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क्यों देखे चमकीला: चमकीला मूवी रिव्यू

क्यों देखे चमकीला: चमकीला मूवी रिव्यूक्यों देखे चमकीला: चमकीला मूवी रिव्यू

अमर सिंह चमकीला ये फिल्म मैंने अभी थोड़ी देर पहले देखी है और इस फिल्म ने मेरे ऊपर एक बहुत बड़ा असर छोड़ा है जिसके बारे में मैं इस वीडियो में बात करने जा रहा हूँ, अमर सिंह चमकीला पंजाब के लोगों के लिए कोई नया नाम नहीं है और जिन लोगों ने अमर सिंह चमकीला का नाम नहीं सुना था, वो इस फिल्म के जरिए जानेंगे कि कैसे हमारे भारतीय समाज में हुए एक ऐसे काबिल सिंगर, एक काबिल कलाकार को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया क्योंकि वो अपनी आस-पास की जिंदगी में जो रंग बिखरे हैं, उन्ही में से कुछ निकालकर ला रहा और यही एक कलाकार का काम होता है कि अपने आसपास जो बिखरा हुआ है

उसमें से कुछ रंग निकाल कर लाए अमर सिंह चमकीला का दोष इतना था कि उन्होंने double meaning गाने बनाए या sex को लेकर जो हमारे समाज में जो एक taboo बनाया हुआ है एक hypocrisy है उसको सीधे सामना करते हुए उन्होंने कुछ ऐसे गाने बनाए जो जिन्हें लोग enjoy करते थे जिन्हें लोग मजे से सुनते थे उनकी demand थी वो मशहूर थे popular थे लेकिन कुछ खास लोगों को ये समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है और जैसा मैंने आपको बताया कि हमारे समाज में ऐसे पहले भी कई सारे हुए है जहाँ ah sex को एक taboo के रूप में देखा गया और फिर उसके around कुछ ऐसी चीजें होती है जो फिर अपराध का रूप ले लेती है और एक अच्छे खासे singer को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार देना क्योंकि वो तेज़ी से popular हो रहा है वो double meaning गाने अगर बनाता था तो लोगों की पसंद से बनाता था लोगों की फरमाइश से बनाता था लोग उसे पसंद करते थे

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इसलिए बनाता था लेकिन कुछ खास लोगों को ये समझ में नहीं आ रहा था पसंद नहीं आ रहा था तो ये अपने आप में एक सच्ची कहानी है और खास ये है कि Diljit Dosanjh ने जिस तरह से इस role को निभाया है Parineeti Chopra ने जिस तरह से इस role को निभाया है या Imtiaz Ali ने जिस तरह से एक ah एक बार फिर से Amar Singh Chamkeela को जीवित करने की जो कोशिश की है उसके लिए ये film देखी जानी चाहिए मुझे लगता है ये film थोड़ी छोटी हो सकती थी कई जगहों पर बहुत drag करती है कई जगहों पर लगता है कि film कुछ ज़रूरत से ज्यादा खींच दी गयी है ये film करीब दो घंटे सत्ताईस minute के आसपास की है जिससे शायद बीस बाईस minute और छोटी हो सकती थी दो के अंदर सिमट सकती थी तो ये और भी बेहतर बनती लेकिन हाँ इस कहानी में जो कुछ कहने बताने की कोशिश की गई है वो यही है।

कि कोई भी कलाकार उसकी सबसे बड़ी खूबसूरती होती है कि वो कुछ relevant करे ऐसा करे जिससे लोग जुड़ते हो जिसे लोग अपना समझते हो जिसमें लोगों को अपना अक्स दिखाई दे और अमर सिंह चमकीला वही कर रहे थे और इसीलिए वो पॉपुलर हो रहे थे। एक सबसे बड़ी कलाकार की खूबी यही होती है कि वो अपने आस-पास की जिंदगी में जो रंग बिखरे पड़े हैं उनमें से कुछ निकाल कर आए। और वही अमर सिंह चमकीला कर रहे थे लेकिन कुछ रास नहीं आया और उसके बाद उन्हें किस तरह रास्ते से हटा दिया गया बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई उनकी और उनकी पत्नी की ये कहानी इस बारे में है लेकिन ये बहुत बड़ा संदेश देती है खासकर हमारी society के बारे में हमारी सोच के बारे में हम कितने hypocrite है हम कितनी चीजों को बेवजह दबाना चाहते है और शायद यही वजह है कि कई मामलों में भारत का समाज जो है वो कुंठित समाज भी कहलाता है इसीलिए क्योंकि हम बहुत सी चीजों को बेवजह दबाना चाहते है

बेवजह हम उसको ढकना चाहते है जिन चीजों के बारे में खुलकर बात होनी ये हम नहीं करना चाहते और इस वजह से बहुत सी खामियां जन्म लेती है। दोस्तों ये फिल्म आप जरूर देखिए ताकि इससे आप हमारे देश के समाज को समझ पाए। पहले क्या हुआ था ये समझ पाए और अक्सर जो लोग कुछ नया करने की कोशिश करते हैं या कुछ ऐसा करने की कोशिश करते हैं जो कि reality के बहुत करीब हो तो उन्हें किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, आपको ये फिल्म क्यों अच्छी लगी और अगर आपको फिल्म अच्छी नहीं भी लगी भी आप कमेंट करके बता सकते हैं कि आपको ये फिल्म क्यों अच्छी नहीं लगी लेकिन ज्यादातर लोगों को ये फिल्म पसंद आ रही है क्योंकि इसमें सच्ची और अच्छी बात कही गई है और मुझे लगता है कि किसी भी मनोरंजन की विधा के लिए सबसे अच्छी बात यही होती है कि उसमें सच हो और इस फिल्म में सच दिखता है।

फिर निशाने पर एनिमल