तारक मेहता का उल्टा चश्मा में सोढ़ी जी का किरदार करने वाले गुरुचरण क्या पहाड़ों पर चले गए हैं? क्या उन्होंने सन्यास ले लिया है? क्या वो कर्ज तले इतना दबे हुए हैं कि वो अब किसी के सामने नहीं आना चाहते? ये सारी बातें इसलिए कही जा रही हैं क्योंकि गुरुचरण को गए हुए अब सोलह दिन से ऊपर का समय हो चुका है, उनके घर वाले बहुत परेशान हैं, बूढ़े माँ-बाप जिन्हें इस बात का इंतजार है कि उनके गुरुचरण कब वापस आएंगे?
इस बीच कुछ बातें सामने आ रही हैं, जिसमें कहा ये जा रहा है, कि गुरुचरण बहुत banks में अकाउंट रखते थे। बहुत सारे credit कार्ड रखते थे और हाल के दिनों में उनकी हालत ये हो गई थी कि एक credit कार्ड का पैसा निकालकर दूसरे की किश्त भरना इस तरीके से उनका काम चल रहा था।
आमदनी कम थी, कर्जा ज्यादा था और इससे बाहर निकलने का रास्ता समझ में आ नहीं रहा था। उनके कुछ दोस्त बताते हैं कि वो अक्सर ये कहा करते थे कि मेरा मन होता है कि मैं पहाड़ों पर चला जाऊँ, हिमालय पर चला जाऊँ, संन्यास ले लूँ और अब वो बिना बताए इस तरह से गायब हो गए हैं। तो इस बात की आशंका जताई जा रही है कि क्या गुरुचरण ने वाकई ऐसा कोई फैसला ले लिया है क्योंकि दोस्तों ये जो फिल्म इंडस्ट्री है, यहाँ काम का कोई भरोसा नहीं।
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यहाँ जिनके पास काम है उनको भी कई बार पैसा नहीं मिलता, कई बार काम नहीं मिलता, पैसा कई बार बहुत देरी से मिलता है, और अगर घर में बीमारी वगैरह के खर्चे हो और उम्र पचास के आस-पास हो चली हो, जैसा कि गुरुचरण की हो चली थी तो काफी दिक्कत भी है और मुश्किल होने लगती है और गुरुचरण को बहुत नजदीक से जानने वाले लोग इस बात को बताते हैं कि हाँ थोड़ी बहुत financial दिक्कत की चर्चा उन्होंने की थी
लेकिन कोई ये पूरी तरह से नहीं जानता कि exactly उनके ऊपर कितना कर्जा या कितने ही देनदारी है और अगर कोई शख्स credit card से भी पैसे withdraw कर रहा हो आपको मालूम ही होगा कि credit card से अगर आप पैसा withdraw करते हैं तो बहुत high interest charges होते हैं और ऐसा लोग बहुत मजबूरी में करते हैं लेकिन कहा ये गया है कि गुरुचरण credit का से cash withdraw कर रहे थे और इस वजह से इस बात का पता चलता है कि उनके ऊपर कर्जा काफी ज्यादा था और ये एक वजह हो सकती है कि उन्होंने ये decide किया हो
अब क्योंकि वो इस कर्जे से उभर नहीं पा रहे हैं पैसे का कोई पुख्ता इंतजाम हो नहीं पा रहा है तो क्या अब उन्होंने एक संन्यास लेने का फैसला किया क्योंकि अगर कोई शख्स ऐसा कहता हो तो उसके बारे में सोचा भी जा सकता है वैसे हम में से बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो अक्सर शहर की जिंदगी से जब परेशान हो जाते हैं तो अक्सर लोगों को आपने कहते सुना होगा यार जाकर कहीं जंगल में रहे जाकर कहीं गाँव में रहें छोटी जगह जहाँ इतनी भागदौड़ ना हो।
लेकिन गुरुचरण के बारे में कहा जा रहा है कि वो अपने ऊपर जो कर्ज था जो पैसे की देनदारियां थी उसको लेकर भी परेशान थे और साथ में घर में बीमारी का भी प्रकोप और उसकी वजह से उन्हें कई बार काम भी छोड़ना पड़ा तो ऐसे में क्या वो अब संन्यास ले चुके हैं क्या वो अब अपने चाहने वालों के बीच नहीं आएंगे,
क्या उन्होंने ये फैसला कर लिया है कि वो कहीं जंगल में जाकर या हिमालय पर जाकर या पहाड़ों में जाकर रहेंगे, बसेंगे क्योंकि मुंबई वो पहुंचे नहीं, मुंबई पहुंचना था लेकिन पहुंचे नहीं और पालम जो इलाका है वहां से गायब हुए हैं, तो इस बात की आशंका जताई जा रही है, कि हो सकता है, वो समय नॉर्थ इंडिया में ही हो।