए आए थे मुश्किल से पांच-सात मिनट का उनका इंटरेक्शन है जिसमें उनकी पोल खुद ही खुल जाती है और इसमें अह राजदीप सरदेसाई जो हैं वो नाना पाटेकर के बड़े करीबी दोस्त हैं, दोनों के बीच ये बात होती है कि महीने में एक बार तो मैसेज आता ही है। कभी नाना राजदीप को करते हैं, कभी राजदीप नाना को करते हैं और उनके मम्मी-पापा के जमाने से उनका घर का आना-जाना है।

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अब इतना कड़वा जो संवाद हुआ उसे लल्लनटॉप ने दिखा भी दिया। वो चाहते को एडिट कर सकते थे? हम और आपको पता ही नहीं चलता क्योंकि लल्लनटॉप के न्यूज़ रूम में इंटरव्यू शूट होने के दौरान क्या हुआ? ये कैसे पता चलेगा? जब तक कि वो खुद नहीं बताएंगे। अब ये एक ईमानदारी है लल्लनटॉप की। कि उन्होंने उस पूरे एपिसोड को दिखा दिया। अब इस वजह से राजदीप सरदेसाई को ट्रोल भी किया जा रहा है। बहुत सारे लोग तमाम तरह की बातें लिख रहे हैं सोशल मीडिया पर, कुछ लोग कह रहे हैं कि राजदीप की क्लास लगाकर नाना ने ठीक किया, कुछ ने कहा कि अह ये तो मतलब उनकी तारीफ में जो लगे हैं तो वो तो कभी नाना पाटेकर का नाम नहीं भूल पाएंगे तो ऐसे तमाम तरह के कमेंट आपको दिख जाएंगे सोशल मीडिया पर लेकिन इतना जरूर है कि आज के वक्त में जो सोशल मीडिया आया है और सब कुछ खुलकर बात करते हैं लोग पहले लोगों के मन में सवाल दबे रह जाते थे

कहाँ पूछे किस से पूछे कहाँ लिखे मौके नहीं थे आज आप देखिए कि interview चल रहा है नाना पाटेकर बैठे हैं पीछे से राजीव सरदेसाई आते हैं दोनों के बीच संवाद होता है नाना पाटेकर उनकी दो बार बेइज्जती करते हैं बेइज्जती not बेइज्जती पर हाँ वो उनको उनके काम पर टीका करते हैं, काम पर टिप्पणी करते हैं जिसका जवाब कुछ दे नहीं पाते हैं राजीव सादेसाई तो उसे ये कहते हैं कि मैं इतना भी बुरा नहीं हूँ और आज के समय में वो खुद कहते हैं कि लल्लनटॉप ने जो पत्रकारिता जिस स्तर की की है वो वाकई काबिले तारीफ है तो ऐसी बातें चलती हैं फिर वो वहाँ पर एक चीज ये भी बोलते हैं भाषा के आधार पर भी वो बांटने की कोशिश करते हैं राजीव साह देसाई अरे ये हिंदी भाषी है और पहले वो मराठी में बात कर रहे होते हैं लेकिन वो ना ना उन्हें वहाँ भी काट देते हैं कि क्या फर्क पड़ता है मराठी में बात कर तो दोस्तों ये सारी जो बातें हैं मैंने आपके सामने इसलिए रखी हो सकता है

आप में से कुछ लोगों ने वो एपिसोड देखा भी होगा कि अब कुछ छुपा हुआ नहीं रह गया है अब जो कुछ भी है वो सामने है ऐसे में आज का जो दौर है वो पत्रकारिता करने के लिए बहुत टफ दौर है आज के समय में आपकी सारी कलई खुल के रख जाती है मुझे याद है राजदीप सरदेसाई ने जब इंटरव्यू किया था रिया चक्रवर्ती का उस समय भी वो काफी विवादों में आए थे और बहुत सारी बातें उनसे कही गई थी और ये कोई पहला मौका नहीं है जब राजदीप सरदेसाई अह इस तरह से publicly insult कर दिया हो मुझे याद है एक video अह मुकेश अंबानी के साथ का भी है जिसमें वो बहुत कोशिश कर रहे हैं उनसे बात करने की और वो उनको दिखा देते हैं that he is not interested और ऐसे कई मौके हुए हैं राजदीप सरदेसाई के साथ अब ये पत्रकारिता का जो प्रोफेशन है

ये बिल्कुल एक अलग तरह के माहौल में पहुँच चुका है जहाँ पर अब आम जनता को पत्रकारों की जरूरत नहीं है अपनी बात कहने के लिए आम जनता तो सोशल मीडिया पर बोल देती है आप कुछ कहें उसके नीचे लिख देती है आपको ट्रोल वाले लोग भी आ जाते है अब हो ये गया है कि आपने जो किया है उसका सब हिसाब रखा जाता है और लोग मौका मिलने पर उसका पूरा हिसाब किताब निकालते है बहुत से लोगों के लिए तमाशा होता है बहुत से लोगों के लिए सीखने जैसी चीज होती है लेकिन अगर आप बहुत ही खुलकर इसको समझे तो एक तरह से ये एक बहुत अच्छा मौका है हमारे देश की जनता के लिए उन जागरूक नागरिकों के लिए जो अपने विचार रखते है कुछ बोलना चाहते है कहना चाहते है वो चुपचाप सुनना नहीं चाहते और साथ ही बताना चाहते है कि उन्हें हर बात समझ आती है।

तो ये जो पूरा एपिसोड हुआ है ये एक पत्रकार नाना पाटेकर का interview लिए दूसरा पत्रकार जो देश का बड़ा पत्रकार है पीछे से आता है फिर दोनों के बीच में एक मीठी नोकझोंक होती है और फिर चले जाते हैं और इस सब के बाद भी लल्लनटॉप ने इस पूरी मीठी नोकझोंक को दिखा दिया तो ये भी एक तरह की ईमानदारी लगती है ये अलग तरह की ईमानदारी है कि आपके दफ्तर में कुछ हुआ आप चाहते तो छुपा जाते अब होता ये है कि ऐसे जो interactions होते हैं कई बार हो सकता है किसी ने मोबाइल फोन से शूट कर लिया होता कोई बाद में अपलोड करता तो ये होता अरे ये वाला इंटरेक्शन तो आपने दिखाया ही नहीं के बीच में हुआ था। खैर ये एक अच्छी practice भी है और कहीं ना कहीं अब ऐसा लगता है कि अह journalism में जो चीजें होती हैं, सबसे पहली चीज तो होती है transparency जो है जैसा है बताना, दिखाना, छुपाना नहीं।

यहाँ कोई fiction नहीं है। यहाँ असलियत दिखाई जा रही है, तो आप जो भी संवाद कर रहे हैं, आप अगर fumble भी कर रहे हैं, आप किसी को कुछ बुरा-भला भी कह रहे हैं, तो वो सब कुछ सामने होता है, तो इसी इस एपिसोड की ब्यूटी रही है, मैं देख रहा हूँ कि इस, इस एपिसोड को काफी देखा गया है। अह ये संडे के दिन अपलोड हुआ था, अब तक लाखों में views पहुंच चुके हैं और बहुत सारे लोग इस इंटरव्यू को सराह रहे हैं और जिस तरह से नाना ने अपनी जिंदगी के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने अपने बारे में भी बहुत कुछ बताया है।

मैं चाहूंगा कि इस इंटरव्यू को आप देखें जरूर अगर आपने नहीं देखा है क्योंकि इस इंटरव्यू को देखकर आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलने वाला है, मैंने खुद तीन-चार टुकड़ों में से इस इंटरव्यू को देखा काफी समय लगता है इसको देखने में लेकिन जब आप देख लेते हैं पूरा तब आपको समझ में आता है कि हाँ एक पचहत्तर साल का अनुभवी अभिनेता है जो सारी बातें कह रहा है जिंदगी की कितनी सीख छुपी है? तो मौका मिले इसे जरूर देखिए, उस मीठी नोक झोंक को भी देखिए, लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल पर आपको वो वीडियो अलग से भी मिल जाएगा जिसमें वो राजदीप को धो रहे हैं बुरी तरह लेकिन मुझे लगता है कि हमें इस तरह के वीडियोज देखने चाहिए, हमें पता होना चाहिए कि लोगों की सोच क्या है, अप्रोच क्या है? और आज के समय में वाकई neutral रह पाना बहुत मुश्किल हो चुका है।

10 एक्सट्रीम लेवल ह्यूमन बीस्ट हिंदी वेब सीरीज