एक तमिल फिल्म का हिंदी संस्करण भी आज रिलीज हुआ है, अरन मनाए चार में तमन्ना भाटिया आपको दिखाई देती हैं, सुंदर-सी दिखाई देती हैं, लेकिन कुल मिलाकर अगर आप इस फिल्म को बहुत ज्यादा उम्मीदें लेकर देखने जा रहे हैं, तो मेरा ये सुझाव है, बहुत ज्यादा उम्मीदें लेकर मत जाइए, तमिल में इसने बहुत अच्छा कारोबार किया है, तो हो सकता है आपकी उम्मीद ऐसी हो जाए कि शायद ये फिल्म बहुत कमाल की हो, लेकिन ये फिल्म इतनी कमाल की नहीं है।
बहुत सुस्त सी शुरुआत होती है, मैं कहानी नहीं करूंगा, क्योंकि हॉरर है, आपका मज़ा खराब होगा लेकिन मैं आपको समग्र अनुभव बताता हूँ फिल्म थोड़ी सी सुस्त शुरू होती है फिर धीरे-धीरे आप फिल्म की कहानी में बस जाते हैं फिर आपको मज़ा भी आने लगता है थोड़ी सी यात्रा आपको अच्छी भी लगती है और बीच में कॉमेडी के तत्व भी हैं जो कुछ खास तरह के लोगों को भी पसंद आएंगे जैसे कुछ लोग जेठालाल टाइप की कॉमेडी अगर पसंद करते हैं तो उन्हें वो अच्छी गुल लेकिन अगर आप बहुत अच्छी कॉमेडी के शौकीन रहे तो आपको थोड़ा बचना होगा
कुल मिलाकर अगर आप बिलकुल खाली है कोई काम नहीं है और आपका मन है कुछ भी देखने का जाए थोड़ा सा आनंद ले सकते हैं लेकिन हाँ कई जगह पर आपको लगेगा कि यहाँ गाना क्यों डाल दिया यहाँ अचानक हिरोइन डांस क्यों करने लगी फिर बहुत सी चीजें आपको प्रेडिक्टेबल सी लगेंगी शॉर्ट में बताऊँ तो ये एक ऐसी बुरी आत्मा की कहानी है जो पहले किसी को मारती है फिर उसी का रूप लेती है फिल्म घर पर रखकर जाने वाली फिल्म है हॉरर थ्रिलर वाला जॉनी है,
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लेकिन बहुत कुछ कमाल की आप उम्मीद नहीं कर सकते हैं एक सवाल इस फिल्म को देखने के बाद जहन में जरूर आता है कि जो तमिल दर्शक है क्या ये कुछ भी देखता है क्योंकि हाल के दिनों में हमने कुछ बहुत अच्छी दक्षिण भारतीय फिल्में भी देखी हैं, खासकर तेलुगु फिल्में भी बहुत अच्छी देखी हैं, लेकिन ये जो तमिल फिल्म है, अगर आप बहुत ज्यादा दिमाग लगाएंगे तो निराश होने वाली है
टाइम पास के मिसली से देखना चाहते हैं और अगर नहीं भी देखेंगे तो आपके जीवन में कुछ ऐसा नहीं होगा कि आपने अरन नहीं बनाया है तो फैसला आप कहेंगे मैंने आपको बताया है कि बहुत कमाल की सिनेमा नहीं है, लेकिन हां टाइमपास के लिए अच्छा है, खासकर उन लोगों के लिए जो साउथ की फिल्मों के शौकीन हैं, ठेठ दक्षिण भारतीय फिल्में हैं जिनमें कुछ हीरो ऐसे बाकी डरावने तत्व हैं जो ठीक-ठीक से हैं।