• Sat. Oct 5th, 2024

क्यों जीते ये फिल्मी सितारे | Why do these movie stars win?

क्यों जीते ये फिल्मी सितारे | Why do these movie stars win?क्यों जीते ये फिल्मी सितारे | Why do these movie stars win?

इस बार पंद्रह celebrities लोकसभा चुनाव में उतरे थे जिनमें से ग्यारह celebrities ने जीत हासिल की है जीतने वालों में कंगना रनौत हेमा मालिनी, शत्रुनुन सिन्हा, रवि किशन, मनोज तिवारी ये सारे शामिल हैं, जबकि भोजपुरी स्टार पवन सिंह और निरहुआ बुरी तरह हार गए हैं। इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत हेमा मालिनी को मिली है, जो दो लाख तिरानवे हजार चार सौ सात वोटों जीती हैं वहीं दूसरी तरफ राजबर और निरहुआ जैसे actors बुरी तरह मात खा गए।

ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से भाजपा का टिकट मिला था। उनके सामने थे कांग्रेस के नेता मुकेश धनगर। हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा का टिकट हासिल करने वाली कंगना रनौत ने कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह को हराया टीएमसी की तरफ से पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट पर शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा के नेता एसएस अहूलवालिया को fifty nine से हराया है।

टेलीविज़न के पॉपुलर शो रामायण में भगवान श्री राम की भूमिका निभाकर फेमस हुए एक्टर अरुण गोविल ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से जीत हासिल की। भाजपा के टिकट पर चुनाव में उतरे अरुण गोविंद ने समाजवादी पार्टी नेता सुनीता वर्मा को दस हजार पांच सौ पचासी वोटों से हरा दिया।

कुत्तों की तरह ट्रीट करते हैं: उर्फी जावेद | Treats us like dogs: Urfi Javed

एक्टर और प्ले बैक सिंगर सुरेश गोपी ने भी केरल की त्रिशूल सीट से चुनाव जीता है उनके खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता वी एस सुनील कुमार थे north east Delhi की बात करें तो इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उतरे मनोज तिवारी ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को हराया है। मनोज एक लाख अड़तीस हजार सात सौ अठहत्तर वोटों के अंतर से जीत गए हैं।

भाजपा की तरफ से उत्तर प्रदेश की गोरखपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के नेता काजल निषाद को हराकर भोजपुरी स्टार रवि किशन ने जीत हासिल की है। एक्ट्रेस सायोनी घोष पश्चिमी बंगाल के जाधवपुर से चुनाव में उतरी थी उन्होंने भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली को दो लाख अठावन हजार दो सौ एक वोट से मात दी। बंगाली सिनेमा की actress शताब्दी रॉय ने भाजपा नेता देवतनु भट्टाचार्य को भारी मतों से मात दी।

Actress ने तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर पश्चिम बंगाल की वीरभूमि से चुनाव लड़ा था। बांग्ला actress रचना बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की हुगली सीट जीती है, वो तृणमूल कांग्रेस की तरफ से चुनाव में उतरी थी, उनके सामने थी लॉकेट चाटर्जी। बंगाली सिनेमा में देव नाम से पहचाने जाने वाले एक्टर अधिकारी दीप ने भी पश्चिम बंगाल की घटाल सीट जीत ली है तृणमूल कांग्रेस की तरफ से चुनाव में उतरे एक्टर के सामने भाजपा नेता हिरन मॉय चट्ट उपाध्याय थे सीनियर एक्टर राज बब्बर हरियाणा के गुरुग्राम से चुनाव में उतरे थे उनके सामने भाजपा नेता राव इंद्रजीत सिंह खड़े हुए थे और राव इंद्रजीत सिंह ने राज बब्बर को seventy five thousand वोटों से मात दी है।

भोजपुरी स्टार पवन सिंह बिहार की सीट से निन्यानवे हजार दो सौ छप्पन वोटों से चुनाव हार गए है वो से निर्दलीय मैदान में उतरे थे सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी के नेता राजा राम सिंह को जीत हासिल हुई और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चुनाव में उतरे यादव निरहुआ भी एक लाख इकसठ हजार पैंतीस वोटों से हार गए हैं। उनके सामने सपा नेता धर्मेंद्र यादव खड़े हुए थे।

दोस्तों इस बार हमने देखा कि पॉलिटिकल पार्टीज ने हमेशा की तरह बड़े चेहरों का इस्तेमाल किया, लोगों को अपनी तरफ अट्रैक्ट करने के लिए हेमा मालिनी के बारे में कहा जा रहा था कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगी, पचहत्तर के करीब होती जा रही है, कहा ये भी गया था कि वो इशा देओल को तैयार कर रही है, फिर ये कहा गया कि शायद कंगना रनौत को वो सीट मिलेगी, लेकिन उन्हें ही वो सीट मिली और बहुत शानदार जीत उन्होंने दर्ज की है हेमा मालिनी की फैमिली से ही आने वाले सनी देओल जो कि पिछली बार सांसद बने थे गुरदासपुर सीट से बाद में उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ कि वो पॉलिटिक्स के लिए नहीं बने हैं

क्योंकि ना तो वो गुरदासपुर गए ना उन्होंने वहाँ के लोगों का दर्द जाना और एक बहुत ही खराब example पेश किया और इस वजह से काफी थू-थू भी हुई सनी देओल की तो इस बार जो celebrities जीते हैं उनसे हम एक ही request करेंगे कि अगर आप जीत गए हैं तो तमीज से तरीके से अपनी जिम्मेदारियों नहीं तो जो लोकतांत्रिक देश है भारत इसका ये जो सिस्टम है इसकी बेइज्जती करने की कोशिश ना करें अगर जनता ने आपको प्यार दे दिया है।

रामदेव के बाद अब फसेंगे कई बॉलीवुड सितारे, भ्रामक विज्ञापन मामले में | After Ramdev, now many Bollywood stars will be trapped in misleading advertisement case