नेटफ्लिक्स पर आने के सिर्फ दो महीने के अंदर कपिल शर्मा के शो के बंद होने की नौबत है लेकिन दोस्तों मुझे इस बात को लेकर कोई आश्चर्य नहीं है। मुझे याद है जब मैंने पहले एपिसोड को देखकर ये समझ में आने लगा था कि इस शो की लेखनी बहुत कमजोर पड़ चुकी है, जिस वक्त सुनील ग्रोवर के साथ रणबीर कपूर के वो सीन फिल्माए जो कि फूहड़ता की हर हदें लांघ गए।
और उसके बाद जितने भी एपिसोड सामने आए चाहे वो क्रिकेटर्स वाला एपिसोड हो या फिर विक्की कौशल वाला एपिसोड हो हर बार ये लगा कि अब इस शो में वो दम नहीं रहा मुझे लगता है आखिरी सबसे बड़ी कोशिश जो रही वो रही आमिर खान को लाकर लेकिन आप सोचिए कि अगर लेखनी में दम नहीं होगा तो आप कितने ही बड़े चेहरे क्यों ना ले आए वो फिल्म हो या कोई शो हो उसको बड़े नहीं चलाते उसको अगर कोई चलाता है तो अच्छा content चलाता है।
हाल ही में हमने देखा कि बारहवीं फैल जैसी फिल्म एक बहुत बड़ी हिट फिल्म साबित हुई, क्यों? क्योंकि उसमें बड़े चेहरे थे, जी नहीं, उसका कंटेंट उसका हीरो निकला और हीरो नहीं सुपर हीरो निकला, जिसने ओटीटी के जमाने में उस फिल्म को छह महीने तक टिका दिया। सिनेमा घरों में ऐसे देश में जहाँ सिनेमा घर अगर हम आबादी के comparison में करें तो कहीं कम है। हमारे देश की आबादी एक सौ चालीस करोड़ की है जबकि थिएटर सिनेमा बड़ा पर्दा दस हजार से भी कम है।
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ऐसे में अगर कोई फिल्म छह महीने तक टिक जाती है और ऐसे में कपिल शर्मा जैसा शो जो दुनिया भर के टीवी चैनल्स पर चलकर ओटीटी पर आता है और सुनील ग्रोवर को लाने का भी काम करता है जिसके साथ एक बहुत बड़ी controversy हुई थी सा लो पहले कि सुनील ग्रोवर और कपिल कब साथ में आएंगे तो नेटफ्लिक्स को लगा होगा कि बस यहाँ तो हमारी दुकान चल निकलेगी लेकिन दोस्तों बड़े चेहरों को लाने से कोई सुपर combination बनाने से कुछ बहुत controversial चेहरों को दिखाने से shows नहीं चला करते shows चलते हैं तो अपने content की वजह से चलते हैं,
चाहे आप बात करें कोटा फैक्ट्री की, आप बात करें पंचायत की या आप कोई भी ऐसा शो उठा लें, जिसको दर्शकों ने दिल से सराहा है, उसके content में निश्चित रूप से कोई ना कोई ऐसा दम रहा, जिसकी वजह से वो चलता रहा, बताइए आप एक चेहरे का नाम बताइए, इस पूरी बॉलीवुड industry में सलमान खान से लेकर, अक्षय कुमार से लेकर अमिताभ बच्चन, लेकर, आमिर खान से लेकर, शाहरुख खान से लेकर ऐसा कौन सा चेहरा है जिसने फ्लॉप का मुंह नहीं देखा?
बड़े से बड़ा चेहरा, बड़े से बड़ा डायरेक्टर संजय लीला भंसाली हो या महेश भट्ट हो, सुभाष गयी हो, पुराने जमाने से लेकर और नए जमाने तक राज कपूर कहीं चले जाइए आप? कोई बड़ा नाम आप उठा लाइए? इम्तियाज अली हो कोई हो हर बड़े चेहरे ने एक बार, दो बार, कईओं ने तीन-तीन बार भी फ्लॉप का मुंह देखा है, क्योंकि जब-जब content कमजोर पड़ता है तब तक audience उसे नकार देती audience नकारते समय ये नहीं देखती कि अरे इस शो में तो सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा सा लो बाद साथ में आए हैं। तो तो हम इसे जरूर देखेंगे क्योंकि ये दोनों साथ में है जी नहीं।
ये शो कभी भी सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के एक साथ आने की वजह से नहीं चलता था। वो बात अलग है कि controversy हुई उसके बाद लोगों ने कहा आप साथ में काम नहीं करेंगे। तो एक बड़ा nobelity factor ये लेकर आए कि हम उनको साथ में लेकर आ रहे हैं। लेकिन क्या सिर्फ साथ में आ जाने से shows चल जाते तो पूरी की पूरी बॉलीवुड industry एक ही stage पर जमा हो जाए और वो फिल्म चल जाएगी?
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बहुत समय से कहा कि सलमान, आमिर, शाहरुख को लेकर फिल्म बनाई जाए चल जाएगी? जी नहीं कोई गारंटी नहीं है। opening बड़ी बढ़िया मिल सकती है लेकिन ये कोई गारंटी नहीं होती कि बड़े चेहरे अगर साथ में आ जाएंगे तो वो पिक्चर चल जाएगी वो शो चल जाएगा। कपिल शर्मा के शो का फ्लॉप होना इस बात को बताता है कि audience को अगर कोई जीत सकता है।
तो वो सिर्फ content है। बड़े चेहरों के दम पर अगर content चलता होता, फिल्में चलती, शोज चलते तो इस दुनिया में कोई फिल्म फ्लॉप नहीं होती। क्योंकि का बड़ा प्रोड्यूसर किसी बड़े हीरो को साइन करता ही है अक्षय कुमार क्या हिट की गारंटी है? जी नहीं क्या सलमान खान हिट की गारंटी है जी नहीं उनकी भी लगातार फिल्में फ्लॉप हुई है
इनफैक्ट सुल्तान के बाद से तो सलमान खान की कोई पिक्चर हिट नहीं हुई शाहरुख खान ने तो क्या देखा आपको पता ही है जीरो के बाद चार साल तक गायब होना पड़ा उसके बाद फिर पठान और जवान को लेकर आए तो कुल मिलाकर ऐसा कोई चेहरा नहीं है आमिर खान तो इस समय सबसे बड़ा फ्लॉप मतलब इस समय उनके कैरियर का सबसे खराब दौर चल रहा है और मुझे लग रहा है कि आमिर खान को लाने के बाद तो ये फिक्स ही हो गया कि हाँ भाई आमिर खान जिस तरह से इस समय फ्लॉप चल ये शो भी पूरी तरह से फ्लॉप हुआ उनको लाने के बाद। खैर ये कहने वाली बात है कि उनको लाने के बाद हुआ।
असल में जब से कपिल शर्मा का नेटफ्लिक्स पर नया शो शुरू हुआ था तब से साफ लग रहा था कि इसमें बिल्कुल दम नहीं है। और कोई हैरानी की बात नहीं है। मेरे पास बहुत से messages आए हैं। इन खबरों को लेकर कि ऐसी खबरें चल रही हैं। कपिल शर्मा का शो बंद हो रहा है। आप कुछ बात करिए।
मैंने कहा मैं पहले एपिसोड से बात कर रहा हूं, मैंने सेकंड एपिसोड की भी बात की थी, थर्ड की भी बात की थी, फोर्थ की भी बात की थी आमिर खान episode उन्होंने जान लगाकर कोशिश की लेकिन वो जब दम निकल जाता है ना तो उसके बाद कोई डॉक्टर बचा नहीं पाता है। दोस्तों मैं आपको ये बताना चाहता हूँ कि हमारे इस मनोरंजन जगत में entertainment world में कोई भी content चाहे वो वेब series हिट हो रही हो या फिल्म हिट हो रही हो, कोई न्यूज़ जो हिट हो रहा हो, किसी के भी हिट होने का कारण सिर्फ उसका content होता है,
चेहरे content नहीं चलाते, लेखनी चलाती है, उसकी writing चलाती है, उसका direction कैसा है, उसका उसका कैसा है, वो कितनी देर तक बांध पाता है, उसमें कितनी variety है और आजकल वैसे भी attention span इतना कम हो चुका है कि लोगों को तीस सेकंड की रील भी अब लंबी लगती है, लोग अब दस सेकंड के वीडियो पर आ चुके हैं, तो दस सेकंड के वीडियो के जमाने में कहाँ कपिल शर्मा रोक पाएंगे दर्शकों को, अगर उनकी लेखनी में दम नहीं होगा,
तो अब फिर क्या होता है, कपिल शर्मा के साथ repetition शुरू हो जाता है। फिर predictability आ जाती है, फिर पीजे ज्यादा आ जाते हैं। poor jokes, पर आप कहते हैं कि अरे यार अब इस पर भी हंसना पड़ेगा क्या? ओ मुझे पता था इसके बाद ये वाली लाइन आने वाली है तब हंसी आनी बंद हो जाती है। हमारी हंसी रुक जाती है जब हमें ये पता हो कि क्या होने वाला है।
हास्य में भी एक टाइमिंग important है और टाइमिंग ऐसी कि आप समझ ना पाएं और सामने कुछ ऐसा डायलॉग निकले कोई ऐसा वनलाइनर निकले इस पर आपका ठहाका निकल जाए। हंसी फूट पड़े। ये जो एक्सप्रेशन है हंसी का हंसने का ये जब होता है तो ये बहुत लंबा चलता है। आपको उम्मीद नहीं होती कि आप क्या लाइन आने वाली है और उस लाइन पर फिर जब आप रिएक्शन देते हैं तो वो हाथ से लंबा चलता है।
अगर आपको पहले से पता हो कि हाँ इसके बाद ये लाइन आएगी उसके बाद इसमें एक फनी अह अह element डालने की कोशिश की गई तो आपको इतनी जोर से हंसी आएगी ही नहीं। तो कपिल शर्मा के शो के फ्लॉप होने का कारण वो खुद हैं, बहुत जल्दबाजी कर दी। थोड़ा ब्रेक ले सकते थे, थोड़ा और काम कर सकते थे और छह महीने बाद आते। कपिल शर्मा छह का break ले सकते हैं। अगर कपिल शर्मा एक episode के पांच करोड़ ले सकते हैं तो कपिल शर्मा छह महीने का break भी ले सकते हैं।
writers के साथ बैठ के काम कर सकते हैं और बहुत हद तक दिमाग लगा सकते हैं। मुझे लगता है कि Netflix से जो offer आया कपिल शर्मा ने इसे बड़े इस तरीके से accept किया Netflix आ गया अब तो हम मुँह मांगा दाम मांगेंगे लेकिन पैसे से कॉमेडी नहीं बनती। बड़े नामों से कॉमेडी नहीं बनती। कोई combination आप ले आए उससे कॉमेडी नहीं बनती।
कॉमेडी बनाने के लिए सच में कुछ अच्छा पड़ता है जो लोगों के दिल को गुदगुदाए उम्मीद है कपिल शर्मा अब ब्रेक लेंगे। पैसे कमा लिए उन्होंने बहुत अब ब्रेक लेंगे। सोचेंगे, बैठेंगे। उनकी कला है उनके अंदर caliver है, talent है बहुत अच्छा कर सकते हैं लेकिन अब जल्दबाजी हो रही है उम्मीद है कपिल शर्मा सबक जरूर सीखेंगे और अपने चाहने वालों को निराश नहीं करेंगे।