Film fighter : Deepika Air Force dress पहने हुए एक दूसरे को kiss करते नजर आते हैं। अब इंडियन एयर force के असम में posted एक wing commander स्वामीदीप दास हैं उन्होंने scene पर आपत्ति जताई है और star cast और डायरेक्टर को नोटिस भेज दिया है। wing commander स्वामीदीप दास का कहना है कि किसिंग सीन में ऋतिक रोशन दीपिका पादुकोण का एयर फाॅर्स की uniform में kiss करना ये uniform का अपमान है। उनका कहना है कि एयर फाॅर्स की uniform सिर्फ कपड़े का टुकड़ा नहीं है बल्कि हमारे देश की रक्षा के लिए त्याग, अनुशासन और अटूट समर्पण की निशानी है। seen में actors को इंडियन एयर force के सदस्य के रूप में देखा जा सकता है और उनका uniform में ये हरकत करना गलत है।
legal notice में ये भी कहा गया है कि इस पवित्र प्रतीक का इस्तेमाल फिल्म में romantic angle दिखाने के लिए करना भी गलत है। ये हमारे देश की सेवा में जवानों द्वारा किए गए बलिदान की गरिमा का अवमूल्यन भी करता है। साथ ही uniform में खराब व्यवहार को सामान्य बनाता है जो हमारी सीमाओं की सुरक्षा करने वालों को सौंपी गई जिम्मेदारी के खिलाफ एक खतरनाक मिसाल कायम करता है। नोटिस में ये भी कहा गया है कि एयर फ़ोर्स की यूनिफार्म पहने अफसरों का public में romantic होना सिर्फ नियमों का ही उल्लंघन नहीं है बल्कि उनके किरदारों और professional व्यवहार को भी गलत तरीके से दिखाता है। एयर फ़ोर्स के जवानों से अनुशासन और मर्यादा की उम्मीद की जाती है, ये सीन उन्हें अपनी यूनिफॉर्म और ड्यूटी के प्रति गैर जिम्मेदाराना और अनादर पूर्ण भी दिखाता है। विंग कमांडर स्वामी दीप दास ने फाइटर के मेकर से इस सीन को हटाने की मांग की है, साथ ही उन्होंने कहा है कि मेकर्स को एयर फोर्स और उसके जवानों से दुनिया के सामने माफ़ी मांगनी चाहिए।
उनका ये भी कहना है कि फिल्म मेकर्स लिखित में दें कि भविष्य में वो एयरफोर्स के जवानों और यूनिफार्म का इस तरह से अनादर नहीं करेंगे। मैं आपको याद दिला दूँ, कि इससे पहले अह करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस से भी एक फिल्म एयर फाॅर्स पर बनी थी जाह्नवी कपूर उसमें थी और उसमें भी अह उसमें भी काफी ऐसे सीन थे जिसको लेकर एयरफोर्स ने आपत्ति जताई थी तो बॉलीवुड की तरफ से बार-बार इस तरह की जो गलतियां हो रही है वो ना सिर्फ आम लोगों के बीच बॉलीवुड की छवि खराब करता है बल्कि एक तरह से ये भी बताता है कि वो हमारी जब सेना या उनके काम करने के तौर तरीकों पर जो फिल्में बनाते हैं उसके बारे में वो कितने लापरवाह हैं।
किस हद तक ध्यान नहीं दिया जाता है कि वो लोग आहत हो जाते हैं और क्यों नहीं इस फिल्म को एयरफोर्स की किसी कमेटी को दिखाया गया इन्फेक्ट पिछली बार भी जब बात हुई थी तो ये कहा गया था कि जो फिल्म आयी थी I am sure Gunjan ही उसका नाम था Gunjan Saxena तो उस वक्त भी कहा गया था कि air force में किसी को film दिखाई नहीं गयी अब इस बार फिर से ऐसा हुआ यानी गलती repeat हुई है क्या लगता है आपको ah किस तरीके का ah एक action होना चाहिए Bollywood के ऊपर क्योंकि अगर इस तरह से हमारी सेना और सेना में काम करने वाले लोगों का आप अगर अपमान करते हैं तो उनकी तरफ से कौन बात करेगा और क्या लगता है आपको कि क्या अब तक होना चाहिए था जो नहीं हुआ है और आपको क्या वाकई लगता है कि बहुत हल्के में लिया जाता है हमारे अह सेना और सेना के जो atmosphere में जो कुछ भी है उसको जब ये लोग फिल्मों में दिखाते हैं।