1989 में आए टीवी सीरियल महाभारत में श्री कृष्ण की भूमिका निभाने वाले एक्टर नितीश भारद्वाज सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। नितीश ने अपनी एक्स वाइफ और मध्यप्रदेश cadre की आईएएस स्मिता भरद्वाज के खिलाफ पुलिस में एक शिकायत दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में नितीश भारद्वाज ने स्मिता भारद्वाज पर उन्हें लंबे समय से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि स्मिता उन्हें अपनी जुड़वा से मिलने ही नहीं दे रही है। टीवी चैनल आज तक से बातचीत में नितेश भारद्वाज ने अपनी आपबीती सुनाई है, उन्होंने ये भी बताया कि वो भोपाल के मुख्यमंत्री के पास भी माफ़ कीजिएगा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के पास भी मदद की गुहार लेकर गए थे।
नितेश ने कहा मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से मैं मिला था, मैंने उन्हें सारा मामला बताया है, उनके सामने सारे प्रमाण रख दिए हैं, मैंने कहा कि मुझे लगता है कि वो senior आईएएस हैं तो अपनी position का गलत फायदा उठाएंगी, पुलिस पर दबाव तो डाल ही सकती हैं, मुख्यमंत्री जी ने मुझसे कहा कि जरूरत तो मैं आपकी सहायता जरूर करूंगा। नितेश ने एक्स वाई सुमिता के मानसिक संतुलन के खराब होने का शक जताया है, उन्होंने कहा कि मुझे मेरी बेटियों की चिंता है क्योंकि पिछले चार सा लो से मुझे उनसे दूर रखा गया है और अब आप ही बताइए कि मैं इसे अपहरण क्यों ना कहूं?
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इस महिला की आदत है झूठ बोलकर लोगों की sympathy हासिल करना और उसका फायदा उठाना मैं बताना चाहता हूं कि इस औरत की किसी बात को ना माना जाए, पिछले चार सा लो में उन्होंने मुझे मेरी बच्चियों से दूर कर दिया है। ये नॉर्मल व्यवहार है, ये obsessive behaviour है। मुझे इनके व्यवहार को देखकर लगता है कि इनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। फॅमिली कोर्ट एक्ट के सेक्शन बारह के तहत मैंने मांग की है कि इनके मानसिक संतुलन की जांच कराई जाए। नितेश भारद्वाज ने ये भी कहा कि ये महिला मेरे बच्चों का मानसिक उत्पीड़न कर सकती है, मेरा बारह-तेरह सा लो से मानसिक उत्पीड़न कर रही है, तो मेरा दिमाग खराब नहीं है कि मैं वापस उसके साथ उस शादी में चला जाऊं।
उन्होंने पुलिस कमिश्नर से कहा कि अगर बच्चियों से मिलना है, तो मेरे घर आ जाइए, कमिश्नर मुझे उनके घर बुलाने की बात बताई तो मैंने कहा कि उन्हें कमिश्नर ऑफिस में बुलाइए। मैं मीडिया से निवेदन करता हूँ कि आप लोग मेरी बेटियों की कोई फोटो वीडियो सोशल मीडिया या मीडिया में ना दिखाएं क्योंकि वो नाबालिक हैं और इससे उनपर गलत असर पड़ सकता है। नितीश भारद्वाज ने स्मृति भारद्वाज की नियत पर भी शक जताया है, उन्होंने कहा कि देखिए उनका घर एक गलत जगह है, वहां पर मेरे ऊपर कोई भी गलत आरोप लग सकते हैं। मैं क्यों जाऊंगा, वहां चक्रव्यूह में फंसने, कृष्ण से इतना तो मैं सीखा ही हूं, वो रही है कि मैं चक्रव्यूह में फंस जाऊँ, मैंने ओटी के स्कूल को कहा कि मैं अपनी बेटियों से मिलने आऊंगा तब आपके स्कूल का जो भी counselor होगा या principal वो हमारे साथ उपस्थित होना चाहिए, ताकि एक record रहे कि मैं जिस तरह से अपनी बच्चियों से मिला हूँ, उसमें कुछ भी गलत नहीं है।
तो उन्होंने बदले में स्कूल को मेल लिख दिया कि नहीं, इन्हें बच्चियों से अकेले में ही मिलना चाहिए। अगर ये कह रही हैं, कि मैं गलत इंसान हूँ, तो बच्चियों से अकेले मिलने का दबाव क्यों बना रही हैं, इन्हें तो चिंता होनी चाहिए। ये मौका देख रही हैं, कि ये कोई गंभीर criminal आरोप मेरे लगाने का इन्हें मौका मिल जाए और उसमें फिर मैं फंस जाऊं लेकिन मैं इस तरह से फंसने वाला नहीं हूं नितेश भारद्वाज ने भोपाल के पुलिस कमिश्नर को ईमेल लिखकर उनसे मदद मांगी है उनका कमीशन को भेजा ये मेल भी अब सामने आ गया है अपने मेल में नितेश भारद्वाज ने लिखा है कि मैंने अपनी पत्नी स्मृति भारद्वाज के खिलाफ तेईस सितंबर दो हजार उन्नीस को तलाक की अर्जी अदालत में डाली थी स्मृति अभी मध्यप्रदेश के भोपाल में state human rights commission में posted हैं इस शादी से हमें दो जुड़वा बेटियां हैं
जिनके नाम देव यानी नितेश भारद्वाज और शिवरंजनी नितीश भारद्वाज हैं अभी दोनों ग्यारह साल और नौ महीने की है उन्होंने आगे लिखा कि तलाक की अर्जी स्मिता को तेईस जनवरी दो हजार बीस को मिली थी तब से उन्होंने मेरे सारे टेलीफोन नंबर्स को ब्लॉक कर दिया है वो हमारी बेटियों को मेरे बारे में गलत बातें बताकर भड़का रही है बारह सितंबर दो हजार इक्कीस से उन्होंने मेरे और मेरी बेटियों की बातचीत पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। वो मेरी बेटियों को मेरे खिलाफ भड़का रही है अपनी बेटियों के बारे में पिछले चार सा लो से मैं स्मिता भारद्वाज से ईमेल के जरिए बात करने पर मजबूर हूँ क्योंकि मेरा व्हाट्सएप भी उन्होंने ब्लॉक कर दिया नितेश भारद्वाज का कहना है कि उन्हें चार सा लो से नहीं पता कि उनकी बेटियां हैं कहाँ?
हितेश ने ये भी बताया कि उन्हें अपनी बेटियों की schooling को लेकर भी कोई idea नहीं है उन्होंने लिखा है कि जब सितंबर दो हजार इक्कीस में स्मृति भारद्वाज का इंदौर से भोपाल transfer हुआ था। तब उन्होंने मेरे emails का आठ महीनों तक जवाब नहीं दिया था। मैंने बेटियों की schooling को लेकर उन्हें मेल भेजे थे, उन्होंने मुझे बिना बताए बेटियों का admission दो हजार बाईस में भोपाल के संस्कार वैली स्कूल में कर दिया था। उन्होंने स्कूल के पर दबाव बनाया कि वो मुझे बच्चों के बारे में कोई जानकारी ना दें। इसके बाद उन्होंने जनवरी दो हजार तेईस में बेटियों को संस्कार वैली स्कूल से निकालकर के लॉरेंस बोर्डिंग स्कूल में दाखिल करा दिया। बच्चों का दाखिला उस स्कूल में पंद्रह जुलाई दो हजार तेईस के दिन हुआ।
अस्मिता ने अपनी आईएएस की position का गलत इस्तेमाल करते हुए लॉरेंस बोर्डिंग स्कूल के हेडमास्टर पर दबाव बनाया कि वो मुझे मेरी बेटियों से जुड़ी कोई जानकारी ना दें। ये सब मुझे अंधेर रखते हुए किया गया। नितीश भारद्वाज का कहना है कि उन्होंने छब्बीस जनवरी दो हजार चौबीस को बोर्डिंग स्कूल के हेड मास्टर को मेल लिखा था इसमें उन्होंने अपनी बेटियों के बारे में पूछा था। हेडमास्टर ने उन्हें बताया कि स्मिता ने बच्चियों को स्कूल से भी निकाल लिया है। सुनिता को उन्होंने आठ फरवरी और नौ फरवरी दो हजार चौबीस के दिन ईमेल भेजे जिसके जवाब में जिसका उन्हें कोई जवाब नहीं मिला और अब उनका कहना है कि क्योंकि वो बेटियों से चार साल से नहीं मिले हैं। उन्हें फैमिली कोर्ट से पंद्रह दिसंबर तेईस को आर्डर मिला था कि वो पुणे के family कोर्ट complex में दो, तीन और चार जनवरी को बेटियों से मिल सकते हैं लेकिन स्मिता भारद्वाज ने ये भी नहीं होने दिया।
उन्होंने कोर्ट के आर्डर को ना मानते हुए नितीश को बेटियों से नहीं मिलवाया। अपने ईमेल में नितीश भारद्वाज ने अपनी दोनों बेटियों की सुरक्षा पर संकट होने की तरफ भी इशारा किया है। उन्होंने लिखा है कि मैं मुंबई के माननीय family कोर्ट में बच्चियों की कस्टडी की अर्जी डाल चुका हूँ स्मिता के पास भी बेटियों की कस्टडी नहीं है क्योंकि इस पर भी शुरू होने वाली है। स्मिता भारद्वाज की obsessive और खतरनाक हरकतों को देखते हुए मुझे अपनी बेटियों के लिए अब डर लग रहा है। श्वेता ने एक तरीके से मेरी बेटियों का अपहरण कर लिया है। वो कहते हैं कि मुझे नहीं पता कि इस वक्त मेरी बेटियां कहाँ हैं? और क्या वो वाकई ठीक हैं। इस मेल के अंत में उन्होंने लिखा है, मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि स्मिता भारद्वाज के खिलाफ बच्चियों को अगवा करने का मामला दर्ज किया जाए और मुझे मेरी बेटियों को भोपाल में आमने-सामने देखने मौका दिया जाए ताकि मैं जान सकूँ कि वो दोनों सुरक्षित और सही सलामत हैं। मैं अपने बताए सभी मेल लेकर भोपाल आऊंगा।
आप बच्चियों को अगवा करने का केस तुरंत स्मिता भारद्वाज के खिलाफ दर्ज करें। नितीश भारद्वाज ने मध्यप्रदेश के आर्डर की आईएएस ऑफिसर स्मिता से चौदह मार्च दो हजार नौ को दूसरी शादी की थी दोनों की ही अह दोनों का ही पहली शादी में तलाक हो चुका था। बताया जाता है कि दोनों की मुलाकात कुछ common friends के जरिए हुई थी और फिर उन्होंने शादी कर ली। दो हजार उन्नीस में ने तलाक की अर्जी डाली थी जानकारी के मुताबिक दो हजार बाईस में उनका अस्मिता से तलाक हो चूका है। दोस्तों ये पूरी कहानी हमें ये बताने के लिए काफी है कि पर्दे पर एक हमारी इमेज होती है, एक अभिनय होता है। और उसके बाद लोगों के बीच हमारी एक छवि बनती है। और दूसरी तरफ होती है, अपनी निजी और पर्सनल जिंदगी जिसमें कई तरह की चुनौतियां होती है, नितीश भारद्वाज ने जो कुछ टीवी चैनल आज तक से कहा, वो मैंने आपके सामने बताया इस घटना का पूरा सच क्या है,
वो बेहतर स्मिता और नितेश भारद्वाज ही जानते होंगे लेकिन इन सारी जानकारियों को आपके साथ share करते वक्त मुझे इस बात का एहसास हुआ कि उन बच्चियों पर क्या बीत रही होगी क्योंकि अभी उनके अभी उनका बचपन है और कच्ची मिट्टी होती है बचपन जिस तरह से ढालेंगे ढल जाएँगे लेकिन इस वक्त अपने माता पिता के बीच इस तरीके के झगड़े होते देखना और माता या पिता किसी भी एक के प्यार से वंचित रह जाना आपकी व्यक्तित्व में आपकी शख्सियत में personality में एक बहुत बड़ी कमी छोड़ जाता है, निश्चित तौर पर जो कुछ भी हो रहा है उसका सबसे ज्यादा और सबसे बुरा असर उन दोनों बच्चियों पर पड़ने वाला है। उम्मीद है। कि नितीश भारद्वाज और अस्मिता के बीच जो भी परेशानियां हैं उनका असर बच्चियों पर ना पड़े तो बेहतर होगा।
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