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डंकी मूवी रिव्यू हिंदी | Dunki Movie Review Hindi

डंकी मूवी रिव्यू हिंदी | Dunki Movie Review Hindiडंकी मूवी रिव्यू हिंदी | Dunki Movie Review Hindi

Raju Hirani ने सबको पागल बना दिया ticket खरीदा हमने एक picture का लेकिन theater के अंदर पूरी दस फिल्में एक साथ दिखाई गयी है film number one Chak De India के जैसा impossible असंभव बस फर्क ये है कि यहाँ हॉकी नहीं डंकी से हार-जीत का फैसला किया जाएगा. वहाँ भी हम अंग्रेजों से लड़ गए थे इज्जत कमाने के लिए तो यहाँ भी एसआरके एंड टीम अंग्रेजों को उनकी औकात दिखाने का मन बना रहे हैं.

फिल्म नंबर two डीडीएलजे के जैसा रोमांस भी है अंदर हीरो हीरोइन को भगा के ले जाना चाहता है. पराए देश अपनी मोहब्बत को पूरा करने कभी सोचा था किसी ने तीस साल बाद डीडीएल जे का राज कैसा दीखता होगा? जवाब बॉस राजूई रानी ने दिया है और शर्ट लगा लो एक बार फिर से इसके प्यार में पड़ जाओगे तुम.

और कमाल की बात तापसी ने भी सिमरन को कड़ी टक्कर दी है ये भाभी नंबर one और two temporary है। मन्नू के साथ जो इश्क हुआ वो permanent होगा। ऐसा लगता है राजू हिरानी कोई talent वाली मशीन चलाते हैं जो किसी भी actor के अंदर से उसका असली talent खींच लेती है। SRK का come back तो पहले ही हो गया था

लेकिन डंकी तापसी की वापसी करा दी है। फिल्म नंबर तीन स्वदेश के जैसा एक patriotic subject भी है अपने देश के लिए प्यार। ये बोल के नहीं बता सकता कोई सिर्फ महसूस कर सकते हो आप डंकी जैसी फिल्में देखकर। और राजू हिरानी का सिनेमा देश भक्ति दिखाने के लिए झंडे का सहारा नहीं लेता बल्कि उसको एक character की तरह है जिसके लिए आप फील करने लगते हो फीलिंग से याद आया फिल्म नंबर चार मुन्ना भाई के जैसे इमोशनस दोबारा जीने का टाइम आ गया है.

देखो कॉमेडी वगैरह ऐसे डायरेक्ट बातों में नहीं मिलेगी आपको डायलॉग्स कुछ ऐसे फनी नहीं है. लेकिन सिचुएशन ऐसी बनाई जाती है कि आपको सीन को सोचकर ही हंस पड़ते हो. दिमाग वाली हंसी जो याद रहेगी. बाकी सेंटी करने वाला सोनू निगम का एक गाना भी है जिसको सुनकर बेचारा पत्थर भी पिघल जाए.

और विक्की कौशल का छोटा सा दमदार कैमियो भी है अंदर जो सच में आपके इमोशंस को वो मौत का झूला रोलर कोस के राइट पे लेकर जाएगा फिल्म नंबर पाँच पीके के जैसा एक real लाइफ सोशल issue भी उठाया गया है हम जैसे नॉर्मल लोगों के बीच से डंकी का असली मतलब तो आप थिएटर में ही समझोगे लेकिन जिस तरीके से ये फिल्म इस प्रोब्लेम के बारे में बताती है

आपको पीके की याद पकाएगी भेड़ चाल का जमाना है सबको इंग्लैंड जाना है जैसे भगवान के नाम पे सबको पैसा चढ़ाना है लेकिन किसी ने पूछा क्यों किस लिए क्या जरूरत ईरानी साहब ने पूछ लिया है एक बार फिर से फिल्म नंबर छह three idiots इसके जैसा climax शायद दोबारा कभी नहीं बन सकता ऐसा राजू भाई के सामने कोई बोल सकता है क्या?

वो था ना रोते-रोते हंसना सीखो हंसते-हंसते रोना और ये फर्स्ट टाइम हमने experience किया था three Idiots में ठीक वैसा ही कारनामा डंकी में भी रिपीट हुआ है जब फिल्म एंडिंग की तरफ पहुंचती है आप एक तरफ खुश हो लेकिन सीन ऐसा है कि आंसू बह जाएगा अपने आप और हाँ वो थ्री इडियट्स वाले वायरस भी डंकी की शोभा बढ़ा रहे हैं

लेकिन इनका ज्यादा इस्तेमाल किया नहीं फिल्म के अंदर फिल्म नंबर सात बाज़ीगर का वो फेमस डायलॉग तो याद ही होगा हार के जीतने वाले को बाज़ीगर कहते हैं डंकी में भी एक ऐसा ही जबरदस्त मजेदार ट्विस्ट है जहाँ आपका दिमाग हिल जाएगा और अपने आप ताली बजाने में लग जाएगा। मतलब आँखों के सामने धोखा देना कोई राजू से सीखे।

जो आप देख रहे हो वो होगा नहीं और जो होगा वो किसी को दिखेगा नहीं। अरे एक जगह पे तो राजू साहब ने ऐसा खेल किया है कि सामने किसी की लाश जा रही है और आपको अंदर हंसी आ रही है। मतलब tragedy को कॉमेडी बनाना कमाल है। और जो फिल्म नंबर आठ है ना इसका नाम सुन के शायद काफी लोग खुश नहीं होंगे, बात जीरो की कर रही हो।

एक जो फैमिली ड्रामा create हुआ था ना वहां पे same to same वैसा ही एक flavour डंकी को taste करने पे भी आएगा। family फिल्म जो हम बोलते हैं राजू जिसमें चैंपियन है उन्होंने लिटरली डंकी के अंदर एक फैमिली वाला एंगल भी क्रिएट किया है.

पंजाब वाली एनर्जी और शाहरुख खान की भारी-भारी आवाज साथ में परिवारों को संभालने की जिम्मेदारी जीरो वाली यादें पक्का आएंगी. फिल्म नंबर नौ हैरी मैड सज्जन मुझे पता है काफी लोगों का दिल फिर से दुखा रही हूँ मैं लेकिन मेरा काम है ये दो लोगों पे फोकस करके पूरी कहानी को क्रिएट करना और उनके बीच की बातों पे नाइंटी परसेंट फिल्म खत्म करना.

डंकी में भी तापसी एसआरके की बातें उतनी ही जरूरी है उतनी ही लंबी-लंबी भी है लेकिन वो जो बोल रहे हैं वो उतना रियल फील नहीं है। इस बातचीत को अगर थोड़ा-सा कट कर देते ना और बाकी फन वाला साइड जैसे थ्री इडियट्स में आमिर करीना को लिमिटेड यूज किया था बाकी मौज मस्ती भी थी

वो थोड़ा डंकी के साथ इशू है जबकि बाकी सपोर्टिंग एक्टर्स जिसमें सुनील ग्रोवर के भैया जी भी हैं और सेक्रेट गेम्स वाले मथु हैं इन दोनों का परफॉरमेंस फिल्म के अंदर सबसे जबरदस्त है लेकिन थ्री इडियट्स में जैसे राजू फरहान को यूज किया ना वो इस बार लव स्टोरी के चक्कर में कट हो गया और भैया आखरी में फिल्म नंबर दस इसके बिना दो हजार तेईस कैसे खत्म होगा जवान शाहरुख खान टू पॉइंट ओ का सोलिड नहीं गलत मत समझो डंकी में उसके जैसा एक्शन मारधाड़ नहीं है।

लेकिन जैसे वो फिल्म एसआरके की कम और डायरेक्टर एटली के दिमाग से ज्यादा निकली थी उनके style का सिनेमा था शाहरुख उनके इशारों पे चल रहे थे ठीक वैसे ही डंकी भी राजू हिरानी की फिल्म है उन्होंने एसआरके factor का इस्तेमाल किया है अपने हिसाब से लेकिन फिल्म सिर्फ एसआरके की नहीं है।

एक रेडियो के साथ फिल्म को शुरू करना और इंग्लैंड के टावर को पंजाब की छत पे ला के खत्म करना ये राजू हिरानी का सिनेमा है completely first half में तो वही पुराने राजू हिरानी है मौज मस्ती गाना बजाना लेकिन में हिरानी साहब ने कुछ नया try किया है action adventure patriotism तो अगर आप सिर्फ शाहरुख-शाहरुख करने के लिए फिल्म देखना चाहते हो तो sorry ऐसा कुछ खास नहीं है अंदर वो हीरोगिरी नहीं मिलेगी content मिलेगा।

अब यहाँ पे दो मोटी-मोटी शिकायतें भी है मेरे पास जिनको छुपाना बेईमानी होगी। राजू हिरानी से थोड़ा और ज्यादा एक्सपेक्ट करते हो आप और पता है फिल्म में कमी कहां रह गई? डंकी क्या है हम समझ गए वो कैसे होता है ये भी पता चल गया लेकिन उसके आफ्टर effects मतलब लंदन के बाद की कहानी वो थोड़ी अधूरी लगी मुझे।

पता नहीं क्यों ऐसा लगा में फिल्म बस climax की तरफ भागना चाहती है जल्दी-जल्दी जबकि first half में सब कुछ feel करवाया गया था आराम से टाइम दे के और दूसरी शिकायत फिल्म की राइटिंग थोड़ी average टाइप की है कुछ लोग बोल रहे थे ट्रेलर के बाद कि राजू सर को डंकी दस साल पहले रिलीज करनी चाहिए थी दो हजार तेरह में ये सब बातें सुनकर और ज्यादा हंसी आती थी

लेकिन दो हजार तेईस के हिसाब से सच में फिल्म की राइटिंग थोड़ी आउटडेटेड सी है डायलॉग और मजेदार होने चाहिए थे। तो भैया डंकी को मेरी साइड से पाँच में से पूरे चार स्टार मिलेंगे। पहला कॉन्सेप्ट एकदम हट के बनाया छत पे जहाज पूरी फिल्म बना दी बताओ।

दूसरा एक फैमिली ड्रामा, फैमिली से निकलना और फैमिली के लिए खत्म करना, राजू हिरानी सिनेमा जिंदाबाद। तीसरा performances बढ़िया है। एसआर के फुल पावर, तापसी comeback, विक्की surprise factor और ये दोनों डिनर में desert ।

चौथा राजू हिरानी को राजू हिरानी क्यों बोलते हैं, रोना, हंसना, गाना, एक्शन, रोमांस, ट्विस्ट एंड टर्न जो मांगोगे वो मिलेगा। नेगेटिव में ऊपर वाली दो शिकायतें आप सुन ही चुके हो, बार-बार बोलने से कुछ बदल थोड़ी जाएगा। ऊपर वाली टिप याद है ना? दूसरी टिप ये कि डंकी दोस्तों के साथ नहीं फैमिली देखो, वो हंसेंगे, आप proud feel करोगे, ठीक है?