फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर बड़े प्रोडक्शन हाउस पर ये आरोप लगता रहता है कि वो एक्टर्स को अपने हिसाब से काम करने के लिए मजबूर करते हैं और उन पर धौंस भी जमाते हैं। और इस मामले में यशराज फिल्म्स का नाम भी लिया जाता है। आपको याद होगी यशराज फिल्मों की वो सुपरहिट फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और अगर आपको याद होगा इस फिल्म को तो आपको शाहरुख और काजोल के साथ फरीदा जलाल भी याद होंगे जिन्होंने काजोल की मां का रोल किया था।
हाल ही में फरीदा हीरा मंडी में नजर आईं और इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में एक बात का खुलासा किया है उन्होंने कहा कि यशराज फिल्मों के साथ उनके रिलेशन बहुत अच्छे थे उन्होंने डीडीएलजे में काम किया उसके बाद उन्हें रोल में दिल तो पागल मिला है लेकिन उसके बाद से फिर कभी उन्हें यशराज फिल्म से कॉल आया ही नहीं उन्होंने इस बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि एक वक्त था जब यश जी यानी यश चोपड़ा उनसे ये कहते थे कि अगर मेरे ऑफिस से फोन आए तो सिर्फ हां कहना रोल के बारे में अगर आपको ज्यादा नहीं बताया जाता तो भी आपको सिर्फ हां कहना है और मैंने ये रिश्ता बखूबी उनके साथ निभाया लेकिन मुझे शिकायत है कि यश चोपड़ा के प्रोडक्शन हाउस ने मुझे दिल तो पागल कब किया था?
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नब्बे के दशक के बिल्कुल अंत में अट्ठानबे के बाद से मुझे कभी कॉल ही नहीं किया तो उनका ये कहना है कि मैंने अपना वादा निभाया। मैंने उनके हर छोटे-मोटे रोल के लिए हां किया और बहुत अच्छा काम करके दिया लेकिन यशराज फिल्मों ने मुझे धोखा दिया और उसके बाद कभी कॉल नहीं किया। दोस्तों आपको सुनने में ये छोटा सा वाकया लग रहा हो लेकिन आप जरा सोचिए उन अभिनेताओं के बारे में जिनके पास रोजी रोटी टिकी होती है वो लोग प्रोडक्शन हाउस पर और वो किस तरह से इनपर अपनी कई बार धौंस जमाते हैं।
क्योंकि जाहिर है आप बहुत ज्यादा बाहर नहीं जा सकते काम इंसानों के लिए वही लिमिटेड बड़े प्रोडक्शन हाउस में फिर वो अपनी मूंछ भी करते हैं। फरीदा जलाल जैसी अभिनेत्री जो लगभग पांच दशक से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रही है अगर वो किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस के बारे में इतनी बड़ी बात कह रही हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ना जाने कितने ऐसे होंगे जो इस बारे में बात भी नहीं करती कर रहे होंगे क्योंकि उन्हें अपने करियर की चिंता है आने वाले समय को लेकर मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि कपिल शर्मा के साथ भी यशराज फिल्म्स की एक फिल्म बनाना चाहते थे,
बाद में फिल्म नहीं बन पाई और उसके लिए यही कहा गया कि यशराज फिल्म्स की नजरें थीं। कपिल के प्रतिभाशाली प्रबंधन पर वे लग रहे थे कि कपिल को काफी एंडोर्समेंट ऑफर मिल सकता है। कई सारे शोज के ऑफर मिल सकते हैं। तो यशराज फिल्म्स की ये कोशिश थी कि हम कपिल का टैलेंट मैनेजमेंट भी शुरू कर देंगे। यशराज फिल्म्स जो है लोगों का टैलेंट मैनेज भी करता है, बहुत सारे बड़े सो कॉल्ड बड़े स्टार्स है जिनके टैलेंट मैनेजमेंट का काम भी वो करता है यानी वो कौन सा ब्रांड एंडोर्स करेगा वो किस इवेंट में शामिल होंगे, यशराज फिल्म्स का एक डिपार्टमेंट भी है जो मैनेज करता है।
कुल मिलाकर इंडस्ट्री में कुछ प्रोडक्शन हाउस ऐसे हैं जो अभिनेताओं पर एक ऐसी धौंस जमा कर रखते हैं कि वो सिर्फ हमारे मिसलीया से काम करें और इसके अलावा वो कहीं बाहर ना जाए अपनी मर्जी से कोई फैसला ना ले पाएं और आप तो जानते ही हैं कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ था पानी फिल्म जो बनने वाली थी वो नहीं बन पाईं, क्योंकि तमाम बातें होती रहीं, बाद में शेखर कपूर ने भी बहुत सी बातें कही,
अब जब फरीदा जलाल का ये घटनाक्रम आया है उससे एक बार फिर से ये इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या इंडस्ट्री में कुछ जो बड़े प्रोडक्शन हाउस हैं, वो एक्टर्स को इतनी दबाव में रखते हैं, इतनी पकड़ बनाते हैं, आप लोग इस बारे में राय रखते हैं, अगर आप मिला-जुला कर देखें तो आपको क्या लगता है क्या ये एक अच्छा अभ्यास है?
क्या आपको लगता है कि एक खुला माहौल है जो विशेषकर नए लोग काम कर सकेगा? अब इतनी पुरानी एक्ट्रेस अगर इस बात को कह रही है कि मुझे उसे कंट्रोल करने की कोशिश की गई? और उसके बाद काम नहीं दिया गया? तो ये आपके लिए एक बहुत बड़ा सवाल जरूर है कि क्या इस तरह की प्रैक्टिस बॉलीवुड में चल रही है और फिर जब बात करते हैं बॉलीवुड के काले चिट्ठे की, कच्चे चिट्ठे की तो सारी बातें निकल कर सामने आती हैं।